गुरुग्राम में छात्र ने 15वीं मंजिल से लगाई छलांग:12वीं में कम अंक आने से डिप्रेशन में था, पेरेंट्स बोले-पढ़ाई को लेकर कभी नहीं कहा

गुरुग्राम में छात्र ने 15वीं मंजिल से लगाई छलांग:12वीं में कम अंक आने से डिप्रेशन में था, पेरेंट्स बोले-पढ़ाई को लेकर कभी नहीं कहा

गुरुग्राम के सेक्टर 72 स्थित टाटा प्रिमांटी सोसाइटी की 15वीं मंजिल से कूदकर 17 वर्षीय छात्र ने आत्महत्या कर ली। छात्र सेक्टर 49 स्थित एक निजी स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ता था। सीबीएसई द्वारा हाल ही में जारी किए गए रिजल्ट में उसके 75 प्रतिशत अंक आए थे। बताया जा रहा है कि उसे 90 प्रतिशत अंक आने की उम्मीद थी। कम अंक आने के कारण वह डिप्रेशन में चला गया। पुलिस के मुताबिक छात्र ने अपने डिप्रेशन या मानसिक स्थिति के बारे में न तो अपने माता-पिता को कुछ बताया और न ही किसी दोस्त से साझा किया। घटना वाले दिन पिता के ऑफिस चले जाने के बाद वह अपनी 15वीं मंजिल की बालकनी में गया और वहां से छलांग लगा दी। आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही छात्र की मौत हो चुकी थी। परिवार के लोग सदमे में हादसे के बाद छात्र के माता-पिता सदमे में हैं और उनका कहना है कि उन्होंने अपने बेटे पर पढ़ाई को लेकर कभी दबाव नहीं डाला। माता-पिता के अनुसार परीक्षा परिणाम के बाद भी उन्होंने कम अंकों के बारे में कोई चर्चा नहीं की थी। हमें समझ नहीं आ रहा कि वह इतना परेशान क्यों था। हमने उसे हमेशा प्यार और सपोर्ट दिया। परिवार का कहना है कि वे अपने इकलौते बेटे को खोने के गम से उबर नहीं पा रहे हैं। पुलिस कर रही मामले की जांच एसीपी सुरेंद्र फौगाट का कहना है कि पुलिस सभी एंगल को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि छात्र रिजल्ट में कम अंक आने से डिप्रेशन में था। उन्होंने बताया कि आज पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। गुरुग्राम के सेक्टर 72 स्थित टाटा प्रिमांटी सोसाइटी की 15वीं मंजिल से कूदकर 17 वर्षीय छात्र ने आत्महत्या कर ली। छात्र सेक्टर 49 स्थित एक निजी स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ता था। सीबीएसई द्वारा हाल ही में जारी किए गए रिजल्ट में उसके 75 प्रतिशत अंक आए थे। बताया जा रहा है कि उसे 90 प्रतिशत अंक आने की उम्मीद थी। कम अंक आने के कारण वह डिप्रेशन में चला गया। पुलिस के मुताबिक छात्र ने अपने डिप्रेशन या मानसिक स्थिति के बारे में न तो अपने माता-पिता को कुछ बताया और न ही किसी दोस्त से साझा किया। घटना वाले दिन पिता के ऑफिस चले जाने के बाद वह अपनी 15वीं मंजिल की बालकनी में गया और वहां से छलांग लगा दी। आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही छात्र की मौत हो चुकी थी। परिवार के लोग सदमे में हादसे के बाद छात्र के माता-पिता सदमे में हैं और उनका कहना है कि उन्होंने अपने बेटे पर पढ़ाई को लेकर कभी दबाव नहीं डाला। माता-पिता के अनुसार परीक्षा परिणाम के बाद भी उन्होंने कम अंकों के बारे में कोई चर्चा नहीं की थी। हमें समझ नहीं आ रहा कि वह इतना परेशान क्यों था। हमने उसे हमेशा प्यार और सपोर्ट दिया। परिवार का कहना है कि वे अपने इकलौते बेटे को खोने के गम से उबर नहीं पा रहे हैं। पुलिस कर रही मामले की जांच एसीपी सुरेंद्र फौगाट का कहना है कि पुलिस सभी एंगल को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि छात्र रिजल्ट में कम अंक आने से डिप्रेशन में था। उन्होंने बताया कि आज पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर