पंजाब के गुरुदासपुर में साइबर क्रिमिनल्स ने सिम स्वैप कर एक रिटायर्ड बैंक कर्मचारी के दो खातों से 10.68 लाख रुपए उड़ा लिए। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट कालोनी गुरदासपुर के पंजाब नेशनल बैंक से रिटायर्ड सीनियर सिटीजन हीरा लाल अग्रवाल ने बताया कि बीती 31 जुलाई को शाम 4.40 बजे उन्हें अज्ञात मोबाइल नंबर से क्रेडिट कार्ड कैंसिल का एक व्हाट्सएप मैसेज प्राप्त हुआ। जबकि उनके नाम पर कोई क्रेडिट कार्ड नहीं था। मैसेज पढ़ने के कुछ देर बाद उनके मोबाइल का नेटवर्क चला गया और मोबाइल सिम ने काम करना बंद कर दिया। 1 अगस्त को भी उनकी सिम बंद रही। परेशान होकर 2 अगस्त को वह गुरदासपुर में एयरटेल कंपनी के आफिस गए तो बताया गया कि आपकी सिम ब्लॉक हो गई है। उन्होंने आधार कार्ड लेकर आनलाइन फोटो कैप्चर की और नई सिम इश्यू कर दी। दोपहर करीब चार बजे सिम चालू हो गई। 3 अगस्त को उन्होंने पीएनबी की एप फिर से डाउनलोड करने के बाद अपने खातों का बैलेंस चेक किया तो जीरो बैलेंस देखकर दंग रह गए। जिसके बाद उन्हें अपने साथ हुई साइबर ठगी का अहसास हुआ और साइबर क्राइम सेल में जाकर ठगी की शिकायत दर्ज करवाई। एक ही दिन में किए खाते खाली साइबर ठगों ने उनके मोबाइल पर एक ही दिन में उनके दो खातों को खाली कर जीरो बैलेंस कर दिया। उनके एक खाते से साइबर अपराधियों ने केनरा बैंक की कोलकाता की सर्कस एवेन्यू स्थित ब्रांच में 4 लाख रुपए, मुर्शीदाबाद दियागंज की बाली ब्रांच में 1 लाख रुपए, यूनियन बैंक आफ इंडिया की कोलकाता की बुरटोला ब्रांच में 3 लाख रुपए और आईडीबीआई की दमोह ब्रांच में 2 लाख रुपए की चार ट्रांजेक्शन कर कुल 10 लाख रुपए ट्रांसफर किए। जबकि दूसरे खाते में हुई 68 हजार रुपए की ट्रांजेक्शन में आईडीबीआई बैंक दमोह ब्रांच के खाते में 50 हजार एनईएफटी के अलावा यूपीआई के जरिए 10 हजार रुपए की अदायगी फेसबुक ऐड मैनेजर को की गई है। पांच हजार और तीन तीन हजार रुपए की अदायगी पेटीएम के जरिए हुई। पंजाब के गुरुदासपुर में साइबर क्रिमिनल्स ने सिम स्वैप कर एक रिटायर्ड बैंक कर्मचारी के दो खातों से 10.68 लाख रुपए उड़ा लिए। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट कालोनी गुरदासपुर के पंजाब नेशनल बैंक से रिटायर्ड सीनियर सिटीजन हीरा लाल अग्रवाल ने बताया कि बीती 31 जुलाई को शाम 4.40 बजे उन्हें अज्ञात मोबाइल नंबर से क्रेडिट कार्ड कैंसिल का एक व्हाट्सएप मैसेज प्राप्त हुआ। जबकि उनके नाम पर कोई क्रेडिट कार्ड नहीं था। मैसेज पढ़ने के कुछ देर बाद उनके मोबाइल का नेटवर्क चला गया और मोबाइल सिम ने काम करना बंद कर दिया। 1 अगस्त को भी उनकी सिम बंद रही। परेशान होकर 2 अगस्त को वह गुरदासपुर में एयरटेल कंपनी के आफिस गए तो बताया गया कि आपकी सिम ब्लॉक हो गई है। उन्होंने आधार कार्ड लेकर आनलाइन फोटो कैप्चर की और नई सिम इश्यू कर दी। दोपहर करीब चार बजे सिम चालू हो गई। 3 अगस्त को उन्होंने पीएनबी की एप फिर से डाउनलोड करने के बाद अपने खातों का बैलेंस चेक किया तो जीरो बैलेंस देखकर दंग रह गए। जिसके बाद उन्हें अपने साथ हुई साइबर ठगी का अहसास हुआ और साइबर क्राइम सेल में जाकर ठगी की शिकायत दर्ज करवाई। एक ही दिन में किए खाते खाली साइबर ठगों ने उनके मोबाइल पर एक ही दिन में उनके दो खातों को खाली कर जीरो बैलेंस कर दिया। उनके एक खाते से साइबर अपराधियों ने केनरा बैंक की कोलकाता की सर्कस एवेन्यू स्थित ब्रांच में 4 लाख रुपए, मुर्शीदाबाद दियागंज की बाली ब्रांच में 1 लाख रुपए, यूनियन बैंक आफ इंडिया की कोलकाता की बुरटोला ब्रांच में 3 लाख रुपए और आईडीबीआई की दमोह ब्रांच में 2 लाख रुपए की चार ट्रांजेक्शन कर कुल 10 लाख रुपए ट्रांसफर किए। जबकि दूसरे खाते में हुई 68 हजार रुपए की ट्रांजेक्शन में आईडीबीआई बैंक दमोह ब्रांच के खाते में 50 हजार एनईएफटी के अलावा यूपीआई के जरिए 10 हजार रुपए की अदायगी फेसबुक ऐड मैनेजर को की गई है। पांच हजार और तीन तीन हजार रुपए की अदायगी पेटीएम के जरिए हुई। पंजाब | दैनिक भास्कर
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