खनौरी बॉर्डर आ रहे किसान की मौत:कार ने मारी टक्कर; डल्लेवाल के मरणव्रत का 41वां दिन आज, कल गुरपर्व मनाएंगे किसान

खनौरी बॉर्डर आ रहे किसान की मौत:कार ने मारी टक्कर; डल्लेवाल के मरणव्रत का 41वां दिन आज, कल गुरपर्व मनाएंगे किसान

हरियाणा-पंजाब सीमा के खनौरी बॉर्डर पर जगजीत सिंह डल्लेवाल 41 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनकी हालत लगातार गिरती जा रही है। जिसे लेकर किसान चिंतित हैं और केंद्र की तरफ बातचीत के लिए देख रहे हैं। वहीं, आज खनौरी बॉर्डर पर मोर्चे पर आ रहे एक किसान की सड़क हादसे में मौत हो गई। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने जानकारी दी कि फरीदकोट जिले के पत्ती गांव के 54 वर्षीय किसान सुखतिंदर सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। वह अपनी 5 एकड़ जमीन के मालिक थे और उनके परिवार में दो बेटियां और एक बेटा है। सुखतिंदर सिंह अपने साथी किसानों के साथ आंदोलन में शामिल होने के लिए पैदल जा रहे थे। रास्ते में एक गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी। गंभीर हालत में उन्हें राजपुरा अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। वहीं, जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत लगातार गिरती जा रही है। उनकी देख रेख करने वाले डॉक्टरों ने भी चिंता जाहिर की है कि अगर अब वे अपना अनशन खत्म भी कर देते हैं तो उनकी रिकवरी पहले की तरह संभव नहीं हो पाएगी। कल गुरुपर्व मनाएंगे किसान सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि कल पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसानों की तरफ से गुरु पर्व मनाया जाएगा। उन्होंने अधिक से अधिक किसानों को बॉर्डर पर पहुंचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आज वे अमृतसर में हैं और इस मोर्चे को मजबूत करने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं। शनिवार को 9 मिनट के भाषण में डल्लेवाल ने कहीं थी तीन बातें 1. यह सब भगवान की मर्जी है- किसान नेता डल्लेवाल ने राम-राम कहकर संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा- जो मैं लड़ाई लड़ रहा हूं, यह लड़ाई मैं नहीं लड़ रहा, यह सिर्फ एक शरीर दिख रहा है लड़ाई लड़ते। यह ऊपर वाले की मर्जी है। जिसे भगवान चाहता है, उसे ही मनुष्य का शरीर देता है। उसी की मर्जी से हो रहा है, जो हो रहा है। 2. मोर्चा जीत कर रहेंगे- पुलिस ने मुझे यहां से उठाने का प्रयास किया। जब लोगों को पता चला तो पंजाब-हरियाणा से सैकड़ों नौजवान हमारे पास पहुंचे और मोर्चा संभाला। आज जो लोग मोर्चे पर पहुंचे हैं, यह सिर्फ ऊपर वाले की कृपा है। सरकार जितना मर्जी जोर लगा ले, हम मोर्चा जीत कर ही रहेंगे। 3. किसानों की आत्महत्या पर रोक जरूरी- किसानों की सुसाइड की घटनाओं पर अंकुश लगना जरूरी है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि करीब 4 लाख किसानों ने आत्महत्या की है, लेकिन असल आंकड़ों में अब तक 7 लाख से ज्यादा किसान दम तोड़ चुके हैं। मेरी किसानों से अपील है कि बड़ी संख्या में आगे आएं, जिससे आंदोलन को बल मिल सके। कल सुप्रीम कोर्ट में फिर सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को एक बार फिर से सुनवाई होने वाली है। बीते गुरुवार को किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने पंजाब सरकार पर कड़ा रुख अपनाया है। शीर्ष अदालत ने कहा कि डल्लेवाल की हालत को जानबूझकर खराब करने की कोशिश की जा रही है। हमने उनसे कभी अनशन तोड़ने को नहीं कहा। हाईकोर्ट ने कहा कि आपका रवैया सुलह कराने का नहीं है। हरियाणा-पंजाब सीमा के खनौरी बॉर्डर पर जगजीत सिंह डल्लेवाल 41 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनकी हालत लगातार गिरती जा रही है। जिसे लेकर किसान चिंतित हैं और केंद्र की तरफ बातचीत के लिए देख रहे हैं। वहीं, आज खनौरी बॉर्डर पर मोर्चे पर आ रहे एक किसान की सड़क हादसे में मौत हो गई। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने जानकारी दी कि फरीदकोट जिले के पत्ती गांव के 54 वर्षीय किसान सुखतिंदर सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। वह अपनी 5 एकड़ जमीन के मालिक थे और उनके परिवार में दो बेटियां और एक बेटा है। सुखतिंदर सिंह अपने साथी किसानों के साथ आंदोलन में शामिल होने के लिए पैदल जा रहे थे। रास्ते में एक गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी। गंभीर हालत में उन्हें राजपुरा अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। वहीं, जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत लगातार गिरती जा रही है। उनकी देख रेख करने वाले डॉक्टरों ने भी चिंता जाहिर की है कि अगर अब वे अपना अनशन खत्म भी कर देते हैं तो उनकी रिकवरी पहले की तरह संभव नहीं हो पाएगी। कल गुरुपर्व मनाएंगे किसान सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि कल पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसानों की तरफ से गुरु पर्व मनाया जाएगा। उन्होंने अधिक से अधिक किसानों को बॉर्डर पर पहुंचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आज वे अमृतसर में हैं और इस मोर्चे को मजबूत करने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं। शनिवार को 9 मिनट के भाषण में डल्लेवाल ने कहीं थी तीन बातें 1. यह सब भगवान की मर्जी है- किसान नेता डल्लेवाल ने राम-राम कहकर संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा- जो मैं लड़ाई लड़ रहा हूं, यह लड़ाई मैं नहीं लड़ रहा, यह सिर्फ एक शरीर दिख रहा है लड़ाई लड़ते। यह ऊपर वाले की मर्जी है। जिसे भगवान चाहता है, उसे ही मनुष्य का शरीर देता है। उसी की मर्जी से हो रहा है, जो हो रहा है। 2. मोर्चा जीत कर रहेंगे- पुलिस ने मुझे यहां से उठाने का प्रयास किया। जब लोगों को पता चला तो पंजाब-हरियाणा से सैकड़ों नौजवान हमारे पास पहुंचे और मोर्चा संभाला। आज जो लोग मोर्चे पर पहुंचे हैं, यह सिर्फ ऊपर वाले की कृपा है। सरकार जितना मर्जी जोर लगा ले, हम मोर्चा जीत कर ही रहेंगे। 3. किसानों की आत्महत्या पर रोक जरूरी- किसानों की सुसाइड की घटनाओं पर अंकुश लगना जरूरी है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि करीब 4 लाख किसानों ने आत्महत्या की है, लेकिन असल आंकड़ों में अब तक 7 लाख से ज्यादा किसान दम तोड़ चुके हैं। मेरी किसानों से अपील है कि बड़ी संख्या में आगे आएं, जिससे आंदोलन को बल मिल सके। कल सुप्रीम कोर्ट में फिर सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को एक बार फिर से सुनवाई होने वाली है। बीते गुरुवार को किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने पंजाब सरकार पर कड़ा रुख अपनाया है। शीर्ष अदालत ने कहा कि डल्लेवाल की हालत को जानबूझकर खराब करने की कोशिश की जा रही है। हमने उनसे कभी अनशन तोड़ने को नहीं कहा। हाईकोर्ट ने कहा कि आपका रवैया सुलह कराने का नहीं है।   पंजाब | दैनिक भास्कर