खन्ना में प्रवासी मजदूरों के बहिष्कार को लेकर विवाद:कौड़ी गांव की वीडियो वायरल, SHO पहुंचे तो ग्रामीण बोले- मसला सुलझा लिया

खन्ना में प्रवासी मजदूरों के बहिष्कार को लेकर विवाद:कौड़ी गांव की वीडियो वायरल, SHO पहुंचे तो ग्रामीण बोले- मसला सुलझा लिया

पंजाब में प्रवासी मजदूरों के बहिष्कार को लेकर छिड़े विवाद में जहां पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की तरफ से सरकार और कुराली के एक गांव की पंचायत को फटकार लगाई गई, वहीं दूसरी तरफ अब खन्ना के गांव कौड़ी से प्रवासी मजदूरों के बहिष्कार के ऐलान की वीडियो वायरल होने से विवाद खड़ा हो गया। इस गांव के कुछ लोगों ने धर्मशाला में स्पीकर से ऐलान किया कि प्रवासी मजदूरों का बहिष्कार करो, किसी प्रवासी को काम, जमीन और कमरा न दो। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इसके बाद पुलिस हरकत में आई। सदर थाना एसएचओ इंस्पेक्टर हरदीप सिंह मौके पर पहुंचे। उनके सामने ग्रामीण बोले कि मसला सुलझा लिया गया है, अब कोई प्रस्ताव पारित नहीं करेंगे। युवती से छेड़छाड़ पर गुस्सा था वायरल वीडियो में दिखाई दे रहे गांव के दविंदर सिंह व परमजीत सिंह फौजी ने कहा कि गांव में कुछ दिनों पहले कुछ प्रवासी मजदूरों की तरफ से गलत हरकत की गई थी। युवती से छेड़छाड़ का मामला पंचायत के पास पहुंचा था। जिसके बाद गांव के लोगों में गुस्सा था। इसी रोष के चलते धर्मशाला में यह ऐलान कर दिया गया कि कोई भी प्रवासी मजदूरों को कमरा और जमीन न दे। लेकिन बाद में गलती करने वाले प्रवासी मजदूरों ने आकर अपनी गलती मान ली थी। अब इस मसले को सुलझा लिया गया है। प्रवासी मजदूरों के बहिष्कार को लेकर 25 अगस्त की शाम 4 बजे गुरुद्वारा साहिब में जो पूरे गांव की मीटिंग रखी गई थी, उसे रद्द कर दिया गया है। पहले की तरह एकता को बरकरार रखा जाएगा। अगर किसी प्रवासी मजदूर ने दोबारा गलती की तो उस पर विचार करेंगे। दशकों से हमारी सांझ है, कभी माहौल नहीं बिगड़ा वहीं गांव में रहने वाले राम कुमार साहनी ने कहा कि वे करीब 32 सालों से यहां रहते हैं। कई सरपंचों के साथ भी रहे। आज तक ऐसी कोई नौबत नहीं आई। अगर कोई गलती करता है तो उसकी सजा पूरे समुदाय को नहीं देनी चाहिए। गांव में जो विवाद हुआ था, उसे सुलझा लिया गया है। मुकेश कुमार ने कहा कि वे गांव के लोगों के साथ हैं। उनके समुदाय से कोई गलत काम करेगा तो वे ग्रामीणों का साथ देंगे। लेकिन इस प्रकार बहिष्कार करना, सही नहीं है। वीडियो वायरल होने से मामला ध्यान में आया डीएसपी खन्ना अमृतपाल सिंह ने कहा कि वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो मामले उनके ध्यान में आया। उन्होंने आज सुबह सदर थाना एसएचओ को मौके पर भेजा। वहां से पता चला कि बच्चों का झगड़ा हुआ था, जिसके बाद यह मसला उठा। लेकिन अब पंचायत स्तर पर इसे हल कर लिया गया है। रविवार को रखी मीटिंग भी रद्द कर दी गई है। पंजाब में प्रवासी मजदूरों के बहिष्कार को लेकर छिड़े विवाद में जहां पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की तरफ से सरकार और कुराली के एक गांव की पंचायत को फटकार लगाई गई, वहीं दूसरी तरफ अब खन्ना के गांव कौड़ी से प्रवासी मजदूरों के बहिष्कार के ऐलान की वीडियो वायरल होने से विवाद खड़ा हो गया। इस गांव के कुछ लोगों ने धर्मशाला में स्पीकर से ऐलान किया कि प्रवासी मजदूरों का बहिष्कार करो, किसी प्रवासी को काम, जमीन और कमरा न दो। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इसके बाद पुलिस हरकत में आई। सदर थाना एसएचओ इंस्पेक्टर हरदीप सिंह मौके पर पहुंचे। उनके सामने ग्रामीण बोले कि मसला सुलझा लिया गया है, अब कोई प्रस्ताव पारित नहीं करेंगे। युवती से छेड़छाड़ पर गुस्सा था वायरल वीडियो में दिखाई दे रहे गांव के दविंदर सिंह व परमजीत सिंह फौजी ने कहा कि गांव में कुछ दिनों पहले कुछ प्रवासी मजदूरों की तरफ से गलत हरकत की गई थी। युवती से छेड़छाड़ का मामला पंचायत के पास पहुंचा था। जिसके बाद गांव के लोगों में गुस्सा था। इसी रोष के चलते धर्मशाला में यह ऐलान कर दिया गया कि कोई भी प्रवासी मजदूरों को कमरा और जमीन न दे। लेकिन बाद में गलती करने वाले प्रवासी मजदूरों ने आकर अपनी गलती मान ली थी। अब इस मसले को सुलझा लिया गया है। प्रवासी मजदूरों के बहिष्कार को लेकर 25 अगस्त की शाम 4 बजे गुरुद्वारा साहिब में जो पूरे गांव की मीटिंग रखी गई थी, उसे रद्द कर दिया गया है। पहले की तरह एकता को बरकरार रखा जाएगा। अगर किसी प्रवासी मजदूर ने दोबारा गलती की तो उस पर विचार करेंगे। दशकों से हमारी सांझ है, कभी माहौल नहीं बिगड़ा वहीं गांव में रहने वाले राम कुमार साहनी ने कहा कि वे करीब 32 सालों से यहां रहते हैं। कई सरपंचों के साथ भी रहे। आज तक ऐसी कोई नौबत नहीं आई। अगर कोई गलती करता है तो उसकी सजा पूरे समुदाय को नहीं देनी चाहिए। गांव में जो विवाद हुआ था, उसे सुलझा लिया गया है। मुकेश कुमार ने कहा कि वे गांव के लोगों के साथ हैं। उनके समुदाय से कोई गलत काम करेगा तो वे ग्रामीणों का साथ देंगे। लेकिन इस प्रकार बहिष्कार करना, सही नहीं है। वीडियो वायरल होने से मामला ध्यान में आया डीएसपी खन्ना अमृतपाल सिंह ने कहा कि वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो मामले उनके ध्यान में आया। उन्होंने आज सुबह सदर थाना एसएचओ को मौके पर भेजा। वहां से पता चला कि बच्चों का झगड़ा हुआ था, जिसके बाद यह मसला उठा। लेकिन अब पंचायत स्तर पर इसे हल कर लिया गया है। रविवार को रखी मीटिंग भी रद्द कर दी गई है।   पंजाब | दैनिक भास्कर