पंजाब में गुरदासपुर के गांव जीवनवाल में पांच मरले के प्लाट को लेकर चचेरे भाई आमने सामने आ गए। एक दूसरे पर तेजधार हथियारों से हमला किया गया और फायरिंग भी की गई। इस संघर्ष में तीन महिलाओं समेत पांच लोग घायल हो गए। एक व्यक्ति को गोली लगी है। घायलों में एक पंचायत मेंबर भी शामिल है। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। इस झगड़े का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें पंचायत मेंबर सुरजीत सिंह तेजधार हथियार से एक महिला को पिटता हुआ दिखाई दे रहा है। बाहर से बुलाए लोग, कराई पिटाई जानकारी देते ज़ख्मी हुई पहले गुट की महिला संदीप कौर और दलजीत कौर ने बताया कि उनके पति का पांच मरले के प्लाट का विवाद उनके ताऊ के बेटे के साथ चल रहा है। आज जब वह प्लाट पर कब्जा कर रहे थे तो मंदीप सिंह और वह उन्हें रोकने के लिए गए तो सामने से किसी ने गोली चला दी, जिससे मंदीप सिंह जख्मी हो गया। आरोप है कि उन पर भी तेजधार हथियारों से हमला कर उन्हें भी जख्मी कर दिया गया। उन्होंने बताया कि यह प्लाट उनका है, लेकिन पंचायत मेंबर सुरजीत सिंह ने बाहर से गुंडे बुलाकर उनके प्लाट पर कब्जा कर रहा है। धारदार हथियारों से हमला करने का आरोप वहीं दूसरी ओर झगड़े में जख्मी हुए दूसरे गुट के पंचायत मेंबर सुरजीत सिंह की पत्नी संदीप कौर ने बताया कि उनके पति का जमीन को लेकर अपने भाइयों के साथ झगड़ा चल रहा है। इसी दौरान आज जब वह जमीन पर कुछ काम कर रहे थे तो दोनों में झगड़ा हो गया। इस दौरान उनके पति पर भी तेजधार हथियारों से हमला कर उन्हें जख्मी कर दिया गया, जिनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। डीएसपी बोले- मामले की जांच जारी संघर्ष की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे डीएसपी मोहन सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गांव जीवनवाल में दो गुटों में झगड़ा हुआ है। दोनों गुट आपस में चचेरे भाई हैं। उन्होंने मौके पर पहुंच कर देखा तो एक व्यक्ति को गोली लगी थी, जिसका इलाज निजी अस्पताल में किया जा रहा है। इस झगड़े में पंचायत मेंबर भी जख्मी हुआ है। पुलिस ने कहा कि दोनों गुटों के बयान दर्ज कर आगे की बनती कार्रवाई की जाएगी। पंजाब में गुरदासपुर के गांव जीवनवाल में पांच मरले के प्लाट को लेकर चचेरे भाई आमने सामने आ गए। एक दूसरे पर तेजधार हथियारों से हमला किया गया और फायरिंग भी की गई। इस संघर्ष में तीन महिलाओं समेत पांच लोग घायल हो गए। एक व्यक्ति को गोली लगी है। घायलों में एक पंचायत मेंबर भी शामिल है। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। इस झगड़े का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें पंचायत मेंबर सुरजीत सिंह तेजधार हथियार से एक महिला को पिटता हुआ दिखाई दे रहा है। बाहर से बुलाए लोग, कराई पिटाई जानकारी देते ज़ख्मी हुई पहले गुट की महिला संदीप कौर और दलजीत कौर ने बताया कि उनके पति का पांच मरले के प्लाट का विवाद उनके ताऊ के बेटे के साथ चल रहा है। आज जब वह प्लाट पर कब्जा कर रहे थे तो मंदीप सिंह और वह उन्हें रोकने के लिए गए तो सामने से किसी ने गोली चला दी, जिससे मंदीप सिंह जख्मी हो गया। आरोप है कि उन पर भी तेजधार हथियारों से हमला कर उन्हें भी जख्मी कर दिया गया। उन्होंने बताया कि यह प्लाट उनका है, लेकिन पंचायत मेंबर सुरजीत सिंह ने बाहर से गुंडे बुलाकर उनके प्लाट पर कब्जा कर रहा है। धारदार हथियारों से हमला करने का आरोप वहीं दूसरी ओर झगड़े में जख्मी हुए दूसरे गुट के पंचायत मेंबर सुरजीत सिंह की पत्नी संदीप कौर ने बताया कि उनके पति का जमीन को लेकर अपने भाइयों के साथ झगड़ा चल रहा है। इसी दौरान आज जब वह जमीन पर कुछ काम कर रहे थे तो दोनों में झगड़ा हो गया। इस दौरान उनके पति पर भी तेजधार हथियारों से हमला कर उन्हें जख्मी कर दिया गया, जिनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। डीएसपी बोले- मामले की जांच जारी संघर्ष की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे डीएसपी मोहन सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गांव जीवनवाल में दो गुटों में झगड़ा हुआ है। दोनों गुट आपस में चचेरे भाई हैं। उन्होंने मौके पर पहुंच कर देखा तो एक व्यक्ति को गोली लगी थी, जिसका इलाज निजी अस्पताल में किया जा रहा है। इस झगड़े में पंचायत मेंबर भी जख्मी हुआ है। पुलिस ने कहा कि दोनों गुटों के बयान दर्ज कर आगे की बनती कार्रवाई की जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पेट्स एसेसरीज की बढ़ी डिमांड:3 साल पहले जिले में 20 स्टोर थे अब हुए 156, हर चीज इनोवेटिव और कस्टमाइज कोविड के बाद पेट्स के एसेसरीज स्टोर्स में लगातार इजाफा हुआ है। तीन साल पहले जहां करीब 20 दुकानें थीं, वहीं अब लुधियाना जिले में पेट्स एसेसरीज के करीब 156 स्टोर्स हैं, जहां पेट्स के जरूरत का हर सामान उपलब्ध है। वेटरनरी डॉक्टर्स का कहना है कि इसका कारण महामारी के दौरान पेट्स को अपनाने की बढ़ी प्रवृत्ति है। लोगों ने अकेलेपन और मानसिक तनाव से निपटने के लिए पेट्स को अपनाया, जिससे पेट्स की देखभाल और सामानों की मांग तेजी से बढ़ी। कोरोना ने यह कर दिखाया कि पालतू जानवर मानसिक स्वास्थ्य के लिए कितने महत्वपूर्ण हो सकते हैं, जिससे इस इंडस्ट्री को एकदम मजबूती मिली। पेट्स के सामानों में लेटेस्ट ट्रेंड्स में कई अनोखे और उपयोगी उत्पाद शामिल हैं। पेट्स की फैशन एक्सेसरीज काफी ट्रेंड में हैं और इसमें कई तरह के इनोवेटिव और कस्टमाइज्ड आइटम्स हैं। इन एसेसरीज से पेट्स को न केवल स्टाइलिश लुक मिलता है, बल्कि कुछ प्रैक्टिकल फायदों जैसे सुरक्षा और आराम के लिए भी उपयोगी होते हैं। हर मौके के हिसाब से कपड़े करन ने बताया कि अब पेट्स भी फैशनेबल कपड़े ओकेजन और सीजन के हिसाब से पहन रहे हैं। फेस्टिवल और खास अवसरों के लिए थीम्ड कपड़े, जैसे रंग बिरंगे कुर्ते उपलब्ध हैं। पेट्स के गले में बांधने के लिए ट्रेंडी और कलरफुल बंडानाज में बहुत ज्यादा वैरायटी हैं। इन्हें भी नाम या मैसेज के साथ कस्टमाइज किया जा सकता है। पेंट्स के लिए क्यूट और कलरफुल हेयरबैंड या बो टाई, जो खास मौके पर उनकी लुक को आकर्षक बनाते हैं। नॉर्मल के अलावा जॉइंट्स की समस्या वाले पेट्स के लिए ऑर्थोपेडिक बेडिंग भी उपलब्ध हैं। डाइट के इंपोर्टेंट ब्रांड्स हैं, जो ह्यूमन ग्रेड इंग्रीडिएंट्स से तैयार किए होते हैं। विंटर सीजन के लिए भी स्टाइलिश जैकेट्स और स्वेटर उपलब्ध होंगे। जीपीएस ट्रैकर्स से पेट्स पर रख रहे नजर कंवलप्रीत सिंह ने बताया कि आजकल पेट्स के लिए स्मार्ट उपकरण जैसे जीपीएस ट्रैकर्स और फिटनेस मॉनिटर्स बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं, जिससे मालिक अपने पेट्स की सेहत और गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। इको-फ्रेंडली और सस्टेनेबल सामग्री से बने खिलौने और सामान का चलन भी बढ़ रहा है, जो पर्यावरण के अनुकूल होते हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य पर ध्यान देते हुए ऑर्गेनिक और स्पेशल डाइट फूड्स भी ट्रेंड में हैं, जो पेट्स की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।
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पंजाब में अमृतपाल के भाई हरप्रीत का रिमांड खत्म:आज दोबारा कोर्ट में पेश करेगी जालंधर पुलिस, ड्रग्स सहित फिल्लौर से हुई थी गिरफ्तारी
पंजाब में अमृतपाल के भाई हरप्रीत का रिमांड खत्म:आज दोबारा कोर्ट में पेश करेगी जालंधर पुलिस, ड्रग्स सहित फिल्लौर से हुई थी गिरफ्तारी खालिस्तान समर्थक और श्री खडूर साहिब सीट से नवनिर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह के भाई हरप्रीत सिंह हैप्पी का दो दिनों का रिमांड कल खत्म हो गया था। पुलिस आज दोबारा हैप्पी और लवप्रीत को कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग करेगी। क्योंकि पुलिस ने हैप्पी का दस दिन रिमांड मांगा था, मगर कोर्ट ने सिर्फ दो दिन ही ग्रांट किया था। वहीं, कल यानी शनिवार को कोर्ट ने जमानत याचिका को लेकर बहस के लिए आगे की तारीख दे दी थी। पुलिस ने कोर्ट से दस दिन के रिमांड की गुहार लगाई थी, लेकिन कोर्ट पुलिस की दलीलों से खुश नहीं था, जिसके चलते सिर्फ दो दिन का रिमांड मंजूर किया गया। साथ ही हैप्पी और लवप्रीत की जमानत याचिका बहस के लिए 23 जुलाई दिन मंगलवार का समय दिया गया है। मंगलवार को हैप्पी की जमानत पर कोर्ट में बहस होगी। जिसके बाद कोर्ट आगे फैसला लेगी। फिल्लौर हाईवे से हुई थी हैप्पी और लवप्रीत की गिरफ्तारी हैप्पी को फिल्लौर पुलिस ने उसके साथी लवप्रीत के साथ 11 जुलाई की शाम फिल्लौर हाईवे से गिरफ्तार किया था। इनके पास से 4 ग्राम आइस ड्रग बरामद हुई थी। निचली अदालत से दोनों का रिमांड न मिलने के चलते पुलिस ने एडिशनल सेशन जज केके जैन की अदालत में क्रिमिनल रिवीजन अर्जी दाखिल की है। जिस पर आज सुनवाई होगी। वहीं, पुलिस उस व्यक्ति को पहले ही जेल भेज चुकी है, जिससे हैप्पी और लवप्रीत ने ड्रग्स खरीदी थी। इनमें आइस सप्लायर संदीप अरोड़ा और संदीप के फोटोग्राफर दोस्त मनीष मारवाह का नाम शामिल है। लुधियाना से 10 हजार की आइस लेकर आया था हैप्पी मिली जानकारी के अनुसार हैप्पी और लवप्रीत अपने क्रेटा गाड़ी में सवार होकर लुधियाना के हैबोवाल के रहने वाले संदीप से 10 हजार रुपए की आइस ड्रग लेकर आए थे। पुलिस ने संदीप को भी पकड़ा लिया था। इस पर एसएसपी अंकुल गुप्ता ने कहा था कि रूटीन चेकिंग के दौरान पुलिस ने फिल्लौर हाईवे से दोनों को गिरफ्तार किया था। दोनों काले शीशे वाली सफेद क्रेटा कार में बैठकर ड्रग्स लेने की तैयारी कर रहे थे। आरोपियों के पास लाइटर और पन्नी भी थी। अमृतपाल के वकील ने कहा था कि झूठा पर्चा दर्ज किया खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के वकील ईमान सिंह ने हरप्रीत की गिरफ्तारी पर कहा था कि पुलिस ने सियासत के दबाव में आकर झूठा केस दर्ज किया है। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी द्वारा बदलाखोरी की राजनीति की जा रही है। आम आदमी पार्टी द्वारा अमृतपाल की देखरेख में बनाई जा रही पार्टी को क्षति पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। जिससे क्षेत्रीय पार्टी पंजाब में सिर न उठा सके। ये झूठा केस 2-4 ग्राम के लिए बना दिया गया। जिले का एसएसपी सिर्फ चार ग्राम नशीले पदार्थ के लिए प्रेसवार्ता कर रहा है। इस झूठे केस में उच्च अधिकारी कैसे शामिल हैं, एसएसपी की प्रेसवार्ता से पता चलता है। आगे तो कभी गाड़ियों की चेकिंग हाईवे पर नहीं हुई, मगर आज ही होनी थी। ऐसे में पहले भी अमृतपाल सिंह के परिवार को टारगेट किया गया था। कौन है अमृतपाल, जो नशा विरोधी मुहिम से सुर्खियों में आया अमृतपाल मूल रूप से अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव के रहने वाला है। अमृतपाल दुबई में रहते था। लाल किला हिंसा से चर्चा में आए पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू की मौत के बाद 2022 में पंजाब लौटा। यहां आकर दीप सिद्धू के संगठन वारिस पंजाब दे का चीफ बन गया। इसके बाद अमृतपाल ने पंजाब में नशा विरोधी मुहिम चलानी शुरू कर दी। उसने अपने गांव जल्लूपुर खेड़ा में नशा छुड़ाओ केंद्र तक खोला। अमृतपाल ने पंजाब में नशा विरोधी लहर भी चलाई। हालांकि इसी दौरान बाद अमृतपाल ने भड़काऊ और खालिस्तान समर्थित बयानबाजी शुरू कर दी। जिस वजह से पुलिस ने अमृतपाल के एक साथी को हिरासत में ले लिया। उसे छुड़ाने के लिए अमृतपाल ने साथियों के साथ अजनाला पुलिस थाने में धरना दिया। अमृतपाल पर आरोप लगे कि उन्होंने थाने पर हमला किया। पुलिस से टकराव हुआ। इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर केस दर्ज कर घेराबंदी शुरू कर दी। कई दिनों की फरारी के बाद अमृतपाल को जनरैल सिंह भिंडरावाले के गांव रोडे से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद अमृतपाल पर देश विरोधी साजिश रचने का आरोप लगाकर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (NSA) के तहत केस दर्ज कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था।