गुरुग्राम में बुधवार सुबह सेक्टर 69 चौक ट्यूलिप स्क्वायर के पास एक मिनी स्कूल बस दूसरे वाहन की टक्कर से पलट गई। हादसे के वक्त बस ने अपना रूट शुरू किया था और केवल दो बच्चे और एक महिला अटेंडेंट थी। बस पलटते ही बच्चे चिल्लाने लगे। जिस पर आसपास से गुजर रहे राहगीरों ने शीशे तोड़ कर बच्चों को बाहर निकाला। घायलों को तुरंत पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस चौराहे के पास खड़ी थी, इसी दौरान एक लोडिंग टैंपो ने उसे टक्कर मार दी। जिससे चालक ने नियंत्रण खो दिया और बस सड़क पर पलट गई। हादसा देखकर स्थानीय लोग और राहगीर बचाव कार्य में जुट गए। ड्राइवर की मदद से बच्चों को बस से सुरक्षित निकाला गया। जांच में पता चला है कि हादसे की वजह तेज रफ्तार और सड़क पर स्पीड ब्रेकर की कमी है। स्कूल प्रबंधन का दावा, प्राइवेट वैन थी स्कूल प्रबंधन ने घटना पर खेद जताते हुए कहा कि वे घायल बच्चों और उनके परिवारों के साथ हैं। स्कूल प्रिंसिपल सजिता अय्यर ने कहा कि हमारी प्राथमिकता बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य है। यह वैन हमारे स्कूल की नहीं बल्कि प्राइवेट थी। हम पुलिस के साथ मिलकर इस मामले की जांच कर रहे हैं। सड़क सुरक्षा उपायों की कमी का आरोप ट्यूलिप सोसाइटी आरडब्ल्यूए प्रेजीडेंट पूजा आनंद ने बताया कि सेक्टर 69 और आसपास के क्षेत्र बीपीटीपी एस्टेयर गार्डन, एम3एम मरीना, एम3एम मर्लिन, और विक्ट्री वैली बेल्ट में सड़क सुरक्षा उपायों की कमी लंबे समय से मांग रही है। इस क्षेत्र में न तो स्पीड ब्रेकर हैं, न ही ट्रैफिक सिग्नल, और न ही कोई पुलिस चौकी। हमने कई बार प्रशासन से शिकायत की कि इस चौराहे पर स्पीड ब्रेकर और स्ट्रीट लाइट की जरूरत है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यह हादसा उसी लापरवाही का नतीजा है। भारी वाहनों का आवाजाही रहता है इस क्षेत्र में ग्रीनबेल्ट की कमी और सफाई का अभाव भी स्थानीय लोगों के लिए चिंता का विषय है। एक उन्होंने बताया कि यहां भारी वाहनों का आवाजाही भी रहता है। बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं है। अगर समय रहते स्पीड ब्रेकर लगा दिए जाते, तो शायद यह हादसा टल सकता था। लोगों ने यह भी बताया कि रात के समय इस क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट की कमी के कारण दृश्यता कम हो जाती है, जिससे हादसों का खतरा और बढ़ जाता है। स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग उठाई स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि सेक्टर 69 और आसपास के क्षेत्रों में तत्काल स्पीड ब्रेकर, ट्रैफिक सिग्नल, और पुलिस चौकी स्थापित की जाए। इसके साथ ही, ग्रीनबेल्ट और सफाई व्यवस्था को बेहतर करने की भी जरूरत है। टैंपो चालक का पता नहीं स्कूल बस को टक्कर मारने वाले टैंपो का पता नहीं चल सका है। बादशाहपुर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि टैंपो चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया जाएगा। हादसे की विस्तृत जांच की जा रही है। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। गुरुग्राम में बुधवार सुबह सेक्टर 69 चौक ट्यूलिप स्क्वायर के पास एक मिनी स्कूल बस दूसरे वाहन की टक्कर से पलट गई। हादसे के वक्त बस ने अपना रूट शुरू किया था और केवल दो बच्चे और एक महिला अटेंडेंट थी। बस पलटते ही बच्चे चिल्लाने लगे। जिस पर आसपास से गुजर रहे राहगीरों ने शीशे तोड़ कर बच्चों को बाहर निकाला। घायलों को तुरंत पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस चौराहे के पास खड़ी थी, इसी दौरान एक लोडिंग टैंपो ने उसे टक्कर मार दी। जिससे चालक ने नियंत्रण खो दिया और बस सड़क पर पलट गई। हादसा देखकर स्थानीय लोग और राहगीर बचाव कार्य में जुट गए। ड्राइवर की मदद से बच्चों को बस से सुरक्षित निकाला गया। जांच में पता चला है कि हादसे की वजह तेज रफ्तार और सड़क पर स्पीड ब्रेकर की कमी है। स्कूल प्रबंधन का दावा, प्राइवेट वैन थी स्कूल प्रबंधन ने घटना पर खेद जताते हुए कहा कि वे घायल बच्चों और उनके परिवारों के साथ हैं। स्कूल प्रिंसिपल सजिता अय्यर ने कहा कि हमारी प्राथमिकता बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य है। यह वैन हमारे स्कूल की नहीं बल्कि प्राइवेट थी। हम पुलिस के साथ मिलकर इस मामले की जांच कर रहे हैं। सड़क सुरक्षा उपायों की कमी का आरोप ट्यूलिप सोसाइटी आरडब्ल्यूए प्रेजीडेंट पूजा आनंद ने बताया कि सेक्टर 69 और आसपास के क्षेत्र बीपीटीपी एस्टेयर गार्डन, एम3एम मरीना, एम3एम मर्लिन, और विक्ट्री वैली बेल्ट में सड़क सुरक्षा उपायों की कमी लंबे समय से मांग रही है। इस क्षेत्र में न तो स्पीड ब्रेकर हैं, न ही ट्रैफिक सिग्नल, और न ही कोई पुलिस चौकी। हमने कई बार प्रशासन से शिकायत की कि इस चौराहे पर स्पीड ब्रेकर और स्ट्रीट लाइट की जरूरत है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यह हादसा उसी लापरवाही का नतीजा है। भारी वाहनों का आवाजाही रहता है इस क्षेत्र में ग्रीनबेल्ट की कमी और सफाई का अभाव भी स्थानीय लोगों के लिए चिंता का विषय है। एक उन्होंने बताया कि यहां भारी वाहनों का आवाजाही भी रहता है। बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं है। अगर समय रहते स्पीड ब्रेकर लगा दिए जाते, तो शायद यह हादसा टल सकता था। लोगों ने यह भी बताया कि रात के समय इस क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट की कमी के कारण दृश्यता कम हो जाती है, जिससे हादसों का खतरा और बढ़ जाता है। स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग उठाई स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि सेक्टर 69 और आसपास के क्षेत्रों में तत्काल स्पीड ब्रेकर, ट्रैफिक सिग्नल, और पुलिस चौकी स्थापित की जाए। इसके साथ ही, ग्रीनबेल्ट और सफाई व्यवस्था को बेहतर करने की भी जरूरत है। टैंपो चालक का पता नहीं स्कूल बस को टक्कर मारने वाले टैंपो का पता नहीं चल सका है। बादशाहपुर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि टैंपो चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया जाएगा। हादसे की विस्तृत जांच की जा रही है। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। हरियाणा | दैनिक भास्कर
