गुरुग्राम में पतंग का मांझा 11 हजार केवीए की तार में टकराने से तीन बच्चे झुलस गए। हादसे के बाद परिजन तीनों बच्चों को अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां दो की हालत नाजुक बनी हुई है। घटना गुरुग्राम के प्रेमपुरी इलाके की है। मकान की छत पर तीन बच्चे पतंग उड़ा रहे थे कि तभी पतंग का चाइनीज़ मांझा 11 हजार केवीए की तार से टकराया और एक के बाद एक तीनों बच्चे करंट की चपेट में आने से झुलस गए। जिसमें 11 साल का नीतीश, 5 वर्षीय मोहम्मद एहसान व एक अन्य बच्चा शामिल है। आनन फानन में तीनों बच्चों को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां दो की हालत नाजुक बनी हुई है। बता दे कि तीज के बाद सब रक्षा बंधन के दिन तक दिल्ली एनसीआर में पतंगबाजी की जाती है। गुरुग्राम में पतंग का मांझा 11 हजार केवीए की तार में टकराने से तीन बच्चे झुलस गए। हादसे के बाद परिजन तीनों बच्चों को अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां दो की हालत नाजुक बनी हुई है। घटना गुरुग्राम के प्रेमपुरी इलाके की है। मकान की छत पर तीन बच्चे पतंग उड़ा रहे थे कि तभी पतंग का चाइनीज़ मांझा 11 हजार केवीए की तार से टकराया और एक के बाद एक तीनों बच्चे करंट की चपेट में आने से झुलस गए। जिसमें 11 साल का नीतीश, 5 वर्षीय मोहम्मद एहसान व एक अन्य बच्चा शामिल है। आनन फानन में तीनों बच्चों को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां दो की हालत नाजुक बनी हुई है। बता दे कि तीज के बाद सब रक्षा बंधन के दिन तक दिल्ली एनसीआर में पतंगबाजी की जाती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के परिवार का राजस्थान में एक्सीडेंट:6 लोगों की मौत, कार से सालासर जा रहे थे, ट्रक ने टक्कर मारी
हरियाणा के परिवार का राजस्थान में एक्सीडेंट:6 लोगों की मौत, कार से सालासर जा रहे थे, ट्रक ने टक्कर मारी हरियाणा का एक परिवार कार से राजस्थान के सालासर धाम जा रहा था। जहां राजस्थान के महाजन के पास ट्रक ने कार को टक्कर मार दी। हादसे में परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई। पीड़ित परिवार सिरसा के डबवाली ब्लॉक का रहने वाला था। मृतकों की परिजन नीतू ने बताया कि गुरुवार सांय करीब 7 बजे उसके सास- ससुर,दो देवर,दो ननद कार में सवार होकर सालासर के लिए रवाना हुए। वहीं, रात्रि करीब 10 बजे राजस्थान के महाजन थाना पुलिस ने जैतपुर टोल प्लाजा के पास भारतमाला सड़क पर कार के दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी दी। बच्ची ने अस्पताल में तोड़ा दम पुलिस ने बताया कि कार में सवार 6 लोगों में से पांच की घटनास्थल पर ही मौत हो गई है। जबकि एक बच्ची को पल्लू अस्पताल ले जाया गया है,जहां उसने भी दम तोड़ दिया है। कार बुरी तरह से ट्रक में टकराने से क्षतिग्रस्त हो गई है। परिवार का मुखिया चलता था ई-रिक्शा कार में सवार सभी लोग एक ही परिवार के सदस्य थे।जिसमें मृतक परिवार का मुखिया शिव कुमार(55 वर्षीय) बैटरी का रिक्शा चलाकर सवारियां ढोने का कार्य करता था।जबकि मृतका आरती 50 वर्षीय जोकि लोगों के घर में झाड़ू पोछा लगाने का कार्य करती थी। मृतक मृतक नीरज कुमार (23 वर्षीय) जोकि मेडिकल स्टोर चलाने का कार्य पंजाब अड्डे के चौधरी देवीलाल पार्क के सामने करता था। जबकि मृतक बेटी सुनैना (24 वर्षीय) जोकि बठिंडा में प्राइवेट नौकरी कर रही थी। 12वीं की पढ़ाई कर रही थी भूमि मृतका भूमि (17 वर्षीय)राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डबवाली में 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रही थी। मृतक डुग्गू (12 वर्षीय) अरोड़ावंश स्कूल में पांचवी कक्षा का विद्यार्थी था।नीरज गुप्ता उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के गांव नवाबगंज का रहने वाला था जोकि डबवाली में पिछले 40 वर्षों से रह रहा था। जिसने किलियावाली एरिया के डिस्पोजल कॉलोनी में अपना मकान बना रखा था। जिस मकान में नीरज गुप्ता रह रहा था। इसमें उसका बड़ा भाई अनिल गुप्ता भी संयुक्त परिवार के रूप में रह रहे थे। करीब 1 वर्ष पहले अनिल गुप्ता की एक्सीडेंट से मौत हो गई थी। उसके बाद परिवार को चलने का कार्य नीरज गुप्ता के कंधों पर था। नीरज गुप्ता अविवाहित था। भाई के चल बसने से उसके चार बच्चों का पालन पोषण भी उसी के कंधों पर था। वर्तमान में नीरज गुप्ता जिस मकान में रह रहा है। उसमें नीरज गुप्ता का पूरा परिवार मौत की नींद सो गया है। घर में विधवा भाभी व तीन भतीजे एक भतीजी रह गए हैं।
दुष्यंत चौटाला का विरोध करने वाले कबड्डी प्लेयर पर हमला:लाठियों से पीटा, गंडासे से वार किए; चुनाव प्रचार के दौरान खरी-खोटी सुनाई थीं
दुष्यंत चौटाला का विरोध करने वाले कबड्डी प्लेयर पर हमला:लाठियों से पीटा, गंडासे से वार किए; चुनाव प्रचार के दौरान खरी-खोटी सुनाई थीं हरियाणा में कैथल जिले की विधानसभा गुहला में पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को खरी-खोटी सुनाने वाले कबड्डी प्लेयर युवक को लाठियों से पीटा गया है। साथ ही उस पर गंडासे से वार भी किए गए हैं। उसका आरोप है कि उस पर यह हमला दुष्यंत चौटाला के समर्थकों ने किया है। यह वारदात बुधवार देर रात की बताई जा रही है। उसके साथ 2 अन्य युवक भी घायल हैं। फिलहाल, उन्हें को गुहला के सरकारी अस्पताल में फर्स्ट एड देकर कैथल रेफर किया गया है। पुलिस उसका बयान लेने के लिए अस्पताल पहुंच रही है। गुहला के हरिगढ़ किंगन गांव में युवक ने दुष्यंत चौटाला की क्लास लगाई थी। उसने चौटाला से बहस करते हुए कई सवाल भी पूछे थे। गांव के युवकों ने ही हमला किया
चीका थाना प्रभारी सुरेश कुमार ने हमले की घटना के बारे में बताया है कि अभी उनके पास हॉस्पिटल से सूचना आई है। वह टीम के साथ मौके पर पहुंच रहे हैं। पीड़ित के बयान लेने के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि युवकों पर हमला उनके गांव हरिगढ़ किंगन के युवकों ने ही किया है। इस वारदात में 3 युवक घायल हुए हैं। उनमें मुख्य पीड़ित गुरमुख नाम का युवक है, जिसकी दुष्यंत चौटाला से बहस हुई थी। वहीं, 2 अन्य युवक रविंद्र और हरप्रीत घायल हैं। वारदात के समय ये दोनों भी गुरमुख के साथ थे। घटना संबंधित ऑडियो भी वायरल
वहीं, इस मारपीट की घटना से संबंधित एक ऑडियो क्लिप भी वायरल हो रही है। इसमें कोई व्यक्ति बता रहा है कि पीड़ित गांव हरिगढ़ किंगन में अपने दोस्तों के साथ बाइक पर किसी के घर के सामने पहुंचा। उसने और उसके दोस्तों ने शराब पी हुई थी। पीड़ित गुरमुख ने घर के सामने लोगों को गालियां देने शुरू कर दिया। साथ ही वह घर की महिलाओं के बारे में भी गंदा बोल रहा था। इसके बाद घर के लोग बाहर निकले और गुरमुख की उसके दोस्तों सहित पिटाई की। हालांकि, दैनिक भास्कर इस ऑडियो क्लिप की पुष्टि नहीं करता है। हरिगढ़ किंगन गांव में हुई थी बहस
बुधवार को दुष्यंत चौटाला अपनी पार्टी JJP के कैंडिडेट कृष्ण कुमार बाजीगर के लिए वोट मांगने हरिगढ़ किंगन गांव पहुंचे थे। यहां एक युवक ने दुष्यंत चौटाला की क्लास लगाई। उसने दुष्यंत को खेलों को लेकर हो रही परेशानी के बारे में आपबीती भी सुनाई। युवक का नाम गुरमुख बताया जा रहा है। वह दुष्यंत के सरकार में रहते हुए उनके किए को लेकर सवाल कर रहा था। इस दौरान दुष्यंत अपने वर्करों के साथ मौजूद थे। वह युवक की बातें सुन रहे थे। इसके बाद जवाब भी देते हैं, और कुछ हो-हल्ला हो उठता है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं…
हरियाणा डेरे में गद्दी विवाद, श्रद्धालुओं को सत्संग से रोका:पुलिस बोली- लंगर खाओ और डेरा खाली करो; श्रद्धालु बोले- हमारे पास परमिशन थी
हरियाणा डेरे में गद्दी विवाद, श्रद्धालुओं को सत्संग से रोका:पुलिस बोली- लंगर खाओ और डेरा खाली करो; श्रद्धालु बोले- हमारे पास परमिशन थी हरियाणा में सिरसा के डेरा जगमाल वाली के गद्दीनशीन संत वकील साहब के निधन के बाद उठा विवाद थमा नहीं है। वकील साहब को श्रद्धांजलि देने के लिए फतेहाबाद के डेरे में सत्संग का आयोजन किया गया था। मगर, ऐन मौके पर पुलिस ने सत्संग रोकने को कह दिया। इससे संगत भड़क गई। उन्होंने आरोप लगाया कि परमिशन के बावजूद उन्हें यहां सत्संग नहीं करने दिया जा रहा। उनका कहना था कि यह सब मौजूदा गद्दीनशीन वीरेंद्र सिंह के इशारों पर हो रहा है। मामला शनिवार शाम का है, जब डेरे के अंदर लंगर चल रहा था। उसके बाद श्रद्धांजलि सभा होने ही वाली थी। तब तक बाहर पुलिस की टीमें तैनात हो चुकी थी। प्रशासनिक टीमें कागजात की छानबीन में जुट गईं। हालांकि पुलिस के रोकने के बाद रात को संगत द्वारा डेरे से साइड में जाकर सत्संग का कार्यक्रम किया गया। श्रद्धालुओं ने बताया कि वे अपने दिवंगत संत को श्रद्धांजलि देने के लिए सत्संग कर रहे थे। इसके लिए 18 सितंबर को संगत द्वारा जिला प्रशासन से परमिशन ली गई थी। डबवाली, सिरसा, ऐलनाबाद सहित दूर-दराज से लोग सभा के लिए फतेहाबाद के डेरा में पहुंच गए थे और लंगर भी बना लिया गया था। इतने में पुलिस मौके पर पहुंची और बताया गया कि यहां अब सत्संग नहीं किया जा सकता। चूंकि लंगर बन गया है तो लंगर ग्रहण करके डेरा खाली कर दो। इस पर श्रद्धालुओं रोष पनप गया। उन्होंने कहा कि डेरे पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। श्रद्धालु बोले- प्रॉपर्टी संगत की है
चंडीगढ़ से आए गुरदास सिंह ने बताया कि जगमालवाली डेरा की नींव रखने वाले पहले गुरू मैनेजर साहिब उनके परनाना थे। देश में 10 से 12 डेरे संगत ने जमीन दान देकर बनवाए। यह ट्रस्ट 1980 में दिल्ली में रजिस्टर हुआ और उनके दादा ट्रस्ट के अध्यक्ष रहे हैं, इसलिए यह प्रॉपर्टी साध संगत की है। अज्ञात शक्ति के कहने पर सत्संग रोका गया
दिल्ली से आए संजय गुर्जर व प्रीतम सिंह आदि ने कहा कि वीरेंद्र सिंह के कहने पर यह सब कुछ हो रहा है और प्रशासन व सरकार उनसे दब रहा है। वीरेंद्र बड़े हैं या लाखों संगत। उन्होंने कहा कि आज यहां संगत सिर्फ सत्संग कर रही थी और प्रशासन द्वारा अज्ञात शक्ति के कहने पर यह रोक दिया गया। हर महीने सत्संग होता था तो आज क्यों नहीं
उन्होंने कहा कि यह शक्ति वीरेंद्र सिंह है। उन्होंने कहा कि डेरे की गद्दी व डेरे पर वीरेंद्र सिंह कब्जा करना चाह रहे हैं। वे कहते हैं कि डेरे उनके हैं तो संगत कहां जाए। उन्होंने कहा कि हर माह पहले 21 तारीख को यहां सत्संग होता रहा है तो आज ही क्यों रोका जा रहा है। 5 राज्यों से लोग आए, सब परेशान हुए
उन्होंने कहा कि वीरेंद्र सिंह व उनके साथियों का संगत द्वारा बहिष्कार किया हुआ है और उसी कारण अब सत्संग करने से रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब कोर्ट में भी अपील की गई है। आज की सत्संग में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, यूपी, दिल्ली से लोग आए हैं, जो अब बुरी तरह परेशान हो चुके हैं। पुलिस बोली- ज्यादा कुछ नहीं बता सकते
उधर मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी पर प्रह्लाद सिंह ने बताया कि अभी तक कागजों की छानबीन जारी है और मामले की पड़ताल की जा रही है इससे ज्यादा में कुछ नहीं बता सकते। डेरे से जुडे कागजातों की जांच हो रही है। दूसरी तरफ श्रद्धालुओं में पुलिस के हस्तक्षेप से रोष है। डेरा जगमाल वाली का विवाद क्या है… 1. 1 अगस्त को हुआ डेरा मुखी का निधन, 2 पक्षों में गोलियां चलीं
सिरसा में डेरा जगमालवाली के प्रमुख महाराज बहादुर चंद वकील साहब की एक अगस्त को मौत हो गई थी। इसके बाद गद्दी को लेकर डेरे में 2 पक्ष आमने-सामने हो गए थे। यहां गोलियां भी चलीं। तनावपूर्ण माहौल के चलते डेरे में पुलिस फोर्स तैनात की गई। परिवार के लोगों ने 2 अगस्त (शुक्रवार) को मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम जगमालवाली में डेरा प्रमुख को समाधि दी गई। इस दौरान परिवार के लोग और डेरे से जुड़े लोग मौजूद रहे। 2. महात्मा ने खुद को डेरामुखी घोषित किया
समाधी वाले दिन ही सूफी गायक और महात्मा बीरेंद्र सिंह ने खुद को डेरा जगमालवाली का नया प्रमुख घोषित किया। सूफी गायकी में बीरेंद्र सिंह के साथी और डेरे के अनुयायी शमशेर लहरी ने दावा किया कि महाराज जी ने चोला छोड़ने से डेढ़ साल पहले ही अपनी वसीयत महात्मा बीरेंद्र सिंह के नाम बिना किसी दबाव में लिख दी थी। इसमें बीरेंद्र सिंह को संगत की सेवा करने का हुकुम दिया गया था। वसीयत लिखे जाने के बाद उसे महाराज जी की मौजूदगी में वकील की ओर से बाकायदा पढ़ा गया था और उसकी पूरी वीडियोग्राफी करवाई गई थी। 3. दूसरे पक्ष ने डेरामुखी मानने से इनकार किया
उधर महाराज बहादुर चंद वकील साहब के भतीजे अमर सिंह और कुछ लोगों ने बीरेंद्र सिंह को नया डेरा प्रमुख मानने से इनकार कर दिया है। अमर सिंह ने कहा कि बीरेंद्र सिंह, बलकौर सिंह, शमशेर लहरी और नंदलाल ग्रोवर ही 1 अगस्त को डेरे की गद्दी हथियाने के चक्कर में महाराज जी का जल्दबाजी में संस्कार करना चाहते थे। महाराज जी की मौत संदिग्ध है और इसकी CBI जांच होनी चाहिए। 4. साठ साल पहले बना था बलूचिस्तानी आश्रम
सिरसा के जगमालवाली स्थित मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम की शुरुआत 1964-65 में हुई। यहां बाबा सज्जन सिंह रूहल ने संत गुरबख्श सिंह मैनेजर साहिब को अपनी कई एकड़ जमीन दान में देकर डेरा बनाने का अनुरोध किया। इसके बाद संत गुरबख्श सिंह मैनेजर साहिब ने यहां मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम की स्थापना की। पहले यह छोटा सा आश्रम था लेकिन उसके बाद तकरीबन 100-100 फीट का सचखंड बनाया गया। इसकी खासियत यह है कि इसमें कोई स्तंभ नहीं बना हुआ।