गंगा दशहरा पर काशी में 2 लाख लोगों का स्नान:दशाश्वमेध और अस्सी घाट पर सबसे ज्यादा भीड़, गंगा को चढ़ेगी 5000 मीटर लंबी साड़ी

गंगा दशहरा पर काशी में 2 लाख लोगों का स्नान:दशाश्वमेध और अस्सी घाट पर सबसे ज्यादा भीड़, गंगा को चढ़ेगी 5000 मीटर लंबी साड़ी

आज गंगा दशहरा है। काशी सुबह से ही गंगा घाट पर स्नान करे वालों की भीड़ लगी है। काशी और प्रयागराज आज भव्य प्रोग्राम होगा। जहां पर 2-2 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आस्था की डुबकी लागाएंगे। सुबह से देर रात तक गंगा आरती और कल्चरल कार्यक्रम होंगे। वाराणसी में अस्सी से राजघाट के बीच 30 से ज्यादा घाटों पर गंगा का अभिषेक, कल्चरल और पूजा-अनुष्ठान के कार्यक्रम होंगे। अस्सी घाट पर सुबह 11 नावों से मां गंगा को 5000 मीटर लंबी चुनरी साड़ी चढ़ाकर 56 तरह के व्यंजनों का विशेष भोग लगाया जाएगा। 22 देव कन्याएं भी गंगा आरती करेंगी वाराणसी में शाम को दशाश्वमेध घाट पर 33 अर्चक गंगा की महा आरती उतारेंगे। शंखनाद के साथ 22 देव कन्याएं भी गंगा आरती करेंगी। यहां पर दिल्ली के सांसद और भोजपुरी स्टार मनोज तिवारी गंगा मां पर भजन सुनाएंगे। प्रयागराज के संगम नोज पर पहली बार 8 देव कन्याएं गंगा आरती उतारेंगी। अस्सी घाट पर मां गंगा के आर-पार की चुनरी चढ़ाई जाएगी। 1008 साड़ियों को आपस में जोड़ कर इस पार से उस पार तक भक्त नांव से जाएंगे। कार्यक्रम संयोजक श्रवण कुमार मिश्र के अनुसार, शाम को 7 अर्चकों द्वारा मां गंगा की आरती के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। गायन, वादन और नृत्य की प्रस्तुतियां बनारस घराने के कलाकारों द्वारा दी जाएंगी। वाराणसी में यहां-यहां होगी गंगा आरती
सुबह-ए-बनारस की ओर से अस्सी घाट पर ब्रह्म बेला में पाणिनी कन्या महाविद्यालय की ऋषिकाएं यानी कि छात्राएं मां गंगा का विशिष्ट हवन करेंगी। 7 अर्चकों द्वारा गंगा आरती की जाएगी। इसके अलावा तुलसी घाट, केदार घाट, मानसरोवर घाट, राजा घाट, अहिल्याबाई घाट, ललिता घाट, सिंधिया घाट, पंचगंगा घाट, गाय घाट और राजघाट पर भी गंगा आरती के आयोजन किए जाएंगे। गंगा को साफ रखने का शपथ लेंगे श्रद्धालु वाराणसी में सुबह गंगा पूजन के बाद घाट पर मौजूद भक्तों को गंगा निर्मणीकरण यानी कि गंगा को साफ रखने में सहभागी बनने की शपथ दिलाई जाएगी। शाम के सांस्कृतिक कार्यक्रम में बनारस घराने के मानिंद कथक कलाकार माता प्रसाद मिश्र और उनके पुत्र रुद्रशंकर मिश्र गंगा अवतरण थीम पर नृत्य नाटिका का मंचन करेंगे। विश्वनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक और शिवार्चनम श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में आज शाम 6 बजे गंगेश्वर महादेव मंदिर पर रुद्राभिषेक किया जाएगा। मंदिर में गंगा जी के विग्रह पर पूजा-पाठ होगी। मंदिर के शंकराचार्य चौक क्षेत्र में शिवार्चनम मंच से मां गंगा और महादेव की स्तुति की जाएगी। भजन संध्या होगी। गंगा दशहरा को लेकर वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने सभी पुलिस अधिकारियों संग बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था का खांका खींचा। आज गंगा दशहरा है। काशी सुबह से ही गंगा घाट पर स्नान करे वालों की भीड़ लगी है। काशी और प्रयागराज आज भव्य प्रोग्राम होगा। जहां पर 2-2 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आस्था की डुबकी लागाएंगे। सुबह से देर रात तक गंगा आरती और कल्चरल कार्यक्रम होंगे। वाराणसी में अस्सी से राजघाट के बीच 30 से ज्यादा घाटों पर गंगा का अभिषेक, कल्चरल और पूजा-अनुष्ठान के कार्यक्रम होंगे। अस्सी घाट पर सुबह 11 नावों से मां गंगा को 5000 मीटर लंबी चुनरी साड़ी चढ़ाकर 56 तरह के व्यंजनों का विशेष भोग लगाया जाएगा। 22 देव कन्याएं भी गंगा आरती करेंगी वाराणसी में शाम को दशाश्वमेध घाट पर 33 अर्चक गंगा की महा आरती उतारेंगे। शंखनाद के साथ 22 देव कन्याएं भी गंगा आरती करेंगी। यहां पर दिल्ली के सांसद और भोजपुरी स्टार मनोज तिवारी गंगा मां पर भजन सुनाएंगे। प्रयागराज के संगम नोज पर पहली बार 8 देव कन्याएं गंगा आरती उतारेंगी। अस्सी घाट पर मां गंगा के आर-पार की चुनरी चढ़ाई जाएगी। 1008 साड़ियों को आपस में जोड़ कर इस पार से उस पार तक भक्त नांव से जाएंगे। कार्यक्रम संयोजक श्रवण कुमार मिश्र के अनुसार, शाम को 7 अर्चकों द्वारा मां गंगा की आरती के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। गायन, वादन और नृत्य की प्रस्तुतियां बनारस घराने के कलाकारों द्वारा दी जाएंगी। वाराणसी में यहां-यहां होगी गंगा आरती
सुबह-ए-बनारस की ओर से अस्सी घाट पर ब्रह्म बेला में पाणिनी कन्या महाविद्यालय की ऋषिकाएं यानी कि छात्राएं मां गंगा का विशिष्ट हवन करेंगी। 7 अर्चकों द्वारा गंगा आरती की जाएगी। इसके अलावा तुलसी घाट, केदार घाट, मानसरोवर घाट, राजा घाट, अहिल्याबाई घाट, ललिता घाट, सिंधिया घाट, पंचगंगा घाट, गाय घाट और राजघाट पर भी गंगा आरती के आयोजन किए जाएंगे। गंगा को साफ रखने का शपथ लेंगे श्रद्धालु वाराणसी में सुबह गंगा पूजन के बाद घाट पर मौजूद भक्तों को गंगा निर्मणीकरण यानी कि गंगा को साफ रखने में सहभागी बनने की शपथ दिलाई जाएगी। शाम के सांस्कृतिक कार्यक्रम में बनारस घराने के मानिंद कथक कलाकार माता प्रसाद मिश्र और उनके पुत्र रुद्रशंकर मिश्र गंगा अवतरण थीम पर नृत्य नाटिका का मंचन करेंगे। विश्वनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक और शिवार्चनम श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में आज शाम 6 बजे गंगेश्वर महादेव मंदिर पर रुद्राभिषेक किया जाएगा। मंदिर में गंगा जी के विग्रह पर पूजा-पाठ होगी। मंदिर के शंकराचार्य चौक क्षेत्र में शिवार्चनम मंच से मां गंगा और महादेव की स्तुति की जाएगी। भजन संध्या होगी। गंगा दशहरा को लेकर वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने सभी पुलिस अधिकारियों संग बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था का खांका खींचा।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर