हरियाणा के कैथल में भी नौतपा के चौथे दिन गर्मी से लोगों का बुरा हाल है। सोमवार को कैथल में पारा 47 डिग्री दर्ज किया गया। यह इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। मौसम विभाग के अनुसार अभी 2 जून तक गर्मी से कोई राहत मिलने की संभावना नहीं है। हालांकि एक जून को बारिश की संभावना भी जताई गई है। नौतपा शुरू होने के बाद तीसरे दिन ही अधिकतम तापमान काफी अधिक होने पर के कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। नौतपा के बीच हीटवेव के खतरे के चलते जिला प्रशासन की ओर से भी बचाव की हिदायतों को जारी किया है। वहीं, सोमवार को शिक्षा विभाग ने सभी स्कूली बच्चों की छुट्टी करने के आदेश जारी किए थे। कैथल के डीसी प्रशांत पंवार ने जिला प्रशासन की ओर से जारी हिदायतों के तहत आमजन से आह्वान किया कि लू से बचाव के लिए स्थानीय मौसम संबंधी खबरों के लिए रेडियो सुनें, टीवी देखें, समाचार पत्र पढ़ें, गर्मी में हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें, अपना सिर ढककर रखें, कपड़े, हैट अथवा छतरी का उपयोग करें। इसके साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, भले ही प्यास न लगी हो। उन्होंने कहा कि दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे के बीच धूप में सीधे न जाए। यदि बच्चे को चक्कर आए, उल्टी घबराहट अथवा तेज सिरदर्द हो, सीने में दर्द हो अथवा सांस लेने में कठिनाई हो तो चिकित्सक को दिखाएं। जानवरों को भी छाया में रखें और उन्हें पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी दें। लगातार बढ़ रही गर्मी के बीच लू चलने के कारण दोपहर के समय लोग भी घरों में अपने घरों में दुबकने के लिए मजबूर हैं। हवा में नमी का स्तर 14 प्रतिशत तक रहा। इसके साथ ही 16 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज गर्म हवाएं चली। कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य समन्वयक डॉ. रमेश चंद्र वर्मा ने कहा कि आगामी दो जून तक यह जारी रहेगा। मंगलवार को अधिकतम तापमान 46 डिग्री और न्यूनतम तापमान 31 डिग्री दर्ज किया गया। हरियाणा के कैथल में भी नौतपा के चौथे दिन गर्मी से लोगों का बुरा हाल है। सोमवार को कैथल में पारा 47 डिग्री दर्ज किया गया। यह इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। मौसम विभाग के अनुसार अभी 2 जून तक गर्मी से कोई राहत मिलने की संभावना नहीं है। हालांकि एक जून को बारिश की संभावना भी जताई गई है। नौतपा शुरू होने के बाद तीसरे दिन ही अधिकतम तापमान काफी अधिक होने पर के कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। नौतपा के बीच हीटवेव के खतरे के चलते जिला प्रशासन की ओर से भी बचाव की हिदायतों को जारी किया है। वहीं, सोमवार को शिक्षा विभाग ने सभी स्कूली बच्चों की छुट्टी करने के आदेश जारी किए थे। कैथल के डीसी प्रशांत पंवार ने जिला प्रशासन की ओर से जारी हिदायतों के तहत आमजन से आह्वान किया कि लू से बचाव के लिए स्थानीय मौसम संबंधी खबरों के लिए रेडियो सुनें, टीवी देखें, समाचार पत्र पढ़ें, गर्मी में हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें, अपना सिर ढककर रखें, कपड़े, हैट अथवा छतरी का उपयोग करें। इसके साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, भले ही प्यास न लगी हो। उन्होंने कहा कि दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे के बीच धूप में सीधे न जाए। यदि बच्चे को चक्कर आए, उल्टी घबराहट अथवा तेज सिरदर्द हो, सीने में दर्द हो अथवा सांस लेने में कठिनाई हो तो चिकित्सक को दिखाएं। जानवरों को भी छाया में रखें और उन्हें पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी दें। लगातार बढ़ रही गर्मी के बीच लू चलने के कारण दोपहर के समय लोग भी घरों में अपने घरों में दुबकने के लिए मजबूर हैं। हवा में नमी का स्तर 14 प्रतिशत तक रहा। इसके साथ ही 16 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज गर्म हवाएं चली। कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य समन्वयक डॉ. रमेश चंद्र वर्मा ने कहा कि आगामी दो जून तक यह जारी रहेगा। मंगलवार को अधिकतम तापमान 46 डिग्री और न्यूनतम तापमान 31 डिग्री दर्ज किया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में स्कूल वैन पलटी, बच्चे घायल:ट्रक के अचानक आने से ड्राइवर ने संतुलन खोया; 10 की परमिशन थी पर 15 बच्चे ले जा रही थी हरियाणा के जींद के नरवाना क्षेत्र के सुंदरपुरा रोड पर शनिवार सुबह किड्स मेलोडी प्राइवेट स्कूल की वैन अनियंत्रित होकर पलट गई। वैन में बच्चे सवार थे और उसके पलटते ही बच्चों में चीख पुकार मच गई। आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे और वैन में फंसे बच्चों को बाहर निकाला। स्थानीय लोगों के मुताबिक वैन में करीब 14 से 15 बच्चे थे, जिसमें से एक दो बच्चे घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक नरवाना के किड्स मेलोडी स्कूल की वैन बच्चों को लेकर स्कूल की तरफ आ रही थी। जैसे ही बस सुंदरपुरा रोड पर पहुंची तो अचानक एक ट्रक वैन के सामने आ गया। ट्रक से बचने के चक्कर में ड्राइवर वैन से संतुलन खो बैठा। इसके बाद वैन सड़क किनारे गड्ढों में पलट गई। इससे बच्चे डर गए और उनमें चीख पुकार मच गई। कुछ बच्चे तो डर के मारे बुरी तरह से रोने लगे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। तस्वीरों में देखिए हादसा… पास में ही ग्रामीण काम कर थे इसलिए बच्चों को जल्दी बचाया गया
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झज्जर में 207 ने नहीं दिया NEET का दोबारा एग्जाम:494 अभ्यर्थियों में से 287 बच्चे पहुंचे; दो परीक्षा केंद्र बनाए थे
झज्जर में 207 ने नहीं दिया NEET का दोबारा एग्जाम:494 अभ्यर्थियों में से 287 बच्चे पहुंचे; दो परीक्षा केंद्र बनाए थे हरियाणा के झज्जर में आज दो परीक्षा केंद्रों पर NEET का एग्जाम हुआ। यहां कुल 494 बच्चों में से 287 ही दोबारा परीक्षा देने पहुंचे। जबकि 207 बच्चे अनुपस्थित रहे। पहले हुई NEET परीक्षा में बहादुरगढ़ के एक सेंटर के कुछ विद्यार्थियों को 720 में से 720 अंक मिले थे। इनको मिले ग्रेस मार्क्स पर भी उंगली उठी थी। इसके बाद आज दोबारा से कड़ी सुरक्षा के बीच दो सेंटरों पर पुन: परीक्षा ली गई। झज्जर में केंद्रीय विद्यालय और पुलिस लाइन के डीएवी स्कूल में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। दोनों ही केंद्रों पर प्रशासन ने धारा 144 लागू की है। इस बीच डीसी कैप्टन शक्ति सिंह परीक्षा केंद्र पर निरीक्षण करने पहुंचे और वहां मौजूद स्टाफ को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। झज्जर में केंद्रीय विद्यालय में 182 बच्चों को NEET की परीक्षा देनी थी, लेकिन परीक्षा देने 109 बच्चे पहुंचे, जबकि 73 बच्चे गैर हाजिर रहे। झज्जर के दूसरे परीक्षा केंद्र डीएवी पब्लिक स्कूल पुलिस लाइन में 312 बच्चों को नीट की परीक्षा देनी थी। यहां पर 178 बच्चे नीट की परीक्षा देने पहुंचे और 134 बच्चों ने परीक्षा नहीं दी। दोनों परीक्षा केंद्रों पर कुल 494 बच्चों में से यहां 287 ने परीक्षा दी और 207 अब्सेंट रहे। बता दें कि बहादुरगढ़ के एक सेंटर के कुछ विद्यार्थियों को NEET परीक्षा में 720 में से 720 अंक आए थे। जबकि कुछ विद्यार्थियों के अंक 718 व 719 भी आए थे। बाद में सामने आया था कि इन विद्यार्थियों को ग्रेस मार्क्स मिले हैं, जिसके चलते इनके नंबर पूरे आए हैं। आज इसको लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) फिर से झज्जर में नीट परीक्षा का करा रहा है। झज्जर में इसके लिए दो परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 494 बच्चे नीट की परीक्षा देंगे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच NEET की परीक्षा दोपहर बाद 2 बजे शुरू हुई थी। इसका समय 5:20 बजे तक का था। झज्जर जिला प्रशासन द्वारा परीक्षा केंद्र के नजदीक धारा 144 लागू की गई थी। झज्जर के डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने नीट परीक्षा केन्द्रों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। झज्जर के नीट परीक्षा केंद्रों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
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हरियाणा में आलसी अफसरों पर गाज गिरेगी:जबरन रिटायरमेंट की तैयारी; ACR में 7 बार गुड मिलने वाले ही बचेंगे, विभागों से मंगाया डाटा हरियाणा में आलसी और लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों को लेकर सरकार सख्त हो गई है। सरकार ऐसे कर्मचारियों को जबरन रिटायरमेंट देने की तैयारी कर रही है। इसके लिए सरकार ने 25 साल नौकरी कर चुके 50-55 साल की उम्र के अधिकारियों और कर्मचारियों का डाटा मांगा है। साथ ही सरकार ने पिछले तीन सालों में समय से पहले रिटायर किए गए सभी कर्मचारियों का ब्योरा भी तलब किया है। इसको लेकर मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, हाईकोर्ट रजिस्ट्रार, मंडलायुक्तों और उपायुक्तों से रिकॉर्ड मांगा गया है। सीएम के आदेश में बताया गया है कि 1 जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2024 तक 50 से 55 साल की उम्र के कितने कर्मचारियों को समय से पहले रिटायरमेंट दिया गया है। आदेश में दिया गया प्रोफार्मा मुख्य सचिव की ओर से भेजे गए आदेश में एक प्रोफार्मा दिया गया है। इसमें विभागाध्यक्षों, संभागीय आयुक्तों और उपायुक्तों को सेवानिवृत्त कर्मचारी का नाम और पदनाम बताना होगा, साथ ही यह भी बताना होगा कि उनके मामलों की समीक्षा किस तारीख को की गई। साथ ही यह भी बताना होगा कि किस तारीख को प्राधिकारी ने मामले में अंतिम निर्णय लिया। निर्णय में संबंधित कर्मचारी की सेवाएं जारी रखी गईं या उसे समय से पहले सेवानिवृत्ति दे दी गई। मनोहर लाल खट्टर बना गए पॉलिसी दरअसल, संतोषजनक कार्य नहीं करने वाले 50-55 वर्ष के अधिकारियों और कर्मचारियों को जबरन सेवानिवृत्ति के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार ने वर्ष 2019 में पॉलिसी में बदलाव किया था। संशोधित नीति के अनुसार पिछले दस साल के सेवाकाल में एसीआर में कम से कम सात बार अच्छा या बहुत अच्छा की टिप्पणी होने पर ही काम को संतोषजनक माना जाएगा। इससे कम स्कोर वाले 25 साल की सेवा पूरी कर चुके कर्मचारी व अफसर को रिटायरमेंट देने का प्रावधान है। एसीआर में सात बार गुड मिलने वाले ही बचेंगे हरियाणा में ग्रुप ए और बी कैटेगरी के 50 साल से अधिक उम्र वाले अफसरों और ग्रुप सी में 55 साल की आयु वाले कर्मचारियों के काम- काज की समीक्षा की जिम्मेदारी विभागाध्यक्षों को दी गई है। 10 साल की समीक्षा में अगर किसी कर्मचारी की एसीआर में सात बार गुड या वेरी गुड से कम टिप्पणी मिली तो उसे रिटायर कर दिया जाएगा। अपीलेट कमेटी का गठन होगा हरियाणा जरूरी रिटायरमेंट के मामलों में समीक्षा के लिए अब सभी विभागों और बोर्ड-निगमों में कमेटियां बनाई जाएंगी। एक अपीलेट कमेटी का गठन किया जाएगा, जहां जबरन सेवानिवृत्त किए जाने वाले कर्मचारी अपनी बात रख सकेंगे। मुख्य सचिव डा. विवेक जोशी सभी विभागाध्यक्षों को निर्देशित कर चुके हैं कि कर्मचारियों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति के मामलों में समीक्षा के लिए कमेटियां बनाई जानी चाहिए।