पंजाब में खन्ना के गांव इकोलाही में कांग्रेसी नेता राजदीप सिंह के घर ईडी की रेड हुई है। बताया जा रहा है कि जालंधर से ईडी की टीम सुबह 4 बजे यहां आई। इकोलाही में राजदीप के घर जांच की जा रही है। एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना में उसकी आढ़त की दुकान पर जांच की जा रही है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि यह जांच पूर्व मंत्री भरत भूषण आशु से जुड़े टेंडर घोटाले को लेकर है। इस खबर को अपडेट किया जा रहा है… पंजाब में खन्ना के गांव इकोलाही में कांग्रेसी नेता राजदीप सिंह के घर ईडी की रेड हुई है। बताया जा रहा है कि जालंधर से ईडी की टीम सुबह 4 बजे यहां आई। इकोलाही में राजदीप के घर जांच की जा रही है। एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना में उसकी आढ़त की दुकान पर जांच की जा रही है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि यह जांच पूर्व मंत्री भरत भूषण आशु से जुड़े टेंडर घोटाले को लेकर है। इस खबर को अपडेट किया जा रहा है… पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब सीएम मान ने अचानक बुलाई प्रेस-कॉन्फ्रेंस:पार्टी में शामिल करा सकते हैं बड़ा चेहरा; कनाडा विवाद पर भी पक्ष रखने की उम्मीद
पंजाब सीएम मान ने अचानक बुलाई प्रेस-कॉन्फ्रेंस:पार्टी में शामिल करा सकते हैं बड़ा चेहरा; कनाडा विवाद पर भी पक्ष रखने की उम्मीद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज (मंगलवार) अचानक बठिंडा में एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। माना जा रहा है कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह आम आदमी पार्टी (AAP) में एक बड़े चेहरे का स्वागत कर सकते हैं। इसके साथ ही, हाल ही में भारत और कनाडा के बीच उत्पन्न तनावपूर्ण संबंधों पर भी मुख्यमंत्री मान अपने विचार साझा कर सकते हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान या पार्टी ने अभी तक इस नए चेहरे के नाम का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह कोई बड़ा राजनीतिक शख्स हो सकता है, जो आगामी विधानसभा उप-चुनावों या पंजाब की राजनीति में अहम भूमिका निभा सकता है। सूत्रों का कहना है कि आम आदमी पार्टी अपने विस्तार और प्रभाव को बढ़ाने के लिए जाने-माने नेताओं को पार्टी में शामिल कर रही है। जिससे पार्टी की जनाधार में वृद्धि हो सके। कनाडा विवाद पर मुख्यमंत्री का पक्ष कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में 3 नवंबर 2024 को हिंदू सभा मंदिर पर खालिस्तानी समर्थकों द्वारा किए गए हमले की विश्व भर में निंदा की जा रही है। कनाडा में खालिस्तान समर्थक संगठनों की गतिविधियों पर भारत सरकार ने कड़ी आपत्ति जताई है, और इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाया गया है। इस विवाद में कई बार पंजाब की स्थिति और भारतीय समुदाय की सुरक्षा पर भी सवाल उठाए गए हैं। मुख्यमंत्री मान की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस विवाद पर उनकी राय रख सकते हैं। उन्होंने पहले भी खालिस्तानी विचारधारा का विरोध किया है और पंजाबी समुदाय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है।
गोल्डन टेंपल पहुंचे अमृतपाल के पिता:बंदी सिखों को छुड़ाने के लिए अरदास; कहा- सीएम गलत बोल रहे, सिख अभी भी जेल में बंद
गोल्डन टेंपल पहुंचे अमृतपाल के पिता:बंदी सिखों को छुड़ाने के लिए अरदास; कहा- सीएम गलत बोल रहे, सिख अभी भी जेल में बंद बंदी सिखों की रिहाई के लिए खालिस्तान समर्थक व खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के पिता आज गोल्डन टेंपल पहुंचे। अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह के साथ करीब 35 ऐसे परिवार पहुंचे, जिन्हें अमृतपाल की गिरफ्तारी से पहले अरेस्ट किया गया था। उन्होंने अमृतपाल व बंदी सिखों के साथ उन्हें भी छुड़ाने की अरदास श्री अकाल तख्त साहिब पर की। तरसेम सिंह ने बताया कि आज श्री अकाल तख्त साहिब पर अरदास की है। जिस तरह गुरु महाराज ने 52 राजाओं को जेल मुक्त करवाया था, अरदास है कि उसी तरह जेल में बंद बंदी सिखों को भी रिहा किया जाए, जो जुल्म व हुक्म के खिलाफ हक-सच की लड़ाई लड़ी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान गलत बोल रहे हैं कि डिब्रूगढ़ की जेल में बंद अमृतपाल व अन्य साथियों के अलावा सभी को रिहा कर दिया गया है। पर उनके ध्यान में लाना चाह रहे थे कि 30-35 के करीब कुछ अभी भी हैं, जो जेलों में बंद हैं। इनमें से अधिकतर अजनाला पुलिस स्टेशन की घटना में भी शामिल नहीं थे। ऐसे में सीएम भगवंत मान गलत बयानबाजी ना करें, अगर वे अनजान हैं तो अपने अधिकारियों से रिपोर्ट मांगो। इस मामले में हो रही राजनीति तरसेम सिंह का कहना है कि अमृतपाल के साथ डिब्रूगढ़ जेल में बंद साथियों के अलावा अन्य बंदियों को रिहा करने के मामले में राजनीति हो रही है। छोटी-छोटी धाराओं के साथ जेलों में बंद युवाओं को डेढ़ डेढ़ साल से अधिक समय से छोड़ा नहीं गया। अगर 302 धारा में 6 महीनों में बेल मिल जाती है, लेकिन छोटी धाराओं में बेल नहीं दी जा रही। जज साहिबों पर भी क्या दबाव है कि वे उनकी बात सुनने के लिए भी तैयार नहीं हैं। हाईकोर्ट का भी रुख किया गया, लेकिन वहां भी जमानत नहीं मिली।
लुधियाना में आधी रात पुलिस चौकी पर हमला:नाके पर पिता-पुत्र को रोका,मुंशी के साथ बहसबाजी,कांस्टेबल की फटी वर्दी, इंचार्ज का माथा फूटा
लुधियाना में आधी रात पुलिस चौकी पर हमला:नाके पर पिता-पुत्र को रोका,मुंशी के साथ बहसबाजी,कांस्टेबल की फटी वर्दी, इंचार्ज का माथा फूटा पंजाब के लुधियाना में थाना डिवीजन नंबर 3 के अधीन आती पुलिस चौकी धर्मपुरा में आधी रात करीब साढ़े 12 बजे कुछ लोगों ने हमला कर दिया। हमले में कांस्टेबल लक्की शर्मा की वर्दी फट गई। मुंशी हरीश शर्मा से हाथापाई और चौकी इंचार्ज जसविंदर सिंह का माथा फूट गया। हमलावरों ने पुलिस चौकी का दरवाजा भी तोड़ दिया। नाकाबंदी दौरान पिता-पुत्र को पुलिस ने था रोका दरअसल, शिंगार सिनेमा के बाहर चौकी इंचार्ज जसविंदर सिंह ने नाका लगाया हुआ था। रात को वह वाहन चालकों की चैकिंग कर रहे थे। इस दौरान एक्टिवा पर सवार पिता-पुत्र को पुलिस ने रोक लिया। उनसे कागजात मांगे और दोनों पक्षों में बहसबाजी हो गई। मामला बढ़ गया तो चौकी इंचार्ज जसविंदर सिंह ने पिता-पुत्र को चौकी में ले जाकर पूछताछ करनी चाही। इतने में उक्त व्यक्ति का बेटा चौकी से बाहर भाग गया। कुछ देर बाद वह कुछ लोगों को साथ लेकर आया जिन्होंने चौकी के बाहर हंगामा किया। पुलिस चौकी के बाहर बड़ी संख्या में वाहनों का देर रात जाम भी लग गया। चौकी इंचार्ज जसविंदर बोले- स्नैचरों की तलाश में लगाया था नाका जानकारी देते हुए चौकी इंचार्ज जसविंदर सिंह ने कहा कि शुक्रवार उनके इलाके न्यू हरगोबिंद नगर में बाइक सवार बदमाशों ने एक्टिवा सवार से स्नैचिंग की। इस वारदात के बाद उन्होंने बदमाशों का बाइक बरामद कर लिया था लेकिन स्नैचर नहीं पकड़े गए थे। जसविंदर ने कहा कि स्नैचरों को पकड़ने के लिए उन्होंने नाका लगाया था। एक्टिवा पर पिता-पुत्र सरबजीत सिंह और हरसिदक तेजरफ्तार से आ रहे थे। उन्हें जब एक्टिवा रोक कर पूछताछ करनी चाही तो उन लोगों ने खुद को पत्रकार बताया। जसविंदर मुताबिक पिता-पुत्र ने उनसे बदतमीजी की। वह उन्हें चौकी में बैठाकर बात करने लगे तो इतने में उक्त व्यक्ति का बेटा हरसिदक चौकी से बाहर भाग गया। सैकड़ों लोगों की भीड़ ने किया पुलिस चौकी पर हमला इंचार्ज जसविंदर सिंह ने कहा कि कुछ देर बाद सैकड़ों लोगों की भीड़ ने चौकी पर हमला कर दिया। भीड़ में किसी व्यक्ति ने उनके माथे पर कोई तेजधार चीज मारी जिससे उनका माथा फूट गया। कांस्टेबल लक्की शर्मा की वर्दी फट गई। पुलिस चौकी का दरवाजा टूट गया। चौकी के बाहर पड़े गमले तक हमलावरों ने तोड़ दिए। इस मामले में वह पिता-पुत्र दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर रहे है। पुलिस के सीनियर अधिकारियों के ध्यान में मामला ला दिया गया है। बेटा बोला-पुलिस कर्मियों ने शराब पीकर की धक्केशाही
उधर, दूसरी तरफ आरोपी हरसिदक ने कहा कि वह अपने पिता सरबजीत सिंह के साथ अपनी दुकान बंद करके घर जा रहा था। पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें सड़क पर रोक लिया। उनसे कहा कि एक्टिवा धीरे चलाओ। हरसिदक मुताबिक उनकी एक्टिवा काफी धीरे थे। तीन पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें रोका। उन पुलिस कर्मचारियों की शराब पी हुई थी। हरसिदक मुताबिक उसके पास वीडियो है जिसमें पुलिस कर्मचारी खुद मान रहे है कि उन लोगों ने शराब पी हुई है। हरसिदक ने कहा कि पुलिस कर्मचारियों ने उसके पिता सरबजीत सिंह के थप्पड़ मारा। उन लोगों ने मेरी पगड़ी भी उतारी। पुलिस ने डंडों से पिटाई कर उसे और उसके पिता को चौकी में धकेला। पुलिस झड़प में उसका मोबाइल भी टूट गया। पत्नी बोली-पुलिस मुलाजिमों ने पगड़ियां उतारी
आरोपी सरबजीत सिंह की पत्नी सरबजीत कौर ने कहा कि उसके पति और बेटे के साथ पुलिस ने मारपीट की है। उनकी पगड़ियां उतारी है। सरबजीत कौर का आरोप है कि जब वह अपने पति के बारे पुलिस चौकी में पूछने गई तो पुलिस कर्मचारियों ने उसके साथ भी बदतमीजी की। सरबजीत मुताबिक उसके पति और बेटे को बेवजह मामले में घसीटा जा रहा है। उसने पुलिस कमिश्नर से मांग की है कि मामले की जांच करवाई जाए।