संगरूर में स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य (सीएचसी) अधिकारियों ने आज मुख्यमंत्री पंजाब और स्वास्थ्य मंत्री के पुतले जलाए। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को पंजाब के मंत्रियों का घेराव किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि प्रदेश में 2500 सीएचओ गांवों में चल रहे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं। जिन्हें जमीनी स्तर पर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वे बार-बार सरकार के नुमाइंदों और विभाग के अधिकारियों को अपनी परेशानियों से अवगत करा चुके हैं, लेकिन किसी ने उनकी सुध नहीं ली है। डीसी कार्यालय के बाहर फूंका पुतला प्रदर्शन कर रहे अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इस सरकार से काफी उम्मीदें थीं, जो अब खत्म हो चुकी हैं। वह लगातार 2 साल से सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों को मांग पत्र दे रहे हैं। लेकिन सरकार हमारी बात नहीं सुनती है। इसलिए आज हमने संगरूर में डीसी ऑफिस के बाहर पंजाब के मुख्यमंत्री और पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री का पुतला फूंककर सरकार को चेतावनी दी है। काम के बाद कर्मचारियों को हटा रही सरकार डॉ. शिल्पा शर्मा ने बताया कि हमारी लंबे समय से मांगें हैं, और सरकार मांग नहीं मान रही है। हमें उचित प्रोत्साहन नहीं मिल रहा है, और हमें वेतन नहीं मिल रहा है। हम और अधिक काम कराने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी अधिकारी कमलप्रीत कौर ने कहा कि हमारी मुख्य मांग यह है कि हमारे पास यह संसाधन लक्ष्य है, जो सरकार ने बनाया है और बढ़ाया है। उनके अनुसार पहले हमारे पास 15 लक्ष्य थे। तीन लोग हमें बता रहे हैं कि एक ही व्यक्ति को यह काम करना चाहिए। काम नहीं करने के बाद भी हमारे साथियों को नौकरी से हटाया जा रहा है। संगरूर में स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य (सीएचसी) अधिकारियों ने आज मुख्यमंत्री पंजाब और स्वास्थ्य मंत्री के पुतले जलाए। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को पंजाब के मंत्रियों का घेराव किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि प्रदेश में 2500 सीएचओ गांवों में चल रहे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं। जिन्हें जमीनी स्तर पर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वे बार-बार सरकार के नुमाइंदों और विभाग के अधिकारियों को अपनी परेशानियों से अवगत करा चुके हैं, लेकिन किसी ने उनकी सुध नहीं ली है। डीसी कार्यालय के बाहर फूंका पुतला प्रदर्शन कर रहे अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इस सरकार से काफी उम्मीदें थीं, जो अब खत्म हो चुकी हैं। वह लगातार 2 साल से सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों को मांग पत्र दे रहे हैं। लेकिन सरकार हमारी बात नहीं सुनती है। इसलिए आज हमने संगरूर में डीसी ऑफिस के बाहर पंजाब के मुख्यमंत्री और पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री का पुतला फूंककर सरकार को चेतावनी दी है। काम के बाद कर्मचारियों को हटा रही सरकार डॉ. शिल्पा शर्मा ने बताया कि हमारी लंबे समय से मांगें हैं, और सरकार मांग नहीं मान रही है। हमें उचित प्रोत्साहन नहीं मिल रहा है, और हमें वेतन नहीं मिल रहा है। हम और अधिक काम कराने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी अधिकारी कमलप्रीत कौर ने कहा कि हमारी मुख्य मांग यह है कि हमारे पास यह संसाधन लक्ष्य है, जो सरकार ने बनाया है और बढ़ाया है। उनके अनुसार पहले हमारे पास 15 लक्ष्य थे। तीन लोग हमें बता रहे हैं कि एक ही व्यक्ति को यह काम करना चाहिए। काम नहीं करने के बाद भी हमारे साथियों को नौकरी से हटाया जा रहा है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने कहा- किसान कोई विरोध नहीं कर रहा। किसान भाजपा के साथ है। सिर्फ लीडर विरोध कर रहे हैं। किसान के पास कहां टाइम है। किसान मंडियों में है। उसके बाद गेहूं की बिजाई में व्यस्त हो जाएगा। यह लीडर हैं, जो भेजे जाते हैं। कोई बात नहीं, हमारा भी इलेक्शन में विरोध किया। 2. किसान लीडरों की जांच कराएंगे, ये आढ़ती, इनके शैलर चल रहे
किसान यूनियन के कई बड़े लीडर बने हैं, इनकी जांच कराएंगे। उनकी जमीनों की जांच होगी। उनकी किसान लीडर बनने से पहले और बाद में कितनी जमीन-जायदाद बनी है। कौन सा ऐसा किसान नेता है, जो आढ़तिया नहीं या फिर उनके शैलर नहीं हैं। 3. खाद की ट्रेन लूटी, ये तालिबानी
कहीं ट्रेन लूट ली। खाद भी तो किसी जमींदार को मिलनी है। ये कहते हैं यहां नहीं वहां जाएगी। ये तो तालिबान बन गए। कहीं तो यह काम रोकना पड़ेगा। आने वाले दिनों में किसान भाजपा को ठोक कर वोट डालेगा। किसान को पता है कि किसानों का सुधार केंद्र सरकार से ही हो सकता है। उनके पास पैसे के गफ्फे हैं।