<p>असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का प्रशासक नियुक्त किया गया है. राष्ट्रपति भवन ने इसकी जानकारी दी है.</p> <p>असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का प्रशासक नियुक्त किया गया है. राष्ट्रपति भवन ने इसकी जानकारी दी है.</p> पंजाब बस्ती में बाढ़ खंड विभाग के कर्मचारियों ने किया करीब एक करोड़ का गबन, 5 के खिलाफ मुकदमा दर्ज
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HSGMC के जनवरी में चुनाव संभव:दिसंबर में जारी होगा नोटिफिकेशन; CM ने दिया आश्वासन, मई में कमेटी का खत्म हो चुका कार्यकाल
HSGMC के जनवरी में चुनाव संभव:दिसंबर में जारी होगा नोटिफिकेशन; CM ने दिया आश्वासन, मई में कमेटी का खत्म हो चुका कार्यकाल हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) के चुनाव अगले साल 2024 की शुरुआत जनवरी में होने की उम्मीद है। चुनाव की नजदीकियों को देखते हुए सिख समुदाय के नेताओं ने चुनावों की तैयारी शुरू कर दी हैं। उन्होंने अपने-अपने समूहों के लिए उम्मीदवारों को खड़े करने की तैयारी शुरू कर दी है। हाल ही में सिख समुदाय के नेताओं ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा गुरुद्वारा चुनाव आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति एचएस भल्ला (रिटायर) के साथ बैठक की और जल्द चुनाव कराने की मांग की थी। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को बताया गया है, चुनाव जनवरी में हो सकते हैं। पिछले एचएसजीएमसी (तदर्थ) का कार्यकाल मई में पूरा हो गया था और समुदाय के नेता चुनाव की मांग कर रहे थे, लेकिन सरकार ने 14 अगस्त को हरियाणा में गुरुद्वारों की सभी संपत्तियों का प्रबंधन, पर्यवेक्षण और नियंत्रण करने के लिए तदर्थ एचएसजीएमसी के 41 सदस्यीय नए सदन को नामित किया। 40 वार्डों में होने हैं चुनाव एचएसजीएमसी (एडहॉक) के पूर्व प्रमुख जगदीश सिंह झींडा का कहना है, “हमने पंथिक दल झींडा ग्रुप के बैनर तले राज्य के सभी 40 वार्डों में उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है, जिसके लिए हमने जिताऊ उम्मीदवारों के नाम जुटाना शुरू कर दिया है। चुनावों में ग्रुप की स्थिति मजबूत करने के लिए हमने जिलेवार बैठकें और वार्ड प्रभारियों और पदाधिकारियों की नियुक्ति शुरू कर दी है। हमने न्यायमूर्ति एचएस भल्ला (सेवानिवृत्त) से मुलाकात की और उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और केवल चुनाव की तारीख की घोषणा की जानी है। दिसंबर में चुनावों की घोषणा संभव झींडा का कहना है, वोट तैयार करने में विसंगतियों को भी उजागर किया है और मांग की है कि केवल योग्य सिख व्यक्तियों को ही वोट बनवाने की अनुमति दी जानी चाहिए। बड़ी संख्या में सिखों ने अभी तक अपने वोट नहीं बनवाए हैं, हम उनसे जल्द से जल्द वोट बनवाने की अपील करते हैं। राज्य सरकार को दिसंबर तक चुनावों की घोषणा करनी चाहिए और जनवरी में उन्हें आयोजित करना चाहिए ताकि निर्वाचित सदस्यों को समिति के मामलों का प्रबंधन करने का अवसर मिल सके तैयारियों में जुटे सिख नेता सिख समाज संस्था के अध्यक्ष दीदार सिंह नलवी ने कहा, हमने चुनाव लड़ने के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब तक हमने 28 उम्मीदवारों को अंतिम रूप दे दिया है और शेष 12 उम्मीदवारों का चयन जल्द ही किया जाएगा। हमें उम्मीद है कि सरकार पारदर्शी तरीके से चुनाव कराएगी। “उन्होंने कहा, “वर्ष 2014 से समिति का संचालन सरकार द्वारा मनोनीत सदस्यों द्वारा किया जा रहा है और कामकाज संतोषजनक नहीं रहा है, जिसके कारण लोगों में वोट बनवाने में उत्साह की कमी है। हम सभी योग्य सिख समुदाय के सदस्यों से अपील करते हैं कि वे अपने वोट बनवाएं और चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लें। जल्द चुनाव कराना चाहते हैं सिख नेता हरियाणा सिख एकता दल के सदस्य अमरजीत सिंह मोहरी, जिन्होंने प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की, ने कहा, “हरियाणा सिख एकता दल का मुख्य उद्देश्य हरियाणा समिति के चुनाव जल्द से जल्द करवाना है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि जनवरी में चुनाव करवाए जाएंगे, हालांकि अभी तक कोई अंतिम तिथि घोषित नहीं की गई है। हम इस संबंध में एक बैठक आयोजित करने की योजना बना रहे हैं ताकि भविष्य की कार्रवाई तय की जा सके।
सहारनपुर: बीमा के पैसे हड़पने के लिए डॉक्टर ने रची अपनी मौत की साजिश, कार में जिंदा जलाया
सहारनपुर: बीमा के पैसे हड़पने के लिए डॉक्टर ने रची अपनी मौत की साजिश, कार में जिंदा जलाया <p style=”text-align: justify;”><strong>Saharanpur News:</strong> यूपी के सहारनपुर में क्राइम पेट्रोल देखकर अपनी ही मौत की साजिश रचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहाँ हत्यारे डॉक्टर ने अपने जीजा के कारखाने में मजदूरी करने वाले अपने हमउम्र को ही कार में जिंदा जला दिया. डॉक्टर मुबारिक पर लाखों रुपयों का लोन का कर्ज बकाया चल रहा था और उसने बीमे की रकम हड़पने और लोन का पैसा माफ हो जाने की नीयत से अपनी ही मौत की साजिश रच डाली. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जानकारी अनुसार 23 दिसम्बर को थाना कोतवाली देहात इलाके में बिजोपुरा नहर के पुल के पास एक जली हुई मारुति 800 कार के साथ एक व्यक्ति का जला हुआ शव मिलने की सूचना मिली थी. पुलिस ने कार के बारे में जानकारी जुटाई तो यह गाड़ी 8 बार बिक चुकी थी और वर्तमान में यह डॉक्टर मुबारिक के पास थी जोकि थाना कोतवाली देहात इलाके में ही डॉक्टर की दुकान चलाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीमा की राशि हड़पने के लिए रची साजिश</strong><br />इसी के साथ कार में जलाए गए व्यक्ति सोनू के परिजनों ने थाने पर पहुँचकर तहरीर दी और बताया कि सोनू गायब है और उसे आखिरी बार डॉक्टर मुबारिक के साथ देखा गया था. एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने पूरे मामले में जानकारी देते हुए बताया कि सोनू के परिजनों ने कार में जला शव सोनू का होने का शक बताया और यह भी बताया कि डॉक्टर मुबारिक को एक कार और एक डेड बॉडी की तलाश थी जिसके जरिये वो अपनी ही मौत की साजिश रचकर बीमे और लोन की रकम हड़प सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि घटना के दिन डॉक्टर मुबारिक ने सोनू जिसे वो पहले से ही जानता था, उसे शराब पिलाई और शराब में नशे की गोलियां देकर उसे कार में जिंदा जला दिया. जिसे डॉक्टर मुबारिक द्वारा कबूला भी जा चुका है. कोतवाली देहात पुलिस ने पूरे मामले में गहनता से खुलासा करते हुए अपनी ही मौत की साजिश रचने वाले हत्यारे डॉक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(सहारनपुर से मुकेश गुप्ता की रिपोर्ट)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/sidhu-moosewala-murder-arms-supplier-was-celebrating-with-aerial-firing-and-fireworks-ann-2851809″><strong>सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड: हथियार सप्लायर तिहाड़ जेल से छूटकर मना रहा था जश्न, कर रहा था हवाई फायरिंग और आतिशबाजी</strong></a></p>
Mau Flood News: हर साल देवरांचल में बाढ़ से कई गांव हुए प्रभावित, सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से होती है मुश्किलें
Mau Flood News: हर साल देवरांचल में बाढ़ से कई गांव हुए प्रभावित, सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से होती है मुश्किलें <p style=”text-align: justify;”><strong>Mau Flood News:</strong> जनपद मऊ के मधुबन विधानसभा क्षेत्र का देवरांचल ईलाका में इस समय बाढ़ की विभीषिका से प्रभावित है. ग्राम सभा धर्मपुर विशुनपुर का इलाका बिनटोलिया जहां कभी लगभग 300 घरों की आबादी थी. आज बाढ़ के कारण यहां से लगभग 250 घर बाढ़ की चपेट एवं कटाव होने के कारण पानी में समाहित हो गए. जिसके कारण यहां रहने वाले लोग दूसरी जगह विस्थापित होने के लिए मजबूर हो गए.जब भी बारिश का मौसम आता है. यहां के लोगों के चेहरे पर चिंता की लकीरें बढ़ जाती हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में हर वर्ष सैकड़ों एकड़ जमीन,सरयू नदी की तेज धारा में समाहित हो जाती है.कटाव के कारण यहां पर रहने वाले लोग एक तरफ जहां बेघर हो जाते हैं. वहीं उनकी कृषि योग्य भूमि नदी में विलीन होने के कारण यह लोग भूमि से भी बंचित हो जाते हैं. परंतु जैसे ही बाढ़ का पानी कम होता है. यह लोग पुनः अपना नया आशियाना एवं जमीन को कृषि योग्य बनाने में जुट जाते हैं. इस प्रकार देखा जाए तो यहां के लोगों का जीवन दुश्वारियों से भरा हुआ है,यह लोग हर वर्ष अपने जीवन की नई शुरुआत करते हैं. वहीं इनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी समुचित ढंग से नहीं हो पाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शासन द्वारा हर साल लाखों रुपया बह जाता है पानी में</strong><br />इस क्षेत्र के लिए बाढ़ आने पर शासन द्वारा मदद करने का प्रयास तो जरूर किया जाता है, लेकिन जब तक मदद पहुंचती सैकड़ों लोग बाढ़ एवं कटान की चपेट में आने से इनका जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाता है. रास्ते में पानी होने के कारण जहां एक तरफ बच्चे स्कूल नहीं जा पाते वहीं लोगों को खाने तक के लाले पड़ जाते हैं. यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि मदद के नाम पर राशन तो दिया जाता है. लेकिन यदि बाढ़ आने से पहले ही नदी के कटान क्षेत्र में पत्थर का ठोकर एवं समय रहते बाढ़ से बचाव के लिए समुचित कदम उठाया जाता तो हालत इतनी खराब नहीं होती.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकार का करोड़ों रुपये पानी में बह जाता है</strong><br />वहीं बाढ़ आने के बाद शासन द्वारा राहत एवं बचाव कार्य के लिए लाखों रुपया खर्च किया जाता है. बाढ़ आने के बाद नदी की तेज धारा में पत्थरों और बोल्डर का पता नहीं चलता कि कहां जा रहा है. जिससे सरकार का करोड़ों रुपया पानी में बह जाता है. इतनी दुश्वारियों के बावजूद इस क्षेत्र के लोग यहां से विस्थापित नहीं हो पाते हैं, इसका कारण एक तो शासन स्तर पर इनको इतनी सुविधा मुहैया नहीं हो पाती. जिससे यह लोग अन्यत्र बसकर अपना जीवन यापन आसानी से कर सकें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> हर बारिश में लाखों क्यूसेक पानी छोड़ता है नेपाल </strong><br /> सन् 1950 में भारत एवं नेपाल के बीच कोसी परियोजना जल समझौते के तहत नेपाल हर वर्ष लाखों क्यूसेक पानी भारत की सरयू नदी में छोड़ता है. ज्ञात हो कि भारत नेपाल सीमा पर नेपाल में बहने वाली कोसी नदी का जलस्तर हर बारिश काफी बढ़ जाता है.जिससे नेपाल में बाढ़ से कई इलाकों का अस्तित्व खतरे में पड़ जाता है, ऐसे में भारत एवं नेपाल के जल संधि के कारण नेपाल द्वारा बनाए गए डैम के माध्यम से पानी भारत की सरयू नदी में छोड़ा जाता है जिसके कारण भारत में कम बारिश के बावजूद भी बाढ़ आ जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले मुख्य अभियंता सिंचाई </strong><br /> इस संबंध सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता मनोज सिंह ने बताया कि इस समस्या का समाधान के लिए लगातार प्रयास जारी है. पूर्व में शासन को इस क्षेत्र में बंधा बनाने एवं ठोकर बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था लेकिन वह परियोजना फेल हो गई, चूंकि यह गांव नदी के एकदम किनारे बसा है इसलिए बंधा बनाने से नदी की तेज धारा टकराने से बंधे के टूटने खतरा हमेशा बना रहेगा.इसका एकमात्र समाधान यह है कि यहां के लोगों को विस्थापित कराकर अन्यत्र बसाया जाएगा.इसके लिए बरसात बाद परियोजना तैयार की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>( मऊ जनपद से प्रवीण राय की रिपोर्ट)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/udham-singh-nagar-smart-industrial-city-modi-government-approval-khurpia-1002-acres-land-set-up-industries-ann-2772909″>Udham Singh Nagar : स्मार्ट औद्योगिक सिटी को मोदी सरकार की मंजूरी, खुरपिया में 1,002 एकड़ भूमि में स्थापित होंगे उद्योग</a></strong></p>