गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) की 13वीं बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक के दौरान वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2887.32 करोड़ रुपए के बजट प्रस्ताव को मंजूरी दी। बैठक में शहर की निगरानी और बेहतर यातायात प्रबंधन के लिए CCTV कैमरों की क्षमता बढ़ाने, नए जल उपचार संयंत्रों का निर्माण और मौजूदा की क्षमता बढ़ाने, जल निकासी और सीवर उपचार संयंत्रों के नेटवर्क को मजबूत करने सहित विभिन्न एजेंडों पर विस्तृत चर्चा हुई। जीएमडीए प्राधिकरण ने शहर की निगरानी और बेहतर यातायात प्रबंधन के लिए 422 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से सीसीटीवी परियोजना के चरण-3 के कार्यान्वयन को मंजूरी प्रदान की। इसके तहत विभिन्न स्थानों पर उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे इनकी संख्या वर्तमान में लगे 4000 सीसीटीवी से बढ़कर लगभग 14000 हो जाएगी। 52 करोड़ रुपए के फ्लाई ओवर की मंजूरी बैठक में सेक्टर 45-46-51-52 के जंक्शन पर यातायात भीड़ को कम करने के लिए एक फ्लाईओवर के निर्माण को भी मंजूरी प्रदान की गई, जिसके लिए 52 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। इसी प्रकार, सेक्टर 85-86-89-90 के चौराहे पर भीड़भाड़ को कम करने और आवागमन को बढ़ाने के लिए 59 करोड़ रूपए की लागत से एक और फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा। 634 करोड़ रुपए से स्टेडियम में बढ़ेंगी बुनियादी सुविधाएं खिलाड़ियों के लिए अत्याधुनिक खेल बुनियादी ढांचा विकसित करने के लिए, जीएमडीए प्राधिकरण ने 634.30 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से गुरुग्राम के ताऊ देवी लाल स्टेडियम के उन्नयन को स्वीकृति प्रदान की। इस व्यापक नवीनीकरण परियोजना का उद्देश्य एथलीटों के लिए उपलब्ध सुविधाओं को बढ़ाना है, जिसमें नए प्रशिक्षण केंद्रों का निर्माण, अत्याधुनिक खेल सुविधाएं आदि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करने के लिए आधुनिक प्रणालियाँ और बुनियादी ढांचा प्रदान किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि स्टेडियम विभिन्न प्रकार के खेल आयोजनों और गतिविधियों का समर्थन करने के लिए सुसज्जित है। जीएमडीए क्षेत्र में 200 नई इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी बैठक में 69.66 करोड़ रुपए की लागत से जीएमडीए क्षेत्र में संचालन के लिए सकल लागत अनुबंध मॉडल के तहत 200 इलेक्ट्रिक बसों की खरीद को भी मंजूरी दी गई। इस पहल का उद्देश्य गुरुग्राम के निवासियों को सुरक्षित, विश्वसनीय, स्वच्छ और किफायती सिटी बस सेवाएं प्रदान करना है। इन इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत शहर के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और टिकाऊ शहरी परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यात्रियों के लिए आराम और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ये बसें नवीनतम तकनीक से लैस होंगी। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की मंजूरी गुरुग्राम के बेहरामपुर में 120 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और धनवापुर में 100 एमएलडी एसटीपी के उन्नयन की परियोजना को क्रमशः 50.58 करोड़ रुपए और 75.46 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से स्वीकृति प्रदान की गई है। बैठक के दौरान, सेक्टर 107 में दो चरणों में 100 एमएलडी के दो एसटीपी के निर्माण के लिए 500 करोड़ रुपए की मंजूरी भी दी गई। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) की 13वीं बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक के दौरान वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2887.32 करोड़ रुपए के बजट प्रस्ताव को मंजूरी दी। बैठक में शहर की निगरानी और बेहतर यातायात प्रबंधन के लिए CCTV कैमरों की क्षमता बढ़ाने, नए जल उपचार संयंत्रों का निर्माण और मौजूदा की क्षमता बढ़ाने, जल निकासी और सीवर उपचार संयंत्रों के नेटवर्क को मजबूत करने सहित विभिन्न एजेंडों पर विस्तृत चर्चा हुई। जीएमडीए प्राधिकरण ने शहर की निगरानी और बेहतर यातायात प्रबंधन के लिए 422 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से सीसीटीवी परियोजना के चरण-3 के कार्यान्वयन को मंजूरी प्रदान की। इसके तहत विभिन्न स्थानों पर उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे इनकी संख्या वर्तमान में लगे 4000 सीसीटीवी से बढ़कर लगभग 14000 हो जाएगी। 52 करोड़ रुपए के फ्लाई ओवर की मंजूरी बैठक में सेक्टर 45-46-51-52 के जंक्शन पर यातायात भीड़ को कम करने के लिए एक फ्लाईओवर के निर्माण को भी मंजूरी प्रदान की गई, जिसके लिए 52 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। इसी प्रकार, सेक्टर 85-86-89-90 के चौराहे पर भीड़भाड़ को कम करने और आवागमन को बढ़ाने के लिए 59 करोड़ रूपए की लागत से एक और फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा। 634 करोड़ रुपए से स्टेडियम में बढ़ेंगी बुनियादी सुविधाएं खिलाड़ियों के लिए अत्याधुनिक खेल बुनियादी ढांचा विकसित करने के लिए, जीएमडीए प्राधिकरण ने 634.30 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से गुरुग्राम के ताऊ देवी लाल स्टेडियम के उन्नयन को स्वीकृति प्रदान की। इस व्यापक नवीनीकरण परियोजना का उद्देश्य एथलीटों के लिए उपलब्ध सुविधाओं को बढ़ाना है, जिसमें नए प्रशिक्षण केंद्रों का निर्माण, अत्याधुनिक खेल सुविधाएं आदि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करने के लिए आधुनिक प्रणालियाँ और बुनियादी ढांचा प्रदान किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि स्टेडियम विभिन्न प्रकार के खेल आयोजनों और गतिविधियों का समर्थन करने के लिए सुसज्जित है। जीएमडीए क्षेत्र में 200 नई इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी बैठक में 69.66 करोड़ रुपए की लागत से जीएमडीए क्षेत्र में संचालन के लिए सकल लागत अनुबंध मॉडल के तहत 200 इलेक्ट्रिक बसों की खरीद को भी मंजूरी दी गई। इस पहल का उद्देश्य गुरुग्राम के निवासियों को सुरक्षित, विश्वसनीय, स्वच्छ और किफायती सिटी बस सेवाएं प्रदान करना है। इन इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत शहर के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और टिकाऊ शहरी परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यात्रियों के लिए आराम और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ये बसें नवीनतम तकनीक से लैस होंगी। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की मंजूरी गुरुग्राम के बेहरामपुर में 120 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और धनवापुर में 100 एमएलडी एसटीपी के उन्नयन की परियोजना को क्रमशः 50.58 करोड़ रुपए और 75.46 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से स्वीकृति प्रदान की गई है। बैठक के दौरान, सेक्टर 107 में दो चरणों में 100 एमएलडी के दो एसटीपी के निर्माण के लिए 500 करोड़ रुपए की मंजूरी भी दी गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में पब्लिक हेल्थ मंत्री डॉ. बनवारी लाल रविवार 7 जुलाई को ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग करने पहुंचे थे। मीटिंग शुरू होने के बाद जिला मौलिक शिक्षा विभाग के कर्मचारी मंत्री के पास पहुंचे। जिला मौलिक शिक्षा विभाग कार्यालय के कर्मचारी अजमेर सिंह, संजीव कुमार, राजबाला सहित सभी कर्मचारियों ने ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में शिकायत दी थी कि जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी निर्मल दहिया की कार्यप्रणाली अहंकार से भरी हुई है। निजी स्वार्थ तक सीमित एवं भेदभाव पूर्ण है। जब से उन्होंने पदभार ग्रहण किया है जब से पूरे जिले और कार्यालय का माहौल खराब है। इनकी अहंकारी एवं तानाशाही के कारण पूरे विभाग की कार्य व्यवस्था लचर अवस्था में पहुंच चुकी है। इनके द्वारा कार्यालय में जो माहौल बना दिया गया है उससे स्वतंत्र माहौल में कार्य नहीं कर पा रहे हैं। अधिकारी कई तरह से कर्मचारियों का शोषण कर रही हैं।
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हरियाणा में एक घंटे में 2 बार आया भूकंप:धरती हिलने से सहमे लोग घरों से बाहर निकले, फरीदाबाद रहा केंद्र; 2.4 रही तीव्रता
हरियाणा में एक घंटे में 2 बार आया भूकंप:धरती हिलने से सहमे लोग घरों से बाहर निकले, फरीदाबाद रहा केंद्र; 2.4 रही तीव्रता हरियाणा के फरीदाबाद में गुरुवार को भूकंप आया। यहां एक घंटे के अंदर 2 बार भूकंप के झटके महसूस हुए। जिसके बाद लोगों घरों से बाहर आए गए। नेशनल सिस्मोलॉजी सेंटर (NCS) के अनुसार इसका केंद्र फरीदाबाद में ही जमीन के अंदर 5 किलोमीटर गहराई में रहा। पहली बार भूंकप सुबह 10:54 बजे और दूसरी बार 11:43 बजे आया। रिक्टर स्केल पर दोनों बार भूकंप की तीव्रता 2.4 रही। नेशनल सिस्मोलॉजी सेंटर ने X (पूर्व ट्विटर) पर भूकंप को लेकर डालीं 2 पोस्ट… भूकंप को 4 जोन में बांटा
भारत में भूकंप को 4 जोन में बांटा गया है। जिसमें जोन 2, 3, 4 और 5 शामिल हैं। इसको खतरों के हिसाब से आंका जाता है। जोन 2 में सबसे कम खतरा और जोन 5 में सबसे अधिक खतरा होता है। मैप में जोन 2 को आसमानी रंग, जोन 3 को पीला रंग, जोन 4 को संतरी रंग और जोन 5 को लाल रंग दिया गया है। इसमें रोहतक जिले का दिल्ली साइड का क्षेत्र जोन 4 व हिसार साइड का क्षेत्र जोन 3 में आता है। क्या है हरियाणा में बार-बार भूकंप का कारण है?
उत्तराखंड के देहरादून से लेकर हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले तक जमीन के नीचे एक फॉल्ट लाइन है। जिसमें अनगिनत दरारें होने की वजह से इसमें गतिविधियां चल रही हैं। इसमें जब प्लेट मूवमेंट होती है तो इसके आपस में टकराने से कंपन पैदा होता है। जिससे भूकंप के झटके महसूस होते है। भूकंप से बचने के लिए क्या करें?
घरों में भूकंप से बचने के लिए भूकंप रोधी पदार्थ से मकान बनाने चाहिए। 2-3 मंजिल से ज्यादा ऊंचा मकान भी नहीं बनाना चाहिए। इसके अलावा मकान बनाने से पहले मिट्टी की जांच के अलावा अन्य बातों का भी ध्यान रखना चाहिए।