गुरुग्राम में कोरोना के 10 नए मरीजों की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत प्रभाव से एहतियाती कदम उठाए हैं। नए मामलों की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए व्यापक प्रबंध शुरू कर दिए हैं। जिला अस्पताल में 30 बेड का विशेष आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जबकि उपमंडल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) अस्पतालों में 10-10 बेड के आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। टेस्टिंग और स्क्रीनिंग बढ़ाई स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार नए मरीजों में हल्के से मध्यम लक्षण देखे गए हैं, और सभी मरीजों को उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा रही है। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी मरीजों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी गई है ताकि वायरस के प्रसार को रोका जा सके। इसके अलावा प्रभावित क्षेत्रों में टेस्टिंग और स्क्रीनिंग की प्रक्रिया को तेज कर दिया गया है। वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट जिला अस्पताल में बनाए गए 30 बेड के आइसोलेशन वार्ड में आधुनिक चिकित्सा उपकरण और प्रशिक्षित स्टाफ की व्यवस्था की गई है। यह वार्ड विशेष रूप से गंभीर मरीजों के लिए तैयार किया गया है, जहां वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। उपमंडल और सीएचसी अस्पतालों में बनाए गए 10-10 बेड के वार्ड मुख्य रूप से हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए हैं, ताकि जिला अस्पताल पर दबाव कम हो। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करें। मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना और नियमित रूप से हाथ धोना जैसे नियमों का सख्ती से पालन करने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही, जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन की बूस्टर खुराक नहीं ली है, उन्हें तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीकाकरण कराने का आग्रह किया गया है। डिप्टी सीएमओ डॉ. जेपी रजलीवाल ने बताया कि गुरुग्राम में पहले भी कोविड-19 की लहरों का सामना किया गया है, और इस बार भी प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन नागरिकों का सहयोग बेहद जरूरी है। लोगों से अपील की गई है कि वे भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सावधानी बरतें और लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। इस बीच, स्वास्थ्य विभाग ने जिले में टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है ताकि संभावित मामलों की जल्द पहचान की जा सके। गुरुग्राम के नागरिकों से अपेक्षा है कि वे प्रशासन के साथ मिलकर इस चुनौती का सामना करेंगे और स्थिति को नियंत्रित करने में मदद करेंगे। गुरुग्राम में कोरोना के 10 नए मरीजों की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत प्रभाव से एहतियाती कदम उठाए हैं। नए मामलों की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए व्यापक प्रबंध शुरू कर दिए हैं। जिला अस्पताल में 30 बेड का विशेष आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जबकि उपमंडल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) अस्पतालों में 10-10 बेड के आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। टेस्टिंग और स्क्रीनिंग बढ़ाई स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार नए मरीजों में हल्के से मध्यम लक्षण देखे गए हैं, और सभी मरीजों को उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा रही है। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी मरीजों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी गई है ताकि वायरस के प्रसार को रोका जा सके। इसके अलावा प्रभावित क्षेत्रों में टेस्टिंग और स्क्रीनिंग की प्रक्रिया को तेज कर दिया गया है। वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट जिला अस्पताल में बनाए गए 30 बेड के आइसोलेशन वार्ड में आधुनिक चिकित्सा उपकरण और प्रशिक्षित स्टाफ की व्यवस्था की गई है। यह वार्ड विशेष रूप से गंभीर मरीजों के लिए तैयार किया गया है, जहां वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। उपमंडल और सीएचसी अस्पतालों में बनाए गए 10-10 बेड के वार्ड मुख्य रूप से हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए हैं, ताकि जिला अस्पताल पर दबाव कम हो। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करें। मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना और नियमित रूप से हाथ धोना जैसे नियमों का सख्ती से पालन करने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही, जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन की बूस्टर खुराक नहीं ली है, उन्हें तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीकाकरण कराने का आग्रह किया गया है। डिप्टी सीएमओ डॉ. जेपी रजलीवाल ने बताया कि गुरुग्राम में पहले भी कोविड-19 की लहरों का सामना किया गया है, और इस बार भी प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन नागरिकों का सहयोग बेहद जरूरी है। लोगों से अपील की गई है कि वे भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सावधानी बरतें और लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। इस बीच, स्वास्थ्य विभाग ने जिले में टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है ताकि संभावित मामलों की जल्द पहचान की जा सके। गुरुग्राम के नागरिकों से अपेक्षा है कि वे प्रशासन के साथ मिलकर इस चुनौती का सामना करेंगे और स्थिति को नियंत्रित करने में मदद करेंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
