खन्ना में ललहेड़ी रोड पर कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध के घर के पास बड़ी वारदात हुई। यहां स्विफ्ट कार में सवार नशे में धुत दो युवकों ने एक अन्य युवक को बोनेट पर बिठाकर गाड़ी भगाई और फिर गाड़ी को दीवार में ठोक दिया गया। कई गाड़ियों को टक्कर मारी गई। वारदात के बाद दोनों युवक कार छोड़कर फरार हो गए। वहीं घायल युवक को सिविल अस्पताल भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत गंभीर होने पर उसे चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। आधी रात को वारदात, लोगों में दहशत यह वारदात देर रात करीब 11 बजे हुई। घरों के अंदर सो रहे लोग बाहर निकले। देखा कि मंत्री के घर पास खड़ी गाड़ियों को टक्कर मारने के बाद स्विफ्ट कार आदर्श सिनेमा की दीवार से टकरा गई। शमशेर सिंह शेरी ने बताया कि कार से दो युवक निकले और भाग गए। बोनेट से नीचे गिरा युवक लहुलुहान था। उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। ईश्वर चंद ने बताया कि उनका बेटा संदीप कुमार घायल हुआ। उसके बेटे को जान से मारने की कोशिश की गई। जांच कर रहे हैं – डीएसपी खन्ना के डीएसपी अमृतपाल सिंह भाटी ने कहा कि सूचना मिलने के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। मामले की जांच की जा रही है। कार के नंबर से आरोपियों का पता लगाया जा रहा है। फिलहाल यह पता चला है कि कार को विशाल चला रहा था। खन्ना में ललहेड़ी रोड पर कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध के घर के पास बड़ी वारदात हुई। यहां स्विफ्ट कार में सवार नशे में धुत दो युवकों ने एक अन्य युवक को बोनेट पर बिठाकर गाड़ी भगाई और फिर गाड़ी को दीवार में ठोक दिया गया। कई गाड़ियों को टक्कर मारी गई। वारदात के बाद दोनों युवक कार छोड़कर फरार हो गए। वहीं घायल युवक को सिविल अस्पताल भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत गंभीर होने पर उसे चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। आधी रात को वारदात, लोगों में दहशत यह वारदात देर रात करीब 11 बजे हुई। घरों के अंदर सो रहे लोग बाहर निकले। देखा कि मंत्री के घर पास खड़ी गाड़ियों को टक्कर मारने के बाद स्विफ्ट कार आदर्श सिनेमा की दीवार से टकरा गई। शमशेर सिंह शेरी ने बताया कि कार से दो युवक निकले और भाग गए। बोनेट से नीचे गिरा युवक लहुलुहान था। उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। ईश्वर चंद ने बताया कि उनका बेटा संदीप कुमार घायल हुआ। उसके बेटे को जान से मारने की कोशिश की गई। जांच कर रहे हैं – डीएसपी खन्ना के डीएसपी अमृतपाल सिंह भाटी ने कहा कि सूचना मिलने के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। मामले की जांच की जा रही है। कार के नंबर से आरोपियों का पता लगाया जा रहा है। फिलहाल यह पता चला है कि कार को विशाल चला रहा था। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में सुखबीर बादल को लेकर SAD में फूट:बागी गुट अकाल तख्त पहुंचा; राम रहीम को माफी, DGP सुमेध सैनी समेत 4 गलतियां कबूलीं पंजाब में पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल के बेटे शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल के खिलाफ बड़ी बगावत हो गई है। अकाली दल का बागी गुट सोमवार को अमृतसर में श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचा। यहां उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के आगे पेश होकर माफीनामा दिया। जिसमें 4 पॉइंट पर माफी मांगी गई है। जिसमें डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम को माफी देने की गलती मानी गई है। 2015 में फरीदकोट के बरगाड़ी में बेअदबी की सही जांच न होने के लिए भी माफी मांगी गई है। वहीं IPS अधिकारी सुमेध सैनी को DGP बनाने और मुहम्मद इजहार आलम की पत्नी को टिकट देने की भी गलती मानी गई है। इस दौरान बागी गुट ने तलवंडी साबो स्थित तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से भी मुलाकात की। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने दोनों पक्षों को बैठकर इसका हल निकालने के लिए कहा। वहीं बागी गुट का अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि उन्हें प्रधान बनाने के लिए किसी ने पहुंच नहीं की है। अगर समूची पार्टी उन्हें इस पद के लिए चुनेगी तो वे इस पर विचार करेंगे। अन्यथा गुटबाजी का वे हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं। अकाल तख्त पर पेश होने के बाद बागी गुट के नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा- ”आज हम सिर्फ हाजिरी देकर व माफी लेने आए हैं। पार्टी से जो गलतियां हुई हैं, लिखित में उसके लिए माफी मांगने आए हैं। अकाली दल को जो तगड़ा करने के लिए काम कर सकता है, उस तक एप्रोच किया गया है। ज्ञानी हरप्रीत सिंह तक भी जाएंगे। श्री अकाल तख्त साहिब से माफी मांगना और गुरु साहिब के आगे पार्टी को मजबूत करने के लिए अरदास करना बागीपन नहीं है। सुखबीर बादल के अकाल तख्त साहिब पर माफी मांगने के लिए आने की बात पर चंदूमाजरा ने कहा कि वे अपनी गलतियों के लिए माफी मांगने आए हैं। उन्होंने माफी मांगनी है या नहीं, ये उन पर डिपेंड करता है। हमसे से माफी मांगने में जो देरी हुई, उसके लिए ही माफी मांगने आए हैं। वहीं, बीबी जगीर कौर ने कहा कि हम जल्द ही सब कुछ बताएंगे। एक बार श्री अकाल तख्त साहिब पर नतमस्तक हो जाएं। चंदूमाजरा की अध्यक्षता में चल रहा विरोधी गुट
सुखबीर बादल के खिलाफ अकाली दल के बागी गुट की अगुआई प्रेम सिंह चंदूमाजरा कर रहे हैं। उनके साथ सिकंदर मलूका, सुरजीत रखड़ा, बीबी जागीर कौर, प्रेम सिंह चंदूमाजरा, किरणजोत कौर, मनजीत सिंह, सुरिंदर भुल्लेवाल, गुरप्रताप वडाला, चरणजीत बराड़, हरिंदर पाल टोहरा और गगनजीत बरनाला भी हैं। ये गुट लगातार झूंदा कमेटी, जिसे 2022 में भी लागू करने की मांग उठी थी, पर विचार करने का दबाव बना रहे हैं। हालांकि इसमें पार्टी प्रधान बदलने का प्रस्ताव नहीं है, लेकिन ये लिखा गया है कि पार्टी अध्यक्ष 10 साल के बाद रिपीट नहीं होगा। जाने क्या लिखा था झूंदा रिपोर्ट में
झूंदा रिपोर्ट पर जब अमल नहीं हुआ तो इसे सार्वजनिक नहीं किया गया था। झूंदा ने सार्वजनिक तौर पर बयान जारी किया था कि 117 विधानसभा हलकों में से 100 में जाकर उन्होंने इस रिपोर्ट को तैयार किया है। इस रिपोर्ट में कुछ जानकारियां 2022 में सांझी की थी। तब अकाली नेताओं ने कहा था कि झूंदा रिपोर्ट में 42 सुझाव दिए गए हैं। पार्टी प्रधान को बदले जाने का रिपोर्ट में कहीं जिक्र नहीं है। लेकिन, भविष्य में पार्टी प्रधान के चुने जाने की तय सीमा जरूर तय की गई है। ये भी बात उठाई गई कि अकाली दल अपने मूल सिद्धांतों से भटका है और राज्य सत्ता में रहने के मकसद से कई कमियां आई हैं। 3 दशक से बादल परिवार का कब्जा
शिरोमणि अकाली दल पर पिछले 3 दशक से बादल परिवार का कब्जा है। 1995 में सरदार प्रकाश सिंह बादल अकाली दल के प्रमुख बने थे। इस पद पर वे 2008 तक बने रहे। 2008 के बाद शिअद की कमान उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल के हाथ में आ गई। किसी जमाने में पंजाब ही नहीं भारतीय राजनीति में अकाली दल की तूती बोलती थी, लेकिन धीरे-धीरे इसका प्रभुत्व समाप्त होता चला गया। आलम ये है कि अब इसके पास लोकसभा की केवल एक सीट है। विधानसभा में भी इसका प्रभाव लगातार खत्म हो रहा है। जाने कब बना अकाली दल
14 दिसंबर, 1920 को एक SAD का गठन किया गया था। इसके पीछे उद्देश्य यह बताया गया था कि गुरुद्वारों को ब्रिटिश सरकार द्वारा नियुक्त महंतों (पुजारियों) के नियंत्रण से मुक्त कराया जाएगा। SAD के गठन से एक महीना पहले 15 नवंबर को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) का गठन हुआ था। ननकाना साहिब में मत्था टेकते समय एक डिप्टी कमिश्नर की बेटी के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई थी और इस वजह से लोगों में गुस्सा था। तब यह मांग उठी थी कि गुरुद्वारों को महंतों से मुक्त कराया जाना चाहिए। SAD ने इसके खिलाफ संघर्ष छेड़ा और यह 4 साल तक चला। इस दौरान महंतों और ब्रिटिश प्रशासन के हमलों में 4 हजार लोगों की मौत हुई थी। आखिरकार सिख गुरुद्वारा एक्ट 1925 बनाया गया और सभी गुरुद्वारे एसजीपीसी के नियंत्रण में आ गए। अकाली दल ने देश की आजादी से पहले कांग्रेस के साथ भी गठबंधन किया था। SAD के नेता मास्टर तारा सिंह की वजह से ही बंटवारे के दौरान पंजाब के आधे हिस्से को पाकिस्तान में जाने से रोका गया था। ज्यादातर नेता सुखबीर बादल के साथ अकाली दल में एक तरफ बगावत तेज हो रही है तो दूसरी तरफ सुखबीर भी अपने ग्रुप को मजबूत करने में जुटे हैं। फिलहाल पार्टी के मौजूदा 35 जिला जत्थेदारों में से 33 और मौजूदा 105 हलका प्रभारियों में से 96 ने सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व की सराहना कर रहे हैं।
यहां जेई तो सीएम से ज्यादा पावर रखता है, निगम किसी की नहीं सुनता : कुंवर
यहां जेई तो सीएम से ज्यादा पावर रखता है, निगम किसी की नहीं सुनता : कुंवर अमृतसर के विधायक कुंवर विजयप्रताप सिंह दूसरे दिन चले सत्र में अफसरशाही की कारगुजारी को लेकर जमकर बरसे। कुंवर ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में अमृतसर की प्रारंभिक नागरिक सेवाएं जैसे सीवरेज और वाटर सप्लाई के मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि हालात खराब हैं। इस वजह से लोग परेशान हो रहे हैं, लेकिन इस दिशा में कुछ नहीं हुआ। बाद में स्थानीय निकाय विभाग मंत्री बलकार सिंह ने अपनी योजनाओं के बारे में बताया, लेकिन कुंवर ने कहा कि उन्होंने पहले भी यह जवाब दिया है। इसी मुद्दे पर लोकसभा चुनाव लड़ा गया। आज यह हालत हो गए हैं कि सिस्टम इस तरह का हो गया। अपने महकमे के मंत्री की बात अफसर नहीं सुनते हैं। जेई तो मुख्यमंत्री से ज्यादा पावर रखता है। कमिश्नर नगर निगम किसी की नहीं सुनता है, जिसके किचन में सीवरेज का पानी जा रहा है, वह क्या करे। यह तय किया जाए कि जब महकमे का मंत्री कुछ कहता है तो उसका पालन किया जाए। वहीं, अमृतसर के लिए एक एजेंसी स्थापित की जाए, जो लोगों से जुड़े कामों की देखरेख कर सके। पता ही नहीं चलता है कौन सा काम कौन सी एजेंसी देख रही है।
लुधियाना में सांप के काटने से 2 की मौत:9 महीने के बच्चे को काटा, दूसरे मामले में सो रहे व्यक्ति को डसा
लुधियाना में सांप के काटने से 2 की मौत:9 महीने के बच्चे को काटा, दूसरे मामले में सो रहे व्यक्ति को डसा पंजाब के लुधियाना में सांप के काटने से 2 लोगों की मौत का मामला सामने आया है। पहले मामले में मरने वाला 9 महीने का बच्चा है। दूसरे मामले में 48 वर्षीय व्यक्ति है। दोनों मृतकों की पहचान फतेह वीर सिंह (9 महीने) और परमेश्वरी राम (मच्छर) (42) के रूप में हुई है। दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। जमीन पर गद्दा बिछा कर सो रहा था परिवार जानकारी मुताबिक पहला मामला बरोटा रोड स्थित गुरु गोबिंद सिंह नगर इलाके का है। रविवार को फतेह वीर सिंह के रिश्तेदार विदेश से वापस आएंगे, जिसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। फतेह वीर के दादा अकाली दल के वरिष्ठ नेता हरजिंदर सिंह संधू ने कहा कि उनके बेटे तरनदीप सिंह संधू की वैल्डिंग की दुकान है। हर रोज की तरह उनका बेटा तरनदीप सिंह संधू खाना खाने के बाद अपने कमरे में सोने चला गया। उसने कमरे में जमीन पर ही गद्दा बिछा लिया। देर रात बारिश के बाद ग्रिल से जहरीला सांप कमरे में घुस आया। मां देखा बच्चे के कान से निकल रहा था खून गद्दे पर फतेह वीर अपनी मां सोनमप्रीत कौर के साथ सो रहा था। तभी सांप ने बच्चे के कान पर काट लिया। सोनमप्रीत जब उठी और उसने देखा कि बच्चे के कान से खून बह रहा है और सांप कमरे से बाहर जा रहा था। बच्चे की हालत बिगड़ती देख परिवार वाले उसे अस्पताल लेकर गए लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। धान की रोपाई के लिए आया था लुधियाना इसी तरह दूसरे मामले में सिधवां बेट के गांव कीड़ी भमाल में धान की रोपाई करने आए मजदूर परमेश्वरी राम (मच्छर) को कमरे में सोते समय सांप ने काट लिया। सुबह जब अचानक मालिक जगमीत सिंह उसे कमरे से उठाने गए तो उन्होंने देखा कि परमेश्वरी की मौत हो चुकी है। उसका शव सिविल अस्पताल पोस्टमॉर्टम के लिए लाया गया। लेकिन उसे सिधवां बेट की मोर्चरी में शिफ्ट करवा दिया गया। जहां उसका पोस्टमॉर्टम होगा। मृतक परमेश्वरी बिहार के गांव सुपौल का रहने वाला है। उसके परिवार को सूचित कर दिया गया है।