गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक क्षेत्र में पुलिस और गैंगस्टरों के बीच हुई मुठभेड़ में दो आरोपी घायल हो गए। घटना शाहपुर जाजन गांव में उस समय हुई जब पुलिस टीम आरोपियों को हथियार बरामदगी के लिए ले जा रही थी। एसएसपी बटाला सोहेल कासिम मीर के अनुसार, दोनों आरोपी नवंबर 2024 में डेरा बाबा नानक के एक दुकानदार से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगने और 13 जनवरी को लोहड़ी के दिन दुकान पर गोलीबारी करने के मामले में शामिल थे। आरोपियों की पहचान सरबजीत सिंह साबा (फतेहगढ़ चूड़ियां निवासी) और सुनील मसीह लब्बा (शाहपुर जाजन निवासी) के रूप में हुई है। मुठभेड़ के दौरान, आरोपियों ने छिपाए हुए हथियार निकालकर पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों की टांगों में गोली लगी। घायल आरोपियों को पहले कम्युनिटी हेल्थ सेंटर डेरा बाबा नानक में भर्ती कराया गया, बाद में गंभीर स्थिति को देखते हुए अमृतसर रेफर कर दिया गया। जांच में पता चला कि गैंगस्टर जीवन फौजी के निर्देश पर यह वारदात की गई थी। एक आरोपी सुनील मसीह वारदात के बाद गुजरात भाग गया था, जहां से उसे एक मॉल में सिक्योरिटी गार्ड की वर्दी में छिपे हुए पकड़ा गया। उसके पास से पिस्तौल भी बरामद की गई थी। दूसरा आरोपित सरबजीत साबा जालंधर में कहीं छिप गया था। उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया था। दोनों से एक पिस्तौल बरामद करना बाकी था, जिसके चलते पुलिस पार्टी रविवार को दोनों को रिकवरी लेकर आई थी। यहां पर दोनों ने छिपाया गया पिस्तौल निकालकर पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया। पुलिस ने पहले हवा में गोली चलाई, लेकिन वे नहीं रूके। इसके चलते पुलिस ने दोनों की टांग में गोली मारी। दोनों जवाबी कार्रवाई में जख्मी हो गए। पुलिस ने दोनों को कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में भर्ती कराया। दोनों की हालत ठीक है, लेकिन दोनों को इलाज के लिए अमृतसर रेफर कर दिया गया है। एसएसपी बटाला सोहेल कासिम मीर ने बताया कि विदेश बैठे जीवन फौजी ने कई वारदातों को अंजाम दिया है, जिन्हें पुलिस सॉल्व कर चुकी है। फौजी पैसे का लालच देकर युवकों को साथ जोड़ता है। हालांकि किसी केस में भी किसी को पैसा नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि आरोपितों ने पुलिस पार्टी पर दो रौंद फायर किए थे, जबकि पुलिस ने जवाब में चार फायर किए। गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक क्षेत्र में पुलिस और गैंगस्टरों के बीच हुई मुठभेड़ में दो आरोपी घायल हो गए। घटना शाहपुर जाजन गांव में उस समय हुई जब पुलिस टीम आरोपियों को हथियार बरामदगी के लिए ले जा रही थी। एसएसपी बटाला सोहेल कासिम मीर के अनुसार, दोनों आरोपी नवंबर 2024 में डेरा बाबा नानक के एक दुकानदार से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगने और 13 जनवरी को लोहड़ी के दिन दुकान पर गोलीबारी करने के मामले में शामिल थे। आरोपियों की पहचान सरबजीत सिंह साबा (फतेहगढ़ चूड़ियां निवासी) और सुनील मसीह लब्बा (शाहपुर जाजन निवासी) के रूप में हुई है। मुठभेड़ के दौरान, आरोपियों ने छिपाए हुए हथियार निकालकर पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों की टांगों में गोली लगी। घायल आरोपियों को पहले कम्युनिटी हेल्थ सेंटर डेरा बाबा नानक में भर्ती कराया गया, बाद में गंभीर स्थिति को देखते हुए अमृतसर रेफर कर दिया गया। जांच में पता चला कि गैंगस्टर जीवन फौजी के निर्देश पर यह वारदात की गई थी। एक आरोपी सुनील मसीह वारदात के बाद गुजरात भाग गया था, जहां से उसे एक मॉल में सिक्योरिटी गार्ड की वर्दी में छिपे हुए पकड़ा गया। उसके पास से पिस्तौल भी बरामद की गई थी। दूसरा आरोपित सरबजीत साबा जालंधर में कहीं छिप गया था। उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया था। दोनों से एक पिस्तौल बरामद करना बाकी था, जिसके चलते पुलिस पार्टी रविवार को दोनों को रिकवरी लेकर आई थी। यहां पर दोनों ने छिपाया गया पिस्तौल निकालकर पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया। पुलिस ने पहले हवा में गोली चलाई, लेकिन वे नहीं रूके। इसके चलते पुलिस ने दोनों की टांग में गोली मारी। दोनों जवाबी कार्रवाई में जख्मी हो गए। पुलिस ने दोनों को कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में भर्ती कराया। दोनों की हालत ठीक है, लेकिन दोनों को इलाज के लिए अमृतसर रेफर कर दिया गया है। एसएसपी बटाला सोहेल कासिम मीर ने बताया कि विदेश बैठे जीवन फौजी ने कई वारदातों को अंजाम दिया है, जिन्हें पुलिस सॉल्व कर चुकी है। फौजी पैसे का लालच देकर युवकों को साथ जोड़ता है। हालांकि किसी केस में भी किसी को पैसा नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि आरोपितों ने पुलिस पार्टी पर दो रौंद फायर किए थे, जबकि पुलिस ने जवाब में चार फायर किए। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
जगराओं में 3 बेटियों के पिता की मौत:पैर फिसलने से नीचे गिरा, पसलियों पर गिरा भारी भरकम शीशा, चलाता था टैंपू
जगराओं में 3 बेटियों के पिता की मौत:पैर फिसलने से नीचे गिरा, पसलियों पर गिरा भारी भरकम शीशा, चलाता था टैंपू जगराओं शहर के कोठे खजूरा में पेट्रोल पंप के साथ बनी कालोनी में किराए के घर में रह रहे शेरपुर कलां के 44 वर्षीय व्यकित की हादसे में मौत हो गई। मृतक की पहचान बलवीर सिंह के तौर पर हुई है। जो पिछले 15 वर्षो ंसे अपनी ससुराल में रहा रहा था। हादसा देर रात उस समय हुआ जब बलवीर सिंह अपने टैंपू पर एक बड़ा शीशा छोड़ने के लिए आत्म नगर की एक कोठी में गया था। बस स्टैंड चौकी के पुलिस अधिकारी बलराज सिंह के मुताबिक, मृतक बलवीर सिंह खुद ही शीशा कोठी की दूसरी मंजिल पर चढ़ा रहा था। अचानक सीढ़ियों से उसका पैर फिसल गया, जिस कारण वह नीचे आ गिरा। भारी भरकम शीशा उसकी छाती पर आ गिरा, जिससे उसकी पसलियां दब गई। घर का इकलौता सहारा था हादसे के तुरंत बाद परिजन बलबीर सिंह को इलाज के लिए लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां पर देर रात दो बजे उसकी मौत हो गई। रविवार शाम पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। एएसआई बलराज सिंह नें बताया कि मृतक की पत्नी जसवीर कौर के बयान पर पुलिस नें धारा 174 के तहत कार्रवाई क है। मृतक बलवीर सिंह खुद तीन बेटियों का पिता था। वह परिवार का इकलौता सहारा था। मृतक बलवीर सिंह की मां जैलो बीमारी के कारण बिस्तर पर है।
नवांशहर में युवक का मर्डर:200 रुपए को लेकर हुआ विवाद, हत्यारोपियों ने दी पहले ही दी थी धमकी, गंडासों से बोला हमला
नवांशहर में युवक का मर्डर:200 रुपए को लेकर हुआ विवाद, हत्यारोपियों ने दी पहले ही दी थी धमकी, गंडासों से बोला हमला पंजाब के नवांशहर के गांव रामरायपुर में मात्र दो सौ रुपए के लेनदेन के विवाद के चलते एक युवक की गंडासों और अन्य हथियारों से हमला कर के हत्या कर दी गई। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी के अनुसार, गांव रामरायपुर निवासी 35 वर्षीय विजय कुमार उर्फ कालू का गांव के ही रहने वाले सतनाम सिंह उर्फ शामा से रुपयों के लेनदेन को लेकर विवाद चला आ रहा है। बताया जाता है कि सतनाम को विजय से अपने दो सौ रुपए लेने थे। इस बात को लेकर पहले भी दो बाद विवाद हो चुका है। मृतक की मां बिमला देवी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके दो लड़के व एक लड़की है। एक लड़का मुख्तियार सिंह विदेश गया हुआ है तथा छोटा लड़का विजय कुमार उर्फ कालू मजदूरी करता था। 30 जुलाई को विजय कुमार ने अपनी मां को बताया था कि सतनाम सिंह उर्फ शामां पुत्र अंग्रेज चंद निवासी मजारा खुर्द के साथ बहस हो गई थी और उन्होंने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। एक दिन पहले दी थी जान से मारने की धमकी लेकिन उसके बेटे ने ध्यान नहीं दिया और अगले दिन यानि 31 जुलाई की देर शाम तक जब विजय कुमार घर नहीं आया तो परिजन उसे देखने के लिए गांव में निकले तो गांव के पम्मे की मोटर के पास देखा कि सतनाम सिंह उर्फ शामा पुत्र अंग्रेज चंद अपने हाथ में गंडासा लिए हुए खड़ा था। उसके साथ अंग्रेज चांद पुत्र मलकीयत राम जिसके हाथ में दात था और अंग्रेज का दोहता (नाती) अवनीत कुमार पुत्र बलवीर चंद निवासी लुधियाना माजरा खुर्द, गुलशन कुमार पुत्र राजकुमार निवासी मजारा खुर्द जिसके हाथ में गंडासा था और सुनील कुमार भजन लाल का पुत्र निवासी मजारा खुर्द जिसके हाथ में डंडा था और सभी मिलकर विजय कुमार को पीट रहे थे। विजय के परिजनों को देखकर हमलावर मौके से फरार हो गए। हत्यारोपियों की तलाश जारी हमलावरों द्वारा किए गए हमले से घायल विजय कुमार को इलाज के लिए सिविल अस्पताल नवांशहर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इन पांच हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उक्त आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
सुखजिंदर रंधावा का अरविंद केजरीवाल को नोटिस:कहा- मेरे बारे में जो कहा, उसके लिए लिखित माफी मांगें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई होगी
सुखजिंदर रंधावा का अरविंद केजरीवाल को नोटिस:कहा- मेरे बारे में जो कहा, उसके लिए लिखित माफी मांगें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई होगी पंजाब के वरिष्ठ नेता और गुरदासपुर से सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को कानूनी नोटिस भेजा है। यह नोटिस 9 नवंबर 2024 को डेरा बाबा नानक में उप चुनावों को लेकर आयोजित AAP की एक राजनीतिक रैली के दौरान केजरीवाल द्वारा कथित रूप से दिए गए अपमानजनक और मानहानिपूर्ण बयानों के खिलाफ जारी किया गया है। रंधावा के वकील गुरमुख सिंह रंधावा के माध्यम से भेजे गए इस नोटिस में केजरीवाल से बिना शर्त लिखित माफी की मांग की गई है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि यदि ऐसा नहीं किया गया, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मानहानिपूर्ण बयान से छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप सुखजिंदर सिंह रंधावा के वकील द्वारा जारी किए गए कानूनी नोटिस में दावा किया गया है कि केजरीवाल ने रैली में रंधावा को “भ्रष्ट” और “बेईमान” जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है। नोटिस में कहा गया है कि इन बयानों से न केवल रंधावा की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है, बल्कि उनके परिवार और समर्थकों के साथ-साथ उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की भावनाओं को भी ठेस पहुंची है। वकील ने नोटिस में कहा कि रंधावा का राजनीतिक करियर साफ-सुथरा रहा है और उन्होंने कभी भी व्यक्तिगत लाभ के लिए सत्ता का दुरुपयोग नहीं किया। रंधावा अपने समुदाय और राज्य के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते हैं, और केजरीवाल के बयानों ने उनके सम्मान को ठेस पहुंचाई है। नोटिस में तीन मुख्य मांगें रखी गई हैं: देखें नोटिस— माफी मांगने के लिए 15 दिन का समय कानूनी नोटिस में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यदि केजरीवाल 15 दिनों के भीतर इन मांगों को पूरा नहीं करते हैं, तो रंधावा उनके खिलाफ नागरिक और आपराधिक मानहानि के तहत कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखते हैं। इस नोटिस की एक प्रति वकील के कार्यालय में सुरक्षित रखी गई है ताकि जरूरत पड़ने पर इसे अदालत में प्रस्तुत किया जा सके।