भास्कर न्यूज | अमृतसर स्पोर्ट्स सेल पंजाब के चेयरमैन प्रमोद भाटिया ने गुरु पूर्णिमा पर लोगों से अपील की कि मां बाप का दर्जा भी गुरु के सम्मान होता है, क्योंकि उन्होंने हमें जन्म दिया है। इसलिए सर्वप्रथम हमें गुरु के साथ मां-बाप की पुजा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आजकल देखने को मिलता है कि लोग गुरु का सत्कार तो करते हैं पर मां-बाप को पूछते तक भी नहीं है। यहां तक के काफी मां-बाप अपने बच्चों को कुछ कहने से डरते के कही, वह उनकी बेइज्जती न कर दे। उन्होंने कहा कि काफी हद तक उन मां-बाप से मिलते हैं जो अपनी ही औलाद से बहुत दुखी होते हैं। भास्कर न्यूज | अमृतसर स्पोर्ट्स सेल पंजाब के चेयरमैन प्रमोद भाटिया ने गुरु पूर्णिमा पर लोगों से अपील की कि मां बाप का दर्जा भी गुरु के सम्मान होता है, क्योंकि उन्होंने हमें जन्म दिया है। इसलिए सर्वप्रथम हमें गुरु के साथ मां-बाप की पुजा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आजकल देखने को मिलता है कि लोग गुरु का सत्कार तो करते हैं पर मां-बाप को पूछते तक भी नहीं है। यहां तक के काफी मां-बाप अपने बच्चों को कुछ कहने से डरते के कही, वह उनकी बेइज्जती न कर दे। उन्होंने कहा कि काफी हद तक उन मां-बाप से मिलते हैं जो अपनी ही औलाद से बहुत दुखी होते हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना पुलिस ने दबोचे पेट्रोल बम फेंकने वाले बदमाश:वारदात से पहले हुई रेकी,बाइक के नंबरों से हुए ट्रेस,नवां शहर से किए काबू
लुधियाना पुलिस ने दबोचे पेट्रोल बम फेंकने वाले बदमाश:वारदात से पहले हुई रेकी,बाइक के नंबरों से हुए ट्रेस,नवां शहर से किए काबू पंजाब के लुधियाना में पिछले 15 दिनों में शिव सेना के नेताओं के घरों पर पेट्रोल बम से हमला करने वाले बदमाशों को पुलिस ने दबोच लिया है। इस संबंधी पुलिस कमिश्नर आज सुबह 9.30 बजे CP दफ्तर नजदीक बने हाल में प्रेस कान्फ्रेंस करेंगे। सूत्रों मुताबिक पता चला है कि वारदात से पहले बदमाशों ने हिन्दू नेताओं के घरों की रेकी की है। पेट्रोल बम फेंकने के बाद भागे बाइक सवार सेफ सिटी कैमरों में भी कैद हो गए। बाइक के हुलिए और नंबर प्लेट की मदद से पुलिस ने बदमाशों को नवां शहर नजदीक से पकड़े है। लुधियाना में दो शिव सेना के नेताओं पर हमला हुआ है। दोनों ही मामलों में बदमाश अलग-अलग है। यह बदमाश ज्यादातर चोरी,लूट आदि की वारदातें करने वाले है। इन लोगों के पीछे किसका हाथ यह पुलिस पूछताछ में खुलासा होगा। इन वारदातों के बाद पाकिस्तान में छिपकर बैठे आतंकी रणजीत सिंह उर्फ रणजीत नीटा ने इसकी जिम्मेवारी ली थी। नीटा ने कई पत्रकारों को भेजी थी ईमेल
शुक्रवार (1 नवंबर) रात करीब 2 बजकर 45 मिनट में शिवसेना नेता हरकीरत सिंह खुराना के घर हुए पेट्रोल बम से हमले का आतंकी कनेक्शन सामने आया है। यह हमला पाकिस्तान में छिपकर बैठे आतंकी रणजीत सिंह उर्फ रणजीत नीटा ने करवाया है। नीटा भारत में मोस्ट वांटेड की लिस्ट में शामिल है। रणजीत सिंह नीटा के प्रमुख हैंडलर फतेह सिंह बागी ने हमले की जिम्मेदारी ली है। जिसमें कहा गया है कि ये सिर्फ वॉर्निंग थी, अगर सुधरोगे नहीं, तो अंजाम भुगतना पड़ेगा। ये जिम्मेदारी कई पत्रकारों को भेजी गई ईमेल के जरिए ली गई है। लुधियाना पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। नीटा के प्रमुख हैंडलर ने पोस्ट में लिखा
पिछले कुछ दिनों में हिंदू आतंकियों के ठिकानों पर पेट्रोल बम दागे गए। यह चेतावनी है, अगर उन्होंने सिख विरोधी गतिविधियों पर लगाम नहीं लगाई तो परिणाम और भी गंभीर होंगे और इसके लिए तैयार रहें। वो हर दिन सिखों के जख्मों पर नमक छिड़कते हैं। वो जानबूझकर 6 जून घल्लूघार (ऑपरेशन ब्लू स्टार) और नवंबर 1984 के सिख नरसंहार के दिनों में सरकार को संरक्षण देते हैं। पोस्ट में लिखा है कि सिख नरसंहार के आरोपियों को अपना रोल मॉडल बताकर दो कार्यक्रम चलाए जाते हैं, वो बर्दाश्त के बाहर हैं। यह हमला खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के जत्थेदार भाई रणजीत सिंह जम्मू उर्फ रणजीत नीटा के मार्गदर्शन में किया गया है। मैं शहीदों के राष्ट्रीय सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं। अंत में लिखा था खालिस्तान जिंदाबाद, सेवादार फतेह सिंह बागी, खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स।
बिश्नोई समाज ने गैंगस्टर लॉरेंस को बनाया अपना प्रतिनिधि:बिश्नोई सभा युवा मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी; बॉलीवुड एक्टर सलमान को दे चुका धमकी
बिश्नोई समाज ने गैंगस्टर लॉरेंस को बनाया अपना प्रतिनिधि:बिश्नोई सभा युवा मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी; बॉलीवुड एक्टर सलमान को दे चुका धमकी पंजाब के अबोहर में बिश्नोई समाज के नेताओं ने जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा युवा मोर्चा विंग का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया है। इस मामले में खास बात ये है कि लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ देश की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी सहित कई राज्यों की पुलिस जांच कर रही है। मगर फिर भी बिश्नोई समाज ने लॉरेंस को राष्ट्रीय युवा मोर्चा के अध्यक्ष पद से मनोनीत किया है। मंगलवार हुई एक बैठक में इसका फैसला लिया गया। सभा के पदाधिकारियों की लॉरेंक को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने में सहमति बन गई थी। पंजाब के अबोहर में स्थित बिश्नोई मंदिर में हुई मीटिंग के बाद पदाधिकारियों ने एक पत्र जारी कर इस फैसले की जानकारी साझा की। बता दें कि लॉरेंस इस वक्त गुजरात की साबरमति जेल में बंद है। अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमेश बिश्नोई द्वारा जारी एक बयान में कहा गया था कि लॉरेंस बिश्नोई हमारे नौजवानों नशे से दूर करने का काम कर रहा है। साथ ही हमारे समाज में वन्य जीवों का अपना ही एक बड़ा महत्व है। ऐसे में लॉरेंस वन्य जीवों की रक्षा के लिए भी लोगों को प्रेरित कर रहा है। जैसा बिश्नोई समाज द्वारा जारी किए गए पत्र में लिखा गया…. बिश्नोई समाज द्वारा प्रमाणित किया जाता है कि लॉरेंस बिश्नोई पुत्र रविंद्र निवासी गांव दुतरांवाली (अबोहर, जिला फाजिल्का, पंजाब) को अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा रजिस्टर्ड को युवा मोर्चा विंग का राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया जाता है। आपका यह दायित्व जीव रक्षा एवं पर्यावरण के क्षेत्र में परोपकार के कार्यों को आगे बढ़ाना एवं माता अमृता देवी बिश्नोई जिनके साथ 363 बिश्नोई नर नारियों ने सन 1730 में खेजड़ी के पेड़ों को काटने से बचाने के लिए अपने प्राण निछावर कर दिए थे। ऐसी विश्व में कोई घटना देखने को नहीं मिलती जीव दया पालनी के सिद्धांत और गुरु जंभेश्वर भगवान के बताए हुए नियमों के मध्य नजर रखते हुए आपकी नियुक्ति की जा रही है। आपसे अपेक्षा की जाती है कि आप इस कार्य को जिम्मेदारी एवं पूर्ण निष्ठा से अपने दायित्व को निर्वहन करेंगे । गैंग का खर्च चलाने के लिए शुरू की उगाही लॉरेंस ने आगे पूछताछ में माना कि गैंग का खर्च चलाने के लिए मैंने जेल से ही रंगदारी मांगनी शुरू कर दी। उसी दौरान मेरी बुआ के बेटे का मर्डर कर दिया गया। मैंने बदला लेने के लिए जेल से भागने का प्लान बनाया। जनवरी, 2015 में कोर्ट में पेशी से लौटते वक्त मैं काली शूटर और गैंग के साथियों की मदद से भाग निकला। इसके बाद मैंने अपने भाई की मौत का बदला लिया और धंधे को फैलाना शुरू किया।‘ हरियाणा, पंजाब, राजस्थान बॉर्डर और आसपास के इलाकों में शराब तस्करों को टारगेट किया। वे मुझे प्रोटेक्शन मनी देने लगे। गैंग के पास पैसा आने लगा। इन्हीं पैसों से हमने हथियार खरीदे। 2015 में गुड़गांव में रहने वाले रम्मी को मरवाने की तैयारी कर रहा था। तभी पंजाब पुलिस ने मुझे अरेस्ट कर लिया था। कैसे जग्गू, सुक्खा, राजा पहाड़िया, काला राणा और जठेड़ी से मिला लॉरेंस, पढ़ें लॉरेंस ने अपनी पूछताछ में माना कि मैं कपूरथला जेल में था। वहां सुक्खा काहलवां और जग्गू भगवानपुरिया मिले। दोनों मेरी गैंग से जुड़ गए। यहीं राजा पहाड़ी से दोस्ती हुई थी। उसने ही दिल्ली और पंजाब में नेटवर्क बढ़ाने में मदद की। इसमें संपत नेहरा और जग्गू भगवानपुरिया के साथ काम करने का भी जिक्र है। 2016 में वीरेंद्र उर्फ काला राणा को गैंग में शामिल किया। उसकी मदद से दीपक उर्फ टीनू का भोंडसी जेल में रहने का सही इंतजाम कराया। इसके बाद दीपक के जरिए भोंडसी जेल में बंद संदीप उर्फ काला जठेड़ी से दोस्ती की। फिर हम साथ मिलकर बड़े नेटवर्क के जरिए काम करने लगे।’ मई 2017 में मेरे कहने पर संपत नेहरा ने दीपक को भिवानी के पंचकूला सिविल हॉस्पिटल से पुलिस की हिरासत से छुड़वा लिया। संपत नेहरा और दीपक को कुछ दिन के लिए वीरेंद्र उर्फ काला राणा के ठिकानों पर रुकवाया। सलमान खान को पहली बार जोधपुर कोर्ट में दी धमकी मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान में लॉरेंस बिश्नोई को वासुदेव इसरानी मर्डर केस में गिरफ्तार करके मुझे जोधपुर कोर्ट लाया गया था। उसी दिन सलमान खान भी वहीं कोर्ट में था। कोर्ट से बाहर निकलते वक्त मैंने सलमान को जान से मारने की धमकी दी थी। उसने काले हिरण का शिकार किया था। कोर्ट से उसे सजा नहीं मिल रही थी। मैंने सिर्फ मीडिया में आने के लिए और मेरी कम्युनिटी में नाम के लिए ये सब किया था। सलमान खान को धमकी देने के केस में भी मेरी गिरफ्तारी हुई थी। मुझे जोधपुर जेल भेज दिया गया। लॉरेंस के पिता हेड कॉन्स्टेबल नहीं थे, खानदान में कोई पुलिस में नहीं रहा इंदरपाल ने आगे बात करने के लिए शर्त रखी। बोले कि आपको धैर्य के साथ हमारे परिवार की हिस्ट्री जाननी होगी। मीडिया ने बिना फैक्ट जाने बहुत कुछ लिख दिया। सब लिख रहे हैं कि लॉरेंस के पिता हेड कॉन्स्टेबल थे। हमारे खानदान में कोई पुलिस में नहीं रहा। हम जमींदार हैं। भला हेड कॉन्स्टेबल की नौकरी क्यों करेंगे। तभी इंदरपाल के बगल में बैठे रमेश बोल पड़ते हैं, ‘और उन्हें जरूरत भी नहीं थी। उनके पास 110 एकड़ खेती है। इतनी खेती जिसके पास होगी, वो क्या हेड कॉन्स्टेबल बनेगा।’ कस्टडी से लॉरेंस के इंटरव्यू केस में 2 DSP समेत 7 अफसर सस्पेंड 14 मार्च 2023 को गैंगस्टर लॉरेंस का एक इंटरव्यू ब्रॉडकास्ट हुआ था। इसमें उसने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का मर्डर करवाने की बात कबूली थी। इसके बाद लॉरेंस ने एक और इंटरव्यू दिया। इसमें जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। इस मामले में सरकार ने दो DSP, तीन SI, एक ASI और एक हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया है। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर बनी SIT ने इन्हें ड्यूटी के दौरान कोताही और लापरवाही का आरोपी माना है। कनाडा ने गोल्डी बराड़ का नाम वांटेड लिस्ट से हटाया बीते दिनों कनाडा भारत विवाद के बीच ये भी खबर सामने आई थी कि कनाडा ने वांटेड लिस्ट से लॉरेंस के साथी गोल्डी बराड़ का नाम हटा दिया है। ये दावा कनाडा में भारत के उच्चायुक्त रहे संजय कुमार वर्मा ने एक इंटरव्यू में किया था। दैनिक भास्कर की पड़ताल में पता चला कि मई 2023 में गोल्डी बराड़ को टॉप-25 की वांटेड लिस्ट में शामिल किया गया था। लॉरेंस के भाई अनमोल पर 10 लाख का इनाम नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यानी NIA ने लॉरेंस के भाई अनमोल पर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। अनमोल का नाम सिद्धू मूसेवाला के मर्डर में सामने आया था। उस पर 18 से ज्यादा केस दर्ज हैं। अनमोल जोधपुर जेल में सजा काट चुका है। 7 अक्टूबर, 2021 को जमानत पर बाहर आया था। इसके बाद फर्जी पासपोर्ट पर विदेश भाग गया। सूत्र बताते हैं कि अनमोल काफी वक्त कनाडा में रहा। अभी अमेरिका में कहीं छिपा है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। कहा जा रहा है कि वो बाबा सिद्दीकी के मर्डर में शामिल शूटर्स के कॉन्टैक्ट में था।
लुधियाना में पेट्रोल बम मामले में खुलासा:सितंबर महीने में बना प्लान,पुर्तगाल से साबी ने किया आपरेट,बुटीक और बोर्ड से उठाई लोकेशन
लुधियाना में पेट्रोल बम मामले में खुलासा:सितंबर महीने में बना प्लान,पुर्तगाल से साबी ने किया आपरेट,बुटीक और बोर्ड से उठाई लोकेशन पंजाब के लुधियाना में हिन्दू नेताओं के घरों के बाहर पेट्रोल बम की बोतलें फेंकने वाले 4 बदमाशों को पुलिस ने दबोचा है। बदमाशों का एक साथी अभी साधु के भेस में फरार है। पुलिस लगातार इन बदमाशों से पूछताछ कर रही है। पुलिस पूछताछ में बबर खालसा के संचालक हरजीत सिंह उर्फ लाडी के करीबी मनीष ने खुलासा किया है कि शिव सेना नेताओं के घरों पर हमला करने की साजिश उन लोगों ने सितंबर महीने से ही शुरू कर दी थी। पुर्तगाल से आपरेट हुआ ऑपरेशन हरजीत सिंह उर्फ लाडी का करीबी जसविंदर सिंह साबी पुर्तगाल से इस ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहा था। साबी 7 साल रशिया में रहा है। मनीष ने खुलासा किया कि हिन्दू नेता हरकीरत खुराना के घर के बाहर शिव सेना के लगे बोर्ड और घर के नजदीक बनी सीन बुटीक की लोकेशन और फोटो साबी ने उसे भेजी। उसने लोकेशन और फोटो आगे रविंदरपाल सिंह उर्फ रवि को भेजी। रवि के साथ जाने के लिए अनिल और मोनू बाबा (लवप्रीत) को तैयार किया। जिसके बाद 2 नवंबर को लाल रंग की बाइक पर इस वारदात को अंजाम दिया। बाइक रविंदरपाल सिंह चला रहा था। बाइक के बीच मोनू बाबा शरीर पर कंबल लिए बैठा था। अनिल उर्फ हनी ने चेहरे पर सफेद रंग का रुमाल बांध कर पेट्रोल बोतल खुराना के घर फेंकी। ये बम धमाका हिन्दू समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए किया। सभी हमलावर चिट्टे के आदी
ये सभी नशे के आदी हैं और छोटे-मोटे अपराध में संलिप्त थे। इन्होंने पैसों के लिए योजना को अंजाम देने के लिए सहमति जताई। पूछताछ में मनीष ने बताया कि पेट्रोल बम फेंकने के बाद वे वापस नवांशहर भाग गए। दोनों ही मामलों में उनके निशाने पर आए लोगों को कुछ समय बाद हमलों का अंदाजा लग जाता है। पुलिस की भनक लगने से पहले ही वे भागने में सफल हो गए। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक लवप्रीत सिंह उर्फ मोनू उर्फ बाबा को अभी गिरफ्तार किया जाना बाकी है। पुलिस को शक है कि बाबा का वेश धारण करने वाले लवप्रीत ने पुलिस से बचने के लिए किसी धार्मिक डेरे में शरण ले रखी है। उधर इस मामले में अब NIA भी जांच करने की तैयारी में है। सोशल मीडिया पर एक्टिव नेताओ को बनाते थे निशाना पूछताछ में यह भी सामने आया है बब्बर खालसा इंटरनेशनल ग्रुप सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले नेताओं को सबक सिखाने के लिए और उन्हें डराने के लिये हरजीत सिंह लाड़ी की तरफ से उन्हें आदेश जारी होता था। जिसके बाद ही वह वारदात को अंजाम देते थे। 70 कैमरों की मदद से बदमाशों आए काबू शिव सेना नेताओं के घर पेट्रोल बम फेंकने वाले बदमाशों तक महानगर की पुलिस व काउंटर इंटेलिजेंस की टीम 70 कैमरों की मदद से पुहंची। पुलिस ने मॉडल टाउन में हुए गुरकीरत खुराना के घर पर हमले के बाद वारदात को अंजाम देने वाले बाइक का नंबर निकाल उसे सेफ सिटी कैमरो की मदद से आरोपियों के ठिकानों तक पहुंची। जहां पुलिस ने सबसे पहले आरोपी रविंदरपाल सिंह उर्फ व अनिल को काबू किया। जिसके बाद पुलिस ने बाकी के दोनो आरोपित मनीष व जसबिन्दर को दबोचा। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात को अंजाम देने के दौरान इस्तेमाल बाइक व 2 मोबाइल फोन बरामद किये। वही उनका एक साथी लवप्रीत पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। जिसे पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
वहीं पूछताछ में सामने आया कि आरोपितों को वारदात को अंजाम देने के लिए 5 से 7 हजार रुपये ही मिलते थे। उन्हें सिर्फ ये बताया जाता था कि यह बम कब और कहा फेंकना है।