गुरुग्राम के सोहना में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा पकड़ा गया आरोपी तीसरी मंजिल से छलांग लगा दिया। जिसके चलते आरोपी युवक की मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने युवक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। एटीएस के अधिकारी राहुल शर्मा साइबर अपराध के मामले को लेकर अपनी टीम के साथ सोहना पहुंचे। जहां से उन्हें पता चला कि धुनेला के समीप एक सोसाइटी से साइबर अपराध किया जा रहा है। जिसको लेकर उन्होंने धुनेला के समीप एक सोसाइटी से करीब 6 लोगों को अपनी हिरासत में लिया। जिसमें हिमांशु कुमार पुत्र रमेश कुमार गांव (23) किशनगंज बिहार निवासी भी शामिल था। मध्य प्रदेश पुलिस टीम आरोपी युवक व उसके साथियों को लेकर सोहना थाने के समीप सेफ्रांन होटल में रुकी हुई थी। दोपहर के करीब 1:30 हिमांशु कुमार टॉयलेट की बात कह कर कमरे की बालकनी में आ गया, जहां से उसने नीचे छलांग लगा दी। हिमांशु के छलांग लगते ही एटीएस की टीम के हाथ पांव फूल गए। वह उसे सोहना के नागरिक अस्पताल लेकर आए, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश की एटीएस टीम ने सोहना पुलिस को आरोपियों को पकड़ने व इस संबंध में कोई भी मैसेज नहीं किया था। थाना प्रभारी प्रवीण मलिक ने बताया कि फिलहाल अभी मृतक के परिजन नहीं आए हैं। मृतक युवक की पोस्टमॉर्टम के लिए उसे गुड़गांव के लिए रेफर कर दिया गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतक के परिजन के बयान पर मामला दर्ज किया जाएगा। नागरिक अस्पताल के एसएमओ सुधीर ने बताया कि यह पोस्टमॉर्टम बोर्ड के माध्यम से होगा इसलिए मृतक के शव को गुड़गांव के लिए रेफर कर दिया गया है। गुरुग्राम के सोहना में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा पकड़ा गया आरोपी तीसरी मंजिल से छलांग लगा दिया। जिसके चलते आरोपी युवक की मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने युवक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। एटीएस के अधिकारी राहुल शर्मा साइबर अपराध के मामले को लेकर अपनी टीम के साथ सोहना पहुंचे। जहां से उन्हें पता चला कि धुनेला के समीप एक सोसाइटी से साइबर अपराध किया जा रहा है। जिसको लेकर उन्होंने धुनेला के समीप एक सोसाइटी से करीब 6 लोगों को अपनी हिरासत में लिया। जिसमें हिमांशु कुमार पुत्र रमेश कुमार गांव (23) किशनगंज बिहार निवासी भी शामिल था। मध्य प्रदेश पुलिस टीम आरोपी युवक व उसके साथियों को लेकर सोहना थाने के समीप सेफ्रांन होटल में रुकी हुई थी। दोपहर के करीब 1:30 हिमांशु कुमार टॉयलेट की बात कह कर कमरे की बालकनी में आ गया, जहां से उसने नीचे छलांग लगा दी। हिमांशु के छलांग लगते ही एटीएस की टीम के हाथ पांव फूल गए। वह उसे सोहना के नागरिक अस्पताल लेकर आए, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश की एटीएस टीम ने सोहना पुलिस को आरोपियों को पकड़ने व इस संबंध में कोई भी मैसेज नहीं किया था। थाना प्रभारी प्रवीण मलिक ने बताया कि फिलहाल अभी मृतक के परिजन नहीं आए हैं। मृतक युवक की पोस्टमॉर्टम के लिए उसे गुड़गांव के लिए रेफर कर दिया गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतक के परिजन के बयान पर मामला दर्ज किया जाएगा। नागरिक अस्पताल के एसएमओ सुधीर ने बताया कि यह पोस्टमॉर्टम बोर्ड के माध्यम से होगा इसलिए मृतक के शव को गुड़गांव के लिए रेफर कर दिया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा CM और BJP अध्यक्ष आमने-सामने:बड़ौली ने कहा- मुख्यमंत्री लाडवा से लडेंगे; सैनी बोले- मैं करनाल से ही लड़ूंगा, उसको ज्यादा जानकारी हरियाणा में BJP उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होने से पहले घमासान मचा है। शुक्रवार को करनाल में रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि मैं करनाल से चुनाव लड़ूंगा। जबकि सुबह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा था कि मुख्यमंत्री नायब सैनी लाडवा से चुनाव लड़ेंगे। नायब सैनी ने कहा, ‘ मोहन लाल बड़ौली प्रदेश अध्यक्ष हैं, उसको मेरे से ज्यादा जानकारी है। पार्लियामेंट बोर्ड के सामने जिन दावेदारों ने अप्लाई किया था, उसे लिस्टिंग करके केंद्रीय नेतृत्व के सामने रख दिया है। अगला निर्णय पार्लियामेंट्री बोर्ड का है। करनाल से मैं ही चुनाव लड़ूंगा। सैनी के करनाल सीट छोड़ने के 3 बड़े कारण 1. पंजाबी वोट बैंक की नाराजगी करनाल सीट पर पंजाबी समुदाय के सबसे ज्यादा 64 हजार वोट हैं। सैनी समुदाय के यहां सिर्फ 5800 वोट हैं। इसके अलावा अगर कुल OBC वोटरों की बात करें तो करीब 35 हजार वोट है। चूंकि पिछली बार करनाल से मनोहर लाल खट्टर लड़े, वह पंजाबी समुदाय से थे। इसलिए उन्हें पंजाबी वोटरों का समर्थन मिला। सैनी OBC वर्ग से आते हैं। उनके समुदाय और OBC वर्ग की भी बहुत कम वोट हैं। ऐसे में उनको इसका नुकसान हो सकता है। वहीं अब पंजाबी वर्ग भी मुखर रूप से लगातार प्रतिनिधित्व की मांग कर रहा है। इसे भांपते हुए कुछ दिन पहले कांग्रेस भी करनाल में पंजाबी महासम्मेलन कर चुकी है। हुड्डा ने यहां तक वादा किया कि कांग्रेस सरकार बनी तो वह पंजाबी विस्थापित कल्याण बोर्ड बनाएंगे। इससे भी भाजपा को पंजाबी वोट खिसकने का डर है। 2. एंटी इनकंबेंसी का खतरा करनाल 10 साल से सीएम सिटी है। सीएम का गृह क्षेत्र होने से भाजपा को फायदे की उम्मीद जरूर हो, लेकिन इसको लेकर यहां एंटी इनकंबेंसी का खतरा भी ज्यादा है। सीएम सिटी की वजह से धरने-प्रदर्शन के अलावा लोगों की आम विधायक के तौर पर सीएम के साथ सीधी कनेक्टिविटी नहीं हो पाती। चूंकि खट्टर ने पहले ही सबको साध लिया था लेकिन सैनी के लिए अंत के कुछ महीनों में यह संभव नहीं हो रहा। इसकी वजह 3 महीने पहले लोकसभा चुनाव और अब विधानसभा चुनाव की वजह से पर्याप्त समय न मिल पाना है। 3. भीतरघात का खतरा, लोकल दावेदारों की बगावत करनाल सीट पर सैनी को भीतरघात का भी खतरा बना हुआ है। सीएम के करीबी सूत्र बताते हैं कि यहां मनोहर लाल खट्टर के करीबी रही उनकी टीम अभी सीएम सैनी के साथ खुले दिल से नहीं चल रही। इतना अवश्य है कि खट्टर उन्हें मना लेंगे लेकिन चुनाव में वह कितने मन से मदद करेंगे, इसको लेकर सैनी के लिए रिस्क रहेगा। वहीं खट्टर के जाने के बाद लोकल नेताओं को उम्मीद थी कि अब उन्हें मौका मिलेगा लेकिन इस चुनाव में सैनी यहां से जीत गए तो फिर अगले 5 साल के लिए उनका रास्ता बंद हो जाएगा। ऐसे में उनके बगावत करने का खतरा बना रहेगा। लाडवा से सीएम की चर्चा क्यों, सैनी बिरदारी, OBC वर्ग और लोकसभा का कनेक्शन
लाडवा विधानसभा क्षेत्र कुरुक्षेत्र में है। इस विधानसभा में 1 लाख 95 हजार से ज्यादा वोट है। जिसमें 50 हजार वोट जाट समाज की है। इसके अलावा सैनी समाज के 47 हजार से ज्यादा वोट हैं। 90 हजार से ज्यादा OBC वर्ग के वोट हैं। OBC वर्ग और खास तौर पर सैनी समुदाय के वोट बैंक की वजह से यह सीएम के लिए फेवरेट सीट मानी जा रही है। हालांकि पिछली बार 2019 में भाजपा के सैनी समुदाय से जुड़े पवन सैनी यहां से कांग्रेस के मेवा सिंह से 12,637 वोटों से चुनाव हार गए थे। नायब सैनी कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं, जिसमें लाडवा भी आता है। राज्य में विधानसभा चुनाव से जुड़ी अन्य खबरें भी पढ़ें…
हरियाणा में बदमाश पकड़ने गई पुलिस लुटने से बची:पिस्टल दिखा आरोपी बोला- जान प्यारी है तो गाड़ी छोड़कर भाग जाओ; टीम ने 4 दबोचे
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रोहतक CIA-1 के ASI विनोद कुमार की ओर से IMT थाने में दी गई शिकायत के अनुसार, शनिवार रात को वह खरावड़ रेलवे फाटक के पास गश्त पर थे। इसी दौरान सूचना मिली कि डीघल रोड पर बिना नंबर की एक इनोवा कार में 3-4 युवक किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में खड़े हैं। इस सूचना पर पुलिस टीम डीघल रोड पर खरावड़ रेलवे फाटक की ओर चली। जब टीम फाटक से करीब 2 किलोमीटर दूर पहुंची तो सड़क के बाईं ओर एक कार खड़ी थी। जब गाड़ी लेकर टीम सड़क किनारे खड़ी गाड़ी के पास पहुंची तो संदिग्ध गाड़ी के बगल से निकले एक युवक ने पुलिस की गाड़ी को रुकने का इशारा किया। पिस्टल दिखाकर पुलिस की गाड़ी घेरी
युवक के इशारे पर गाड़ी को रोका गया। इसके बाद युवक पैदल चलकर हमारी गाड़ी के पास पहुंचा और पिस्टल तानकर खड़ा हो गया। इसी दौरान खेतों से 3 युवक और निकले, जिनके हाथों में हथियार थे। उन्होंने हमारी गाड़ी को चारों ओर से घेर लिया। इसके बाद एक आरोपी ने पुलिस के ड्राइवर पर चाकू लगा दिया। वहीं, एक अन्य आरोपी ने ASI विनोद कुमार की कनपटी पर पिस्टल लगा दी। आरोपियों ने कहा कि जान प्यारी है तो गाड़ी छोड़कर भाग जाओ, नहीं तो गोली मार देंगे। 2 पिस्टल और चाकू मिला
इस पर पुलिसकर्मियों ने तेजी दिखाते हुए आरोपी के हाथ से पिस्टल छीन ली और उल्टा आरोपी पर ही तान दी। इसके बाद एक-एक आरोपी से हथियार छीन लिए गए। पुलिस को उनसे 2 पिस्टल, एक चाकू और एक डंडा मिला है। साथ ही चारों आरोपियों को भी काबू कर लिया।
फतेहाबाद में गोली लगने से व्यक्ति की मौत:दोस्त के पिस्तौल से हुआ फायर, साथ बैठकर दोनों कर रहे थे हंसी- मजाक
फतेहाबाद में गोली लगने से व्यक्ति की मौत:दोस्त के पिस्तौल से हुआ फायर, साथ बैठकर दोनों कर रहे थे हंसी- मजाक फतेहाबाद में एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थिति में गोली लगने से मौत हो गई। शख्स को गोली उसके दोस्त के ही पिस्तौल से लगी है, घटना के वक्त दोनों साथ में बैठे बातचीत करते रहे थे। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है, मामले की जांच की जा रही है। शिव नगर निवासी 46 वर्षीय मनोज बंसल फतेहाबाद के सिरसा रोड पर धर्मकांटे पर पार्टनरशिप में काम करता था। शहर के एक पूर्व पार्षद कुलवंत सवणा का पुत्र 30 वर्षीय पलविंद्र के साथ उसकी दोस्ती थी, जो उसके पास आता-जाता था। बताया जा रहा है कि मनोज अपने दोस्त के साथ सिरसा किसी काम से गया था और शाम को वह वापस लौट आए और धर्मकांटे पर बने कमरे में बैठ गए। पलविंद्र के पास पिस्तौल थी और पिस्तौल को हाथ में लेकर दोनों दोस्त हंसी मजाक व बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान अचानक पिस्तौल से गोली चल गई और गोली मनोज के सिर में जा लगी। जिससे वहां पर हड़कंप मच गया। पलविंद्र अन्य लोगों के साथ मनोज को हॉस्पिटल लेकर आया। इसके बाद परिजनों को भी घटना के बारे में सूचना दी गई। यहां पर डॉक्टरों ने मनोज को मृत घोषित कर दिया। गोली किस परिस्थिति में चली अभी तक इसका पता नहीं चल पाया है। उधर मौके पर पहुंचे एसएचओ प्रहलाद सिंह ने बताया कि गोली चलने से व्यक्ति की मौत हुई है। सीन ऑफ क्राइम इन्वेस्टिंग करने में जुटी है। परिजन जो बयान देंगे, उसके अनुसार आगामी कार्रवाई की जाएगी।