घर में भांजी अकेले थी। 22 फरवरी से जीजा का इलाज घर से 500 मीटर दूर निजी अस्पताल में चल रहा। बच्ची की मां देखभाल के लिए अस्पताल में ही रहती है। इस दौरान उसे अकेला पाकर पड़ोसी घर में घुसा। उसने रेप का प्रयास किया। भांजी शोर मचाई तो भाग गया। घटना से हताश होकर भांजी आग लगा ली। आसपास के लोगों ने उसे बचाया फिर भी 60 से 70% झुलस गई है। घटना सामने आने के बाद दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने मामले की तहकीकात की। बातचीत करने के लिए जब टीम पीड़िता के घर पहुंची तो सुसाइड करने वाली नाबालिग के मामा ने पूरी कहानी बताई। मामा ने बताया- मांजी तीसरी तक पढ़ाई की है। घर में पैसे की तंगी होने के कारण उसकी पढ़ाई छूट गई। वह परिवार के साथ काम में हाथ बंटाने लगी। सिलाई कढ़ाई सीखने लगी। हुनरमंद और जिम्मेदार होने के कारण वह सभी जिम्मेदारी संभाल ली। पिता का चल रहा इलाज, मां करती है देख रेख
घटना मलिहाबाद की है। पीड़िता की उम्र अभी 17 साल है। पिता ऑटो चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। कुछ दिन पहले हाइड्रोसिल और फायलेरिया हो गया। जिसका इलाज मलिहाबाद के निजी अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टर ने ऑपरेशन की बात कही है। इस वजह से 22 फरवरी को एडमिट करना पड़ा। लड़की की मां देख रेख के लिए अस्पताल में ही रहती है। बस खाना लेने घर आती है। आरोपी कई दिनों से रख रहा था नजर
काफी समय से एडमिट होने की वजह से आरोपी राहुल को लड़की के अकेले होने की जानकारी थी। कौन कब आता है, ये सब आरोपी जानता था। 27 फरवरी की दोपहर 12 बजे राहुल घर में घुसा। अकेला पाकर लड़की के साथ हरकत करने लगा। शोर मचाई तो उसका मुंह दबा दिया। इस वजह से उसकी चीख कमरे से बाहर न आ सकी। इसी का फायदा उठाकर आरोपी छेड़छाड़ करने लगा। 11 साल के भाई ने आरोपी को देखा
मामा ने बताया कि घर के बगल में लड़की के चाचा का घर है। जब आरोपी वारदात को अंजाम देने के लिए घर पर घुसा था, उसी समय किसी काम से 11 साल का छोटा भाई पहुंच गया। अंदर गया तो आरोपी राहुल को जबरदस्ती करते देख लिया। वह चुपचाप वापस लौटा और घर जाकर पूरी बात माता-पिता से बता दिया। नाबालिग की चाची पहुंची और बाहर से दरवाजा बंद कर शोर मचाने लगी। आरोपी खुद को फंसता देख जान से मारने की धमकी दिया। इसके बाद पीछे की तरफ से कूदकर फरार हो गया। नाबालिग ने आधे घंटे बाद लगा ली आग
परिवार के सदस्य समझाकर अपने घर चले गए, लेकिन घटना से नाबालिग हताश थी। उसने अपने आप को घर में कैद कर लिया और खुद को आग लगा ली। धुआं और चीख सुनकर आसपास के लोग पहुंचे। कंबल डालकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक आधे से ज्यादा जल चुकी थी। उसे पास के अस्पताल पहुंचाया गया। यहां से डॉक्टर ने सिविल अस्पताल रेफर कर दिया। अस्पताल से भागकर बेटी को देखने पहुंचे पिता
पिता ऑपरेशन के चलते अस्पताल में भर्ती हैं। बेटी के जलने की सूचना मिलने पर वह भाग कर सिविल अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों के समझाने पर वापस भर्ती किया गया। अब नानी और मामा अस्पताल में नाबालिग की देख रेख कर रहे हैं। मामा ने बताया- मामले में डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया आरोपी राहुल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। घर में भांजी अकेले थी। 22 फरवरी से जीजा का इलाज घर से 500 मीटर दूर निजी अस्पताल में चल रहा। बच्ची की मां देखभाल के लिए अस्पताल में ही रहती है। इस दौरान उसे अकेला पाकर पड़ोसी घर में घुसा। उसने रेप का प्रयास किया। भांजी शोर मचाई तो भाग गया। घटना से हताश होकर भांजी आग लगा ली। आसपास के लोगों ने उसे बचाया फिर भी 60 से 70% झुलस गई है। घटना सामने आने के बाद दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने मामले की तहकीकात की। बातचीत करने के लिए जब टीम पीड़िता के घर पहुंची तो सुसाइड करने वाली नाबालिग के मामा ने पूरी कहानी बताई। मामा ने बताया- मांजी तीसरी तक पढ़ाई की है। घर में पैसे की तंगी होने के कारण उसकी पढ़ाई छूट गई। वह परिवार के साथ काम में हाथ बंटाने लगी। सिलाई कढ़ाई सीखने लगी। हुनरमंद और जिम्मेदार होने के कारण वह सभी जिम्मेदारी संभाल ली। पिता का चल रहा इलाज, मां करती है देख रेख
घटना मलिहाबाद की है। पीड़िता की उम्र अभी 17 साल है। पिता ऑटो चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। कुछ दिन पहले हाइड्रोसिल और फायलेरिया हो गया। जिसका इलाज मलिहाबाद के निजी अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टर ने ऑपरेशन की बात कही है। इस वजह से 22 फरवरी को एडमिट करना पड़ा। लड़की की मां देख रेख के लिए अस्पताल में ही रहती है। बस खाना लेने घर आती है। आरोपी कई दिनों से रख रहा था नजर
काफी समय से एडमिट होने की वजह से आरोपी राहुल को लड़की के अकेले होने की जानकारी थी। कौन कब आता है, ये सब आरोपी जानता था। 27 फरवरी की दोपहर 12 बजे राहुल घर में घुसा। अकेला पाकर लड़की के साथ हरकत करने लगा। शोर मचाई तो उसका मुंह दबा दिया। इस वजह से उसकी चीख कमरे से बाहर न आ सकी। इसी का फायदा उठाकर आरोपी छेड़छाड़ करने लगा। 11 साल के भाई ने आरोपी को देखा
मामा ने बताया कि घर के बगल में लड़की के चाचा का घर है। जब आरोपी वारदात को अंजाम देने के लिए घर पर घुसा था, उसी समय किसी काम से 11 साल का छोटा भाई पहुंच गया। अंदर गया तो आरोपी राहुल को जबरदस्ती करते देख लिया। वह चुपचाप वापस लौटा और घर जाकर पूरी बात माता-पिता से बता दिया। नाबालिग की चाची पहुंची और बाहर से दरवाजा बंद कर शोर मचाने लगी। आरोपी खुद को फंसता देख जान से मारने की धमकी दिया। इसके बाद पीछे की तरफ से कूदकर फरार हो गया। नाबालिग ने आधे घंटे बाद लगा ली आग
परिवार के सदस्य समझाकर अपने घर चले गए, लेकिन घटना से नाबालिग हताश थी। उसने अपने आप को घर में कैद कर लिया और खुद को आग लगा ली। धुआं और चीख सुनकर आसपास के लोग पहुंचे। कंबल डालकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक आधे से ज्यादा जल चुकी थी। उसे पास के अस्पताल पहुंचाया गया। यहां से डॉक्टर ने सिविल अस्पताल रेफर कर दिया। अस्पताल से भागकर बेटी को देखने पहुंचे पिता
पिता ऑपरेशन के चलते अस्पताल में भर्ती हैं। बेटी के जलने की सूचना मिलने पर वह भाग कर सिविल अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों के समझाने पर वापस भर्ती किया गया। अब नानी और मामा अस्पताल में नाबालिग की देख रेख कर रहे हैं। मामा ने बताया- मामले में डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया आरोपी राहुल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
‘पांच दिन से नहीं खाई खाना सिर्फ पानी पी है’:रेप के प्रयास से हताश नाबालिग 70% झुलसी; आरोपी कई दिनों से रख रहा था नजर
