कैथल में एसपी आस्था मोदी ने अपने कार्यालय में विभिन्न गांवों से आए प्रमुख लोगों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान एसपी ने सभी से परिचय लिया तथा क्षेत्र की समस्याओं के बारे में पूछा। लोगों ने अपने क्षेत्र में नशाखोरी, सट्टा, अवैध शराब व अन्य समस्याओं के बारे में जानकारी दी। एसपी ने समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना तथा संबंधित अधिकारियों को असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए। एसपी ने उपस्थित लोगों व जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश में गुस्से व गम का माहौल है। इसको लेकर कैथल पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए आम जनता से संयम बरतने व सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की गई। अफवाहों से दूर रहने की अपील उन्होंने कहा कि आतंकवाद को अंजाम देने वाले केवल अपराधी होते हैं, उनकी कोई जाति, धर्म या समुदाय नहीं होता। उन्हें किसी भी धार्मिक या सामाजिक पहचान से जोड़ना न सिर्फ गलत है, बल्कि खतरनाक भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात को देखते हुए हर नागरिक की यह जिम्मेदारी है कि वह अफवाहों और नफरत फैलाने वाले कृत्यों से दूर रहे। सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की भड़काऊ पोस्ट शेयर न करें। पुलिस विभाग द्वारा सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी की जा रही है। यदि आपके आसपास कोई भी असामाजिक तत्व या संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दे या किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत संबंधित थाना या डायल 112 पर इसकी सूचना दें। कैथल में एसपी आस्था मोदी ने अपने कार्यालय में विभिन्न गांवों से आए प्रमुख लोगों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान एसपी ने सभी से परिचय लिया तथा क्षेत्र की समस्याओं के बारे में पूछा। लोगों ने अपने क्षेत्र में नशाखोरी, सट्टा, अवैध शराब व अन्य समस्याओं के बारे में जानकारी दी। एसपी ने समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना तथा संबंधित अधिकारियों को असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए। एसपी ने उपस्थित लोगों व जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश में गुस्से व गम का माहौल है। इसको लेकर कैथल पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए आम जनता से संयम बरतने व सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की गई। अफवाहों से दूर रहने की अपील उन्होंने कहा कि आतंकवाद को अंजाम देने वाले केवल अपराधी होते हैं, उनकी कोई जाति, धर्म या समुदाय नहीं होता। उन्हें किसी भी धार्मिक या सामाजिक पहचान से जोड़ना न सिर्फ गलत है, बल्कि खतरनाक भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात को देखते हुए हर नागरिक की यह जिम्मेदारी है कि वह अफवाहों और नफरत फैलाने वाले कृत्यों से दूर रहे। सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की भड़काऊ पोस्ट शेयर न करें। पुलिस विभाग द्वारा सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी की जा रही है। यदि आपके आसपास कोई भी असामाजिक तत्व या संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दे या किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत संबंधित थाना या डायल 112 पर इसकी सूचना दें। हरियाणा | दैनिक भास्कर
