गुरुग्राम में नकली ईडी अधिकारी बन कर धन उगाही करने वाला असली ईडी के हत्थे चढ़ गया। आरोपी खुद को ईडी अफसर बताकर एक बिल्डर और अन्य पीड़ितों से 80 लाख रुपए से अधिक की उगाही कर चुका है। पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुग्राम कोर्ट से आरोपी को पांच दिन की हिरासत में लिया है। प्रवर्तन निदेशालय के गुरुग्राम जोनल आफिस की टीम ने आरोपी रवि राज कुमार को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत धोखाधड़ी, जालसाजी और खुद को ईडी का वरिष्ठ अधिकारी बताकर कथित तौर पर धन उगाही करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। कई सिम कार्डों का प्रयोग किया उसने कथित तौर पर अपनी असली पहचान छिपाने के लिए कई सिम कार्डों का इस्तेमाल किया और कई लोगों को धोखा दिया। ईडी की तरफ से बताया गया है कि उसके कई बैंक खातों की जांच से पता चला है कि उसने इस तरह जालसाली माध्यम से लगभग 80 लाख रुपए एकत्र किए थे। सेक्टर-10 पुलिस स्टेशन में रविराज कुमार और उसके साथियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच की जा रही है। जांच में पता चला कि रविराज कुमार ने गुरुग्राम के एक बिल्डर से गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देकर पैसे ऐंठे थे। ईडी ने विभिन्न व्यक्तियों के बयान दर्ज किए और बैंक स्टेटमेंट, व्हाट्सएप चेट और ऑडियो रिकॉर्डिंग जैसे डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य एकत्र किए हैं। पुलिस को सौंप दी गई। गुरुग्राम में नकली ईडी अधिकारी बन कर धन उगाही करने वाला असली ईडी के हत्थे चढ़ गया। आरोपी खुद को ईडी अफसर बताकर एक बिल्डर और अन्य पीड़ितों से 80 लाख रुपए से अधिक की उगाही कर चुका है। पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुग्राम कोर्ट से आरोपी को पांच दिन की हिरासत में लिया है। प्रवर्तन निदेशालय के गुरुग्राम जोनल आफिस की टीम ने आरोपी रवि राज कुमार को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत धोखाधड़ी, जालसाजी और खुद को ईडी का वरिष्ठ अधिकारी बताकर कथित तौर पर धन उगाही करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। कई सिम कार्डों का प्रयोग किया उसने कथित तौर पर अपनी असली पहचान छिपाने के लिए कई सिम कार्डों का इस्तेमाल किया और कई लोगों को धोखा दिया। ईडी की तरफ से बताया गया है कि उसके कई बैंक खातों की जांच से पता चला है कि उसने इस तरह जालसाली माध्यम से लगभग 80 लाख रुपए एकत्र किए थे। सेक्टर-10 पुलिस स्टेशन में रविराज कुमार और उसके साथियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच की जा रही है। जांच में पता चला कि रविराज कुमार ने गुरुग्राम के एक बिल्डर से गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देकर पैसे ऐंठे थे। ईडी ने विभिन्न व्यक्तियों के बयान दर्ज किए और बैंक स्टेटमेंट, व्हाट्सएप चेट और ऑडियो रिकॉर्डिंग जैसे डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य एकत्र किए हैं। पुलिस को सौंप दी गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
