यूपी के गोंडा में हुए रेल हादसे के बाद लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर अफरातफरी का माहौल है। यात्री परेशान हैं। कुल 10 ट्रेनों का रूट बदला गया है। तीन ट्रेनें स्टेशन पर खड़ी हैं। परेशान यात्रियों का कहना है कि हमारे पास कोई और विकल्प नहीं है। लखनऊ रेलवे स्टेशन पर गुवाहाटी-जम्मू तवी एक्सप्रेस करीब तीन घंटे से लखनऊ जंक्शन पर खड़ी है। अब उसे मनकापुर-अयोध्या-बाराबंकी रूट से निकाला जा रहा है। आसपास के कई यात्री ट्रेन को छोड़कर बस और अन्य सवारी वाहनों के जरिए अपने गंतव्य की तरफ निकले। घटनास्थल पहुंचे रेलवे अधिकारी रेलवे का कहना है की घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है। लखनऊ से पूर्वोत्तर रेलवे के DRM आदित्य कुमार टीम के साथ दुर्घटना स्थल पर पहुंच चुके हैं। साथ ही रेलवे एंबुलेंस भी मौके पर पहुंची हैं। कई ट्रेनों का रूट डायवर्जन भी किया गया है। राहत और बचाव कार्य जारी रेलवे के PRO महेश गुप्ता ने बताया कि मोतीगंज-झिलाहीं स्टेशन के बीच डाउन लाइन पर 15904 चंडीडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के दुर्घटना ग्रस्त होने के बाद रेलवे एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई है। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। रेल यात्रियों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। इन 10 ट्रेनों का किया गया रूट डायवर्जन 5 से 10 घंटे तक ट्रेनें हुईं लेट अमरनाथ यात्रा पूरी कर परिवार के साथ लौट रहे सौरभ पांडे का कहना है कि गोंडा में ट्रेन दुर्घटना होने के बाद अब लखनऊ से गोरखपुर बस से जा रहे हैं। उनका कहना है कि रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि ट्रेन करीब 5 घंटे तक लखनऊ स्टेशन पर रुकी रहेगी। वहीं, सिलीगुड़ी बंगाल के रहने वाले शुभम भारती अपने चार दोस्तों और भाइयों के साथ अमरनाथ यात्रा पूरी कर लौटे हैं। उनका कहना है कि ट्रेन पिछले करीब 5 घंटे तक लखनऊ रेलवे स्टेशन पर रुकेगी। उन्होंने कहा कि हमें लंबी दूरी तय करनी है, जब ट्रेन जाएगी, तभी हम भी जा पाएंगे। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए यह खबर भी पढ़ें यूपी में डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 5 की मौत:3 AC समेत 15 कोच पटरी से उतरे; खिड़की के कांच तोड़कर कूदे यात्री, 25 घायल यूपी के गोंडा में ट्रेन हादसा हो गया। चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की 3 AC समेत 15 बोगियां पटरी से उतर गईं। इनमें 3 पलटी खा गई। हादसे में 5 यात्रियों की मौत हो गई है। 25 यात्री घायल हैं। 2 यात्रियों के पैर कट गए हैं। SDM मनकापुर ने इसकी पुष्टि की है। ज्यादातर घायल यात्री एसी कोच के बताए जा रहे हैं। हादसे के बाद यात्री खिड़की के कांच तोड़कर बाहर कूदे। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे अफसर मौके पर पहुंच गए। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है। SDRF टीम मौके पर पहुंच गई है। यह खबर भी पढ़ें… यूपी के गोंडा में हुए रेल हादसे के बाद लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर अफरातफरी का माहौल है। यात्री परेशान हैं। कुल 10 ट्रेनों का रूट बदला गया है। तीन ट्रेनें स्टेशन पर खड़ी हैं। परेशान यात्रियों का कहना है कि हमारे पास कोई और विकल्प नहीं है। लखनऊ रेलवे स्टेशन पर गुवाहाटी-जम्मू तवी एक्सप्रेस करीब तीन घंटे से लखनऊ जंक्शन पर खड़ी है। अब उसे मनकापुर-अयोध्या-बाराबंकी रूट से निकाला जा रहा है। आसपास के कई यात्री ट्रेन को छोड़कर बस और अन्य सवारी वाहनों के जरिए अपने गंतव्य की तरफ निकले। घटनास्थल पहुंचे रेलवे अधिकारी रेलवे का कहना है की घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है। लखनऊ से पूर्वोत्तर रेलवे के DRM आदित्य कुमार टीम के साथ दुर्घटना स्थल पर पहुंच चुके हैं। साथ ही रेलवे एंबुलेंस भी मौके पर पहुंची हैं। कई ट्रेनों का रूट डायवर्जन भी किया गया है। राहत और बचाव कार्य जारी रेलवे के PRO महेश गुप्ता ने बताया कि मोतीगंज-झिलाहीं स्टेशन के बीच डाउन लाइन पर 15904 चंडीडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के दुर्घटना ग्रस्त होने के बाद रेलवे एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई है। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। रेल यात्रियों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। इन 10 ट्रेनों का किया गया रूट डायवर्जन 5 से 10 घंटे तक ट्रेनें हुईं लेट अमरनाथ यात्रा पूरी कर परिवार के साथ लौट रहे सौरभ पांडे का कहना है कि गोंडा में ट्रेन दुर्घटना होने के बाद अब लखनऊ से गोरखपुर बस से जा रहे हैं। उनका कहना है कि रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि ट्रेन करीब 5 घंटे तक लखनऊ स्टेशन पर रुकी रहेगी। वहीं, सिलीगुड़ी बंगाल के रहने वाले शुभम भारती अपने चार दोस्तों और भाइयों के साथ अमरनाथ यात्रा पूरी कर लौटे हैं। उनका कहना है कि ट्रेन पिछले करीब 5 घंटे तक लखनऊ रेलवे स्टेशन पर रुकेगी। उन्होंने कहा कि हमें लंबी दूरी तय करनी है, जब ट्रेन जाएगी, तभी हम भी जा पाएंगे। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए यह खबर भी पढ़ें यूपी में डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 5 की मौत:3 AC समेत 15 कोच पटरी से उतरे; खिड़की के कांच तोड़कर कूदे यात्री, 25 घायल यूपी के गोंडा में ट्रेन हादसा हो गया। चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की 3 AC समेत 15 बोगियां पटरी से उतर गईं। इनमें 3 पलटी खा गई। हादसे में 5 यात्रियों की मौत हो गई है। 25 यात्री घायल हैं। 2 यात्रियों के पैर कट गए हैं। SDM मनकापुर ने इसकी पुष्टि की है। ज्यादातर घायल यात्री एसी कोच के बताए जा रहे हैं। हादसे के बाद यात्री खिड़की के कांच तोड़कर बाहर कूदे। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे अफसर मौके पर पहुंच गए। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है। SDRF टीम मौके पर पहुंच गई है। यह खबर भी पढ़ें… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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धान उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को बताया गया ये नया नुस्खा, नाइट्रोजन की पूर्ति में मिलेगी मदद
धान उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को बताया गया ये नया नुस्खा, नाइट्रोजन की पूर्ति में मिलेगी मदद <p style=”text-align: justify;”><strong>MP Farmer News:</strong> मध्य प्रदेश के किसान कल्याण और कृषि विकास विभाग ने धान की फसल में उत्पादन बढ़ाने के लिये किसानों को एक नया नुस्खा बताया है. विभाग ने प्राकृतिक नाइट्रोजन की पूर्ति के लिए अजोला का उपयोग करने की सलाह दी है. किसानों को बताया गया है कि अजोला एक जैव उर्वरक है और रोपाई के पहले धान के खेतों में इसे डालकर से 5 से 15 प्रतिशत तक उत्पादन बढ़ाया जा सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग जबलपुर के उप संचालक रवि आम्रवंशी ने बताया कि अजोला एक तैरती हुई फर्न है, जो शैवाल से मिलती-जुलती है. सामान्यतः अजोला धान के खेत या उथले पानी में उगाई जाती है. यह तेजी से बढ़ती है. अजोला एक जैव उर्वरक है. एक तरफ जहां इसे धान की उपज बढ़ती है, वहीं दूसरी तरफ ये कुक्कुट, मछली और पशुओं के चारे के काम आता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फसल को नत्रजन की पूर्ति करता है</strong><br />बता दे कि, अजोला पानी में पनपने वाला छोटे बारीक पौधों की जाति का होता है. इसे वैज्ञानिक भाषा में फर्न कहा जाता है. अजोला की पंखुड़ियो में एनाबीना नामक नील हरित काई के जाति का एक सूक्ष्मजीव होता है, जो सूर्य के प्रकाश में वायुमंडलीय नत्रजन का यौगिकीकरण करता है. यह हरे खाद की तरह फसल को नत्रजन की पूर्ति करता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उप संचालक किसान कल्याण आम्रवंशी के अनुसार अजोला की विशेषता यह है कि यह अनुकूल वातावरण में 5 दिनों में ही दो-गुना हो जाता है. यदि इसे पूरे वर्ष बढ़ने दिया जाये तो 300 टन से भी अधिक सेन्द्रीय पदार्थ यानी 40 किलोग्राम नत्रजन प्रति हेक्टेयर पैदा किया जा सकता है. अजोला में 3 से 5 प्रतिशत नत्रजन और कई तरह के कार्बनिक पदार्थ होते हैं, जो भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उत्पादन में की जा सकती है वृद्धि</strong><br />धान के खेतों में इसका उपयोग सुगमता से किया जा सकता है. दो से चारों इंच पानी से भरे खेत में दस टन ताजा अजोला को रोपाई के पूर्व डाल दिये जाने से धान की फसल में लगभग पांच से पन्द्रह प्रतिशत तक उत्पादन में वृद्धि की जा सकती है. इस फर्न का रंग गहरा लाल या कत्थई होता है. धान के खेतों, छोटे-छोटे पोखर या तालाबों में यह अक्सर दिखाई देती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अजोला बनाने की विधि</strong><br />किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के मुताबिक पानी के पोखर या लोहे के ट्रे में अजोला कल्चर बनाया जा सकता है. पानी की पोखर या लोहे के ट्रे में 5 से 7 सेंटीमीटर पानी में 100 से 400 ग्राम कल्चर प्रति वर्ग मीटर की दर से मिलाने से अजोला कल्चर बहुत तेज गति से बढ़ता है. यह 2 से 3 दिन में ही दुगना हो जाता है. अजोला कल्चर डालने के बाद दूसरे दिन से ही एक ट्रे या पोखर में अजोला की मोटी तह जमना शुरू हो जाती है, जो नत्रजन स्थिरीकरण का कार्य करती है. इस प्रकार अजोला का उपयोग करके किसान कम रासायनिक उर्वरक का उपयोग करके भी अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”छात्रावासों की मरम्मत की रकम में करोड़ों की हेराफेरी, ठेकेदार सहित 51 लोगों पर एफआईआर दर्ज” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/dewas-corruption-case-worth-crores-in-renovation-of-sc-st-hostels-fir-against-51-people-ann-2724208″ target=”_self”>छात्रावासों की मरम्मत की रकम में करोड़ों की हेराफेरी, ठेकेदार सहित 51 लोगों पर एफआईआर दर्ज</a></strong></p>
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वाराणसी पहुंचे CM योगी:स्कॉलरशिप योजना का किया शुभारंभ, बोले-पहले संस्कृत के छात्रों के साथ भेदभाव, अब हर छात्र को मिलेगी छात्रवृत्ति वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी में रविवार को CM योगी पहुंचे। उनका मंगलाचरण से स्वागत किया गया। इस दौरान कुलपति डॉ. बिहारी लाल शर्मा ने सीएम योगी को अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया। सीएम योगी ने संस्कृत के छात्रों के लिए स्कॉलरशिप योजना का शुभारंभ किया। CM योगी ने कहा- गरीब और वंचित छात्रों को छात्रवृत्ति मिलनी चाहिए, लेकिन संस्कृत छात्रों को इसकी व्यवस्था क्यों नहीं की गई। मुझे इस बात का आश्चर्य रहा। अभी तक संस्कृत के केवल 300 बच्चों की स्कॉलरशिप की व्यवस्था थी, जो अधिकतर छात्रों को पता ही नहीं थी। 25 करोड़ की आबादी में इतने कम छात्रों को स्कॉलरशिप की योजना थी। उन्होंने कहा- कभी प्रयास ही नहीं हो पाया कि संस्कृत परिषद को मान्यता दिला पाएं। मैंने बार-बार समझने की कोशिश की कि संस्कृत से बच्चे दूर क्यों भाग रहे हैं? पता चला कि मान्यता ही नहीं मिल पा रही है। हमने स्कूल-कॉलेजों की मान्यता बहाल कराई। हमारी सरकार आई तो 2017 में संस्कृत परिषद को मान्यता दिलाई। कल 69195 छात्रों के अकाउंट में स्कॉलरशिप आ जाएगी
योगी ने कहा- अब संस्कृत में छात्रों की संख्या बढ़ रही है। पहले स्कॉलरशिप नहीं मिलती थी, फिर उसमें आयु सीमा जोड़ दी गई। हमने तय किया कि हर छात्र को स्कॉलरशिप मिल चाहिए। हमने तय कर लिया है कि दिवाली से पहले यानी कल तक (28 अक्टूबर) 69195 छात्रों के अकाउंट में बैंक खुलते ही स्कॉलरशिप पहुंच जाएगी। यूपी के अंदर डेढ़ लाख बच्चे संस्कृत से जुड़े
योगी ने कहा- यूपी के अंदर लगभग डेढ़ लाख बच्चे ऐसे हैं जो संस्कृत से जुड़े हैं। इनके संरक्षण का दायित्व शासन और समाज का होना चाहिए। सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए आपके द्वार आई है। हम आगे भी व्यवस्था करने जा रहे हैं कि संस्कृत विद्यालयों में विज्ञापन उन्हीं संस्थानों को देंगे जो अपने यहां फ्री हॉस्टल और खाने-पीने की व्यवस्था करेंगे। संस्कृत ने ही भारत को विश्वगुरु के रूप में स्थापित किया
योगी ने कहा- संस्कृत ने ही भारत को विश्वगुरु के रूप में स्थापित किया। इसके कारण ही विपरीत स्थितियों में भी हमारी सनातन संस्कृति तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए भी आज जीवित है। दुनिया का मार्गदर्शन करने के लिए PM मोदी के नेतृत्व में आज संस्कृत, संस्कृति और भारतीय सभ्यता उठ खड़ी हुई है। संपूर्णानंद संस्कृत विवि सबसे पुराना विश्वविद्यालय
योगी ने कहा- संपूर्णानंद संस्कृत विवि सबसे पुराना विश्वविद्यालय है। यहां के बच्चों को स्कॉलरशिप नहीं मिलती थी। हमने तय किया कि सबसे पहले स्कॉलरशिप की शुरुआत यहीं से करते हैं। संस्कृत केवल देव वाणी ही नहीं, केवल इस लोक और परलोक से संवाद, देवगणों से संवाद का माध्यम नहीं है… बल्कि ये भौतिक जगत की तमाम समस्याओं को वैज्ञानिक रीति से सुलझाने का माध्यम बने। इस पर शोध करने की जरूरत है। हमने BHU में वैदिक विज्ञान केंद्र बनाया है, जो भारत की प्राचीन संस्कृति पर शोध को बढ़ावा देने के लिए है। इसे संस्कृत पर शोध का केंद्र बनाना पड़ेगा। कुलपति प्रोफेसर बिहारी लाल शर्मा ने बताया- ऋषि तुल्य आचार्यों की साधना स्थली एवं भारतीय ज्ञान परम्परा के अमृत तत्वों को वैश्विक पटल पर प्रतिष्ठित करने तथा संस्कृत के अभ्युदय, संवर्धन एवं संरक्षण के लिये सरकार निरन्तर संकल्पित है। एक महीने में संस्कृत की स्टूडेंट्स को इतनी मिलेगी छात्रवृत्ति
संस्कृत छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत संशोधन के बाद छात्रवृत्ति की दरों में वृद्धि करते हुए प्रथमा कक्षा- 6 से 7 को रुपए 050/- प्रति माह, प्रथमा (कक्षा-8) को रुपए 75/- प्रति माह, पूर्व मध्यमा को रुपए 100/- प्रति माह उत्तर मध्यमा को रुपए 150/- प्रति माह, शास्त्री को रुपए 200/- प्रति माह तथा आचार्य को रुपए 250/- प्रतिमाह की संशोधित दरें निर्धारित की गयी हैं। अब जानिए क्या है संस्कृत छात्रवृत्ति योजना और कब-कब इसमें संशोधन हुए…
अबोहर में 2 बाइक की हुई जोरदार टक्कर:हादसे में भाग सिंह कॉलेज के अकाउंटेंट की मौत, बस स्टैंड छोड़ने जा रहा था कर्मचारी
अबोहर में 2 बाइक की हुई जोरदार टक्कर:हादसे में भाग सिंह कॉलेज के अकाउंटेंट की मौत, बस स्टैंड छोड़ने जा रहा था कर्मचारी फाजिल्का जिले के अबोहर में बाइक के साथ बाइक की हुई टक्कर में भाग सिंह खालसा कॉलेज फॉर वूमेन काला टिब्बा के अकाउंटेंट प्रीतम गोयल की दर्दनाक मौत हो गई। घटना रविवार शाम की है। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। जबकि कालेज स्टाफ व विद्यार्थियों की शौक की लहर दौड़ गई । बाइक से जा रहे थे बस स्टैंड जानकारी अनुसार फाजिल्का के धोबी घाट निवासी 45 वर्षीय प्रतीम गोयल पुत्र वेद प्रकाश काला टिब्बा के भाग सिंह कालेज में बतौर अकाउंटेंट कार्यरत थे। वह रविवार को फाजिल्का से कॉलेज में किसी काम आए थे। काम खत्म कर उन्हें फाजिल्का वापस जाना था कि कालेज का कर्मी लाभ सिंह उन्हें बाइक पर अबोहर के बस स्टैंड पर छोड़ने जा रहा था। जब वह रोटरी चौक के पास पहुंचे तो एक बाइक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। अस्पताल ले जाते वक्त हुई मौत बाइक लाभ सिंह चला रहा था जबकि प्रीतम गोयल पीछे बैठा था।टक्कर के बाद वह गिर गए व घायल हो गए ।उन्हें यहां के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया गया जहां उनकी हालत को गंभीर देखते हुए रेफर कर दिया गया परिजन उसे श्रीगंगानगर लेकर जा रहे थे कि रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। प्रीतम गोयल की इस दर्दनाक मौत पर कालेज चेयरमैन गुरलाल सिंह बराड़ फतनवाला, प्रिंसिपल व स्टाफ ने गहरा शौक व्यक्त किया है। घटना का पता चलते ही सभी सरकारी अस्पताल में पहुंच गए। घटना से दो बेटियों व एक बेटे के सिर से पिता का साया उठ गया।