गुरुग्राम में रिटायर्ड पुलिसकर्मी ने किया सुसाइड:परिजनों का शव उठाने से इंकार, पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत का आरोप

गुरुग्राम में रिटायर्ड पुलिसकर्मी ने किया सुसाइड:परिजनों का शव उठाने से इंकार, पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत का आरोप

गुरुग्राम के पटौदी में धोखे से मकान बेचने के विवाद के चलते सुसाइड करने के मामले में पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से नाराज परिजनों ने शव उठाने से इनकार कर दिया है। आक्रोशित ग्रामीण पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई। तीन घंटे से लोग सीपी आवास के बाहर डटे हुए हैं। लोगों को समझाने पहुंचे पटौदी के एसीपी सुखबीर ने ग्रामीणों से बात की, लेकिन आरोपियों को पकड़ने की मांग पर अड़े हैं। उनका कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वे शव नहीं उठाएंगे। मृतक वेदप्रकाश दिल्ली पुलिस से रिटायर्ड है और करीब 10 साल पहले वीआरएस लिया था। मृतक के भाई बालकिशन ने बताया कि मरने से पहले उसका भाई दयाकिशन मजिस्ट्रेट के सामने बयान देना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने खुद ही मोबाइल में बयान रिकार्ड कर लिए। मृतक मूल रूप से डूंडाहेड़ा गांव का रहने वाला था और कई साल हेलीमंडी में फार्म हाउस बनाकर रहता था। पुत्रवधू के फूफा ने दिया धोखा दयाकिशन ने सुसाइड नोट भी छोड़ा है। जिसमें उसने अपने दोस्त देवेंद्र, उसके लड़के, पुत्रवधू, पुत्र वधू के पापा और उसके दामाद ने धोखाधड़ी करके मकान बेच दिया। आरोपी उसके हिस्से के पूरे रुपए भी नहीं दे रहे हैं। बार बार पुलिस के पास शिकायत कर चुका हूं, लेकिन पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही। इसलिए वह अपनी जान दे रहा है। सुसाइड नोट लिखने के बाद उसने सल्फास की तीन गोलियां निगल ली। इस मामले में उसकी पुत्रवधू के सगे फूफा ने धोखा दिया है। मरने से पहले उसने अपने भाई बालकिशन को कॉल भी किया और सुसाइड नोट वाट्सअप भी किया, लेकिन जब तक उसका भाई मौके पर पहुंचता तब तक वह जहरीला पदार्थ निगल चुका था। लोकल पुलिस पर विश्वास नहीं बालकिशन ने बताया कि पटौदी थाना और हेलीमंडी चौकी पुलिस पर उन्हें विश्वास नहीं है, क्योंकि उन्होंने आरोपियों से मिलीभगत कर रखी है। इसलिए वे पुलिस कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाने आए हैं और जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वे शव नहीं लेंगे। मौके पर पहुंचे एसीपी पटौदी सुखबीर सिंह ने ग्रामीणों आश्वासन दिया कि सीआईए टीम आरोपियों को तलाश कर रही है। वे खुद पीड़ित पक्ष के साथ है और उन्हें उचित न्याय दिलवाया जाएगा। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। गुरुग्राम के पटौदी में धोखे से मकान बेचने के विवाद के चलते सुसाइड करने के मामले में पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से नाराज परिजनों ने शव उठाने से इनकार कर दिया है। आक्रोशित ग्रामीण पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई। तीन घंटे से लोग सीपी आवास के बाहर डटे हुए हैं। लोगों को समझाने पहुंचे पटौदी के एसीपी सुखबीर ने ग्रामीणों से बात की, लेकिन आरोपियों को पकड़ने की मांग पर अड़े हैं। उनका कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वे शव नहीं उठाएंगे। मृतक वेदप्रकाश दिल्ली पुलिस से रिटायर्ड है और करीब 10 साल पहले वीआरएस लिया था। मृतक के भाई बालकिशन ने बताया कि मरने से पहले उसका भाई दयाकिशन मजिस्ट्रेट के सामने बयान देना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने खुद ही मोबाइल में बयान रिकार्ड कर लिए। मृतक मूल रूप से डूंडाहेड़ा गांव का रहने वाला था और कई साल हेलीमंडी में फार्म हाउस बनाकर रहता था। पुत्रवधू के फूफा ने दिया धोखा दयाकिशन ने सुसाइड नोट भी छोड़ा है। जिसमें उसने अपने दोस्त देवेंद्र, उसके लड़के, पुत्रवधू, पुत्र वधू के पापा और उसके दामाद ने धोखाधड़ी करके मकान बेच दिया। आरोपी उसके हिस्से के पूरे रुपए भी नहीं दे रहे हैं। बार बार पुलिस के पास शिकायत कर चुका हूं, लेकिन पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही। इसलिए वह अपनी जान दे रहा है। सुसाइड नोट लिखने के बाद उसने सल्फास की तीन गोलियां निगल ली। इस मामले में उसकी पुत्रवधू के सगे फूफा ने धोखा दिया है। मरने से पहले उसने अपने भाई बालकिशन को कॉल भी किया और सुसाइड नोट वाट्सअप भी किया, लेकिन जब तक उसका भाई मौके पर पहुंचता तब तक वह जहरीला पदार्थ निगल चुका था। लोकल पुलिस पर विश्वास नहीं बालकिशन ने बताया कि पटौदी थाना और हेलीमंडी चौकी पुलिस पर उन्हें विश्वास नहीं है, क्योंकि उन्होंने आरोपियों से मिलीभगत कर रखी है। इसलिए वे पुलिस कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाने आए हैं और जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वे शव नहीं लेंगे। मौके पर पहुंचे एसीपी पटौदी सुखबीर सिंह ने ग्रामीणों आश्वासन दिया कि सीआईए टीम आरोपियों को तलाश कर रही है। वे खुद पीड़ित पक्ष के साथ है और उन्हें उचित न्याय दिलवाया जाएगा। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर