गैस चैंबर जैसा बना चंडीगढ़:पंजाब की हवा भी जहरीली, 15 तक घनी धुंध का येलो अलर्ट, तामपान 1.5 डिग्री गिरा

गैस चैंबर जैसा बना चंडीगढ़:पंजाब की हवा भी जहरीली, 15 तक घनी धुंध का येलो अलर्ट, तामपान 1.5 डिग्री गिरा

चंडीगढ़ और पंजाब के अधिकतर शहर धुंध की चपेट में है। चंडीगढ़ और पंजाब के अधिकतर शहर धुंध की चपेट में है। चंडीगढ़ की हवा पूरी तरह प्रदूषित हो चुकी है। चंडीगढ़ की वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई 375 पार कर गया है। इसका सीधे मतलब यह है कि यहां पर सांस लेना रोजाना बीस सिगरेट पीने जैसा है। जो कि सेहत के काफी घातक है। वहीं, पंजाब में मंडीगढ़ गोबिंदगढ़ में सबसे ज्याादा एक्यूआई 269 दर्ज किया गया है। 24 घंटे में राज्य के तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। अब यह सामान्य के करीब पहुंच गया है। सबसे ज्यादा 30.4 डिग्री बठिंडा का तापमान दर्ज किया गया है। वहीं, मौसम विभाग ने पंद्रह नवंबर तक घनी धुंध का अलर्ट जारी किया है। इसके बाद मौसम साफ होगा। चंडीगढ़ में सुबह पांच बजे हालत खराब चंडीगढ़ में पांच दिन एयर क्वालिटी खराब है। बुधवार सुबह पांच बजे चंडीगढ़ का AQI काफी खतरनाक स्तर पर था। सेक्टर-22 से लगते एरिया में AQI 370 दर्ज किया गया। जबकि पंजाब यूनिवर्सिटी और चंडीगढ़ से लगते एरिया का AQI 320 और मोहाली से सटे एरिया सेक्टर-52 का AQI 352 रहा है। जबकि पंजाब के जिलों की बात करें तो अमृतसर का AQI 254, बठिंडा का AQI 151, जालंधर का AQI 232, लुधियाना का AQI 228, मंडी गोबिंदगढ़ का AQI 289 और पटियाला का AQI 269 दर्ज किया गया है। जबकि रूपनगर का AQI 190 रहा है। पूरे राज्य में 83 जगह पर जली पराली पंजाब सरकार की सख्ती के बाद भी पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं, हालांकि इन मामलों में अब कमी आई है। 24 घंटे में पराली जलाने के 83 केस दर्ज किए गए हैं। राहत की बात यह है कि नौ जिलों में पराली जलाने का एक भी केस सामने नहीं हुआ है। इनमें बरनाला,फिरोजपुर, गुरदासपुर, होशियारपुर, मोगा, एसबीएस नगर, पठानकोट, रूपनगर, मोहाली और तरनतारन शामिल हैं। जबकि सबसे ज्यादा केस मुक्तसर में 22 और बठिंडा में 18 दर्ज किए गए । नौ केस पटियाला में सामने आए हैं। अब तक पराली जलाने के 7172 केस दर्ज किए जा चुके हैं। चंडीगढ़ में डीजी सेट के प्रयोग पर लगी पाबंदी चंडीगढ़ में खराब होते हवा के स्तर को सुधारने के लिए ग्रेग्रेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू किया गया है। वहीं, अगले आदेश तक डीजल जेनरेटर सेट (डीजी) को चलाने पर पाबंदी लगा दी है। आपातकालीन व आवश्यक सेवाओं में ही यह प्रयोग हो पाएंगे। नियम टूटने पर कार्रवाई होगी। चंडीगढ़ और पंजाब के अधिकतर शहर धुंध की चपेट में है। चंडीगढ़ और पंजाब के अधिकतर शहर धुंध की चपेट में है। चंडीगढ़ की हवा पूरी तरह प्रदूषित हो चुकी है। चंडीगढ़ की वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई 375 पार कर गया है। इसका सीधे मतलब यह है कि यहां पर सांस लेना रोजाना बीस सिगरेट पीने जैसा है। जो कि सेहत के काफी घातक है। वहीं, पंजाब में मंडीगढ़ गोबिंदगढ़ में सबसे ज्याादा एक्यूआई 269 दर्ज किया गया है। 24 घंटे में राज्य के तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। अब यह सामान्य के करीब पहुंच गया है। सबसे ज्यादा 30.4 डिग्री बठिंडा का तापमान दर्ज किया गया है। वहीं, मौसम विभाग ने पंद्रह नवंबर तक घनी धुंध का अलर्ट जारी किया है। इसके बाद मौसम साफ होगा। चंडीगढ़ में सुबह पांच बजे हालत खराब चंडीगढ़ में पांच दिन एयर क्वालिटी खराब है। बुधवार सुबह पांच बजे चंडीगढ़ का AQI काफी खतरनाक स्तर पर था। सेक्टर-22 से लगते एरिया में AQI 370 दर्ज किया गया। जबकि पंजाब यूनिवर्सिटी और चंडीगढ़ से लगते एरिया का AQI 320 और मोहाली से सटे एरिया सेक्टर-52 का AQI 352 रहा है। जबकि पंजाब के जिलों की बात करें तो अमृतसर का AQI 254, बठिंडा का AQI 151, जालंधर का AQI 232, लुधियाना का AQI 228, मंडी गोबिंदगढ़ का AQI 289 और पटियाला का AQI 269 दर्ज किया गया है। जबकि रूपनगर का AQI 190 रहा है। पूरे राज्य में 83 जगह पर जली पराली पंजाब सरकार की सख्ती के बाद भी पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं, हालांकि इन मामलों में अब कमी आई है। 24 घंटे में पराली जलाने के 83 केस दर्ज किए गए हैं। राहत की बात यह है कि नौ जिलों में पराली जलाने का एक भी केस सामने नहीं हुआ है। इनमें बरनाला,फिरोजपुर, गुरदासपुर, होशियारपुर, मोगा, एसबीएस नगर, पठानकोट, रूपनगर, मोहाली और तरनतारन शामिल हैं। जबकि सबसे ज्यादा केस मुक्तसर में 22 और बठिंडा में 18 दर्ज किए गए । नौ केस पटियाला में सामने आए हैं। अब तक पराली जलाने के 7172 केस दर्ज किए जा चुके हैं। चंडीगढ़ में डीजी सेट के प्रयोग पर लगी पाबंदी चंडीगढ़ में खराब होते हवा के स्तर को सुधारने के लिए ग्रेग्रेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू किया गया है। वहीं, अगले आदेश तक डीजल जेनरेटर सेट (डीजी) को चलाने पर पाबंदी लगा दी है। आपातकालीन व आवश्यक सेवाओं में ही यह प्रयोग हो पाएंगे। नियम टूटने पर कार्रवाई होगी।   पंजाब | दैनिक भास्कर