गाजीपुर मंडी में था एक्टिव रंगदारी वसूली गैंग, पुलिस ने तीन बदमाशों को दबोचा, हथियार बरामद

गाजीपुर मंडी में था एक्टिव रंगदारी वसूली गैंग, पुलिस ने तीन बदमाशों को दबोचा, हथियार बरामद

<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने एक संगठित रंगदारी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है, इस गैंग के शामिल &nbsp;शामिल आरोपी पशु व्यापारियों और ट्रांसपोर्टों से अवैध वसूली कर रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने इस गैंग के गिरफ्तार सदस्यों के कब्जे से तीन देसी कट्टे, जिंदा कारतूस ,दो कार और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किया है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार सदस्यों की पहचान रवींद्र शर्मा,पवन कुमार, मुस्ताक अली के रूप में हुई है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वसूली करने वाला यह गैंग गाजीपुर मंडी में था एक्टिव</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को एक खुफिया जानकारी मिली थी कि गाजीपुर मंडी और उसके आसपास के इलाकों में पशु व्यापारियों और ट्रांसपोर्टों से वसूली की जा रही है. इस गैंग के सदस्य खुद को पशु क्रूरता निवारण समिति का अधिकारी बताकर वाहन चालकों को डराते थे और उनसे वसूली करते थे. यह गैंग नगद भुगतान के साथ-साथ ऑनलाइन माध्यम से भी रकम की वसूली करते थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली के पुलिस ने किया खुलासा&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने खुफिया जानकारी के आधार पर द्वारका के ककरोला लाल के पास जाल बिछाया. इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम ने रविंद्र शर्मा को स्विफ्ट कार समेत पकड़ लिया. जिसके पास से देसी कट्टा और कारतूस बरामद किए गए. हालांकि उसकी निशानदेही पर इस गैंग का सरगना पवन कुमार और फिर मुस्ताक अली को पकड़ा गया जिसके पास से भी हथियार बरामद किए गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गिरोह को काम करने का तरीका&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के मुताबिक यह गैंग रात के समय जानवर ले जाने वाली गाड़ियों को रोकता था और ड्राइवर को हथियार दिखाकर धमकता था कि एसपीसीए में शिकायत की जाएगी. पैसे ना होने पर पीड़ितों से जबरदस्ती उनके खातों से ऑनलाइन ट्रांसफर कराया जाता था. गाड़ियों को तोड़ना और रास्ता रोकना आम बात थी. वहीं इस गैंग में आरोपी पवन कुमार ने 8 लोगों की भर्ती की थी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मेवात से होती थी हथियारों की सप्लाई&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के मुताबिक हथियारों की सप्लाई मुस्ताक अली नाम का आरोपी करता था जो मेवात से 1 साल पहले करीब 10 कट्टे लेकर आया था और इन्हें गैंग के सदस्यों में बांट दिया गया था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस जांच में जुटी&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने दिल्ली एनसीआर में चल रहे संगठित गैंग का तो पर्दाफ़ाश कर दिया है . लेकिन पुलिस अब इस गैंग से अवैध रूप से वसूली की रकम प्राप्त करने वाले पीड़ितों से संपर्क कर रही है.&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने एक संगठित रंगदारी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है, इस गैंग के शामिल &nbsp;शामिल आरोपी पशु व्यापारियों और ट्रांसपोर्टों से अवैध वसूली कर रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने इस गैंग के गिरफ्तार सदस्यों के कब्जे से तीन देसी कट्टे, जिंदा कारतूस ,दो कार और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किया है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार सदस्यों की पहचान रवींद्र शर्मा,पवन कुमार, मुस्ताक अली के रूप में हुई है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वसूली करने वाला यह गैंग गाजीपुर मंडी में था एक्टिव</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को एक खुफिया जानकारी मिली थी कि गाजीपुर मंडी और उसके आसपास के इलाकों में पशु व्यापारियों और ट्रांसपोर्टों से वसूली की जा रही है. इस गैंग के सदस्य खुद को पशु क्रूरता निवारण समिति का अधिकारी बताकर वाहन चालकों को डराते थे और उनसे वसूली करते थे. यह गैंग नगद भुगतान के साथ-साथ ऑनलाइन माध्यम से भी रकम की वसूली करते थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली के पुलिस ने किया खुलासा&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने खुफिया जानकारी के आधार पर द्वारका के ककरोला लाल के पास जाल बिछाया. इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम ने रविंद्र शर्मा को स्विफ्ट कार समेत पकड़ लिया. जिसके पास से देसी कट्टा और कारतूस बरामद किए गए. हालांकि उसकी निशानदेही पर इस गैंग का सरगना पवन कुमार और फिर मुस्ताक अली को पकड़ा गया जिसके पास से भी हथियार बरामद किए गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गिरोह को काम करने का तरीका&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के मुताबिक यह गैंग रात के समय जानवर ले जाने वाली गाड़ियों को रोकता था और ड्राइवर को हथियार दिखाकर धमकता था कि एसपीसीए में शिकायत की जाएगी. पैसे ना होने पर पीड़ितों से जबरदस्ती उनके खातों से ऑनलाइन ट्रांसफर कराया जाता था. गाड़ियों को तोड़ना और रास्ता रोकना आम बात थी. वहीं इस गैंग में आरोपी पवन कुमार ने 8 लोगों की भर्ती की थी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मेवात से होती थी हथियारों की सप्लाई&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के मुताबिक हथियारों की सप्लाई मुस्ताक अली नाम का आरोपी करता था जो मेवात से 1 साल पहले करीब 10 कट्टे लेकर आया था और इन्हें गैंग के सदस्यों में बांट दिया गया था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस जांच में जुटी&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने दिल्ली एनसीआर में चल रहे संगठित गैंग का तो पर्दाफ़ाश कर दिया है . लेकिन पुलिस अब इस गैंग से अवैध रूप से वसूली की रकम प्राप्त करने वाले पीड़ितों से संपर्क कर रही है.&nbsp;</p>  दिल्ली NCR MP के बालाघाट में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 4 नक्सली ढेर, भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद