कौन हैं साध्वी हर्षा जिनके बारे में महाकुंभ में किया जा रहा ये दावा! Instagram पर वायरल हैं तस्वीरें कौन हैं साध्वी हर्षा जिनके बारे में महाकुंभ में किया जा रहा ये दावा! Instagram पर वायरल हैं तस्वीरें उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड प्रयागराज से उठेगी किसानों की आवाज, सरकार के सामने रखेंगे अपनी मांग
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पंजाब निकाय चुनाव के लिए AAP की स्ट्रेटजी:69 कोऑर्डिनेटर लगाए, मंत्रियों और विधायकों को सौंपी जिम्मेदारी, गारंटियां भी जारी
पंजाब निकाय चुनाव के लिए AAP की स्ट्रेटजी:69 कोऑर्डिनेटर लगाए, मंत्रियों और विधायकों को सौंपी जिम्मेदारी, गारंटियां भी जारी पंजाब में 21 दिसंबर को होने वाले 5 नगर निगम व 44 नगर काउंसिल चुनाव के लिए अब पांच दिन शेष रह गए हैं। चुनाव को फतह करने के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने 69 कोऑर्डिनेटर नियुक्त किए हैं। सांसद, मंत्रियों और विधायकों की चुनाव के लिए ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा स्थानीय मुद्दों पर चुनावी घोषणा पत्र जारी किए जा रहे हैं, ताकि वोटरों का दिल जीता जा सकें। पार्टी इन चुनावों को हर हाल में फतह करना चाहती है। क्योंकि इसके ठीक बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव हैं। इन चुनावों की जीत को पार्टी वहां पर कैश करने की कोशिश करेगी। ऐसे में किसी भी स्तर पर पार्टी कोई कमी रखने के मूड़ में नहीं है। कोऑडिनेटर सूची इन पांच वजह से चुनाव है अहम 1. इस बार होने नगर निगम चुनाव AAP के लिए काफी अहम है। क्योंकि इस समय राज्य में पार्टी की सरकार है। 117 विधानसभा हलकों में 95 पर पार्टी के विधायक हैं। ऐसे में पार्टी की इन चुनावों को फतह करने की तैयारी में है। 2. नगर निगम चुनाव दिल्ली चुनाव से ठीक पहले है। दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी की सरकार है। ऐसे में अगर इन चुनावों में पार्टी को मन मुताबिक रिजल्ट नहीं मिलते हैं। तो नतीजों का असर दिल्ली चुनाव पर भी पड़ेगा। 3. नगर निगम चुनाव भी शहरी एरिया में हो रहे हैं। ऐसे में इस बार सीधा मुकाबला कांग्रेस से नहीं होगा। जबकि शहरी एरिया होने की वजह से इस एरिया में भाजपा की भी पकड़ मजबूत मानी जाती हैं। कई नगर निगमों व नगर काउंसिलों में पहले भी भाजपा के पार्षद और मेयर तक रहे हैं। 4. यह चुनाव अमन अरोड़ा के प्रधान बनने के बाद पहली बार हो रहे हैं। इस चुनाव की अगुवाई सीधे वह ही कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कई जिलों में जाकर नेताओं से मीटिंग की। साथ ही चुनाव बनाने की स्ट्रेटजी बनाई थी। 5. नगर निगम चुनाव के बाद सीधे 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी की तरफ से कोशिश की जाएगी कि हर हालत में यह चुनाव जीते जाए। साथ ही 2027 में होने वाले चुनाव की राह को आसान बनाया जाए।
AAP सरकार के पूर्व कानून मंत्री की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने आरोप तय करने के लिए किया तलब
AAP सरकार के पूर्व कानून मंत्री की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने आरोप तय करने के लिए किया तलब <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> सुलतानपुर जिले की विशेष सांसद/विधायक अदालत ने शनिवार को दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक सोमनाथ भारती पर आरोप तय करने के लिए उन्हें तलब किया. अभियोजन पक्ष ने बताया कि सांसद/विधायक अदालत के न्यायाधीश शुभम वर्मा ने पूर्व मंत्री पर आरोप तय करने के लिए उन्हें तलब किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में अब AAP नेता के खिलाफ अब सुनवाई की अगली तारीख आठ जनवरी 2025 तय की है. दरअसल, अमेठी जिले के जगदीशपुर के रामलीला मैदान में नौ जनवरी 2021 को सोमनात भारती ने उत्तर प्रदेश के अस्पतालों के बारे में कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिस पर स्थानीय निवासी शोमनाथ साहू ने दिल्ली के मालवीय नगर से AAP विधायक के खिलाफ पुलिस में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शीर्ष अदालत ने हटा दी है रोक</strong><br />इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था और बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी. विशेष लोक अभियोजक वैभव पांडेय ने बताया कि सोमनाथ भारती की याचिका पर उच्चतम न्यायालय ने मुकदमे की कार्रवाई पर रोक लगा दी थी, लेकिन अब शीर्ष अदालत ने रोक हटा ली है. उन्होंने बताया कि शनिवार को अदालत ने पूर्व मंत्री को तलब करने का आदेश देते हुए आरोप तय करने के लिए आठ जनवरी की तिथि नियत की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/samajwadi-party-mla-suresh-yadav-claim-bjp-government-a-hindu-terrorist-organization-ann-2847307″>सपा विधायक का विवादित बयान, BJP सरकार को बताया हिंदू आतंकवादी संगठन, कहा- ‘जो…'</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>गौरतलब है कि सोमनाथ भारती वर्तमान में आम आदमी पार्टी के विधायक हैं. बीते <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में आम आदमी पार्टी ने उन्हें नई दिल्ली सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन वह चुनाव हार गए थे. वह वर्तमान में मालवीय नगर विधानसभा सीट से विधायक हैं और आगामी चुनाव के लिए पार्टी ने उन्हें एक बार फिर से इसी सीट पर अपना प्रत्याशी बनाया है. वह बीते चुनावों में लगातार जीत दर्ज करते रहे हैं. हालांकि इस बार उन्हें विपक्षी दलों से कड़ी चुनौती मिलने की संभावना है.</p>
दिल्ली आंदोलन-2 के 300 दिन पूरे, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर बोले- ‘NDA या INDIA, किसान किसी से खुश नहीं’
दिल्ली आंदोलन-2 के 300 दिन पूरे, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर बोले- ‘NDA या INDIA, किसान किसी से खुश नहीं’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Farmers Protest:</strong> हरियाणा पंजाब के शंभू-बॉर्डर से किसान शुक्रवार को दोपहर 1 बजे के करीब दिल्ली के रवाना हुई लेकिन करीब ढाई घंटे बाद उन्होंने अपना मार्च टाल दिया. जिसको लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर की प्रतिक्रिया आई. उन्होंने कहा कि सरकार हमसे बातचीत के तैयार है इसलिए हम अभी इंतजार करेंगे क्योंकि हम टकराव नहीं चाहते. पढ़ेर ने मांग की कि हमसे केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान बात करें. अगर केंद्र सरकार हमसे बातचीत करेगी तो ठीक है वरना 8 दिसंबर को 12 बजे किसानों का जत्था दिल्ली की ओर कूच करेगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’दिल्ली आंदोलन 2′ के आज 300 दिन पूरे</strong><br />इसके साथ ही एएनआई से बातचीत के दौरान शुक्रवार को किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हमारे विरोध प्रदर्शन ‘दिल्ली आंदोलन 2’ ने आज अपने 299 दिन पूरे कर लिए हैं.शनिवार को आंदोलन के 300 दिन पूरे हो जाएंगे. खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल को शनिवार को 12 दिन हो जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्र सरकार जब किसानों पर निर्दलीयपन दिखाती है देश के किसानों और निहत्थे खेत मजदूरों पर जब जुल्म करती है तो अपनी रिकवरी के लिए भी हमें समय चाहिए होता है. तो अभी 20 किसानों के जख्मी होने की पुष्टि हुई है घायलों की संख्या और भी बढ़ सकती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>‘केंद्र सरकार किसानों से बात करने के मूड में नहीं’</strong><br />पंढेर ने आगे कहा कि केंद्र सरकार का बातचीत करने का इरादा बिल्कुल नहीं लग रहा है. केंद्र सरकार किसानों से बात करने के मूड में नहीं है. चाहे एनडीए सरकार हो या इंडिया सरकार की किसान कहीं भी खुश नहीं है. पंजाब की सरकार से भी लोग खुश नहीं हैं. देश के किसान-मजदूर की हालत अच्छी नहीं है. 2014 में जो शांता कुमार कमेटी की रिपोर्ट आई उसमें सरकार ने ये माना था कि छह प्रतिशत किसानों की फसल है वो एमएसपी के बिकती है बाकि 94 प्रतिशत किसान तो बाजार में लूटे जाते हैं. अब हरियाणा में कहते है कि हम एमएसपी देते हैं लेकिन एमएसपी से नीचे फसलें बिक रही हैं जो धान और गेहूं की समस्या अभी आ गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि पूरे देश दुनिया को हम कहना चाहते है कि हमारा समस्या क्या है जो फसल हम पैदा कर रहे हैं उसका हमें उचित मूल्य मिले, जो भी देश के कापोर्रेट है या कारखानें हैं उन्हें अपना मूल्य तय करने का हक है. लेकिन खेत मजदूर को रोजगार और किसानों को उचित दाम नहीं मिलता.</p>