पंजाब के गुरदसपुर के कस्बा फतेहगढ़ चुंडियां में एक बुजुर्ग व्यक्ति ने जहरीली वस्तु का सेवन कर आत्महत्या कर ली है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जाता है कि मृतक गांव की महिलाओं के तानों से परेशान था, जिसके चलते उसने आत्महत्या करने का कदम उठाया। मृतक की पहचान मनजीत सिंह पुत्र दर्शन सिंह के तौर पर हुई है। मृतक मनजीत सिंह के भतीजे गुरमीत सिंह ने बताया कि उसकी शादी 7 साल पहले हुई थी। उसकी पत्नी के गांव के ही एक लड़के के साथ अवैध संबंध थे। इसके बारे में पड़ोस में ही रहने उसकी पत्नी की सहेलियों को इस बारे में सब कुछ पता था। वह अक्सर ही उसके चाचा मनजीत सिंह को बेईज्जत करती रहती थी। सरप्राइज देने विदेश वापस लौटा पति गुरमीत सिंह ने बताया कि 26 सितंबर को वह अपनी पत्नी को सरप्राइज देने के लिए विदेश से वापस घर लौटा था। उसने घर आकर देखा तो उसकी पत्नी अपने प्रेमी से फोन पर बात कर रही थी, जिस पर उसने अपनी पत्नी को भला-बुरा कहा था। जब पत्नी ने अपने प्रेमी को इस बारे में बताया तो प्रेमी ने एक मैसेज भेज उसे जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद उसी शाम उसकी पत्नी घर से कहीं चली गई। खेत में जाकर निगला जहरीला पदार्थ इस सारी घटना के बारे में उसकी पत्नी की सहेली रजनी और मनदीप कौर को सब कुछ पता था। वह उसके चाचा को इस बारे में बार बार कमेंट कर बेइज्जत किया करती थी, जिससे दुखी होकर उसके चाचा मनजीत सिंह ने खेतों में जाकर जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली। वहीं, इस मामले में थाना फतेहगढ़ चूड़ियां पुलिस ने गुरमीत सिंह के बयान पर उसकी पत्नी, पत्नी के प्रेमी गगन और पत्नी की सहेली रजनी और मनदीप कौर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उनकी तलाश शुरू कर दी गई है। पंजाब के गुरदसपुर के कस्बा फतेहगढ़ चुंडियां में एक बुजुर्ग व्यक्ति ने जहरीली वस्तु का सेवन कर आत्महत्या कर ली है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जाता है कि मृतक गांव की महिलाओं के तानों से परेशान था, जिसके चलते उसने आत्महत्या करने का कदम उठाया। मृतक की पहचान मनजीत सिंह पुत्र दर्शन सिंह के तौर पर हुई है। मृतक मनजीत सिंह के भतीजे गुरमीत सिंह ने बताया कि उसकी शादी 7 साल पहले हुई थी। उसकी पत्नी के गांव के ही एक लड़के के साथ अवैध संबंध थे। इसके बारे में पड़ोस में ही रहने उसकी पत्नी की सहेलियों को इस बारे में सब कुछ पता था। वह अक्सर ही उसके चाचा मनजीत सिंह को बेईज्जत करती रहती थी। सरप्राइज देने विदेश वापस लौटा पति गुरमीत सिंह ने बताया कि 26 सितंबर को वह अपनी पत्नी को सरप्राइज देने के लिए विदेश से वापस घर लौटा था। उसने घर आकर देखा तो उसकी पत्नी अपने प्रेमी से फोन पर बात कर रही थी, जिस पर उसने अपनी पत्नी को भला-बुरा कहा था। जब पत्नी ने अपने प्रेमी को इस बारे में बताया तो प्रेमी ने एक मैसेज भेज उसे जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद उसी शाम उसकी पत्नी घर से कहीं चली गई। खेत में जाकर निगला जहरीला पदार्थ इस सारी घटना के बारे में उसकी पत्नी की सहेली रजनी और मनदीप कौर को सब कुछ पता था। वह उसके चाचा को इस बारे में बार बार कमेंट कर बेइज्जत किया करती थी, जिससे दुखी होकर उसके चाचा मनजीत सिंह ने खेतों में जाकर जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली। वहीं, इस मामले में थाना फतेहगढ़ चूड़ियां पुलिस ने गुरमीत सिंह के बयान पर उसकी पत्नी, पत्नी के प्रेमी गगन और पत्नी की सहेली रजनी और मनदीप कौर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उनकी तलाश शुरू कर दी गई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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आतंकी डाल्ला का कथित ऑडियो वायरल:बोला- फरीदकोट के गुरप्रीत हत्याकांड में सांसद अमृतपाल शामिल नहीं, पंजाबी इन्फ्लुएंसर को दी धमकी फरीदकोट में हुए गुरप्रीत सिंह हत्याकांड मामले को लेकर पंजाब पुलिस के दावों को झूठा बताते हुए एक आतंकी अर्श डाल्ला का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है। जिसमें पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव द्वारा किया गया “वारिस पंजाब दे” के प्रमुख और खडूर साहिब सीट से सांसद अमृतपाल के शामिल होने वाले दावे को झूठा बताया है। ऑडियो में अपने आप को डाल्ला बताने वाले व्यक्ति ने कहा कि उक्त वारदात उसने करवाई है, ना कि किसी अन्य व्यक्ति ने। इस केस में अमृतपाल सिंह की कोई भूमिका नहीं है। हालांकि दैनिक भास्कर उक्त ऑडियो की पुष्टि नहीं करता। डीजीपी की प्रेसवार्ता के बाद से उक्त ऑडियो वायरल हो रहा है। डाल्ला बोला- गुरप्रीत को हमने मरवाया, ना कि किसी और ने वायरल हो रही कथित ऑडियो में अपने आप को अर्श डाल्ला बताने वाले व्यक्ति ने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा हत्या केस में मेरे साथ भाई अमृतपाल सिंह का नाम जोड़ा जा रहा है, ये सरासर नाजायज है। ये वारदात मैंने खुद की जिम्मेदारी पर करवाया है। इसमें और किसी का लेनादेना नहीं है। आगे डाल्ला ने कहा- इसकी हत्या इसलिए की गई, क्योंकि 6 माह पहले हमने फोन किया था तो मुझे गालियां दी गई। गुरप्रीत ने महिलाओं की गलत फोटो एडिट किए गए थे। जिसके चलते इसे फोन किया गया था। मुझे इस बारे में शिकायत मिली थी। जिसके चलते हमने इसका काम कर दिया। डाल्ला ने कहा कि गुरप्रीत कोई कौम दर्दी नहीं था, अगर ऐसा होता तो जिन्होंने बेअदबियां की हैं, उन्हें जाकर मारकर आता। डाल्ला ने आगे कहा- हमें किसी के मेडल की जरूरत नहीं है, हम खराब हैं और खराब ही रहेंगे। हम अपनी कौम के लिए जो कर सकेंगे वो करेंगे। दीप सिद्धू की संपथी लेने की कोशिश करता था और जो कौम के लिए काम कर रहे लोग जिंदा हैं, उन्हें गुरप्रीत गलत कहता था। इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाने वालों को भी धमकी कथित ऑडियो में डाल्ला ने कहा कि इंस्टाग्राम पर जो लोग वीडियो बनाते हैं, उनमें से भी एक आधे की बारी हम लगा देंगे। सुख रत्तिया और कोमल कौर का नाम लेते हुए ये धमकी दी गई। वहीं, कुल्हड़ पिज्जा कपल का नाम लिए बिना डाला ने कहा कि हम पिज्जा सभी के बिखेर देंगे। हमें इन्हें मारना पड़ जाएगा, वरना प्रशासन इन्हें समझा ले कि ये सोशल मीडिया पर गंद न डालें। हमारी कौम इन्हीं के चक्कर में खराब हो रही है, अगर इन में से कोई मर जाएगा तो कोई तूफान नहीं आने वाला। आखिरी में डाल्ला ने कहा- जो कौम के लिए अच्छा करेगा, उसकी हमेशा हम प्रशंसा ही करेंगे। कौम के बारे में बुरा बोलने वालों को मेरी धमकी है कि कहीं मुझसे कोई नुकसान मत करवा लेना। डीजीपी ने हत्या के लिंक सांसद अमृतपाल से बताए थे पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था कि इस मामले का मास्टरमाइंड आतंकी अर्शदीप सिंह डल्ला है। सारी जांच तथ्यों के आधार पर की जा रही है। अमृतपाल सिंह इस समय डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। इस हत्या के लिए कई ग्रुप बनाए गए थे। सभी ग्रुप को अलग-अलग काम सौंपे गए थे। मृतक गुरप्रीत भी वारिस पंजाब संस्था से जुड़ा हुआ था। वह संस्था के फाउंडर मेंबरों से एक था। जब दीप सिद्धू इस संस्था को चला रहे थे तो वह कैशियर की भूमिका निभा रहा था। हालांकि जब अमृतपाल को संस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई थी तो दोनों में मतभेद सामने आए थे। वहीं गुरप्रीत की हत्या में अमृतपाल की भूमिका सामने आई है। सारी जांच तथ्यों के आधार की जा रही है। जरूरत पड़ी तो अमृपाल से पूछताछ की जा सकती है। 9 अक्टूबर को हुई थी हत्या गुरप्रीत की हत्या 9 अक्टूबर को हुई थी। उस समय गुरप्रीत सिंह अपने समर्थक सरपंच पद के प्रत्याशी के हक में प्रचार कर घर वापस लौट रहा था, तभी सामने बाइक सवार आए हत्यारों ने गोलियां चलाकर गुरप्रीत सिंह को गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस गोलीबारी में चार गोलियां गुरप्रीत सिंह को लगी, गोली मारने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल अवस्था में गुरप्रीत सिंह को उपचार के लिए स्थानीय गुरु गोविंद सिंह मेडिकल कॉलेज में लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस मामले में एक एसआईटी बनाई गई थी। आरोपियों ने रेकी कर दिया वारदात को अंजाम गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान बिलाल अहमद उर्फ फौजी, गुरदीप सिंह उर्फ पोंटू और अर्शदीप सिंह उर्फ झंडू के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए तीनों व्यक्ति रेकी करने वाले ग्रुप में शामिल थे, जिसका संचालन कनाडा आधारित कर्मवीर सिंह उर्फ गोरा द्वारा किया जा रहा था। रेकी करने वाले ग्रुप ने अपने संचालकों और विभिन्न ग्रुप के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी शूटर वाले ग्रुप को दी। डीजीपी ने कहा कि शूटर ग्रुप के सदस्यों की पहचान कर ली गई है और पुलिस टीमें उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही हैं।
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मुक्तसर की युवती से खरड़ में रेप:नौकरी दिलाने के बहाना बनाकर ले गया अपने साथ, कई माह तक रखा अपने साथ पंजाब के जिला मुक्तसर में एक युवती से रेप किए जाने मामला सामने आया है। आरोपी युवक पीड़िता को नौकरी दिलाने के बहाने अपने साथ खरड़ ले गया और वहां पर एक कमरे में ले जाकर जबरन रेप किया। थाना सिटी मुक्तसर पुलिस ने लड़की की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। मुक्तसर सिटी थाना पुलिस में दी शिकायत में पीड़ित युवती ने बताया कि वह एक फैशन बुटीक पर कार्य करती थी। उसके साथ ही दिनेश कुमार भी कार्य करता था। जहां दोनों के बीच जान पहचान बन गई। इसका फायदा उठाकर एक दिन आरोपी दिनेश ने युवती के साथ छेड़छाड़ की। जब युवती ने छेड़छाड़ की शिकायत बुटिक मालिक से की तो बुटिक मालिक ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उसे ही नौकरी से निकाल दिया। जिसके बाद वह अपने घर पर रहने लगी। मुक्तसर से खरड़ ले गया पीड़िता ने पुलिस को बताया कि, कुछ समय बाद आरोपी दिनेश कुमार ने उसे फोन करके अपनी गलती मान ली और उसे कहा कि मेरी वजह से नौकरी से निकाला है तो मैं तुझे नौकरी पर लगवाऊंगा। उसने कहा कि तुम अपने सभी दस्तावेज लेकर मेरे पास आ जाना। मैं तुझे चंडीगढ़ में नौकरी पर लगवा दूंगा। लड़की ने बताया 9 फरवरी 2024 वह अपने घर से दिनेश के कहे अनुसार अपने सभी दस्तावेज साथ लेकर बस स्टैंड मुक्तसर पहुंच गई। जहां से दिनेश उसे बस सवार कर खरड़ पहुंच गया। जब वह दोनों बस से खरड़ उतरे तो बस स्टैंड से पहले दो युवक वहां मौजूद थे, जिन्होंने लड़की व दिनेश कुमार के रहने कमरे का प्रबंध किया हुआ था। दोस्तों ने किया कमरे का इंतजाम इसके बाद वह कमरे में चले गए तो दोनों युवक वापस आए गए। आरोप है कि रात के समय दिनेश कुमार ने लड़की की मर्जी के बगैर जबरदस्ती की। दिनेश कुमार हर रोज काम पर जाते समय उसे धराता- धमकता था। धमकी देता था कि तू कमरे से बाहर नहीं निकलेगी और न ही इस संबंध में किसी को बताएगी। शिकायतकर्ता ने बताया उक्त दिनेश कुमार ने कहा कि अगर तुमने यहां से भागने की कोशिश की तो तेरे परिवार के लिए अच्छा नहीं होगा। बदनामी के डर से रही चुप इसके बाद वह 5 जून को वह अपने घर आ गई और अपनी घटना के बारे अपनी मां को बताया तो उसके परिवार ने समाज में बदनामी के डर से किसी को कुछ नहीं बताया। इसके बाद उसकी माता व भाई ने उसे हौंसला दिया। जिसके बाद उसने इस घटना की सूचना थाना सिटी मुक्तसर पुलिस को दी। पुलिस ने जांच करते हुए उक्त आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 506 के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
लुधियाना में किचन में मिला लड़की का शव:चार दिन से लापता, मां गई थी बेटी को स्कूल छोड़ने, पड़ोसी पर हत्या का शक
लुधियाना में किचन में मिला लड़की का शव:चार दिन से लापता, मां गई थी बेटी को स्कूल छोड़ने, पड़ोसी पर हत्या का शक लुधियाना के आजाद नगर में एक युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। परिवार को पड़ोसी पर युवती की हत्या करने का शक है। मृतक युवती का शव पड़ोसी की किचन सेल्फ के नीचे पुलिस को मिला। युवती 30 अक्तूबर से लापता थी। परिवार को पड़ोसी पर शक हुआ, क्योंकि वह पिछले 2 दिनों से कमरे में नहीं आया था। परिजनों ने पुलिस की मौजूदगी में कमरे का ताला तोड़कर देखा तो सभी दंग रह गए। युवती का शव किचन में पड़ा था। मृतक युवती का नाम ज्योति है। ज्योति की 3 बहनें और एक भाई है। मृतक स्टिकर बनाने वाली फैक्ट्री में काम करती थी। 30 अक्तूबर से थी लापता जानकारी देते हुए मृतका की मां पिंकी ने बताया कि वह अपनी छोटी बेटी को स्कूल छोड़ने गई थी। इस बीच उसकी बेटी कमरे में थी, लेकिन जब वह वापस लौटी तो बेटी कमरे में नहीं मिली। बेटी की काफी तलाश की, लेकिन उसके बारे कुछ पता नहीं चला। पड़ोस में रहने वाले पंडित विश्वनाथ पर शक हुआ क्योंकि वह दो दिन से कमरे में नहीं आया। विश्वनाथ अकेला कमरे में था रहता विश्वनाथ अकेला ही कमरे में रहता था। उसके कमरे की जब तलाशी ली तो ज्योति का शव किचन से मिला। जिसके बाद थाना माडल टाउन की पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। वहीं, पुलिस विश्वनाथ की तलाश कर रही है। विश्वनाथ ट्रांसपोर्ट कंपनी में बिल्टी बनाने का काम करता है। इस मामले में थाना माडल टाउन की एसएचओ अवनीत कौर ने कहा कि मामले की जांच जारी है। पोस्टमार्टम के बाद ही कुछ सही से कहा जा सकता है।