गुरदासपुर में सांसद रंधावा के दरवाजे पर चिपकाया पत्र:किसानों ने की सदन में आवाज उठाने की मांग, दी चेतावनी

गुरदासपुर में सांसद रंधावा के दरवाजे पर चिपकाया पत्र:किसानों ने की सदन में आवाज उठाने की मांग, दी चेतावनी

गुरदासपुर में किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा गैर-राजनीतिक का संघर्ष 146वें दिन में पहुंच गया है। इस दौरान दोनों मोर्चों द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के तहत किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब ने प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह और प्रदेश महासचिव राणा रणबीर के नेतृत्व में किसान मजदूर संघर्ष की मांगों को लेकर गैर भाजपा सांसदों को ज्ञापन सौंपे। दरवाजे पर चिपकाया मांग पत्र इसी कड़ी के तहत किसान नेताओं ने कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा के घर के दरवाजे पर ज्ञापन चिपकाया। किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा की मांगों में सभी फसलों की खरीद और एमएसपी गारंटी कानून, प्रति वर्ष 200 दिन का रोजगार और मनरेगा योजना के तहत मजदूरों के लिए 700 रुपए दैनिक मजदूरी, खेत मजदूरों का कुल कर्ज खत्म करना आदि शामिल है। सदन में आवाज उठाने की मांग इस मौके पर नेताओं ने कहा कि मांगों के साथ-साथ सांसदों को पत्र लिखकर कहा गया है कि किसान आंदोलन 2.0 में किसानों पर अत्याचार करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को सदन में उठाया जाए। भाजपा सरकार ने “दिल्ली चलो” मोर्चा को रोकने के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाकर और जहरीली गैस का इस्तेमाल करके किसानों पर अत्याचार किया, जिससे 22 वर्षीय किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई, पांच किसानों की आंखों की रोशनी चली गई और 433 किसान घायल हो गए। सांसदों को दी चेतावनी उन्होंने पत्र में कहा कि इन पार्टियों ने लोकसभा चुनाव से पहले घोषणापत्र में उपरोक्त मांगों को शामिल किया था। आम जनता ने किसानों की मांगों को संसद में उठाने के लिए इन्हें चुना है। उन्होंने कहा कि विपक्षी सांसदों को मानसून सत्र में किसानों की मांगों पर एक निजी विधेयक लाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि अगर विपक्षी दलों ने आंदोलन की आवाज मजबूती से नहीं उठाई तो आने वाले दिनों में इन सांसदों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया जाएगा। गुरदासपुर में किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा गैर-राजनीतिक का संघर्ष 146वें दिन में पहुंच गया है। इस दौरान दोनों मोर्चों द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के तहत किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब ने प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह और प्रदेश महासचिव राणा रणबीर के नेतृत्व में किसान मजदूर संघर्ष की मांगों को लेकर गैर भाजपा सांसदों को ज्ञापन सौंपे। दरवाजे पर चिपकाया मांग पत्र इसी कड़ी के तहत किसान नेताओं ने कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा के घर के दरवाजे पर ज्ञापन चिपकाया। किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा की मांगों में सभी फसलों की खरीद और एमएसपी गारंटी कानून, प्रति वर्ष 200 दिन का रोजगार और मनरेगा योजना के तहत मजदूरों के लिए 700 रुपए दैनिक मजदूरी, खेत मजदूरों का कुल कर्ज खत्म करना आदि शामिल है। सदन में आवाज उठाने की मांग इस मौके पर नेताओं ने कहा कि मांगों के साथ-साथ सांसदों को पत्र लिखकर कहा गया है कि किसान आंदोलन 2.0 में किसानों पर अत्याचार करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को सदन में उठाया जाए। भाजपा सरकार ने “दिल्ली चलो” मोर्चा को रोकने के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाकर और जहरीली गैस का इस्तेमाल करके किसानों पर अत्याचार किया, जिससे 22 वर्षीय किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई, पांच किसानों की आंखों की रोशनी चली गई और 433 किसान घायल हो गए। सांसदों को दी चेतावनी उन्होंने पत्र में कहा कि इन पार्टियों ने लोकसभा चुनाव से पहले घोषणापत्र में उपरोक्त मांगों को शामिल किया था। आम जनता ने किसानों की मांगों को संसद में उठाने के लिए इन्हें चुना है। उन्होंने कहा कि विपक्षी सांसदों को मानसून सत्र में किसानों की मांगों पर एक निजी विधेयक लाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि अगर विपक्षी दलों ने आंदोलन की आवाज मजबूती से नहीं उठाई तो आने वाले दिनों में इन सांसदों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया जाएगा।   पंजाब | दैनिक भास्कर