खन्ना में गांव भादला के पास दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। इस हादसे में कैंटर ड्राइवर की मौत हो गई। वहीं सिलेंडरों से भरे ट्रक के चलते यहां बड़ा हादसा होने से टल गया। मृतक की पहचान अनवर अली निवासी हरीपुर बरवाला रोड, डेरा बस्सी के तौर पर हुई। उसका साथी लक्की निवासी चंडीगढ़ गंभीर रूप से घायल हो गया। गड्ढे से ट्रक बचाते हुई टक्कर जानकारी के अनुसार सड़क के बीच बड़ा गड्ढा है। यहां से जब गैस सिलेंडरों से भरा ट्रक निकलने लगा तो ड्राइवर ने ट्रक को बचाते हुए कट मार दिया। सामने से आ रहा स्क्रैप से भरा कैंटर ट्रक से टकरा गया। टक्कर इतनी भयंकर थी कि कैंटर का अगला केबिन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और ड्राइवर अनवर अली बुरी तरह से केबिन में फंस गया। सड़क सुरक्षा फोर्स ने ड्राइवर को निकाला सड़क सुरक्षा फोर्स के सब इंस्पेक्टर सुखदेव सिंह ने बताया कि कंट्रोल रूम से सूचना मिलने के बाद उनकी टीम वहां पहुंची। केबिन में फंसे ड्राइवर को बाहर निकाला गया। ड्राइवर और उसके साथी लक्की को एम्बुलेंस के माध्यम से हॉस्पिटल भेजा गया। वहां डॉक्टरों ने अनवर अली को मृतक घोषित किया। गैस लीक और बड़ा धमाका होने से बचा हादसे में पहले जब ड्राइवर ने गैस सिलेंडरों से भरे ट्रक को गड्ढे से बचाया तो यहां अनबैलेंस होने से ट्रक पलट सकता था और बड़ा धमाका हो सकता था। वहीं कैंटर से टक्कर के चलते अगर किसी सिलेंडर से गैस लीक हो जाती तब भी बड़ा हादसा हो सकता था। हादसे के बाद ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी। खन्ना में गांव भादला के पास दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। इस हादसे में कैंटर ड्राइवर की मौत हो गई। वहीं सिलेंडरों से भरे ट्रक के चलते यहां बड़ा हादसा होने से टल गया। मृतक की पहचान अनवर अली निवासी हरीपुर बरवाला रोड, डेरा बस्सी के तौर पर हुई। उसका साथी लक्की निवासी चंडीगढ़ गंभीर रूप से घायल हो गया। गड्ढे से ट्रक बचाते हुई टक्कर जानकारी के अनुसार सड़क के बीच बड़ा गड्ढा है। यहां से जब गैस सिलेंडरों से भरा ट्रक निकलने लगा तो ड्राइवर ने ट्रक को बचाते हुए कट मार दिया। सामने से आ रहा स्क्रैप से भरा कैंटर ट्रक से टकरा गया। टक्कर इतनी भयंकर थी कि कैंटर का अगला केबिन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और ड्राइवर अनवर अली बुरी तरह से केबिन में फंस गया। सड़क सुरक्षा फोर्स ने ड्राइवर को निकाला सड़क सुरक्षा फोर्स के सब इंस्पेक्टर सुखदेव सिंह ने बताया कि कंट्रोल रूम से सूचना मिलने के बाद उनकी टीम वहां पहुंची। केबिन में फंसे ड्राइवर को बाहर निकाला गया। ड्राइवर और उसके साथी लक्की को एम्बुलेंस के माध्यम से हॉस्पिटल भेजा गया। वहां डॉक्टरों ने अनवर अली को मृतक घोषित किया। गैस लीक और बड़ा धमाका होने से बचा हादसे में पहले जब ड्राइवर ने गैस सिलेंडरों से भरे ट्रक को गड्ढे से बचाया तो यहां अनबैलेंस होने से ट्रक पलट सकता था और बड़ा धमाका हो सकता था। वहीं कैंटर से टक्कर के चलते अगर किसी सिलेंडर से गैस लीक हो जाती तब भी बड़ा हादसा हो सकता था। हादसे के बाद ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जालंधर में डिप्स ग्रुप के मालिक को धमकी:स्कूल डील को लेकर चल रहा विवाद, मांगे गए 1 करोड़ रुपए पंजाब के जालंधर में डिप्स ग्रुप के मालिक तरविंदर सिंह राजू को जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी मामले में नई बारादरी थाने की पुलिस ने आईपीसी की धारा 341 (रास्ता रोकना) और 506 (जान से मारने की धमकी देना) के तहत केस दर्ज किया है। जानकारी के मुताबिक मामले में विर्क एन्क्लेव निवासी ईशान मक्कड़ को आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर 26 अप्रैल को डीसी ऑफिस के गेट नंबर-4 के बाहर धमकी दी थी। राजू और मक्कड़ के बीच स्कूल डील को लेकर विवाद हुआ था। स्कूल विवाद को लेकर राजू की ओर से सीपी को शिकायत दी गई थी। सीपी ने मामले की जांच एडीसीपी चांद सिंह को सौंपी थी। एक करोड़ रुपए मांगे गए थे राजू ने पुलिस को बताया था कि वह 26 अप्रैल को शिकायत लेकर पुलिस कमिश्नर कार्यालय आया था। दोपहर को जब उसकी कार गेट नंबर 4 से बाहर निकली तो अपने साथियों के साथ खड़े ईशान ने उसकी कार रुकवा ली। राजू ने आरोप लगाया था कि मक्कड़ ने धमकी दी थी कि अगर उसने एक करोड़ रुपए नहीं दिए तो उसे और उसके परिवार को जान से मार दिया जाएगा। एडीसीपी ने अपनी जांच में बताया कि साहिबजादा अजीत सिंह एजुकेशन ट्रस्ट के चेयरमैन गुबचन सिंह ने भूपिंदर सिंह मक्कड़ के जरिए अंजना मक्कड़ और उसके परिवार से जलालाबाद स्थित स्कूल का सौदा किया था। सौदे के बाद पावर ऑफ अटॉर्नी दी गई थी। इसी बीच 11 फरवरी 2021 को शिकायतकर्ता के पिता की मौत हो गई। पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए तीन स्कूलों की तीन रजिस्ट्री करवाई गई। दो ट्रस्ट के नाम और तीसरी शिकायतकर्ता की पत्नी प्रीतिंदर कौर के नाम। डील की रकम लेने के बाद शिकायतकर्ता को किया परेशान जांच के दौरान एडीसीपी ने बताया कि उन्होंने स्कूल की डील की रकम ले ली थी और शिकायतकर्ता को परेशान कर रहे थे कि उन्होंने स्कूल को लीज पर दे दिया है। जांच के दौरान कोई लीज नहीं दिखाई गई। हालांकि शिकायतकर्ता ने स्कूल खरीदने के लिए किए गए भुगतान का ब्योरा पुलिस को दिया था। एडीसीपी ने बताया कि स्कूल विवाद में ईशान ने राजू कोप को रोका था और जान से मारने की धमकी दी थी।
डल्लेवाल के मरणव्रत के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका:वकील बोले-इसे जल्द खत्म करवाएं, किसान नेता ने खून से साइन की चिट्ठी PM को भेजी
डल्लेवाल के मरणव्रत के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका:वकील बोले-इसे जल्द खत्म करवाएं, किसान नेता ने खून से साइन की चिट्ठी PM को भेजी हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने आज पीएम नरेंद्र मोदी को लेटर भेजा। इस लेटर में उन्होंने खून से साइन किए। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने लेटर में लिखा- या तो 2011 में किया वादा पूरा करें या फिर मेरी कुर्बानी लेने के लिए तैयार रहें। अगर मेरी मौत हुई तो इसकी जिम्मेदारी आपकी होगी। वहीं, डल्लेवाल के मरणव्रत को लेकर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने एक जनहित याचिका दायर की है। याचिका में उन्होंने कोर्ट से मांग की है कि जल्द से जल्द डल्लेवाल के मरणव्रत को खत्म करवाया जाए। साथ ही मांग की गई है की डल्लेवाल को जरूरी डॉक्टरी सहायता देने के लिए जरूरी कदम भी उठाए जाएं। याचिका में उन्होंने मांग रखी है की शुक्रवार को ही इस मामले की सुनवाई की जाए। बता दें कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 17 दिनों से मरणव्रत पर हैं। ऐसे में उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही है। हेल्थ पर नजर रख रहे निजी डॉक्टरों ने मेडिकल बुलेटिन जारी कर बताया है कि उनका वजन 12 किलो से ज्यादा कम हो गया है। उनकी किडनी कभी भी फेल हो सकती है और उन्हें हार्ट अटैक भी आ सकता है। इतना ही नहीं डॉक्टरों के मुताबिक इतने दिनों तक भूखे रहने की वजह से उनके लिवर में भी दिक्कत आ सकती है। किसान नेता डल्लेवाल ने लेटर में क्या लिखा-
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने लेटर में लिखा- मैं देश का साधारण किसान जगजीत सिंह डल्लेवाल भारी मन से पत्र लिख रहा हूं। यह आंदोलन 13 फरवरी से चल रहा है। सरकार टस से मस नहीं हुई तो 26 तारीख से मरणव्रत शुरू कर दिया। जिन मांगों को लेकर यह संघर्ष चल रहा है। वह विभिन्न सरकारों द्वारा किए गए वायदे हैं। 2011 में किए गए वादे पूरे करो या मेरी कुर्बानी लेने को तैयार रहें। अगर मेरी जान चली गई तो इसकी जिम्मेदारी आपकी होगी। क्योंकि मैं सरकार से आहत हूं और मैंने मरणव्रत शुरू करने का फैसला किया है। अगर इन दोनों मोर्चों का कोई नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेदारी आपकी होगी। यह मेरा आपको पहला और आखिरी लेटर है। किसान नेता डल्लेवाल ने पीएम को लेटर लिखा.. किसानों ने सरकारी डॉक्टरों की टीमों को रोका
गुरुवार (12 दिसंबर) को भी किसानों ने डल्लेवाल का चेकअप करने आई सरकारी डॉक्टरों की टीम को रोक दिया था। हालांकि बाद में डॉक्टरों की टीम ने डल्लेवाल की सभी जांच रिपोर्ट किसानों को सौंप दी। इसके बाद किसानों ने सरकारी डॉक्टरों की टीम को डल्लेवाल के पास जाने दिया। इसके साथ ही आज अमेरिका से भी डॉक्टर डल्लेवाल की जांच करने पहुंचे हैं। किसानों ने डल्लेवाल की सुरक्षा बढ़ाई
डल्लेवाल की हालत बिगड़ने के साथ ही किसानों ने उनकी सुरक्षा भी बढ़ा दी है। बुधवार रात को किसान नेताओं ने खनौरी बॉर्डर से एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें सूत्रों से जानकारी मिली है कि केंद्र सरकार किसानों पर हमला कर डल्लेवाल को हिरासत में ले सकती है। इसलिए डल्लेवाल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, किसान आंदोलन को लेकर पंजाबी सिंगर हैरी धनोआ ने गाना भी गाया है। सिंगर ने गाने को टाइटल दिया है- उस देश के हालात दस्सों की होणगे, अन्नदाता जिदा भूख हड़ताल पर है। (उस देश के हालात क्या होंगे, जिसका किसान भूख हड़ताल पर हैं) आज शाम को खाना न खाने की अपील
जगजीत सिंह डल्लेवाल के मरणव्रत के समर्थन में किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने लोगों से अपील की है कि अपने घरों में शाम का खाना न बनाएं और अपने परिवार के साथ फोटो सोशल मीडिया पर #WeSupportJagjeetSinghDallewal के साथ साझा करें। उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर को लोग अपने गांवों में केंद्र और राज्य सरकारों के पुतले जरूर जलाएं, क्योंकि किसानों के मुद्दों पर कोई भी राजनीतिक पार्टी गंभीर नहीं है। बुधवार (11 दिसंबर) को केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि वह किसानों के मुद्दे पर बातचीत के लिए तैयार हैं। दूसरी तरफ किसानों ने कहा कि उनकी तरफ से भी बातचीत के लिए हमेशा रास्ते खुले हैं। किसान नेताओं का कहना है कि बिट्टू मीटिंग की तारीख व समय तय कर बताएं। वहीं, जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि डल्लेवाल सूझवान किसान नेता हैं। इस मामले में केंद्र और पंजाब सरकार को हल करने की दिशा में काम करना चाहिए। कमेटी ने कहा- बैठकों में किसान नेता नहीं आए
शंभू बॉर्डर पर हालात और किसानों की मांगों को देखने के लिए गठित कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट को अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी है। अभी फाइनल रिपोर्ट आनी बाकी है। कमेटी ने बताया कि कई बार किसान नेताओं को बुलाया, लेकिन वे नहीं आए। 11-12 सितंबर को चंडीगढ़ में पंजाब और हरियाणा के मुख्य सचिव और डीजीपी की बैठक बुलाई गई। इसमें सुझाव दिया गया कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के कोऑर्डिनेटर जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा के महासचिव सरवन सिंह पंधेर को बैठक के लिए बुलाया जाए। दोनों से बैठक के लिए सुविधाजनक तारीख और समय बताने का अनुरोध किया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। 18 अक्टूबर को हरियाणा निवास में बैठक करने का निमंत्रण भेजा गया। किसान नेताओं ने कमेटी के साथ चर्चा के लिए आने में असमर्थता जताई। हरियाणा पुलिस ने 2 बार किसानों को वापस लौटाया..
6 दिसंबर को दोपहर 1 बजे 101 किसानों का जत्था दिल्ली के लिए रवाना हुआ। पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए 3 लेयर का सुरक्षा घेरा बनाया था। सबसे पहले किसानों ने बैरिकेड उखाड़े। इसके बाद कंटीले तारों को उखाड़ा और आखिर में सीमेंट में लगी कीलों को हटाया। पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इस पूरी घटना में 8 किसान घायल हुए। ढाई घंटे तक चली इस घटना के बाद किसान वापस धरना स्थल की ओर चल पड़े। 8 दिसंबर को दूसरी बार 101 किसानों का जत्था शंभू बॉर्डर से दोपहर 12 बजे दिल्ली की ओर कूच करने के लिए धरना स्थल से निकला। पुल पर पुलिस और किसानों के बीच बहस हुई। हरियाणा पुलिस ने किसानों से दिल्ली जाने का अनुमति पत्र मांगा। उन्होंने कहा कि बिना अनुमति के वे दिल्ली नहीं जा सकते। इसके बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। इस पर हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। पुलिस ने किसानों को चाय और बिस्किट दिए और उन पर फूल भी बरसाए। फिर भी किसान दिल्ली कूच करने पर अड़े रहे। पुलिस ने फिर आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारें भी कीं, जिसमें 8 किसान घायल हो गए। करीब 4 घंटे बाद किसान नेताओं ने जत्थे को वापस बुला लिया।
पानी की समस्या से परेशान वार्ड- 34 के लोगों ने किया प्रदर्शन
पानी की समस्या से परेशान वार्ड- 34 के लोगों ने किया प्रदर्शन पिछले कई महीने से पीने वाले पानी की विकराल समस्या को लेकर वार्ड नंबर 34 के निवासियों ने रोष प्रदर्शन किया और नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। राजेश मिश्रा ने कहा कि इलाके के कई मोहल्ले गगन नगर, शहीद अजीत सिंह कॉलोनी, गुरु नानक नगर, सिटी गार्डन कॉलोनी, सुन्दर नगर, गुरमेल नगर, पीपल चौक समेत कई मोहल्लों में पीने वाले पानी की सप्लाई शून्य है। नगर निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों को उनके द्वारा और मोहल्ले के लोगों द्वारा लिखित में कई बार शिकायतें दी गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। नगर निगम और सरकार के प्रतिनिधि केवल मूक दर्शक बनकर तमाशा देख रहे है पानी के बगैर लोगों का जीवन नरक बना हुआ है। इलाके के लोगों ने चेतावनी दी कि अगर नगर निगम के अधिकारियों ने समस्या का स्थाई हल न किया तो लोग सड़कों पर आकर निगम कार्यालय का घेराव करेंगे। लोग अपने निजी पैसे खर्च कर टैंकर मंगवा कर काम चला रहे हैं। इस अवसर पर मुकेश सहगल, बैजनाथ तिवारी, राज बहादुर, शंभू चौहान , अनुराधा वर्मा, प्रीति तिवारी, दरोगा चौधरी, लाल जी तिवारी, वैजयंती देवी, प्रीति पाल, होलिंदर कुमार, जनक पांडे, दर्शन रानी, सीमा मिश्रा, उमा बाला, माला गुप्ता सहित बड़ी संख्या में इलाका निवासी उपस्थित थे।