खन्ना में गुरुद्वारा साहिब में भिड़े दो पक्ष:दंगल कमेटी के चयन को लेकर हाथापाई, शिकायतकर्ता निकला माइनिंग केस का भगौड़ा

खन्ना में गुरुद्वारा साहिब में भिड़े दो पक्ष:दंगल कमेटी के चयन को लेकर हाथापाई, शिकायतकर्ता निकला माइनिंग केस का भगौड़ा

पंजाब में खन्ना के थाना माछीवाड़ा साहिब क्षेत्रांतर्गत गांव तक्खरां-खोखरां के गुरुद्वारा साहिब में दो पक्ष आपस में भिड़ गए। गांव में दंगल कमेटी बदलने को लेकर विवाद खड़ा हुआ। इसे लेकर माहौल तनावपूर्ण हो गया। हाथापाई हुई और एक दूसरे से मारपीट भी की गई। मामले थाने पहुंचा तो अलग ही कहानी सामने आ गई। जिस व्यक्ति ने शिकायत की, वह 2 साल पुराने माइनिंग केस में भगौड़ा निकला। पुलिस ने उसे तुरंत गिरफ्तार लिया। दूसरी तरफ गुरुद्वारा साहिब के अंदर मारपीट की घटना को लेकर भी जांच शुरू की गई। कमेटी के प्रधान को इंजन कहने पर हुआ विवाद गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान अजमेर सिंह ने बताया कि गांव में 28 अगस्त को होने वाले दंगल को लेकर कमेटी का चयन करने संबंधी मीटिंग बुलाई गई थी। मीटिंग के दौरान यह कहा गया कि इस बार डिब्बे का इंजन बदला जाए। अर्थात कि कमेटी का प्रधान बदल दिया जाए तो इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया। दोनों पक्ष झगड़ा करने लगे। लेकिन गुरु घर के अंदर ऐसी घटना गलत बात है। वे जल्द प्रस्ताव पारित करेंगे कि धार्मिक समागम के अलावा कोई मीटिंग नहीं होगी। उधर, मेजर सिंह ने कहा कि मीटिंग में सिर्फ कमेटी बदलने की बात रखी थी। जिस पर दूसरे पक्ष ने मारपीट शुरू कर दी। उसने कहा कि जो माइनिंग का केस है वो पार्टीबाजी के चलते दर्ज कराया गया था। माइनिंग केस में आरोपी वांछित था – एएसआई सूचना के बाद मौके पर पहुंचे एएसआई पवनजीत ने कहा कि मेजर सिंह ने पुलिस को शिकायत दी थी। लेकिन मेजर सिंह पुलिस को 2 साल पुराने माइनिंग के केस में वांछित था। 3 जून 2022 को केस दर्ज किया गया था। उसमें मेजर सिंह की गिरफ्तारी डाली गई है। मारपीट की घटना को लेकर दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया है और बयान दर्ज करके बनती कार्रवाई करेंगे। पंजाब में खन्ना के थाना माछीवाड़ा साहिब क्षेत्रांतर्गत गांव तक्खरां-खोखरां के गुरुद्वारा साहिब में दो पक्ष आपस में भिड़ गए। गांव में दंगल कमेटी बदलने को लेकर विवाद खड़ा हुआ। इसे लेकर माहौल तनावपूर्ण हो गया। हाथापाई हुई और एक दूसरे से मारपीट भी की गई। मामले थाने पहुंचा तो अलग ही कहानी सामने आ गई। जिस व्यक्ति ने शिकायत की, वह 2 साल पुराने माइनिंग केस में भगौड़ा निकला। पुलिस ने उसे तुरंत गिरफ्तार लिया। दूसरी तरफ गुरुद्वारा साहिब के अंदर मारपीट की घटना को लेकर भी जांच शुरू की गई। कमेटी के प्रधान को इंजन कहने पर हुआ विवाद गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान अजमेर सिंह ने बताया कि गांव में 28 अगस्त को होने वाले दंगल को लेकर कमेटी का चयन करने संबंधी मीटिंग बुलाई गई थी। मीटिंग के दौरान यह कहा गया कि इस बार डिब्बे का इंजन बदला जाए। अर्थात कि कमेटी का प्रधान बदल दिया जाए तो इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया। दोनों पक्ष झगड़ा करने लगे। लेकिन गुरु घर के अंदर ऐसी घटना गलत बात है। वे जल्द प्रस्ताव पारित करेंगे कि धार्मिक समागम के अलावा कोई मीटिंग नहीं होगी। उधर, मेजर सिंह ने कहा कि मीटिंग में सिर्फ कमेटी बदलने की बात रखी थी। जिस पर दूसरे पक्ष ने मारपीट शुरू कर दी। उसने कहा कि जो माइनिंग का केस है वो पार्टीबाजी के चलते दर्ज कराया गया था। माइनिंग केस में आरोपी वांछित था – एएसआई सूचना के बाद मौके पर पहुंचे एएसआई पवनजीत ने कहा कि मेजर सिंह ने पुलिस को शिकायत दी थी। लेकिन मेजर सिंह पुलिस को 2 साल पुराने माइनिंग के केस में वांछित था। 3 जून 2022 को केस दर्ज किया गया था। उसमें मेजर सिंह की गिरफ्तारी डाली गई है। मारपीट की घटना को लेकर दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया है और बयान दर्ज करके बनती कार्रवाई करेंगे।   पंजाब | दैनिक भास्कर