गुरुग्राम जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या कर दी गई। जिसका शव घर में अधजला बरामद हुआ है। मामला सैक्टर-15 पार्ट-1 का है। घटना की सूचना मिलने पर सिविल लाइन थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मृतक की लाश जली हुई अवस्था में बरामद कर ली। पुलिस टीम ने सीन ऑफ क्राइम टीम, फिंगर प्रिंट टीम, डॉग स्क्वॉड टीम को बुलाकर घटनास्थल का निरीक्षण करवाया और मृतक का शव मोर्चरी में रखवा दिया है। रात में की शराब पार्टी घटनास्थल पर मौजूद एक व्यक्ति ने पुलिस टीम को शिकायत कर बताया कि मृतक गोरेलाल उर्फ हल्ला निवासी सेंदपा गांव जिला छतरपुर मध्य-प्रदेश का निवासी है। वह मकान में कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। यहां पर एक चौकीदार राजेश भी रहता है। 18 जुलाई की रात को राजेश चौकीदार के पास उसका जीजा गोरेलाल (मृतक) अपने अन्य साथियों संग आया हुआ था और वो रात को शराब पार्टी कर रहे थे। लेकिन सुबह राजेश चौकीदार गायब था। पुलिस ने की आरोपी की पहचान राजेश ने शिकायतकर्ता को फोन करके कहा की गैलरी में जाकर देखो। जिसके बाद उसने वहां देखा तो गोरेलाल की जली हुई लाश पड़ी थी। शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने हत्या के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि हत्या करने वाले आरोपी की पहचान हो चुकी है, हमारी टीम जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लेगी। गुरुग्राम जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या कर दी गई। जिसका शव घर में अधजला बरामद हुआ है। मामला सैक्टर-15 पार्ट-1 का है। घटना की सूचना मिलने पर सिविल लाइन थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मृतक की लाश जली हुई अवस्था में बरामद कर ली। पुलिस टीम ने सीन ऑफ क्राइम टीम, फिंगर प्रिंट टीम, डॉग स्क्वॉड टीम को बुलाकर घटनास्थल का निरीक्षण करवाया और मृतक का शव मोर्चरी में रखवा दिया है। रात में की शराब पार्टी घटनास्थल पर मौजूद एक व्यक्ति ने पुलिस टीम को शिकायत कर बताया कि मृतक गोरेलाल उर्फ हल्ला निवासी सेंदपा गांव जिला छतरपुर मध्य-प्रदेश का निवासी है। वह मकान में कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। यहां पर एक चौकीदार राजेश भी रहता है। 18 जुलाई की रात को राजेश चौकीदार के पास उसका जीजा गोरेलाल (मृतक) अपने अन्य साथियों संग आया हुआ था और वो रात को शराब पार्टी कर रहे थे। लेकिन सुबह राजेश चौकीदार गायब था। पुलिस ने की आरोपी की पहचान राजेश ने शिकायतकर्ता को फोन करके कहा की गैलरी में जाकर देखो। जिसके बाद उसने वहां देखा तो गोरेलाल की जली हुई लाश पड़ी थी। शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने हत्या के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि हत्या करने वाले आरोपी की पहचान हो चुकी है, हमारी टीम जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लेगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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चरखी दादरी में हादसे में 2 युवकों की मौत:NH-334B पर बाइक को कार ने मारी टक्कर; बाढ़ड़ा जा रहे थे दोनों
चरखी दादरी में हादसे में 2 युवकों की मौत:NH-334B पर बाइक को कार ने मारी टक्कर; बाढ़ड़ा जा रहे थे दोनों हरियाणा के चरखी दादरी में नेशनल हाईवे 334 बी पर जिले के गांव हड़ौदा के समीप एक कार ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार 2 युवकों की माैत हाे गई। दोनों मृतकों के शवों काे चरखीदादरी के सामान्य अस्पताल के शवगृह में रखवाया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। आज शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। जानकारी अनुसार बुधवार देर शाम चरखी दादरी की तरफ से बाइक पर सवार होकर दाे युवक बाढड़ा की तरफ आ रहे थे। जब वे हड़ौदा के एक निजी स्कूल के समीप पहुंचे ताे कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर के कारण बाइक सवार दोनों युवक सड़क पर गिर गए। एक मृतक काकड़ौली हट्ठी गांव का और दूसरा मृतक युवक गांव गोपी का बताया जा रहा है। हादसे में दोनों को गंभीर चोटें लगी। कार को लेकर ड्राइवर मौके से फरार हो गया। दोनों युवकों को चरखी दादरी के नागरिक अस्पताल में ले जाया गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया। मृतकों के शव चरखी दादरी सामान्य अस्पताल में रखवाये गए हैं। पुलिस ने सूचना मिलते ही माैके पर पहुंच कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
हरियाणा में SC चेहरे को राज्यसभा भेजेगी BJP:लोकसभा में अंबाला-सिरसा रिजर्व सीट हारी; इंटरनल रिपोर्ट- लोकसभा में जाट-एससी वोटर्स इकट्ठे हुए
हरियाणा में SC चेहरे को राज्यसभा भेजेगी BJP:लोकसभा में अंबाला-सिरसा रिजर्व सीट हारी; इंटरनल रिपोर्ट- लोकसभा में जाट-एससी वोटर्स इकट्ठे हुए हरियाणा में लोकसभा चुनाव में जाट-SC वोट बैंक के गठजोड़ ने BJP में खलबली मचा दी है। इसी वजह से BJP न केवल अंबाला और सिरसा की रिजर्व लोकसभा सीट हार गई बल्कि राव इंद्रजीत जैसे दिग्गज भी कड़े मुकाबले में फंस गए। चुनाव निपटने के बाद BJP ने समीक्षा की तो इंटरनल रिपोर्ट में सामने आया कि जाट पहले भाजपा के खिलाफ थे। कांग्रेस के BJP पर पूर्ण बहुमत मिलने के बाद संविधान बदलने की तैयारी के आरोप से SC वोटर भी जाटों के साथ जुड़ गए। यही वजह है कि चुनाव निपटते ही CM नायब सैनी ने तुरंत गरीब परिवारों को 100-100 गज के प्लाट दिलाने शुरू कर दिए। वहीं अब दीपेंद्र हुड्डा के रोहतक से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट पर भी किसी SC चेहरे को उतारा जा सकता है। 5 लोकसभा सीट हार गई भाजपा
लोकसभा चुनाव में भाजपा को 5 ही लोकसभा सीटों पर जीत मिली। 5 पर भाजपा के उम्मीदवार हार गए। किसान आंदोलन और गैर जाट पॉलिटिक्स की वजह से जाट कम्युनिटी पहले ही भाजपा से दूर है। जिसका असर रोहतक जैसी सीट पर देखने को मिला। जहां दीपेंद्र हुड्डा 3 लाख से ज्यादा वोटों से जीते। सोनीपत में भी कांग्रेस के सतपाल ब्रह्मचारी जाटों के एकतरफा होने से जीत गए। अंबाला की रिजर्व सीट पर सांसद रतन लाल कटारिया के निधन के बाद बंतो कटारिया को उतारने का भावनात्मक कार्ड भी नहीं चला। सिरसा में मौजूदा सांसद सुनीता दुग्गल को हटा अशोक तंवर को लाने का दांव भी फेल हो गया। भाजपा सिर्फ करनाल और फरीदाबाद सीट ही कंफर्टेबल तरीके से जीत सकी। गुरुग्राम, भिवानी-महेंद्रगढ़ और कुरूक्षेत्र में BJP कड़े मुकाबले में फंसी रही। गुरुग्राम में जहां राव इंद्रजीत का निजी रसूख काम आया। वहीं कुरूक्षेत्र में भाजपा के नवीन जिंदल को I.N.D.I.A. ब्लॉक के तहत AAP कैंडिडेट से फायदा हुआ। आप के सुशील गुप्ता को कांग्रेस का समर्थन था लेकिन चुनाव निशान कांग्रेस का पंजा नहीं बल्कि आप का झाड़ू था। भिवानी-महेंद्रगढ़ में भाजपा ने जाट उम्मीदवार चौधरी धर्मवीर को उतारा था। इसलिए वे यहां एक हद तक जाटों के भाजपा का एकतरफा विरोध को थामने में कामयाब रहे। जिसकी वजह से चुनाव जीतने में कामयाब रहे। SC वोटर BJP से नाराज, इसके 2 संकेत समझिए 1. राव इंद्रजीत ने कहा- एक समुदाय हमसे नाराज हुआ
राव इंद्रजीत गुरुग्राम सीट पर कांग्रेस के सेलिब्रिटी कैंडिडेट राज बब्बर से कड़े मुकाबले में फंसे। शुरुआत में तो राज बब्बर लगातार लीड ले रहे थे। हालांकि राव ने अपनी सीट बचा ली और छठी बार सांसद बन गए। इसके बाद उन्होंने समर्थकों के बीच जीत को लेकर कई बातें कहीं। इसी में उन्होंने कहा कि सिर्फ एक समुदाय के चलते उन्हें ही नहीं बल्कि भाजपा को हर जगह नुकसान हुआ। इस दौरान उन्होंने एक SC नेता को पुकारते हुए इशारा भी किया कि उनका मतलब नूंह का मुस्लिम समुदाय नहीं बल्कि एससी समुदाय है। 2. CM ने अलॉट प्लाटों के कब्जे देने शुरू किए
राज्य में सरकार ने गरीब परिवारों को 100-100 गज के प्लाट देने की स्कीम बनाई थी। इन परिवारों को प्लाट अलॉट भी हो गए। हालांकि कब्जे नहीं दिए। लोकसभा चुनाव में झटका लगा तो सोनीपत में विशेष कार्यक्रम किया गया। जिसमें CM नायब सैनी ने प्लाटों के कब्जे-कागजात देने शुरू किए। खास बात यह है कि इन प्लाटों के लाभार्थियों में सबसे बड़ा तबका SC वर्ग है। इसी वजह से न केवल इस काम को तेजी से किया गया बल्कि सीएम खुद इसे लीड कर रहे हैं। SC से सरकार में एक ही मंत्री, एक राज्यसभा सांसद
मौजूदा वक्त में भाजपा के 4 राज्यसभा सांसद हैं। इनमें जाट चेहरे के तौर पर सुभाष बराला, जांगिड़ समाज से रामचंद्र जांगिड़, ब्राह्मण चेहरे के तौर पर निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा को समर्थन दिया है। वहीं चौथे सांसद कृष्णलाल पंवार एससी चेहरा हैं। वहीं सरकार में सिर्फ लोक निर्माण मंत्री डॉ. बनवारी लाल ही एससी समुदाय से हैं। ऐसे में एक और एससी चेहरे को राज्यसभा भेजकर भाजपा उन्हें फिर से अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर सकती है। भाजपा की टेंशन, 5 महीने बाद विधानसभा चुनाव
लोकसभा चुनाव में तो भाजपा 2019 की 10 सीटों के मुकाबले हाफ यानी 5 सीटों पर आ गई। मगर, असली टेंशन 5 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। लोकसभा चुनाव को विधानसभा सीटों पर जीत के लिहाज से देखें तो भाजपा सिर्फ 44 पर जीत पाई। बाकी 46 सीटों पर कांग्रेस आगे रही। ऐसे में अगर जाट वोटर्स के बाद एससी वोटरों की भी नाराजगी जारी रही तो फिर विधानसभा में तीसरी बार लगातार सत्ता नहीं मिल पाएगी। इसी वजह से भाजपा ने जहां मनोहर लाल खट्टर, राव इंद्रजीत और कृष्णपाल गुर्जर को केंद्र में मंत्री बना लोगों को खुश करने की कोशिश की है, वहीं अब राज्यसभा सांसद के जरिए भाजपा एससी वोटरों को रिझा सकती है। ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा में एक राज्यसभा सीट खाली:रोहतक लोकसभा से जीत चुके दीपेंद्र हुड्डा; उपचुनाव में BJP सरकार का बहुमत का भी टेस्ट होगा हरियाणा की 5 में से एक राज्यसभा सीट खाली हो गई है। यह सीट अभी तक कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा के पास थी। दीपेंद्र ने हाल ही में रोहतक लोकसभा सीट से चुनाव जीत लिया। जिसके बाद उनकी राज्यसभा सीट को खाली करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। (पूरी खबर पढ़ें)
किसानों का शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच का ऐलान:101 किसान रवाना होंगे; पंधेर बोले- मोदी के PM रहते MSP कानून बनवाएंगे
किसानों का शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच का ऐलान:101 किसान रवाना होंगे; पंधेर बोले- मोदी के PM रहते MSP कानून बनवाएंगे हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने 21 जनवरी को दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि इसमें 101 किसान शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अभी तक वार्ता का मन नहीं बना रही है, इसलिए आंदोलन को और तेज करेंगे। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को चेतावनी भी दी कि उनके प्रधानमंत्री रहते ही देश में MSP पर फसल खरीद की गारंटी का कानून आएगा। किसानों की सभी मांगें देश हित में हैं और उन्हें लागू कराया जाएगा। किसान इससे पहले भी दिसंबर महीने में 3 बार दिल्ली कूच की कोशिश कर चुके हैं। किसान 6 दिसंबर, 8 दिसंबर और 14 दिसंबर 2024 को दिल्ली की ओर रवाना हुए थे लेकिन तीनों बार हरियाणा पुलिस ने उन्हें बैरिकेड पर ही रोक लिया। बता दें कि MSP की गारंटी कानून को लेकर किसान 11 महीने से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत डल्लेवाल 52 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। उनके समर्थन में 111 किसान लगातार दूसरे दिन अनशन पर बैठे हैं। आज गुरुवार को अनशन पर बैठे एक किसान की अचानक तबीयत खराब हो गई। पंधेर बोले- PM सुरक्षा चूक मामले में 25 किसानों को समन भेजे
इस दौरान सरवण पंधेर ने 5 जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे के दौरान हुई सुरक्षा चूक के मुद्दे को उठाया। पंधेर ने कहा कि 2022 की घटना में अब पंजाब सरकार ने केंद्र के दबाव में आकर 25 के करीब किसानों के खिलाफ समन भेज दिए हैं। इसमें अब हत्या की कोशिश का मामला भी जोड़ दिया गया है। हम इसका विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि 5 जनवरी 2022 को पीएम बॉय एयर आ रहे थे, लेकिन अचानक उनका रूट बदल दिया गया। वे सड़क मार्ग से आए। पीएम का काफिला 15-20 मिनट के लिए रुका था। एक भी किसान ने पीएम की तरफ फूल तक नहीं मारा था। तब CM रहे चरणजीत चन्नी की अगुआई वाली कांग्रेस सरकार ने साफ किया था कि किसानों का मकसद उन्हें नुकसान पहुंचाना नहीं था। इसके बावजूद अब 3 साल के बाद किसानों पर दोबारा से कार्रवाई निंदनीय है। 20 किलो कम हुआ डल्लेवाल का वजन
आज संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए जानकारी दी की किसान नेता डल्लेवाल का वजन 20 किलो कम हुआ है। जब वह मरणव्रत पर बैठे थे तब उनका वजन 86 किलो 950 ग्राम था, जबकि अब यह कम होकर 66 किलो 400 ग्राम रह गया है। इसके साथ ही किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर वही टेस्ट के रिजल्ट सुप्रीम कोर्ट में दिखा रही है जिनमें गिरावट आने में ज्यादा समय लगता है। अनशन पर बैठे एक किसान की तबीयत बिगड़ी
बीते कल खनौरी बॉर्डर पर 111 किसानों का जत्था पहुंचा था जिन्होंने काले रंग की पगड़ियां पहनी हुई थी। ये सभी किसान जगजीत सिंह डल्लेवाल के साथ अनशन पर बैठने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अपने गले में कुछ पोस्टर भी लटकाए हुए थे जिसमें लिखा था “जगजीत सिंह डल्लेवाल से पहले हमारी शहादत होगी।” ये सभी किसान कल शाम से ही अनशन पर बैठ गए थे आज इनके अनशन का दूसरा दिन है। आज अचानक एक किसान की तबीयत बिगड़ गई। उसे मिर्गी का दौरा पड़ा था। जानकारी मिलते ही डॉ. स्वेमान की टीम मौके पर पहुंची और किसान का इलाज शुरू कर दिया गया। डल्लेवाल की हालत बिगड़ रही, बोलने में भी दिक्कत
डॉक्टरों के मुताबिक अनशन पर बैठे डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ती जा रही है। उन्हें बोलने में भी दिक्कत हो रही है। अब उनका शरीर ही खुद को खा रहा है। उनका बीपी लगातार ऊपर-नीचे हो रहा है। डल्लेवाल ने साफ कर दिया है कि जब तक केंद्र सरकार उनकी बात नहीं सुनती, तब तक वे इलाज नहीं कराएंगे। हालांकि सरकार ने मोर्चे के पास ही एक अस्थायी अस्पताल बना दिया है। साथ ही करीब 50 डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है। इसके अलावा निजी संस्थानों के डॉक्टर भी उनकी जांच कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सारी मेडिकल रिपोर्ट तलब की, AIIMS से राय लेगा
डल्लेवाल के आमरण अनशन को लेकर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने पंजाब सरकार से डल्लेवाल के सेहत से जुड़ी सभी रिपोर्ट तलब की हैं। जिसके बारे में कोर्ट AIIMS का ओपिनियन लेगा। इससे पहले सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार ने पहले डल्लेवाल की हालत में सुधार की बात कही, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ने इस बारे में पूछा तो उसने कहा कि उनकी हालत स्थिर है। हालांकि, डल्लेवाल इससे पहले प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और सभी धर्मों के संतों और महापुरुषों को पत्र लिख चुके हैं। इनमें उन्होंने मांग की है कि सरकार से एमएसपी गारंटी समेत अन्य शर्तें पूरी करने को कहा जाए। 18 जनवरी को SKM से मीटिंग
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के इस आंदोलन को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) भी समर्थन दे चुका है। इस बारे में रणनीति बनाने के लिए 18 जनवरी को किसान नेताओं की मीटिंग होगी। जिसमें दूसरी बार दिल्ली घेरने की योजना बनाई जाएगी। वहीं 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा।