खन्ना में दिल्ली अमृतसर नेशनल हाईवे पर पांच वाहन आपस में टकरा गए। हादसे में हरियाणा रोडवेज की एक बस भी चपेट में आ गई। इसमें सवार यात्री बाल-बाल बच गए। तीन लोग घायल हो गए। एसएसएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया और सड़क साफ करवाई। घायलों की पहचान बस चालक तोखराज निवासी जिला महेंद्रगढ़ (हरियाणा), कंडक्टर सतीश निवासी झज्जर (हरियाणा) और संदीप निवासी यूपी के रूप में हुई है। गौरतलब है कि नेशनल हाईवे की लाइटें काफी समय से बंद हैं। इस कारण भी हादसे हो रहे हैं। ऐसे हुआ हादसा हादसे में घायल कैंटर चालक संदीप ने बताया कि उसके आगे सब्जी से भरा कैंटर जा रहा था। अचानक कैंटर चालक ने ब्रेक लगा दिए। उसका कैंटर उसके पीछे फंस गया। तभी पीछे से एक बस व अन्य वाहन आकर टकरा गए। संभव है कि आगे चल रहे कैंटर के आगे कोई आवारा पशु आ गया हो या उसे नींद आ गई हो। इसलिए उसने ब्रेक लगाए। हादसे के समय नेशनल हाईवे की लाइटें भी बंद थीं। एसएसएफ के एएसआई गुरविंदर सिंह ने बताया कि नेशनल हाईवे के लोगों को कई बार लाइटें जलाने के लिए कहा गया लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। नेशनल हाईवे की बड़ी लापरवाही खन्ना में अमृतसर-दिल्ली रोड पर नेशनल हाईवे टीम की बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है, जहां कोहरे का मौसम शुरू हो रहा है और नेशनल हाईवे की लाइटें काफी समय से काम नहीं कर रही हैं। जिसके कारण कई हादसे हो रहे हैं। आज सुबह भी खन्ना में नेशनल हाईवे पर एक के बाद एक 5 गाड़ियां दुर्घटनाग्रस्त हो गईं, हालांकि इस दौरान कोई जानी नुकसान नहीं हुआ लेकिन इस हादसे में 3 लोग घायल हो गए और 5 गाड़ियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं, हादसे की सूचना मिलते ही एसएसएफ की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया और सड़क को साफ करवाया। खन्ना में दिल्ली अमृतसर नेशनल हाईवे पर पांच वाहन आपस में टकरा गए। हादसे में हरियाणा रोडवेज की एक बस भी चपेट में आ गई। इसमें सवार यात्री बाल-बाल बच गए। तीन लोग घायल हो गए। एसएसएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया और सड़क साफ करवाई। घायलों की पहचान बस चालक तोखराज निवासी जिला महेंद्रगढ़ (हरियाणा), कंडक्टर सतीश निवासी झज्जर (हरियाणा) और संदीप निवासी यूपी के रूप में हुई है। गौरतलब है कि नेशनल हाईवे की लाइटें काफी समय से बंद हैं। इस कारण भी हादसे हो रहे हैं। ऐसे हुआ हादसा हादसे में घायल कैंटर चालक संदीप ने बताया कि उसके आगे सब्जी से भरा कैंटर जा रहा था। अचानक कैंटर चालक ने ब्रेक लगा दिए। उसका कैंटर उसके पीछे फंस गया। तभी पीछे से एक बस व अन्य वाहन आकर टकरा गए। संभव है कि आगे चल रहे कैंटर के आगे कोई आवारा पशु आ गया हो या उसे नींद आ गई हो। इसलिए उसने ब्रेक लगाए। हादसे के समय नेशनल हाईवे की लाइटें भी बंद थीं। एसएसएफ के एएसआई गुरविंदर सिंह ने बताया कि नेशनल हाईवे के लोगों को कई बार लाइटें जलाने के लिए कहा गया लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। नेशनल हाईवे की बड़ी लापरवाही खन्ना में अमृतसर-दिल्ली रोड पर नेशनल हाईवे टीम की बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है, जहां कोहरे का मौसम शुरू हो रहा है और नेशनल हाईवे की लाइटें काफी समय से काम नहीं कर रही हैं। जिसके कारण कई हादसे हो रहे हैं। आज सुबह भी खन्ना में नेशनल हाईवे पर एक के बाद एक 5 गाड़ियां दुर्घटनाग्रस्त हो गईं, हालांकि इस दौरान कोई जानी नुकसान नहीं हुआ लेकिन इस हादसे में 3 लोग घायल हो गए और 5 गाड़ियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं, हादसे की सूचना मिलते ही एसएसएफ की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया और सड़क को साफ करवाया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब पुलिस ने योगा गर्ल को भेजा नोटिस:30 जून को आना होगा; मकवाना बोली- SGPC वापस ले FIR, अन्यथा फाइट के लिए तैयार पंजाब के गोल्डन टेंपल में योग करने वाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना को पंजाब पुलिस ने नोटिस भेज दिया है। वहीं, मकवाना ने अब एक और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) को FIR वापस लेने की सलाह दी है। उनका कहना है कि अन्यथा उनकी लीगल टीम इसका जवाब देगी। पंजाब पुलिस के अनुसार, अर्चना मकवाना को नोटिस भेज दिया गया है। इसमें अर्चना को 30 जून को अमृतसर के थाना ई-डिवीजन को आकर अपना जवाब दाखिल करना होगा। मकवाना पर थाना ई-डिवीजन में ही SGPC की शिकायत पर 295-ए के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं, मकवाना अब माफी मांगने के बाद SGPC के साथ कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए भी तैयार हैं। जानें क्या कहा मकवाना ने इस वीडियो में- सभी को मेरा नमस्कार। 21 जून को जब मैं शीर्षास्न कर रही थी, गोल्डन टेंपल में, वहां हजारों सिख मौजूद थे। जिसने फोटो खींचा वे भी सरदार जी थे। वो तो मेरे से पहले भी फोटो खींच रहे थे। वहां जो सेवादार खड़े थे, उन्होंने भी नहीं रोका। सेवादार भी पक्षपाती ही हैं, वे किसी को रोकते हैं, किसी को नहीं रोकते। इसलिए मैंने भी कहा एक फोटो खींच लेती हूं, मुझे गलत नहीं लग रहा। जब मैं फोटो कर रही थी, तब लाइव जितने भी सिख खड़े थे, उनके आस्था को तो दुख नहीं पहुंचा। तो मुझे नहीं लगा मैंने कुछ गलत किया। लेकिन 7 समंदर पार किसी को लगा कि मैंने गलत किया। नेगेटिव तरीके से मेरा फोटो वायरल कर दिया। उस पर SGPC ऑफिस ने मेरे पर बेसलैस FIR दर्ज करवा दी। जिसके बाद ये और बुरा होगा, अन्यथा मेरा इरादा बुरा नहीं था। अब सीसीटीवी कैमरे का सारा वीडियो वायरल कर दो। वहां कहीं नियम नहीं लिखे हैं। सिख, जो वहां रोज जाते हैं, उन्हें नियम नहीं पता, तो जो लड़की पहली बार गुजरात से आई है, उसे कैसे पता होगा। वहां किसी ने मुझे रोका नहीं। रोका होता तो डिलीट कर देती फोटो। मेरे खिलाफ ये फालतू की FIR करने की जरूरत क्या थी। इतना सारा मैंटल टॉर्चर मेरे को हुआ, उसका क्या। अभी भी टाइम है, FIR वापस ले लीजिए, अन्यथा मैं और मेरी लीगल टीम फाइट करने के लिए तैयार है। ज्ञानी रघबीर सिंह: गोल्डन टेंपल आस्था का केंद्र है ज्ञानी रघबीर सिंह ने कौम के नाम संदेश देते हुए कहा कि गोल्डन टेंपल आस्था का केंद्र है। कई बार कई लोग व गैर सिख, जिन्हें मर्यादा का नहीं पता, उनकी तरफ से गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में आकर ऐसे कुछ कार्य किए जाते हैं, जिससे आस्था को ठेस पहुंचती है। आप सभी ने सुना है, एक लड़की की तरफ से गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में आकर योग दिवस के दिन योगा किया। अपनी तस्वीरों को मीडिया पर वायरल किया गया। प्रधान SGPC की तरफ से तुरंत एक्शन लेकर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। उस लड़की के खिलाफ भी FIR दर्ज करवाई गई। पर हमारा सभी का ये कर्तव्य बनता है कि सभी गोल्डन टेंपल के प्रबंधों में सहयोग दें। क्योंकि ये गोल्डन टेंपल सिखों की आस्था का केंद्र है। सिख गोल्डन टेंपल में आकर कीर्तन सुने, वाहेगुरु का सिमरन करें, इतिहास सुना जाए। ना कि, वीडियो बना सोशल मीडिया पर डाली जाएं। कुछ लोग अपने परिवार को दिखाने के लिए तस्वीरें खींचते हैं, कि वे गोल्डन टेंपल गए। लेकिन कुछ लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं। सभी को चाहिए कि वे कम से कम मोबाइल का प्रयोग गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में करें। जानें, क्या है मामला दरअसल, अर्चना मकवाना ने योग दिवस के दिन गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में योग करते हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। अर्चना मकवाना ने सोशल मीडिया पर 2 तस्वीरें पोस्ट कीं। इनमें वह ध्यान और शीर्षासन करते नजर आ रही हैं। यह योगासन उन्होंने गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में किए। जिसके बार ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं और SGPC की तरफ से उसके खिलाफ FIR दर्ज करवा दी गई। FIR में गोल्डन टेंपल के जनरल मैनेजर भगवंत सिंह ने लिखवाया है कि 22 जून 2024 को हम अपनी ड्यूटी पर मौजूद थे कि यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर एक वीडियो वायरल की गई है। इसमें अर्चना मकवाना श्री दरबार साहिब की परिक्रमा में शहीद बाबा दीप सिंह जी के स्थान के पास जगह पर ऐतराज योग्य फोटो खींची और जानबूझ कर वायरल कर रही है। इससे सिख भावनाओं को ठेस पहुंची है। 5 सेकेंड में ही किए योगासन गोल्डन टेंपल के जनरल मैनेजर भगवंत सिंह ने बताया कि CCTV कैमरों की जांच से पता चला कि युवती ने योग करने की हरकत केवल 5 सेकेंड में ही पूरी कर डाली। इस दौरान 3 सुरक्षाकर्मी वहां ड्यूटी पर थे। शुरुआती जांच के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि एक कर्मचारी को 5 हजार रुपए जुर्माना कर गुरुद्वारा गढ़ी साहिब गुरदास नंगल में ट्रांसफर कर दिया गया है।
पंजाब विश्वविद्यालय ने दी 5 करोड़ की फीस सहायता:’सीखते हुए कमाओ’ योजना में छात्रों की भागीदारी बढ़ी; खेल छात्रवृत्ति में आई कमी
पंजाब विश्वविद्यालय ने दी 5 करोड़ की फीस सहायता:’सीखते हुए कमाओ’ योजना में छात्रों की भागीदारी बढ़ी; खेल छात्रवृत्ति में आई कमी पंजाब विश्वविद्यालय ने 2023-24 सत्र के दौरान 1 हजार 601 छात्रों को लगभग 5 करोड़ रुपए की फीस रियायत और छात्रवृति प्रदान की हैं। हालांकि, पिछले सत्र 2022-23 में 1,976 छात्रों को यह सुविधा दी गई थी, जो इस वर्ष घटकर 1,561 रह गई। दूसरी ओर, ‘सीखते हुए कमाओ’ योजना में सुधार हुआ है, जिसमें इस सत्र में भागीदारी और फंडिंग में वृद्धि दर्ज की गई। ‘सीखते हुए कमाओ’ योजना से लाभान्वित होने वाले छात्रों की संख्या में लगभग 16% की वृद्धि हुई है। 2022-23 में 94 छात्रों की तुलना में इस वर्ष 109 छात्रों ने इस योजना का लाभ उठाया है। वितरित धनराशि भी 28.96 लाख से बढ़कर 41.41 लाख रुपए हो गई है। इस योजना का उद्देश्य छात्रों को बेहतर शिक्षा के साथ काम के अनुभव का अवसर देना है। हालांकि, पूर्ण शुल्क रियायत के मामलों में गिरावट देखने को मिली है। 2022-23 में जहां 37 छात्रों को यह लाभ मिला था, वहीं 2023-24 में यह संख्या घटकर सिर्फ 13 रह गई। इसके साथ ही इस श्रेणी में वितरित राशि 16.04 लाख रुपए से घटकर 7.68 लाख रुपए हो गई। खेल छात्रवृत्ति में गिरावट पंजाब विश्वविद्यालय के खेल छात्रवृत्तियों में भी इस वर्ष गिरावट दर्ज की गई है। 2022-23 में जहां 175 छात्रों को खेल छात्रवृत्ति दी गई थी, वहीं 2023-24 में यह संख्या घटकर मात्र 11 रह गई। हालांकि, वितरित राशि लगभग समान रही, जो 34.99 लाख से बढ़कर 35 लाख रुपए हो गई। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एथलीटों के प्रदर्शन में आई गिरावट के कारण खेल छात्रवृत्ति के लिए अर्हता प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या में कमी आई है। आवश्यकता-आधारित सहायता और विकलांग छात्रों के लिए छात्रवृत्ति छात्र कल्याण डीन (DSW) का कार्यालय विभिन्न श्रेणियों में छात्रों को वित्तीय सहायता और छात्रवृत्ति प्रदान करता है। इनमें आवश्यकता-आधारित सहायता, आवश्यकता-सह-योग्यता छात्रवृत्ति और विकलांग छात्रों के लिए छात्रवृत्ति शामिल हैं। इस छात्रवृत्ति का वितरण ‘छात्र छात्रवृत्ति’ समिति के अध्यक्षों की अनुशंसा के आधार पर किया जाता है। इसे नौ महीने के लिए प्रदान किया जाता है। खेल छात्रवृत्ति का आकलन खेल विभाग द्वारा किया जाता है, जिसमें विभिन्न खेल गतिविधियों में छात्रों के प्रदर्शन को ध्यान में रखा जाता है।