गुरुग्राम में बसई गांव और आसपास स्थित फैक्ट्रियों के केमिकल और गैस से शुक्रवार की रात को कई लोगों की हालत बिगड़ गई। उनकी आंखों में जलन, उल्टी और पेट में दर्द हो गया। हालत ज्यादा बिगड़ने पर तीन बच्चों समेत सात लोगों को नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। सूचना मिलने पर पुलिस कंट्रोल रूम की टीम भी मौके पर पहुंची थी। हादसा होने के बाद आसपास के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया और गुस्साए लोगों ने पुलिस के सामने कंपनी पर ताला लगा दिया। कुछ समय बाद पुलिस ने ताला खुलवा दिया। केमिकल की गंध फैली ग्रामीणों ने बताया कि सूरी ऑटो पार्ट्स के पास देर शाम संदिग्ध गैस या फिर किसी केमिकल की गंध फैल गई। जिस कारण आसपास रहने वाले लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। काफी लोग फैक्ट्री क्षेत्र से दूर जाने लगे। इस गंध की चपेट में आने से सात लोगों पर बेहोशी छाने लगी और उन्हें उल्टियां होने लगी। एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया लोगों की हालत बिगड़ती देख उन्हें एम्बुलेंस द्वारा सेक्टर 10 के सिविल अस्पताल में ले जाया गया। अस्पताल पहुंचे सात लोगों में तीन छोटे बच्चे भी शामिल हैं। इनमें सरिता, गीता, खुशी, अन्नू, पूजा और बच्चे सृष्टि, दृष्टि, देवांश नाम हैं। मरीजों ने गले में दर्द, पेट में दर्द, उल्टी और आंखों में जलन की शिकायत की। डॉक्टरों ने पुलिस को सूचित किया सिविल अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर ने देर रात पुलिस को भी सूचना भिजवाई। जिसमें संदिग्ध गैस रिसाव के कारण आपातकालीन विभाग में मरीजों के भर्ती होने की सूचना दी गई। डॉक्टर ने बताया कि अतिरिक्त मरीजों के आने की भी आशंका थी, जिसके बाद पुलिस और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। चक्कर खाकर गिरने लगे लोग स्थानीय निवासी महेश ने बताया कि रात को लगभग 8:00 बजे एक कंपनी में रोजाना की तरह केमिकल का प्रयोग किया गया। उस समय 8 से 10 ग्रामवासी बुरी तरह से उल्टी करने लगे और चक्कर खाकर गिर पड़े। यहां रिहायशी क्षेत्र और आसपास में फैक्ट्रियां चल रही हैं। जिनसे जान माल का खतरा मंडरा रहा है। यहां पर जहरीली गैस और रसायनों का उपयोग और मैन्युफैक्चरिंग आदि कार्य किया जा रहा है। तहसीलदार मौके पर पहुंचे घटनास्थल पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार ने पहुंचकर जांच की और पाया गया कि सूरी ऑटो पार्ट्स के पास चल रहे यांत्रिक कार्य से उत्पन्न धुआं इस घटना का कारण था। इस धुएं से क्षेत्र में तेज गंध फैल गई, जिसने आस-पास के निवासियों को प्रभावित किया। शिकायत के बाद नहीं हो रही कार्रवाई बसई गांव निवासी एडवोकेट निर्मल देवी ने बताया कि वे लगातार गांव की आबादी के पास बन रही फैक्ट्री की शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कोई अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहा है। केमिकल की गंध पिछले कई दिनों से बढ़ गया था, जिससे उन्हें लगातार परेशानी हो रही है। अधिकारी कर रहे जांच हालांकि अधिकारियों का कहना है कि यह आपातकालीन स्थिति नहीं थी। पड़ोसियों को फैक्ट्री से हमेशा शिकायत रही है। प्रारंभिक जांच में यांत्रिक कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी की संभावना जताई जा रही है। संबंधित अधिकारियों ने फैक्ट्री प्रबंधन से जवाब-तलब किया है और एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है। बेवजह शिकायत की जा रही इस बारे में बसई इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव बंसल ने कहा कि शिकायतकर्ताओं का काफी समय से फैक्ट्री मालिक से विवाद चल रहा है। इसी के कारण इस तरह की शिकायतें की जा रही है। इस मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। हालांकि सूरी ऑटो पार्ट्स कंपनी के मालिक का पक्ष सामने नहीं आया है। प्रदूषण बोर्ड की टीम करेगी निरीक्षण राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एक्जीक्यूटिव इंजीनियर आकांक्षा ने बताया कि बसई की एक फैक्ट्री की पहले शिकायत मिली थी। जिसके बाद एक टीम ने जांच की थी। अगर किसी तरह का कोई प्रदूषण पाया जाता है तो एक्शन लिया जाएगा। गुरुग्राम में बसई गांव और आसपास स्थित फैक्ट्रियों के केमिकल और गैस से शुक्रवार की रात को कई लोगों की हालत बिगड़ गई। उनकी आंखों में जलन, उल्टी और पेट में दर्द हो गया। हालत ज्यादा बिगड़ने पर तीन बच्चों समेत सात लोगों को नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। सूचना मिलने पर पुलिस कंट्रोल रूम की टीम भी मौके पर पहुंची थी। हादसा होने के बाद आसपास के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया और गुस्साए लोगों ने पुलिस के सामने कंपनी पर ताला लगा दिया। कुछ समय बाद पुलिस ने ताला खुलवा दिया। केमिकल की गंध फैली ग्रामीणों ने बताया कि सूरी ऑटो पार्ट्स के पास देर शाम संदिग्ध गैस या फिर किसी केमिकल की गंध फैल गई। जिस कारण आसपास रहने वाले लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। काफी लोग फैक्ट्री क्षेत्र से दूर जाने लगे। इस गंध की चपेट में आने से सात लोगों पर बेहोशी छाने लगी और उन्हें उल्टियां होने लगी। एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया लोगों की हालत बिगड़ती देख उन्हें एम्बुलेंस द्वारा सेक्टर 10 के सिविल अस्पताल में ले जाया गया। अस्पताल पहुंचे सात लोगों में तीन छोटे बच्चे भी शामिल हैं। इनमें सरिता, गीता, खुशी, अन्नू, पूजा और बच्चे सृष्टि, दृष्टि, देवांश नाम हैं। मरीजों ने गले में दर्द, पेट में दर्द, उल्टी और आंखों में जलन की शिकायत की। डॉक्टरों ने पुलिस को सूचित किया सिविल अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर ने देर रात पुलिस को भी सूचना भिजवाई। जिसमें संदिग्ध गैस रिसाव के कारण आपातकालीन विभाग में मरीजों के भर्ती होने की सूचना दी गई। डॉक्टर ने बताया कि अतिरिक्त मरीजों के आने की भी आशंका थी, जिसके बाद पुलिस और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। चक्कर खाकर गिरने लगे लोग स्थानीय निवासी महेश ने बताया कि रात को लगभग 8:00 बजे एक कंपनी में रोजाना की तरह केमिकल का प्रयोग किया गया। उस समय 8 से 10 ग्रामवासी बुरी तरह से उल्टी करने लगे और चक्कर खाकर गिर पड़े। यहां रिहायशी क्षेत्र और आसपास में फैक्ट्रियां चल रही हैं। जिनसे जान माल का खतरा मंडरा रहा है। यहां पर जहरीली गैस और रसायनों का उपयोग और मैन्युफैक्चरिंग आदि कार्य किया जा रहा है। तहसीलदार मौके पर पहुंचे घटनास्थल पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार ने पहुंचकर जांच की और पाया गया कि सूरी ऑटो पार्ट्स के पास चल रहे यांत्रिक कार्य से उत्पन्न धुआं इस घटना का कारण था। इस धुएं से क्षेत्र में तेज गंध फैल गई, जिसने आस-पास के निवासियों को प्रभावित किया। शिकायत के बाद नहीं हो रही कार्रवाई बसई गांव निवासी एडवोकेट निर्मल देवी ने बताया कि वे लगातार गांव की आबादी के पास बन रही फैक्ट्री की शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कोई अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहा है। केमिकल की गंध पिछले कई दिनों से बढ़ गया था, जिससे उन्हें लगातार परेशानी हो रही है। अधिकारी कर रहे जांच हालांकि अधिकारियों का कहना है कि यह आपातकालीन स्थिति नहीं थी। पड़ोसियों को फैक्ट्री से हमेशा शिकायत रही है। प्रारंभिक जांच में यांत्रिक कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी की संभावना जताई जा रही है। संबंधित अधिकारियों ने फैक्ट्री प्रबंधन से जवाब-तलब किया है और एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है। बेवजह शिकायत की जा रही इस बारे में बसई इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव बंसल ने कहा कि शिकायतकर्ताओं का काफी समय से फैक्ट्री मालिक से विवाद चल रहा है। इसी के कारण इस तरह की शिकायतें की जा रही है। इस मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। हालांकि सूरी ऑटो पार्ट्स कंपनी के मालिक का पक्ष सामने नहीं आया है। प्रदूषण बोर्ड की टीम करेगी निरीक्षण राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एक्जीक्यूटिव इंजीनियर आकांक्षा ने बताया कि बसई की एक फैक्ट्री की पहले शिकायत मिली थी। जिसके बाद एक टीम ने जांच की थी। अगर किसी तरह का कोई प्रदूषण पाया जाता है तो एक्शन लिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
