मुजफ्फरनगर में पुलिस ने कैफे पर छापेमारी कर 20 छात्र-छात्राओं को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा। पुलिस ने कैफे संचालक दंपती समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। कैफे से आपत्तिजनक सामान और बीयर की बोतलें बरामद हुई हैं। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह छापेमारी दो कैफे सेंटरों पर की है। यहां पकड़े गए छात्र-छात्राएं शहर के नामचीन कॉलेज में पढ़ते हैं। मौके पर ये सभी स्कूली ड्रेस में थे। गिरफ्तार किए गए कैफे संचालकों में दो सगे भाई हैं। आपत्तिजनक हालत में मिले छात्र-छात्राएं
ये दोनों कैफे महावीर चौक पर स्थित हैं। सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप व सीओ सिटी व्योम बिंदल ने पुलिस टीम के साथ यहां छापेमारी की। मौके से कई आपत्तिजनक वस्तु बरामद की गई हैं। दोनों कैफे से 20 छात्र-छात्राओं के साथ ही संचालकों को पकड़कर थाने ले जाया गया। कैफे में बना रखे हैं छोटे-छोटे केबिन
पुलिस के मुताबिक, स्वरूप प्लाजा मार्केट के दोनों कैफे में गलत गतिविधि होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद दोपहर में छापेमारी की गई। टीम को मौके पर कैफे में छोटे-छोटे केबिन बने मिले। केबिन से खाली बीयर की बोतल भी मिलीं। जहां छात्र-छात्राएं बैठे हुए थे। संचालकों ने कैफे में दो कमरे भी बना रखे हैं। परिजनों को बुलाकर दी चेतावनी
सीओ सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि अधिकारियों के आदेश पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इनमें काफी छात्र-छात्राएं नाबालिग हैं। थाने में इनके परिजनों को बुलाकर चेतावनी दी गई। जिसके बाद साथ छात्र-छात्राओं को उनकी सुपुर्दगी में दे दिया गया। सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप ने बताया मानक के अनुसार दोनों कैफे की जांच की जा रही है। यही भी चेक किया जा रहा है कि दोनों की ओर से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की ओर से आवश्यक कार्रवाई करते हुए लाइसेंस भी लिया गया है या नहीं। ये भी पढ़ें… जिसकी हत्या हुई, वह प्रेमी के घर जिंदा मिली:गोंडा से भागकर 3 साल से लखनऊ में रह रही थी, बोली- ब्वॉयफ्रेंड के साथ रहूंगी गोंडा में जिस महिला की हत्या में पुलिस ने उसके पति सहित अन्य ससुराल वालों के खिलाफ FIR दर्ज की थी, वह 3 साल बाद लखनऊ से जिंदा मिली। पिछले 3 साल से उसके मायके और ससुराल वालों के बीच मुकदमेबाजी चल रही थी। दोनों पक्षों ने महिला कविता की हत्या और अपहरण की आशंका जताते हुए एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस के कोई कार्रवाई न करने पर दोनों पक्ष हाईकोर्ट चले गए थे। हाईकोर्ट ने गोंडा पुलिस से पूरे मामले में रिपोर्ट मांगी थी। पढ़ें पूरी खबर… मुजफ्फरनगर में पुलिस ने कैफे पर छापेमारी कर 20 छात्र-छात्राओं को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा। पुलिस ने कैफे संचालक दंपती समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। कैफे से आपत्तिजनक सामान और बीयर की बोतलें बरामद हुई हैं। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह छापेमारी दो कैफे सेंटरों पर की है। यहां पकड़े गए छात्र-छात्राएं शहर के नामचीन कॉलेज में पढ़ते हैं। मौके पर ये सभी स्कूली ड्रेस में थे। गिरफ्तार किए गए कैफे संचालकों में दो सगे भाई हैं। आपत्तिजनक हालत में मिले छात्र-छात्राएं
ये दोनों कैफे महावीर चौक पर स्थित हैं। सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप व सीओ सिटी व्योम बिंदल ने पुलिस टीम के साथ यहां छापेमारी की। मौके से कई आपत्तिजनक वस्तु बरामद की गई हैं। दोनों कैफे से 20 छात्र-छात्राओं के साथ ही संचालकों को पकड़कर थाने ले जाया गया। कैफे में बना रखे हैं छोटे-छोटे केबिन
पुलिस के मुताबिक, स्वरूप प्लाजा मार्केट के दोनों कैफे में गलत गतिविधि होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद दोपहर में छापेमारी की गई। टीम को मौके पर कैफे में छोटे-छोटे केबिन बने मिले। केबिन से खाली बीयर की बोतल भी मिलीं। जहां छात्र-छात्राएं बैठे हुए थे। संचालकों ने कैफे में दो कमरे भी बना रखे हैं। परिजनों को बुलाकर दी चेतावनी
सीओ सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि अधिकारियों के आदेश पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इनमें काफी छात्र-छात्राएं नाबालिग हैं। थाने में इनके परिजनों को बुलाकर चेतावनी दी गई। जिसके बाद साथ छात्र-छात्राओं को उनकी सुपुर्दगी में दे दिया गया। सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप ने बताया मानक के अनुसार दोनों कैफे की जांच की जा रही है। यही भी चेक किया जा रहा है कि दोनों की ओर से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की ओर से आवश्यक कार्रवाई करते हुए लाइसेंस भी लिया गया है या नहीं। ये भी पढ़ें… जिसकी हत्या हुई, वह प्रेमी के घर जिंदा मिली:गोंडा से भागकर 3 साल से लखनऊ में रह रही थी, बोली- ब्वॉयफ्रेंड के साथ रहूंगी गोंडा में जिस महिला की हत्या में पुलिस ने उसके पति सहित अन्य ससुराल वालों के खिलाफ FIR दर्ज की थी, वह 3 साल बाद लखनऊ से जिंदा मिली। पिछले 3 साल से उसके मायके और ससुराल वालों के बीच मुकदमेबाजी चल रही थी। दोनों पक्षों ने महिला कविता की हत्या और अपहरण की आशंका जताते हुए एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस के कोई कार्रवाई न करने पर दोनों पक्ष हाईकोर्ट चले गए थे। हाईकोर्ट ने गोंडा पुलिस से पूरे मामले में रिपोर्ट मांगी थी। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर