गुरुग्राम में डॉक्टरों की छुटि्टयां रद्द:सरकारी और निजी अस्पतालों में इमरजेंसी के लिए 25% बेड रिजर्व, डॉक्टरों को अलर्ट रहने को कहा

गुरुग्राम में डॉक्टरों की छुटि्टयां रद्द:सरकारी और निजी अस्पतालों में इमरजेंसी के लिए 25% बेड रिजर्व, डॉक्टरों को अलर्ट रहने को कहा

पाकिस्तान के साथ चल रहे तनावपूर्ण हालात को देखते हुए गुरुग्राम के स्वास्थ्य विभाग ने किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाई है, जिसके तहत जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. अलका सिंह ने निजी और सरकारी अस्पतालों के पीएमओ, मेडिकल ऑफिसर्स के साथ मीटिंग भी शुरू कर दी है। साथ ही सभी अस्पतालों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे 20 से 25 प्रतिशत बेड आपातकालीन स्थिति के लिए आरक्षित रखें। इसके साथ ही डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं ताकि आवश्यकता पड़ने पर तत्काल कार्रवाई की जा सके। कोविड जैसी तैयारी सीएमओ ने बताया कि यह कदम कोविड-19 महामारी के दौरान की गई तैयारियों की तर्ज पर उठाया गया है। उस समय स्वास्थ्य विभाग ने आपातकालीन स्थिति में त्वरित और समन्वित कार्रवाई की थी। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को दवाइयों, ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर और अन्य आवश्यक चिकित्सा उपकरणों का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। अलर्ट मोड में रहे अस्पताल इसके अलावा आपातकालीन स्थिति में मरीजों के इलाज के लिए विशेष वार्ड स्थापित करने की योजना बनाई जा रही है। निजी अस्पतालों को भी जल्द ही लागू की जाने वाली एसओपी का सख्ती से पालन करने के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों में प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया है। इसके लिए डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जा सकता है। सीएमओ ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि किसी भी स्थिति में मरीजों को समय पर और उचित इलाज मिले। हम कोविड-19 के अनुभव से सीख लेते हुए अपनी तैयारियों को और मजबूत कर रहे हैं।गुरुग्राम के कई अस्पतालों ने इस निर्देश के बाद अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। अफवाहों पर ध्यान न दें सीएमओ ने आम जनता से भी अपील की गई है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए केवल आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें। यह प्रेक्टिस स्वास्थ्य विभाग द्वारा सावधानी के तौर पर की जा रही है और अभी स्थिति पूरी तरह से सामान्य है। किसी तरह का पैनिक न करें। पाकिस्तान के साथ चल रहे तनावपूर्ण हालात को देखते हुए गुरुग्राम के स्वास्थ्य विभाग ने किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाई है, जिसके तहत जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. अलका सिंह ने निजी और सरकारी अस्पतालों के पीएमओ, मेडिकल ऑफिसर्स के साथ मीटिंग भी शुरू कर दी है। साथ ही सभी अस्पतालों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे 20 से 25 प्रतिशत बेड आपातकालीन स्थिति के लिए आरक्षित रखें। इसके साथ ही डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं ताकि आवश्यकता पड़ने पर तत्काल कार्रवाई की जा सके। कोविड जैसी तैयारी सीएमओ ने बताया कि यह कदम कोविड-19 महामारी के दौरान की गई तैयारियों की तर्ज पर उठाया गया है। उस समय स्वास्थ्य विभाग ने आपातकालीन स्थिति में त्वरित और समन्वित कार्रवाई की थी। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को दवाइयों, ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर और अन्य आवश्यक चिकित्सा उपकरणों का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। अलर्ट मोड में रहे अस्पताल इसके अलावा आपातकालीन स्थिति में मरीजों के इलाज के लिए विशेष वार्ड स्थापित करने की योजना बनाई जा रही है। निजी अस्पतालों को भी जल्द ही लागू की जाने वाली एसओपी का सख्ती से पालन करने के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों में प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया है। इसके लिए डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जा सकता है। सीएमओ ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि किसी भी स्थिति में मरीजों को समय पर और उचित इलाज मिले। हम कोविड-19 के अनुभव से सीख लेते हुए अपनी तैयारियों को और मजबूत कर रहे हैं।गुरुग्राम के कई अस्पतालों ने इस निर्देश के बाद अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। अफवाहों पर ध्यान न दें सीएमओ ने आम जनता से भी अपील की गई है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए केवल आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें। यह प्रेक्टिस स्वास्थ्य विभाग द्वारा सावधानी के तौर पर की जा रही है और अभी स्थिति पूरी तरह से सामान्य है। किसी तरह का पैनिक न करें।   हरियाणा | दैनिक भास्कर