अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने 5 किलो हेरोइन, 3.95 लाख ड्रग मनी के साथ तीन ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है। डीजीपी गौरव यादव ने बुधवार को बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान अमृतसर के रोरांवाली गांव निवासी गुरप्रीत सिंह, अमृतसर के रोरांवाली गांव निवासी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी और अमृतसर के अजनाला के चरतेवाली गांव निवासी जोता सिंह के रूप में हुई है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी जोता सिंह और हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी सीधे पाकिस्तान स्थित ड्रग तस्करों के संपर्क में थे, जो सीमा पार ड्रग्स पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे थे। डीजीपी ने आगे कहा कि पेशेवर जांच में तकनीकी सुराग मिले और एनडीपीएस अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे-पीछे के संबंधों को स्थापित करने के लिए जांच जारी है। ऑपरेशन का विवरण साझा करते हुए, पुलिस आयुक्त (सीपी) अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि पुलिस स्टेशन छेहरटा की टीमों को एक विश्वसनीय इनपुट मिला था कि कुछ लोगों ने सीमा पार से ड्रोन का उपयोग करके गिराए गए नशीले पदार्थों की एक बड़ी खेप को बरामद किया है और इसे न्यू अजनाला कॉलोनी में अपने घर में छिपा दिया है। डीसीपी सिटी, अमृतसर अभिमन्यु राणा और एसीपी वेस्ट शिवदर्शन सिंह की देखरेख में पुलिस स्टेशन छेहरटा अमृतसर की पुलिस टीमों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए एक जाल बिछाया और अजनाला में न्यू अजनाला कॉलोनी के एक घर से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि हेरोइन और ड्रग मनी बरामद करने के अलावा, पुलिस टीमों ने उनकी मारुति स्विफ्ट कार और एक मोटरसाइकिल भी जब्त कर ली है। सीपी ने कहा कि आरोपी व्यक्ति अपने घर का इस्तेमाल सुरक्षित ठिकाने के रूप में और ड्रग्स की आपूर्ति के लिए कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान स्थित ड्रग तस्कर और उन लोगों की पहचान करने के लिए जांच जारी है, जिन्हें गिरफ्तार किए गए व्यक्ति ड्रग की खेप पहुंचाना चाहते थे। अमृतसर के पुलिस स्टेशन छेहरटा में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 21-सी के तहत एफआईआर दर्ज की। अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने 5 किलो हेरोइन, 3.95 लाख ड्रग मनी के साथ तीन ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है। डीजीपी गौरव यादव ने बुधवार को बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान अमृतसर के रोरांवाली गांव निवासी गुरप्रीत सिंह, अमृतसर के रोरांवाली गांव निवासी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी और अमृतसर के अजनाला के चरतेवाली गांव निवासी जोता सिंह के रूप में हुई है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी जोता सिंह और हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी सीधे पाकिस्तान स्थित ड्रग तस्करों के संपर्क में थे, जो सीमा पार ड्रग्स पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे थे। डीजीपी ने आगे कहा कि पेशेवर जांच में तकनीकी सुराग मिले और एनडीपीएस अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे-पीछे के संबंधों को स्थापित करने के लिए जांच जारी है। ऑपरेशन का विवरण साझा करते हुए, पुलिस आयुक्त (सीपी) अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि पुलिस स्टेशन छेहरटा की टीमों को एक विश्वसनीय इनपुट मिला था कि कुछ लोगों ने सीमा पार से ड्रोन का उपयोग करके गिराए गए नशीले पदार्थों की एक बड़ी खेप को बरामद किया है और इसे न्यू अजनाला कॉलोनी में अपने घर में छिपा दिया है। डीसीपी सिटी, अमृतसर अभिमन्यु राणा और एसीपी वेस्ट शिवदर्शन सिंह की देखरेख में पुलिस स्टेशन छेहरटा अमृतसर की पुलिस टीमों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए एक जाल बिछाया और अजनाला में न्यू अजनाला कॉलोनी के एक घर से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि हेरोइन और ड्रग मनी बरामद करने के अलावा, पुलिस टीमों ने उनकी मारुति स्विफ्ट कार और एक मोटरसाइकिल भी जब्त कर ली है। सीपी ने कहा कि आरोपी व्यक्ति अपने घर का इस्तेमाल सुरक्षित ठिकाने के रूप में और ड्रग्स की आपूर्ति के लिए कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान स्थित ड्रग तस्कर और उन लोगों की पहचान करने के लिए जांच जारी है, जिन्हें गिरफ्तार किए गए व्यक्ति ड्रग की खेप पहुंचाना चाहते थे। अमृतसर के पुलिस स्टेशन छेहरटा में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 21-सी के तहत एफआईआर दर्ज की। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
अबोहर पहुंचे राजस्थान के CM भजन लाल:किसानों ने किया जोरदार विरोध, दिखाए काले झंडे; रैली स्थल छावनी में तब्दील
अबोहर पहुंचे राजस्थान के CM भजन लाल:किसानों ने किया जोरदार विरोध, दिखाए काले झंडे; रैली स्थल छावनी में तब्दील अबोहर में फिरोजपुर क्षेत्र के प्रत्याशी गुरमीत सिंह राणा सोढ़ी के पक्ष में बहाववाला में प्रचार करने पहुंचे राजस्थान के सीएम भजन लाल के पहुंचने से पहले ही संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सैकड़ों किसान एकत्र हो गए और किसान यूनियन के नेताओं ने प्रधान का जमकर विरोध किया। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। मानो पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया हो। सीएम भजनलाल के बहाववाला पहुंचने से पहले ही किसान यूनियनों के नेताओं ने काले झंडे लहराए और किसान यूनियनों के झंडे लहराए और बीजेपी के खिलाफ नारे लगाए। जुल्मों का हिसाब मांग रहे किसान हालांकि इस दौरान भारी पुलिस बल ने रैली स्थल से पहले ही बैरिकेड लगाकर सीएम को रोक दिया। किसान यूनियन के नेताओं ने हरियाणा सीमा पर किसानों पर हो रहे अत्याचार का हिसाब मांगा और कहा कि वे अब किसी आधार पर पंजाब के लोगों से वोट मांग रहे हैं। इस मौके पर मौजूद किसान नेता जगतार सिंह, सुखमंदर सिंह, निर्मल सिंह, जगजीत सिंह, विनोद भागसर व सुभाष गोदारा ने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार किसानों का कर्ज माफ करने से पीछे हट रही है जबकि इसका सबसे बड़ा फायदा बड़े घरानों को दिया गया है। देश। भाजपा सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है। उन्होंने कहा कि जहां भी भाजपा प्रत्याशी चुनाव में पहुंचेंगे, उनका पुरजोर विरोध किया जाएगा।
लुधियाना रेलवे स्टेशन से बच्ची चोरी का VIDEO:महिला लेकर जाती दिखी; 16 दिन से थाने के चक्कर लगा रहा परिवार, अब तक कोई सुराग नहीं
लुधियाना रेलवे स्टेशन से बच्ची चोरी का VIDEO:महिला लेकर जाती दिखी; 16 दिन से थाने के चक्कर लगा रहा परिवार, अब तक कोई सुराग नहीं पंजाब के लुधियाना में 16 दिन पहले 30 जून को अगवा हुई 8 महीने की बच्ची का वीडियो सामने आया है। वीडियो में एक महिला बच्ची को कंधे पर उठाकर रेलवे स्टेशन के मेन गेट के आसपास घूमती नजर आ रही है। वह ऑटो में जाने वाली थी, लेकिन फिर बच्ची को पैदल ही ले जाती नजर आई। सुराग मिलने के बावजूद लुधियाना जीआरपी और आरपीएफ बच्ची को खोजने में नाकाम साबित हो रही है। रेलवे पुलिस इंटेलिजेंस और सीआईए स्टाफ का सिस्टम नाकाम साबित हो रहा है। लापता बच्ची का नाम खुशी पटेल है। परिवार गांव कक्का का रहने वाला है। परिवार हर रोज जीआरपी थाने के चक्कर लगा रहा है। परिवार बोला- रोजाना मिलता पुलिस से नया बहाना पीड़ित परिवार ने बताया कि कभी थाने में एसएचओ अपनी सीट पर नहीं मिलते तो कभी मुंशी दफ्तर से गायब रहते हैं। परिवार का आरोप है कि प्रवासी परिवार होने के कारण जीआरपी पुलिस उनकी बात नहीं सुनती। पुलिस अधिकारी हर दिन नया बहाना बनाते हैं। कई बार तो पुलिसकर्मी उन्हें थाने से यह कहकर भगा भी देते हैं कि साहब अभी मीटिंग में हैं। 29 जून रात 2.10 पर ट्रेन से थे उतरे जानकारी देते हुए बच्ची के पिता चंदन कुमार ने कहा कि उनके तीन बच्चे है। बच्ची सबसे छोटी है। वह 29 जून को रात वैष्णों देवी से वापस लुधियाना आए थे। रात 2.10 बज गए थे। रात को लूटपाट से बचने के लिए वह सुबह की प्रतीक्षा करने लगे। वह पत्नी पूनम सहित प्लेटफार्म पर ही सो गए। सुबह 4.40 पर जब नींद खुली तो वह दंग रह गए। उनकी 7 महीने की बेटी खुशी पटेल गायब थी। सीसीटीवी न चलने से हुई परेशानी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी काम नहीं कर रहे हैं। कैमरे खराब होने की वजह से प्लेटफॉर्म पर चोरी और डकैती की घटनाएं हो रही हैं। चंदन ने बताया कि वह कई बार थाने के चक्कर लगा चुका है, लेकिन कोई भी पुलिस अधिकारी उसे लड़की के बारे में सही जानकारी नहीं दे रहा है। वह पुलिस प्रशासन से परेशान है। उसने कल जीआरपी थाने के बाहर धरना भी दिया था, लेकिन पुलिस ने उसे आश्वासन देकर वहां से हटा दिया था। बच्चा चोरी के बावजूद रेलवे पुलिस सुस्त दैनिक भास्कर ने जब बीती रात रेलवे स्टेशन का जायजा लिया तो पाया कि एंट्री गेट पर लगेज चेकिंग के लिए एक्स-रे मशीन चालू थी, लेकिन आरपीएफ का कोई कर्मचारी तैनात नहीं मिला। सूत्रों के अनुसार पता चला है कि अक्सर रात 12 बजे के बाद रेलवे पुलिस के कर्मचारी सीसीटीवी बंद होने का फायदा उठाकर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म को भगवान भरोसे छोड़कर सोने चले जाते हैं। पुलिस कर्मचारियों की लापरवाही के कारण रेलवे स्टेशन पर बच्चा चोर गिरोह सक्रिय हो गया है। अवैध वैडर भी कर रहे वारदातें
सूत्रों के मुताबिक यह भी पता चला है कि स्टेशन पर सामान बेचने की आड़ में अवैध वैंडर चोरी और लूट की वारदातों को अंजाम दे रहे है। अब यह भी शक जताया जा रहा है कि बच्चा चोरी के पीछे किसी अवैध वैंडर का हाथ हो सकता है। बता दें इस घटना से करीब अढ़ाई महीने पहले ढंडारी रेलवे स्टेशन पर 3 युवकों ने एक नाबालिग किशोरी को किडनैप करके उससे गैंग रेप किया था। थाना हैबोवाल की पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया था। उन आरोपियों के रिकार्ड से पता चला है कि वह अवैध वैडिंग का काम भी लुधियाना और ढंडारी स्टेशन पर कर चुके हैं। लगातार अवैध वैंडरों द्वारा की जा रही वारदातों के बावजूद रेलवे पुलिस अवैध वैडिंग पर नकेल कसने में नाकामयाब हैं। SHO फोन उठाने से करते गुरेज
16 दिन से लापता बच्ची के मामले में अभी तक क्या जांच हुई है, इस संबंधी थाना जीआरपी के SHO जतिंदर सिंह कुछ भी बताने से गुरेज कर रहे हैं। उनसे कई बार मामले संबंधी पक्ष लेना चाहा लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
पंजाब में बिक रहा दूध-घी शुद्ध नहीं:सरकार द्वारा करवाई जांच में खुलासा, सैंपल फेल, पानी और रिफाइंड की मिलावट भी
पंजाब में बिक रहा दूध-घी शुद्ध नहीं:सरकार द्वारा करवाई जांच में खुलासा, सैंपल फेल, पानी और रिफाइंड की मिलावट भी पंजाब में दुकानों पर खुलेआम बिक रहा देसी घी शुद्ध नहीं है। यही हाल दूध का भी है। ऐसे में थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। इसका खुलासा पंजाब सरकार द्वारा लिए गए दूध के सैंपलों से हुआ है। जांच में देसी घी के 21 फीसदी और दूध के 13.6 फीसदी सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे।ये सभी सैंपल 2023-24 में लिए गए। दूध के 929 सैंपलों में मिली मिलावट पंजाब खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अनुसार वर्ष 2023 और 24 में दूध के 646 सैंपल लिए गए। इनमें से 88 मानकों पर खरे नहीं उतरे। खोए के 26 फीसदी सैंपल फेल हो गए। पिछले तीन सालों में दूध के 20988 सैंपल लिए गए। इसमें से 3712 सैंपल गलत पाए गए। वर्ष 2023-24 में दूध के कुल 6041 सैंपल लिए गए। इसमें 929 सैंपल फेल हो गए। पूजा वाला घी भी शुद्व नहीं साल 2023-24 में पंजाब सरकार ने 1577 सिविल केस दायर किए थे। इसमें से 76 केसों में आपराधिक कार्रवाई की गई है। बीते तीन सालों मे 194 फेल नमूनों के खिलाफ मालिकों पर आपराधिक कार्रवाई की गई है। फेल हुए सैपलों में कुछ में पानी की मिलावट मिली है। या फिर मिल्क पाउडर या यूरिया आदि की मिलावट मिली है । सूत्रों के मुताबिक पूजा के लिए प्रयोग होने वाले घी में रिफाइंड व अन्य तत्व सामने आए हैं। इनमें दस फीसदी घी मिला है। रोजाना सैंपल लेता है सेहत विभाग
पंजाब के लोगों को शुद्व दूध व खाद्य पदार्थ मिल पाए। इसके लिए रोजाना तीन से चार सैंपल लिए जाते हैं। इसके दालों व अन्य चीजों के सैंपल भी सेहत विभाग लेता है। वहीं, को जागरूक करने के लिए डेयरी विभाग की तरफ मोबाइल वैन के जरिए कैंप लगाए जाते है। इन सैंपलों के लिए लोगों को किसी तरह का भुगतान नहीं करना पड़ता है। इसके पीछे कोशिश यही रहती है लोग खुद भी खाने पीने की चीजों के प्रति जागरूक हो। अधिकारियों का कहना है कि जो सैंपल लोगों से रेसिडेंशियल एरिया में जाकर लेता है। उसमें किसी भी तरह कोई हानिकारक पदार्थ नहीं मिला है। ज्यादातर सैंपलों में पानी की मिलावट ही मिली है।