सोनीपत के खरखौदा को गोहाना जिले में शामिल किए जाने की संभावना के खिलाफ क्षेत्र के विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक व किसान संगठनों ने एकजुट होकर विरोध जताया। इस संबंध में मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन खरखौदा एसडीएम डॉ. निर्मल नागर को सौंपा गया। विरोध करने वाले संगठनों में दहिया खाप, सावित्री बाई फुले सेवा समिति, किसान संगठन, भाजपा मंडल, खरखौदा ब्लॉक सरपंच एसोसिएशन, बार एसोसिएशन, नवनिर्वाचित पार्षद व कई धार्मिक व सामाजिक संगठन शामिल थे। विरोध करने वाले संगठनों का कहना है कि भाजपा ने गोहाना का जिला अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है और खरखौदा विधानसभा को उसके अधीन कर दिया है। इससे यह आशंका बढ़ गई है कि भविष्य में जब गोहाना को जिला बनाया जाएगा तो खरखौदा को उसमें शामिल कर लिया जाएगा। क्षेत्रवासियों ने इस संभावना का विरोध किया है और साफ तौर पर कहा है कि खरखौदा को किसी भी सूरत में गोहाना में नहीं जाने दिया जाएगा। खरखौदा से गोहाना 40 किलोमीटर दूर विरोध कर रहे संगठनों ने तर्क दिया कि खरखौदा की सोनीपत से दूरी मात्र 16 किलोमीटर है, जबकि गोहाना से इसकी दूरी 40 किलोमीटर है। ऐसे में प्रशासनिक सुविधा और जनता की जरूरतों को देखते हुए खरखौदा को सोनीपत जिले में ही बनाए रखा जाना चाहिए। सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा गया खरखौदा क्षेत्र के लोगों और विभिन्न संगठनों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए अपनी मांग रखी कि खरखौदा को गोहाना में शामिल न किया जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रमुख रूप से किसान नेता विकेश, डॉ. अनिल दहिया, जयकुंवार राणा, जितेंद्र राणा, सरपंच एसोसिएशन प्रधान डॉ. आशीष दहिया, भाजपा मंडल अध्यक्ष नरेश पाराशर, दहिया खाप प्रधान जयपाल दहिया, जय सिंह, पार्षद मुकेश सैनी, रविंद्र, सीताराम, हरिओम और पूर्व पार्षद सुषमा सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एसडीएम डॉ. निर्मल नागर ने कहा, क्षेत्रवासियों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन को आगे की कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय भेज दिया गया है। किसान नेता विकेश ने ऐलान किया कि 22 मार्च को खरखौदा ब्लॉक के सामने भगवान परशुराम पार्क में सभी गांवों के ग्रामीणों को बुलाया जाएगा। इस दौरान गांववार सदस्य बनाकर एक कमेटी गठित की जाएगी। जो इस मुद्दे पर आगे की रणनीति तय करेगी। विधायक पवन खरखौदा का बयान इस पूरे मामले पर खरखौदा के विधायक पवन खरखौदा ने सफाई देते हुए कहा अगर गोहाना जिला बनता भी है तो खरखौदा उसमें शामिल नहीं होगा। ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। यह केवल भाजपा संगठनात्मक दृष्टि से किया गया है, ताकि पार्टी मजबूती से कार्य कर सके। मैं भी चाहता हूं कि खरखौदा सोनीपत में ही रहे। फिलहाल नए परिसीमन से पहले कोई कार्रवाई नहीं होगी और जनगणना के बाद ही इस पर कोई प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। सोनीपत के खरखौदा को गोहाना जिले में शामिल किए जाने की संभावना के खिलाफ क्षेत्र के विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक व किसान संगठनों ने एकजुट होकर विरोध जताया। इस संबंध में मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन खरखौदा एसडीएम डॉ. निर्मल नागर को सौंपा गया। विरोध करने वाले संगठनों में दहिया खाप, सावित्री बाई फुले सेवा समिति, किसान संगठन, भाजपा मंडल, खरखौदा ब्लॉक सरपंच एसोसिएशन, बार एसोसिएशन, नवनिर्वाचित पार्षद व कई धार्मिक व सामाजिक संगठन शामिल थे। विरोध करने वाले संगठनों का कहना है कि भाजपा ने गोहाना का जिला अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है और खरखौदा विधानसभा को उसके अधीन कर दिया है। इससे यह आशंका बढ़ गई है कि भविष्य में जब गोहाना को जिला बनाया जाएगा तो खरखौदा को उसमें शामिल कर लिया जाएगा। क्षेत्रवासियों ने इस संभावना का विरोध किया है और साफ तौर पर कहा है कि खरखौदा को किसी भी सूरत में गोहाना में नहीं जाने दिया जाएगा। खरखौदा से गोहाना 40 किलोमीटर दूर विरोध कर रहे संगठनों ने तर्क दिया कि खरखौदा की सोनीपत से दूरी मात्र 16 किलोमीटर है, जबकि गोहाना से इसकी दूरी 40 किलोमीटर है। ऐसे में प्रशासनिक सुविधा और जनता की जरूरतों को देखते हुए खरखौदा को सोनीपत जिले में ही बनाए रखा जाना चाहिए। सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा गया खरखौदा क्षेत्र के लोगों और विभिन्न संगठनों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए अपनी मांग रखी कि खरखौदा को गोहाना में शामिल न किया जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रमुख रूप से किसान नेता विकेश, डॉ. अनिल दहिया, जयकुंवार राणा, जितेंद्र राणा, सरपंच एसोसिएशन प्रधान डॉ. आशीष दहिया, भाजपा मंडल अध्यक्ष नरेश पाराशर, दहिया खाप प्रधान जयपाल दहिया, जय सिंह, पार्षद मुकेश सैनी, रविंद्र, सीताराम, हरिओम और पूर्व पार्षद सुषमा सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एसडीएम डॉ. निर्मल नागर ने कहा, क्षेत्रवासियों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन को आगे की कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय भेज दिया गया है। किसान नेता विकेश ने ऐलान किया कि 22 मार्च को खरखौदा ब्लॉक के सामने भगवान परशुराम पार्क में सभी गांवों के ग्रामीणों को बुलाया जाएगा। इस दौरान गांववार सदस्य बनाकर एक कमेटी गठित की जाएगी। जो इस मुद्दे पर आगे की रणनीति तय करेगी। विधायक पवन खरखौदा का बयान इस पूरे मामले पर खरखौदा के विधायक पवन खरखौदा ने सफाई देते हुए कहा अगर गोहाना जिला बनता भी है तो खरखौदा उसमें शामिल नहीं होगा। ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। यह केवल भाजपा संगठनात्मक दृष्टि से किया गया है, ताकि पार्टी मजबूती से कार्य कर सके। मैं भी चाहता हूं कि खरखौदा सोनीपत में ही रहे। फिलहाल नए परिसीमन से पहले कोई कार्रवाई नहीं होगी और जनगणना के बाद ही इस पर कोई प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
