उद्धव ठाकरे के घर ‘मातोश्री’ के बाहर मुस्लिम समुदाय के लोगों का जमावड़ा, सुरक्षा बढ़ाई गई, जानें वजह

उद्धव ठाकरे के घर ‘मातोश्री’ के बाहर मुस्लिम समुदाय के लोगों का जमावड़ा, सुरक्षा बढ़ाई गई, जानें वजह

<p style=”text-align: justify;”><strong>Muslim Community People At Matoshree:</strong> देश भर में अभी वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का मुद्दा गरमाया हुआ है. इस बीच महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के घर ‘मातोश्री’ के बाहर मुस्लिम समुदाय के लोगों का जमावड़ा लगा है. जानकारी के मुताबिक पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया जा रहा है कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिल के मुद्दे पर मुस्लिम समुदाय शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर बात करना चाहता है. बता दें, गुरुवार (8 अगस्त) को लोकसभा में केंद्र की मोदी सरकार ने वक्फ अमेंडमेंट बिल पेश किया. इस दौरान लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा किया था. इस बिल को जेपीसी में भेज दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले 9 अगस्त को एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना (UBT) पर आरोप लगाया कि उन्होंने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर मुस्लिम समुदाय के हितों की अनदेखी की है. पठान ने इस मुद्दे पर खुलकर अपनी नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि जब केंद्र सरकार वक्फ की जमीन मुसलमानों से छीनने का प्रयास कर रही है, तो ऐसे में उद्धव गुट के सभी 9 लोकसभा सांसद सदन से गायब रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>न्यूज एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक वारिस पठान ने आरोप लगाते हुए कहा, ”<a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a>ों के दौरान उद्धव ठाकरे को मुस्लिम वोटों की जरूरत थी तो बड़ी संख्या में मुसलमानों ने उन्हें वोट दिया. जब वोट की जरूरत होती है, तो ये नेता मुसलमानों के पास आकर वोट मांगते हैं। लेकिन जब केंद्र सरकार उनके अधिकारों पर हमला कर रही है, तो वही नेता गायब हो जाते हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> गुट की शिवसेना के नेता संजय निरुपम ने भी इस मुद्दे पर उद्धव ठाकरे की पार्टी से सवाल किया. उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) बताए कि उनके सांसद अनुपस्थित क्यों थे? उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये भी कहा कि क्या आप लोग नहीं चाहते हैं कि वक्फ बोर्ड के कामकाज में सुधार और पारदर्शिता आए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:&nbsp;</strong><strong><a title=”‘उनको वहां कौन पूछता है?’, उद्धव ठाकरे के दिल्ली दौरे पर बीजेपी सांसद नारायण राणे का तंज” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/narayan-rane-bjp-on-uddhav-thackeray-shiv-sena-ubt-maharashtra-assembly-election-2758045″ target=”_self”>’उनको वहां कौन पूछता है?’, उद्धव ठाकरे के दिल्ली दौरे पर बीजेपी सांसद नारायण राणे का तंज</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Muslim Community People At Matoshree:</strong> देश भर में अभी वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का मुद्दा गरमाया हुआ है. इस बीच महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के घर ‘मातोश्री’ के बाहर मुस्लिम समुदाय के लोगों का जमावड़ा लगा है. जानकारी के मुताबिक पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया जा रहा है कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिल के मुद्दे पर मुस्लिम समुदाय शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर बात करना चाहता है. बता दें, गुरुवार (8 अगस्त) को लोकसभा में केंद्र की मोदी सरकार ने वक्फ अमेंडमेंट बिल पेश किया. इस दौरान लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा किया था. इस बिल को जेपीसी में भेज दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले 9 अगस्त को एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना (UBT) पर आरोप लगाया कि उन्होंने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर मुस्लिम समुदाय के हितों की अनदेखी की है. पठान ने इस मुद्दे पर खुलकर अपनी नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि जब केंद्र सरकार वक्फ की जमीन मुसलमानों से छीनने का प्रयास कर रही है, तो ऐसे में उद्धव गुट के सभी 9 लोकसभा सांसद सदन से गायब रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>न्यूज एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक वारिस पठान ने आरोप लगाते हुए कहा, ”<a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a>ों के दौरान उद्धव ठाकरे को मुस्लिम वोटों की जरूरत थी तो बड़ी संख्या में मुसलमानों ने उन्हें वोट दिया. जब वोट की जरूरत होती है, तो ये नेता मुसलमानों के पास आकर वोट मांगते हैं। लेकिन जब केंद्र सरकार उनके अधिकारों पर हमला कर रही है, तो वही नेता गायब हो जाते हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> गुट की शिवसेना के नेता संजय निरुपम ने भी इस मुद्दे पर उद्धव ठाकरे की पार्टी से सवाल किया. उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) बताए कि उनके सांसद अनुपस्थित क्यों थे? उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये भी कहा कि क्या आप लोग नहीं चाहते हैं कि वक्फ बोर्ड के कामकाज में सुधार और पारदर्शिता आए.</p>
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