<p>असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का प्रशासक नियुक्त किया गया है. राष्ट्रपति भवन ने इसकी जानकारी दी है.</p> <p>असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का प्रशासक नियुक्त किया गया है. राष्ट्रपति भवन ने इसकी जानकारी दी है.</p> पंजाब बस्ती में बाढ़ खंड विभाग के कर्मचारियों ने किया करीब एक करोड़ का गबन, 5 के खिलाफ मुकदमा दर्ज
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Dussehra 2024: शिमला के जाखू मंदिर में दशहरे की धूम, 8,054 फीट की ऊंचाई पर CM सुक्खू करेंगे रावण दहन
Dussehra 2024: शिमला के जाखू मंदिर में दशहरे की धूम, 8,054 फीट की ऊंचाई पर CM सुक्खू करेंगे रावण दहन <p style=”text-align: justify;”><strong>Happy Dussehra 2024:</strong> बुराई पर अच्छाई का और असत्य पर सत्य की जीत का पर्व दशहरा हर साल बेहद धूमधाम से मनाया जाता है. इस साल दशहरा 12 अक्टूबर को मनाया जा रहा है. ऐसे में हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के जाखू मंदिर में 8 हजार 054 फीट की ऊंचाई पर हर साल की तरह इस साल भी धूमधाम के साथ दशहरा मनाया जाएगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे. यहां मुख्यमंत्री शनिवार को शाम 5:20 बजे पहुंचेंगे और 5:50 पर रावण दहन करेंगे. बता दें हर साल की तरह इस साल भी जाखू मंदिर में पुतला बनाने के लिए उत्तर प्रदेश से मुस्लिम कारीगर आए हैं. ये कारीगर यहां बीते करीब 20 साल से रावण का पुतला बनाने के लिए आ रहे हैं. पुतला बनाने वाले यह कारीगर यहां हिंदू-मुस्लिम एकता का भी संदेश दे रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पुतला बनाने के लिए उत्तर प्रदेश से आए कारीगर शाहनवाज ने कहा, यहां तेजी से रावण, कुंभकरण और मेघनाथ का पुतला बनाने का काम हो रहा है. शनिवार सुबह तक यह काम पूरा कर लिया जाएगा. कारीगर शाहनवाज ने बताया कि यहां रावण का 45 फीट, मेघनाथ का 40 फीट और कुंभकरण का 35 फीट ऊंचा पुतला तैयार किया जा रहा है. पुतला दहन से पहले यहां आकर्षक आतिशबाजी होगी, जो लोगों को खूब पसंद आने वाली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुबह चार बजे खुलेगा मंदिर का पट</strong><br />नवरात्रि से पहले ही जाखू मंदिर को बेहद खूबसूरती के साथ सजाया गया था. शनिवार को दशहरे के मौके पर मंदिर के कपाट सुबह चार बजे खुल जाएंगे. इसके साथ ही यहां पूजा अर्चना होगी और दिनभर राम भक्तों के लिए भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा. जाखू मंदिर तक पहुंचाने के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम ने टैक्सी का विशेष प्रबंध भी किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दशहरा पर भक्तों के लिए खास इंतजाम</strong><br />शिमला के जिला उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा, 12 अक्टूबर को दशहरे के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. यहां बड़ी संख्या में भक्त सुबह से ही दर्शन के लिए आते हैं. इसके अलावा शाम के वक्त बड़ी संख्या में लोग रावण दहन देखने के लिए भी पहुंचते हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे जब जाखू मंदिर आएं, तो शांति के साथ आएं और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें. वहीं जिला शिमला पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने कहा कि दशहरे के दौरान सुबह से ही सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद होगी. जगह-जगह पर शिमला पुलिस के जवान तैनात रहेंगे और लोगों की मदद करेंगे. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करें.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें- </strong><strong><a title=”शिमला के संजौली में लगाए गए ‘सनातन सब्जी वाला’ के बोर्ड, देवभूमि संघर्ष समिति ने की खरीदारी की अपील” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/himachal-pradesh-news-name-plate-row-sanatan-sabji-wala-boards-installed-in-sanjauli-in-shimla-ann-2800597″ target=”_self”>शिमला के संजौली में लगाए गए ‘सनातन सब्जी वाला’ के बोर्ड, देवभूमि संघर्ष समिति ने की खरीदारी की अपील</a></strong></p>
मेरठ में जिंदा युवक का होने जा रहा था पोस्टमार्टम:बोला- मैं जिंदा हूं; ICU में कराया भर्ती, मेडिकल कॉलेज की बड़ी लापरवाही आई सामने
मेरठ में जिंदा युवक का होने जा रहा था पोस्टमार्टम:बोला- मैं जिंदा हूं; ICU में कराया भर्ती, मेडिकल कॉलेज की बड़ी लापरवाही आई सामने मेरठ मेडिकल कॉलेज से बड़ी लापरवाह की घटना सामने आई है। यहां इलाज के दौरान एक जिंदा युवक को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद जिंदा युवक को पोस्टमार्टम के लिए भी भेज दिया गया। जब युवक को स्ट्रेचर पर पोस्टमार्टम हाउस लेकर पहुंचे तो चिकित्सक ने देखा कि उसकी सांसें चल रही हैं। इसके बाद उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया। अज्ञात वाहन ने मार थी बाइक को टक्कर
दरअसल सरूरपुर थाना क्षेत्र के गांव गोटका निवासी शगुन शर्मा अपने छोटे भाई प्रिंस के साथ बुधवार रात बाइक पर गंगनहर पटरी से खतौली की ओर जा रहा था। जब वो गांव अटेरना पुल के पास पहुंचे तो अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। जिससे दोनों भाई सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। चिकित्सक ने मृत घोषित किया
राहगीरों ने एंबुलेंस बुलाकर दोनों घायल भाईयों को सीएचसी में भर्ती कराया। जहां से शगुन शर्मा की हालत गंभीर देखते हुए उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। परिजनों का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज में इलाज शुरू किया गया और छह घंटे में चिकित्सक ने युवक को मृत घोषित कर दिया। युवक बोला-मैं जिंदा हूं इसके बाद शव को मोर्चरी भेज दिया गया। पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा भरने लगी। पोस्टमार्टम पर पर तैनात चिकित्सक ने औजार निकालकर प्रक्रिया शुरू की। युवक की जांच की तो उसकी सांसें चलती पाई गईं। तभी युवक थोड़ा सा हिला और कराहते हुए बोला ‘मैं जिंदा हूं।’ इसके बाद आला अधिकारियों और परिजनों को इसकी जानकारी दी गई। परिजनों की जान में जान आई
इस घटना से मेडिकल कालेज में हड़कंप मच गया वहीं शगुन के जिंदा होने पर परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। साथ ही उन्होंने इस बात पर रोष भी जताया कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते उन्हें कितनी परेशानी झेलनी पड़ी।
हिमाचल का ऐसा शहर,जहां आज स्वतंत्रता दिवस मनाते:लोगों के दबाव के कारण राजा को गद्दी छोड़नी पड़ी, पहली डेमोक्रेटिक सरकार बनी
हिमाचल का ऐसा शहर,जहां आज स्वतंत्रता दिवस मनाते:लोगों के दबाव के कारण राजा को गद्दी छोड़नी पड़ी, पहली डेमोक्रेटिक सरकार बनी भारत 15 अगस्त को देश का 78वां स्वतंत्रता दिवस मना चुका है। मगर हिमाचल में एक शहर ऐसा है जहां आजादी दिवस आज मनाया जा रहा है। शिमला से लगभग 33 किलोमीटर दूर ठियोग में आजादी दिवस 16 अगस्त को मनाने की परंपरा 1947 से चली आ रही है। यहां आजादी दिवस को ‘जलसा’ फेस्टिवल के तौर पर मनाया जाता है। इसके पीछे का इतिहास गौरवमयी है। नीचे इसके पीछे की पूरी वजह पढ़िए… साल 1946 में देश 360 रियासतों के राजाओं, राणाओं, नवाब और निजाम के शासन से मुक्ति के लिए लड़ रहा था। 1946 में ही ठियोग रियासत की जनता ने राजाओं की सत्ता से मुक्ति पाई। इसी साल ठियोग में देश के पहले प्रजामंडल का गठन किया गया। 16 अगस्त 1947 को लोग बासा ठियोग में राजा कर्मचंद के महल के बाहर इकट्ठे हुए। जनता के दबाव में राजा को को गद्दी छोड़नी पड़ी। देश में पहली डेमोक्रेटिक सरकार ठियोग में बनी
इसी दिन ठियोग में देश की पहली डेमोक्रेटिक सरकार बनी। प्रजामंडल के प्रधानमंत्री सूरत राम प्रकाश बने। इनके साथ गृह मंत्री बुद्धिराम वर्मा, शिक्षा मंत्री सीताराम वर्मा समेत अन्य 8 अन्य ने मंत्री पद की शपथ ली। तब से ठियोग में आजादी दिवस 16 अगस्त को मनाया जा रहा है। देश के लिए बलिदान देने वालों को किया जाता है याद
इस जलसा पर्व में न केवल देश के लिए बलिदान देने वाले महान सपूतों को याद किया जाता है, बल्कि सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रम और विभिन्न खेलकूद का भी आयोजन होता है। यह आयोजन 15 और 16 अगस्त दो दिन चलता है। पूरी ठियोग रियासत की जनता इस पर्व के लिए ऐतिहासिक पोटेटो ग्राउंड पहुंचती है। क्षेत्र के ज्यादातर स्कूलों के बच्चे इसमें प्रस्तुतियां देते हैं। वीरभद्र सरकार ने जलसा को जिला स्तरीय का दर्जा दिया
जलसा पर्व के लिए ठियोग में हर साल 16 अगस्त की लोकल छुट्टी रहती है। पूर्व वीरभद्र सरकार ने ठियोग के इस जलसा पर्व को जिला स्तरीय का दर्जा दिया। परंपरा यह रही कि जलसा पर्व के लिए क्षेत्र के लोग हर साल नए कपड़ों की खरीददारी करते हैं। नए कपड़े पहनकर मेले में पहुंचते हैं। मेला स्थल पर अगले 15 से 20 दिन इलाके के लोग खरीदारी के लिए पहुंचते है। कहां बसा है ठियोग शहर
ठियोग कस्बा शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे पर बसा है। शिमला से ठियोग पहुंचने में गाड़ी में एक से डेढ़ घंटे का वक्त लगता है। यहां पहुंचने के लिए सड़क मार्ग के लिए दूसरा कोई जरिया नहीं है। पहले प्रजामंडल के PM के बेटे बोले-
जलसा पर्व को लेकर प्रजामंडल के पहले प्रधानमंत्री रहे सूरत राम प्रकाश के बेटे एवं रिटायर्ड शास्त्री जय प्रकाश ने बताया कि कहा कि देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ, मगर ठियोग से पहले कहीं भी न प्रजामंडल बना और न मिनिस्ट्री का गठन हुआ। 16 अगस्त 1947 को ठियोग में प्रधानमंत्री समेत 8 मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।