खन्ना में फोकल पाॅइंट के पास रेल हादसे में 5 बच्चों के पिता की मौत हो गई। रेलवे ट्रैक पार करते समय यह हादसा हुआ। मृतक की पहचान राज कुमार निवासी गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) के तौर पर हुई। रेलवे पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया। जीआरपी इंचार्ज कुलदीप सिंह ने बताया कि बीते दिन देर शाम को फोकल पाॅइंट के पास सूचना मिली थी कि रेलगाड़ी की चपेट में आकर एक व्यक्ति घायल हो गया है। जिसे सिविल अस्पताल खन्ना भर्ती कराया गया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। 24 घंटे के बाद हुई पहचान लेकिन मृतक की पहचान नहीं हो सकी थी। 24 घंटे के बाद परिवार वालों ने आकर पहचान की तो पता चला कि मृतक राज कुमार है, जोकि गाजियाबाद का रहने वाला था। वह रेलवे ट्रैक पार कर रहा था, तभी पांव फिसल गया और रेलगाड़ी की चपेट में आ गया। हादसा डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर वाली लाइन पर हुआ। 4 बेटियां, 1 बेटा, पत्नी को छोड़ गया राजकुमार मुन्ना लाल ने बताया कि उसका साला राज कुमार गाजियाबाद से खन्ना आया था और परिवार का पालन पोषण करने के लिए राज मिस्त्री के साथ काम करता था। उसका परिवार गाजियाबाद में ही रहता है। राज कुमार के 4 बेटियां, 1 बेटा है। सभी कुंवारे हैं। बड़ी बेटी 21 सालों की है। पत्नी घर में बच्चों की देखभाल करती है। गत रात्रि उन्हें हादसे की सूचना मिली तो वे खन्ना आए। खन्ना में फोकल पाॅइंट के पास रेल हादसे में 5 बच्चों के पिता की मौत हो गई। रेलवे ट्रैक पार करते समय यह हादसा हुआ। मृतक की पहचान राज कुमार निवासी गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) के तौर पर हुई। रेलवे पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया। जीआरपी इंचार्ज कुलदीप सिंह ने बताया कि बीते दिन देर शाम को फोकल पाॅइंट के पास सूचना मिली थी कि रेलगाड़ी की चपेट में आकर एक व्यक्ति घायल हो गया है। जिसे सिविल अस्पताल खन्ना भर्ती कराया गया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। 24 घंटे के बाद हुई पहचान लेकिन मृतक की पहचान नहीं हो सकी थी। 24 घंटे के बाद परिवार वालों ने आकर पहचान की तो पता चला कि मृतक राज कुमार है, जोकि गाजियाबाद का रहने वाला था। वह रेलवे ट्रैक पार कर रहा था, तभी पांव फिसल गया और रेलगाड़ी की चपेट में आ गया। हादसा डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर वाली लाइन पर हुआ। 4 बेटियां, 1 बेटा, पत्नी को छोड़ गया राजकुमार मुन्ना लाल ने बताया कि उसका साला राज कुमार गाजियाबाद से खन्ना आया था और परिवार का पालन पोषण करने के लिए राज मिस्त्री के साथ काम करता था। उसका परिवार गाजियाबाद में ही रहता है। राज कुमार के 4 बेटियां, 1 बेटा है। सभी कुंवारे हैं। बड़ी बेटी 21 सालों की है। पत्नी घर में बच्चों की देखभाल करती है। गत रात्रि उन्हें हादसे की सूचना मिली तो वे खन्ना आए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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