पंजाब सरकार की ओर से जिला स्तर पर विभिन्न खेल मुकाबले करवाए जा रहे है। ब्लाक तरनतारन के अधीन आते गांव कोट धर्मचंद कलां के सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल की छात्राओं ने ताइकवांडो मुकाबले में गोल्ड, सिल्वर और ब्रांज मेडल प्राप्त कर स्कूल का नाम रौशन किया है। पंजाब सरकार की ओर से जिला स्तर पर विभिन्न खेल मुकाबले करवाए जा रहे है। ब्लाक तरनतारन के अधीन आते गांव कोट धर्मचंद कलां के सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल की छात्राओं ने ताइकवांडो मुकाबले में गोल्ड, सिल्वर और ब्रांज मेडल प्राप्त कर स्कूल का नाम रौशन किया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पटियाला BMW हादसा में कैंटर चालक गिरफ्तार:कार ओवरटेक करने में हुआ एक्सीडेंट, दो दोस्तों की गई जान
पटियाला BMW हादसा में कैंटर चालक गिरफ्तार:कार ओवरटेक करने में हुआ एक्सीडेंट, दो दोस्तों की गई जान पंजाब के पटियाला में पिहोवा हाईवे पर गांव अकबरपुर अफगाना में लग्जरी कार और कैंटर की भीषण टक्कर में दो युवकों की मौत हो गई। दोनों मृतक अपनी लग्जरी बीएमडब्ल्यू कार में सवार थे। कैंटर को ओवरटेक करते समय यह हादसा हुआ, जिसमें दो दोस्तों की जान चली गई। मिली जानकारी के अनुसार गांव रोहड़ जागीर निवासी जतिंदर सिंह की शिकायत पर थाना जुल्कां की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मृतकों की पहचान जतिंदर सिंह के भाई संदीप सिंह पुत्र राय साहिब और उसके दोस्त लखविंदर सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी रोहड़ जागीर के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उनका पोस्टमार्टम हो चुका है। बीएमडब्ल्यू कार संदीप सिंह की थी। जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। अकबरपुर अफगाना के पास रात 2 बजे हुआ हादसा प्राप्त जानकारी के अनुसार यह हादसा बीती रात 2 से 2.30 बजे के बीच हुआ। बीएमडब्ल्यू सवार दोनों दोस्त रात करीब 2 बजे गुरुद्वारा साहिब डेरा घुले गांव अकबरपुर अफगाना के पास पहुंचे। जहां एक कैंटर चालक ने लापरवाही से वाहन चलाते हुए सामने से आ रही कार को ओवरटेक किया। इससे कैंटर ने संदीप सिंह की कार को टक्कर मार दी। जिससे उसका संतुलन बिगड़ गया और कार दूसरे कैंटर से जा टकराई। जिसमें दोनों लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद राहगीर तुरंत मौके पर जमा हो गए और रोड सेफ्टी फोर्स की टीमें भी तुरंत मौके पर पहुंच गईं। दोनों का राजिंदरा अस्पताल में पोस्टमार्टम बता दें कि घटना के बाद थाना जुल्कां के एसएचओ गुरप्रीत सिंह भिंडर अपनी टीम के साथ जांच के लिए मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तुरंत दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने कैंटर चालक ओम प्रकाश पुत्र कालू राम निवासी गांव मीरांपुर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जल्द ही पुलिस आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी।
नाभा जेल ब्रेक कांड का मास्टर माइंड आएगा भारत:हांगकांग से प्रत्यर्पण की मंजूरी मिली, आज शाम पंजाब पुलिस लेकर पहुंचगी दिल्ली
नाभा जेल ब्रेक कांड का मास्टर माइंड आएगा भारत:हांगकांग से प्रत्यर्पण की मंजूरी मिली, आज शाम पंजाब पुलिस लेकर पहुंचगी दिल्ली नाभा जेल ब्रेक कांड के मास्ट माइंड रमनजीत सिंह रोमी को भारत लाया जा रहा है। उसकी हांगकांग से प्रत्यर्पण की मंजूरी मिल चुकी है। उसे पंजाब पुलिस की टीम दिल्ली लेकर आ रही है। इसे पंजाब पुलिस की बड़ी सफलता माना जा रहा है। क्योंकि जेल से भागने वाले लोगों का यह सबसे बड़ा मददगार था । एंटी गैंगस्टर टॉस्क फोर्स के (AGTF) AIG गुरमीत सिंह चौहान ने उसे भारत लाने की पुष्टि की। उन्होंने कहा एसपी, दो डीएसपी समेत छह मेंबरों की टीम उसे लेने गई हुई है। पंजाब पुलिस ही उसे हांगकांग से लेकर आ रही है। उस पर पंजाब में तीन केस दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि यह पंजाब पुलिस की बहुत बड़ी अचीवमेंट है। उन्होंने कहा कि विदेशों में बैठे आरोपियों के लिए भी एक सीख है। पुलिस के हाथ बड़े लंबे होते हैं। एक महीना रहा था जेल में, फिर भागा विदेश रोमी, नाभा जेल में जून 2016 में गया था और उसके बाद जमानत पर आया था। इसके बाद वह हांगकांग फरार हो गया था। वहां से उसने उस समय नाभा जेल में बंद गुरप्रीत सिंह सेखों की मदद से यह जेल ब्रेक करने की घटना को अंजाम दिया। रोमी ने पैसे भेजने के अलावा जेल से भागे अपराधियों को सुरक्षित पनाह भी मुहैया कराई और हांगकांग में संपर्क करने के लिए अपना नंबर भी दिया। छह साल उसे भारत लाने की लड़ी जंग रमनजीत सिंह रोमी को साल 2018 में हांगकांग में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से पंजाब ने केंद्र सरकार के समक्ष यह मामला उठाया था। साथ ही उसके प्रत्यर्पण के लिए कार्रवाई शुरू हो गई थी।लेकिन वहां से उसे भारत लाने के लिए भारत की तरफ से लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी गई । वहां की अदालत में पंजाब पुलिस ने उस पर आरोप साबित किए थे। जिसके बाद अब यह सफलता मिल पाई है। वहीं, आरोपी के भारत पहुंचने के बाद अब सारी स्थिति साफ होगी। उसके साथ इस अपराध में कितने और लोग शामिल थे। रोमी का रेड कॉर्नर नोटिस जारी इससे पहले गैंगस्टर रोमी के लापता होने के बाद उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। रोमी पर साल 2016-17 में जालंधर और लुधियाना में हुई हत्याओं में भी शामिल होने का भी शक है। पंजाब पुलिस के अनुसार वह गैंगस्टर गुरप्रीत सिंह शेखों के संपर्क में था। गुरप्रीत उन छह लोगों में शामिल था, जो नवंबर 2016 में नाभा जेल से भागे थे और वह इस कांड का मुख्य साजिशकर्ता था। पुलिस का मानना है कि रोमी ने जेल से भागने वालों को इसके लिए पैसे मुहैया कराए थे। साथ ही उसने हांगकांग से ही जेल ब्रेक की पूरी साजिश रची थी। नाभा जेल से फरार हुए थे छह कैदी 27 नवंबर 2016 को पटियाला की नाभा जेल से छह कैदी फरार हुए थे। इनमें दो आतंकी और चार कुख्यात गैंगस्टर शामिल थे। जेल ब्रेक में फरार खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स के चीफ हरमिंदर सिंह मिंटू को पुलिस ने कुछ घंटों बाद ही गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन एक अन्य आतंकी कश्मीर सिंह फरार हो गया था। जबकि इस कांड में शामिल मुख्य आरोपी गैंगस्टर विक्की गौंडर को पुलिस एनकाउंटर में मार चुकी है।
GST ने दबोचे धोखाधड़ी करने वाले दो मास्टरमाइंड:700 करोड़ की कर चुके फर्जी बिलिंग,11 मोबाइल सहित कई दस्तावेज बरामद
GST ने दबोचे धोखाधड़ी करने वाले दो मास्टरमाइंड:700 करोड़ की कर चुके फर्जी बिलिंग,11 मोबाइल सहित कई दस्तावेज बरामद GST इंटेलिजेंस महानिदेशालय (DGGI) ने 700 करोड़ रुपए से अधिक की फर्जी GST बिलिंग धोखाधड़ी में शामिल दो मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान मनीष और उसके भाई अमित, गुरमुख सिंह कॉलोनी, मंडी गोबिंदगढ़ के रूप में हुई है। आरोपी कथित तौर पर धोखाधड़ी के माध्यम से फर्जी फर्मों का निर्माण करते थे। इस विस्तृत घोटाले में फर्जी चालान और इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) किए गए। जिसके परिणामस्वरूप सरकार को 100 करोड़ रुपये से अधिक का कर घाटा हुआ। आरोपियों ने बनाया फर्जी फर्में का नेटवर्क अधिकारियों के अनुसार, दोनों आरोपियों ने फर्जी फर्मों का एक जटिल नेटवर्क संचालित किया, जो धोखाधड़ी से प्राप्त आईटीसी को मध्यस्थ कंपनियों तक पहुंचाते थे। धोखाधड़ी की गई धनराशि को सात एपीएमसी खातों में भेज दिया गया, जहां से दोनों भाइयों ने मुख्य रूप से एक ही बैंक शाखा से 717 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी निकलवाई। आरोपियों से छापामारी के दौरान ये सामान हुआ बरामद उनके आवासीय और आधिकारिक परिसरों पर छापे के दौरान विभिन्न व्यक्तियों से संबंधित डीजीजीआई ने 11 मोबाइल फोन, 7 पेन ड्राइव, 2 लैपटॉप, कई बैंक खातों से जुड़ी 56 चेक बुक, 27 पहचान दस्तावेज, 7 टिकट और 46 एटीएम कार्ड सहित महत्वपूर्ण मात्रा में सबूत जब्त किए। कथित तौर पर दोनों भाइयों ने धोखाधड़ी में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली है। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच जारी रहने के कारण उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। DGGI लुधियाना अब फर्जी बिलिंग और कर चोरी से संबंधित इसी तरह की धोखाधड़ी गतिविधियों में शामिल अतिरिक्त डमी संस्थाओं की पहचान करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। अधिकारियों ने क्षेत्र में फर्जी बिलिंग के बढ़ते खतरे से निपटने के प्रयास तेज कर दिए हैं और निकट भविष्य में और गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है।