गणतंत्र दिवस के जश्न में कर्तव्य पथ पर दिखेगी ‘महाकुंभ’ की झांकी, जानें कैसी है तैयारी?

गणतंत्र दिवस के जश्न में कर्तव्य पथ पर दिखेगी ‘महाकुंभ’ की झांकी, जानें कैसी है तैयारी?

<p style=”text-align: justify;”><strong>Republic Day Celebration 2025:</strong> महाकुंभ 2025 का आयोजन इस बार एक नई दिशा में होगा, जिसमें आध्यात्मिकता, धरोहर, विकास और डिजिटल प्रगति का संगम होगा. इस आयोजन के तहत गणतंत्र दिवस परेड में नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर एक भव्य झांकी प्रस्तुत की जाएगी, जो महाकुंभ के ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाएगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस झांकी में एक ट्रैक्टर के आगे ‘अमृत कलश’ की भव्य प्रतिकृति दिखाई जाएगी, जिससे अमृतधारा प्रवाहित हो रही होगी. शंखनाद, आचमन और साधना करते साधु-संतों के दृश्य और संगम में डुबकी लगाते श्रद्धालु महाकुंभ की आध्यात्मिक ऊर्जा को जीवंत करेंगे. झांकी के पैनल पर अखाड़ों और श्रद्धालुओं को म्यूरल और एलईडी स्क्रीन के माध्यम से दिखाया जाएगा, जो शाही स्नान के लिए जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा, समुद्र मंथन की पौराणिक कथा को भी चित्रित किया जाएगा, जिसमें हलाहल विष, कामधेनु, ऐरावत हाथी, शंख, धन्वंतरि जैसे 14 रत्नों का चित्रण होगा, जो महाकुंभ की ऐतिहासिकता और धार्मिक महत्व को रेखांकित करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एलईडी स्क्रीन के जरिए महाकुंभ के स्नान को दिखाने की कोशिश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महाकुंभ 2025 में अपनाई जा रही नई टेक्नोलॉजी और डिजिटल प्रबंधन भी इस झांकी में प्रदर्शित किया जाएगा. हाईटेक इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) को प्रमुखता से दिखाया जाएगा, जो सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन का उत्कृष्ट उदाहरण पेश करेगा. एलईडी स्क्रीन के जरिए महाकुंभ के पर्व स्नान के जुलूस को भी प्रसारित किया जाएगा, जिससे दुनियाभर के दर्शक इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बन सकेंगे.<br /><br /><strong>आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुत करने की कोशिश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस झांकी के माध्यम से महाकुंभ 2025 की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को पूरी दुनिया में प्रस्तुत किया जाएगा, जो न केवल भारत, बल्कि संपूर्ण विश्व के लिए मानवता की अमूल्य धरोहर है. यह आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसमें डिजिटल और प्रौद्योगिकी के माध्यम से प्रगति और विकास का भी अनूठा मिश्रण देखने को मिलेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Kalpvas: कल्पवास के 21 नियम क्या हैं, कुंभ के बिना भी क्या कर सकते हैं कल्पवास” href=”https://www.abplive.com/lifestyle/religion/mahakumbh-2025-celibacy-of-kalpvas-see-the-full-list-of-rules-2866769″ target=”_self”>Kalpvas: कल्पवास के 21 नियम क्या हैं, कुंभ के बिना भी क्या कर सकते हैं कल्पवास</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Republic Day Celebration 2025:</strong> महाकुंभ 2025 का आयोजन इस बार एक नई दिशा में होगा, जिसमें आध्यात्मिकता, धरोहर, विकास और डिजिटल प्रगति का संगम होगा. इस आयोजन के तहत गणतंत्र दिवस परेड में नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर एक भव्य झांकी प्रस्तुत की जाएगी, जो महाकुंभ के ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाएगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस झांकी में एक ट्रैक्टर के आगे ‘अमृत कलश’ की भव्य प्रतिकृति दिखाई जाएगी, जिससे अमृतधारा प्रवाहित हो रही होगी. शंखनाद, आचमन और साधना करते साधु-संतों के दृश्य और संगम में डुबकी लगाते श्रद्धालु महाकुंभ की आध्यात्मिक ऊर्जा को जीवंत करेंगे. झांकी के पैनल पर अखाड़ों और श्रद्धालुओं को म्यूरल और एलईडी स्क्रीन के माध्यम से दिखाया जाएगा, जो शाही स्नान के लिए जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा, समुद्र मंथन की पौराणिक कथा को भी चित्रित किया जाएगा, जिसमें हलाहल विष, कामधेनु, ऐरावत हाथी, शंख, धन्वंतरि जैसे 14 रत्नों का चित्रण होगा, जो महाकुंभ की ऐतिहासिकता और धार्मिक महत्व को रेखांकित करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एलईडी स्क्रीन के जरिए महाकुंभ के स्नान को दिखाने की कोशिश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महाकुंभ 2025 में अपनाई जा रही नई टेक्नोलॉजी और डिजिटल प्रबंधन भी इस झांकी में प्रदर्शित किया जाएगा. हाईटेक इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) को प्रमुखता से दिखाया जाएगा, जो सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन का उत्कृष्ट उदाहरण पेश करेगा. एलईडी स्क्रीन के जरिए महाकुंभ के पर्व स्नान के जुलूस को भी प्रसारित किया जाएगा, जिससे दुनियाभर के दर्शक इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बन सकेंगे.<br /><br /><strong>आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुत करने की कोशिश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस झांकी के माध्यम से महाकुंभ 2025 की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को पूरी दुनिया में प्रस्तुत किया जाएगा, जो न केवल भारत, बल्कि संपूर्ण विश्व के लिए मानवता की अमूल्य धरोहर है. यह आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसमें डिजिटल और प्रौद्योगिकी के माध्यम से प्रगति और विकास का भी अनूठा मिश्रण देखने को मिलेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Kalpvas: कल्पवास के 21 नियम क्या हैं, कुंभ के बिना भी क्या कर सकते हैं कल्पवास” href=”https://www.abplive.com/lifestyle/religion/mahakumbh-2025-celibacy-of-kalpvas-see-the-full-list-of-rules-2866769″ target=”_self”>Kalpvas: कल्पवास के 21 नियम क्या हैं, कुंभ के बिना भी क्या कर सकते हैं कल्पवास</a></strong></p>  दिल्ली NCR दिल्ली विधानसभा चुनाव में रामायण के बाद राम की एंट्री, बीजेपी के गाने पर AAP ने किया पलटवार