गोंडा रेल हादसे की जांच करने दिल्ली से अधिकारियों की टीम रविवार को लखनऊ पहुंची। डीआरएम ऑफिस में वन टू वन बातचीत की। जांच के लिए टीम घटना स्थल पर भी गई। हादसा किन कारणों से हुआ। एक-एक बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी। इस दौरान शेफ्टी, शिग्नल, परिचालन और सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं को देखा। हादसे में टूटी पटरियों और विद्युत लाइन की भी मरम्मत का निरीक्षण किया। मोटर ट्रॉली से झिलाही-मोतीगंज के बीच इंटरलॉकिंग, क्रॉसिंग, कर्व से जुड़े सभी पहलुओं को भी देखा। इस टीम में रेल संरक्षा आयुक्त प्रणजीव सक्सेना, मुख्य संरक्षा अधिकारी मुकेश मेहरोत्रा के साथ मंडल संरक्षा अधिकारी डॉ. शिल्पी कनौजिया, इंजीनियर विनीत भी मौजूद रहे। 50 से अधिक अधिकारियों से वन टू वन बातचीत बैठक में 50 से अधिकारियों और कर्मचारियों को बुलाया गया। सभी अधिकारी-कर्मचारी अपनी रिपोर्ट लेकर पहुंचे। बयानों और ग्राउंड रिपोर्ट की स्थिति की जांच ही अंतिम रिपोर्ट होगी। इसके बाद रेल दुर्घटना मामले में जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई कर जवाबदेही तय की जाएगी। डीआरएम ऑफिस में अधिकारियों से प्वाइंट टू पॉइंट पूछताछ रेलवे संरक्षा आयुक्त सुबह 11 बजे से जांच कर रहे हैं। कैरेज एंड वैगन (सीएनडब्ल्यू), इंजीनियरिंग, सिग्नल, आरपीएफ, पर्सनल, हेल्थ और सेफ्टी डिपार्टमेंट के कर्मचारी पहुंचे हैं। इन लोगों का नाम रजिस्टर में लिखा गया है। विभागों की रिपोर्ट लेने के बाद अधिकारियों से प्वाइंट टू पॉइंट पूछताछ की जा रही है। संयुक्त रिपोर्ट के आधार पर बढ़ रही जांच लोको पायलट त्रिभुवन नारायण, सहायक लोको पायलट राज, ट्रेन मैनेजर विश्वजीत सरकार के साथ की-मैन से भी रिपोर्ट ली गई है। रनिंग स्टॉफ, ट्रैक मेंटेनर और ट्रैक मशीन का काम देखने वालों के भी बयान दर्ज किए गए हैं। रिपोर्ट पर इंजीनियर ने जताई असहमति जांच टीम ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर गोंडा जीसी श्रीवास्तव, चीफ लोको इंस्पेक्टर दिलीप कुमार, सीनियर सेक्शन इंजीनियर गोंडा वेद प्रकाश मीना, सीनियर सेक्शन इंजीनियर मनकापुर पीके सिंह सहित 6 अधीक्षकों के बयान भी दर्ज किए गए। वरिष्ठ अनुभाग इंजीनियर (SSE) पीके सिंह ने रिपोर्ट पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा- रिपोर्ट बिना तथ्यों को देखे एक मत होकर बनाई गई है, जो कि बिल्कुल गलत है। संयुक्त रिपोर्ट से बिल्कुल सहमत नहीं हूं। पीके सिंह ने 11 पॉइंट पर असहमति जताई है। दैनिक भास्कर ने 2 दिन पहले (19 जुलाई) को हादसे की 3 वजहें बताई थीं…पढ़िए 86 किलोमीटर की स्पीड से दौड़ी ट्रेन से हादसा चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ ट्रेन हादसे की पहली रिपोर्ट सामने आई है। रेलवे ने रिपोर्ट में बताया है कि ट्रैक की गड़बड़ी की वजह से हादसा हुआ। ट्रैक पर 30 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन चल सकती है, लेकिन लोको पायलट (ट्रेन ड्राइवर) को इसके बारे में बताया ही नहीं गया। उसने 86 किलोमीटर की स्पीड से ट्रेन दौड़ा दी और हादसा हो गया। हादसे के 2 मिनट बाद उसे कॉशन मिला। 6 रेलवे अफसरों की जॉइंट कमेटी ने 36 पॉइंट में बनाई रिपोर्ट इसके अलावा, जांच में ट्रैक 4 मीटर खिसका मिला है। ट्रैक को ठीक से कसा भी नहीं गया था। लखनऊ के 6 रेलवे अफसरों की जॉइंट कमेटी ने 36 पॉइंट में रिपोर्ट तैयार की है। 5 अफसरों ने हादसे की वजह इंजीनियरिंग विभाग की लापरवाही और 1 ने गलत ढंग से ब्रेक लगाना बताया है। चलिए, पहली रिपोर्ट की 4 बड़ी बातें बताते हैं… गोंडा रेल हादसे की जांच करने दिल्ली से अधिकारियों की टीम रविवार को लखनऊ पहुंची। डीआरएम ऑफिस में वन टू वन बातचीत की। जांच के लिए टीम घटना स्थल पर भी गई। हादसा किन कारणों से हुआ। एक-एक बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी। इस दौरान शेफ्टी, शिग्नल, परिचालन और सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं को देखा। हादसे में टूटी पटरियों और विद्युत लाइन की भी मरम्मत का निरीक्षण किया। मोटर ट्रॉली से झिलाही-मोतीगंज के बीच इंटरलॉकिंग, क्रॉसिंग, कर्व से जुड़े सभी पहलुओं को भी देखा। इस टीम में रेल संरक्षा आयुक्त प्रणजीव सक्सेना, मुख्य संरक्षा अधिकारी मुकेश मेहरोत्रा के साथ मंडल संरक्षा अधिकारी डॉ. शिल्पी कनौजिया, इंजीनियर विनीत भी मौजूद रहे। 50 से अधिक अधिकारियों से वन टू वन बातचीत बैठक में 50 से अधिकारियों और कर्मचारियों को बुलाया गया। सभी अधिकारी-कर्मचारी अपनी रिपोर्ट लेकर पहुंचे। बयानों और ग्राउंड रिपोर्ट की स्थिति की जांच ही अंतिम रिपोर्ट होगी। इसके बाद रेल दुर्घटना मामले में जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई कर जवाबदेही तय की जाएगी। डीआरएम ऑफिस में अधिकारियों से प्वाइंट टू पॉइंट पूछताछ रेलवे संरक्षा आयुक्त सुबह 11 बजे से जांच कर रहे हैं। कैरेज एंड वैगन (सीएनडब्ल्यू), इंजीनियरिंग, सिग्नल, आरपीएफ, पर्सनल, हेल्थ और सेफ्टी डिपार्टमेंट के कर्मचारी पहुंचे हैं। इन लोगों का नाम रजिस्टर में लिखा गया है। विभागों की रिपोर्ट लेने के बाद अधिकारियों से प्वाइंट टू पॉइंट पूछताछ की जा रही है। संयुक्त रिपोर्ट के आधार पर बढ़ रही जांच लोको पायलट त्रिभुवन नारायण, सहायक लोको पायलट राज, ट्रेन मैनेजर विश्वजीत सरकार के साथ की-मैन से भी रिपोर्ट ली गई है। रनिंग स्टॉफ, ट्रैक मेंटेनर और ट्रैक मशीन का काम देखने वालों के भी बयान दर्ज किए गए हैं। रिपोर्ट पर इंजीनियर ने जताई असहमति जांच टीम ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर गोंडा जीसी श्रीवास्तव, चीफ लोको इंस्पेक्टर दिलीप कुमार, सीनियर सेक्शन इंजीनियर गोंडा वेद प्रकाश मीना, सीनियर सेक्शन इंजीनियर मनकापुर पीके सिंह सहित 6 अधीक्षकों के बयान भी दर्ज किए गए। वरिष्ठ अनुभाग इंजीनियर (SSE) पीके सिंह ने रिपोर्ट पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा- रिपोर्ट बिना तथ्यों को देखे एक मत होकर बनाई गई है, जो कि बिल्कुल गलत है। संयुक्त रिपोर्ट से बिल्कुल सहमत नहीं हूं। पीके सिंह ने 11 पॉइंट पर असहमति जताई है। दैनिक भास्कर ने 2 दिन पहले (19 जुलाई) को हादसे की 3 वजहें बताई थीं…पढ़िए 86 किलोमीटर की स्पीड से दौड़ी ट्रेन से हादसा चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ ट्रेन हादसे की पहली रिपोर्ट सामने आई है। रेलवे ने रिपोर्ट में बताया है कि ट्रैक की गड़बड़ी की वजह से हादसा हुआ। ट्रैक पर 30 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन चल सकती है, लेकिन लोको पायलट (ट्रेन ड्राइवर) को इसके बारे में बताया ही नहीं गया। उसने 86 किलोमीटर की स्पीड से ट्रेन दौड़ा दी और हादसा हो गया। हादसे के 2 मिनट बाद उसे कॉशन मिला। 6 रेलवे अफसरों की जॉइंट कमेटी ने 36 पॉइंट में बनाई रिपोर्ट इसके अलावा, जांच में ट्रैक 4 मीटर खिसका मिला है। ट्रैक को ठीक से कसा भी नहीं गया था। लखनऊ के 6 रेलवे अफसरों की जॉइंट कमेटी ने 36 पॉइंट में रिपोर्ट तैयार की है। 5 अफसरों ने हादसे की वजह इंजीनियरिंग विभाग की लापरवाही और 1 ने गलत ढंग से ब्रेक लगाना बताया है। चलिए, पहली रिपोर्ट की 4 बड़ी बातें बताते हैं… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में JNV स्कूल में रैंगिंग-मारपीट:5 छात्रों के कान-आंख व मुंह पर आई चोटें; आधी रात कपड़े धुलाने को बोला, पैसे मांगने का आरोप
हिमाचल में JNV स्कूल में रैंगिंग-मारपीट:5 छात्रों के कान-आंख व मुंह पर आई चोटें; आधी रात कपड़े धुलाने को बोला, पैसे मांगने का आरोप शिमला जिला के अंतर्गत ज्वाहर नवोदय (JNV) विद्यालय ठियोग में सीनियर स्टूडेंट द्वारा जूनियर की रैगिंग और मारपीट का मामले सामने आया है। मारपीट से पांच बच्चों को कान, आंख और मुंह पर चोट आई है। सूचना के अनुसार, 13 जुलाई की रात करीब 11 बजे 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले पांच स्टूडेंट हॉस्टल में 10वीं क्लास के छात्रों के रूम में जाते हैं और जूनियर को कपड़े धोने को बोलते है। 10वीं कक्षा के कुछ छात्रों ने जब कपड़े धोने से इनकार कर दिया तो सीनियर छात्रों ने बारी-बारी जूनियर की पिटाई शुरू कर दी। रात 11 बजकर 24 मिनट पर दो छात्र हॉस्टल से भागे और स्कूल परिसर में लगे टेलिफोन बूथ से एक छात्र ने अपने पिता सुरेंद्र सिंह को फोन करके पूरी घटना की जानकारी दी। बेटे का फोन काटते ही सुरेंद्र सिंह ने इसकी जानकारी हाउस टीचर को दी। मगर हाउस टीचर छुट्टी पर थे। इसके बाद सुरेंद्र सिंह ने रात लगभग 11 बजकर 30 मिनट पर इसकी जानकारी स्कूल प्रिंसिपल संजीता शौनिक को दी। पांच मिनट में प्रिंसिपल ने खुद हॉस्टल पहुंचकर लड़ाई को रोका। सुरेंद्र सिंह ने बताया कि सीनियर छात्र पैसे भी मांगते थे और 13 जुलाई की रात सीनियर स्टूडेंट ने जूनियर को कपड़े धोने को कहा। इस पर मारपीट हुई। एक अन्य छात्र के पिता नरेश ने बताया कि सीनियर छात्र कपड़े धोने को बोल रहे थे। इस वजह से मारपीट हुई है। हॉउस टीचर और हॉस्टल वॉर्डन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में रैगिंग और मारपीट की घटना के बाद सवाल हॉस्टल वार्डन और हाउस टीचर की कार्यप्रणाली को लेकर उठ रहे हैं, क्योंकि बोर्डिंग स्कूल में परिजन अपने बच्चों को कई कई महीने तक स्कूल प्रबंधन को भरोसे छोड़ते हैं। ऐसे में यदि परिजनों की गैर मौजूदगी में उनके बच्चों के साथ रैगिंग व मारपीट रोकना हॉस्टल वार्डन, हाउस टीचर और स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी बनती है। आधी रात जब 12वीं कक्षा के छात्र 10वीं के हॉस्टल में आते हैं तो हॉउस टीचर और हॉस्टल वार्डन कहां पर थे। यदि एक छात्र ने रात में अपने पिता को इसकी सूचना नहीं दी होती तो यह मारपीट के परिणाम और ज्यादा गंभीर हो सकते थे। परिजनों की शिकायत के बाद यह मामला सामने आने के बाद स्कूल प्रबंधन के हाथ-पांव फूल गए हैं। स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। तहसीलदार ठियोग ने खुद स्कूल पहुंचकर प्रबंधन व छात्रों के परिजनों के साथ मीटिंग की और जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी: प्रिंसिपल ज्वाहर नवोदय विद्यालय ठियोग की प्रिंसिपल संजीता शौनिक ने बताया कि उन्होंने हॉस्टल पहुंचकर लड़ाई को रोका है। दोषी छात्रों और वॉर्डन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रशासन और बच्चों के अभिभावकों से भी बातचीत की जा रही है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन क्लीन अप चलाकर सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में कोई भी छात्र स्कूल में रैगिंग और मारपीट की हिम्मत न कर पाए।
‘जब छात्रों के मृत होने की खबरें आने लगी तो…’, कोचिंग सेंटर में जान गंवाने वाली श्रेया यादव के परिजन ने क्या बताया?
‘जब छात्रों के मृत होने की खबरें आने लगी तो…’, कोचिंग सेंटर में जान गंवाने वाली श्रेया यादव के परिजन ने क्या बताया? <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Coaching Basement Incident:</strong> दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राव आईएएस स्टडी सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से बड़ा हादसा हुआ है. कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में भरे पानी में डूबने से तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई है. घटना की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस, दमकल विभाग और NDRF की कई टीम मौके पर पहुंचीं. वहीं दिल्ली पुलिस की तरफ से जानकारी दी गई है कि आज रविवार (28 जुलाई) की सुबह राहत और बचाव अभियान पूरा हो गया है. इस बीच मृत स्टूडेंट्स के परिजनों की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें तीन मृत स्टूडेंट्स में से एक श्रेया यादव के रिश्तेदार धर्मेंद्र यादव ने एएनआई से बातचीत करते हुए कहा कि “मुझे कोचिंग संस्थान या प्रशासन से आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं मिली. मैंने खबर देखी तो वहां पहुंचा. मैं पोस्टमार्टम हाउस गया और उनसे पहचान के लिए चेहरा दिखाने को कहा, लेकिन उन्होंने यह कहकर इनकार कर दिया कि यह पुलिस का मामला है. उन्होंने मुझे एक कागज दिखाया जिसमें उसका (श्रेया यादव) नाम लिखा था.”</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना | तीन मृत छात्रों में से एक श्रेया यादव के रिश्तेदार धर्मेंद्र यादव ने कहा, “मुझे कोचिंग संस्थान या प्रशासन से आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं मिली। मैंने खबर देखी और वहां पहुंचा, मैं मुर्दाघर गया और उनसे पहचान के लिए चेहरा दिखाने को कहा लेकिन… <a href=”https://t.co/J0DvYePD09″>pic.twitter.com/J0DvYePD09</a></p>
— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href=”https://twitter.com/AHindinews/status/1817417207141339226?ref_src=twsrc%5Etfw”>July 28, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>परिजनों ने की ये मांग</strong><br />आगे उन्होंने बताया कि “जब छात्रों के मृत होने की खबरें आने लगीं, तब मैंने श्रेया यादव फोन किया लेकिन उसका फोन बंद आ रहा था. इसके बाद मैंने कोचिंग संस्थान को फोन किया, लेकिन वो भी बंद था. संस्थान का दूसरा नंबर लगाया तब किसी ने फोन उठाया तो उन्होंने कहा कि हां यहां पर बचाव अभियान चल रहा है. घटना में दो की मौत हुई है, लेकिन नाम तो नहीं बताऊंगा. मेरी मांग है कि कोचिंग इंस्टीट्यूट के मालिक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दो लोग हिरासत में लिए गए</strong><br />डीसीपी हर्षवर्धन ने कहा कि बेसमेंट से तीन शव मिले हैं, उनकी पहचान हो गई है. पुलिस ने इस मामले में राजेंद्र नगर थाने में संबंधित धाराओं में दर्ज की गई है. पुलिस ने इस मामले में कोचिंग सेंटर बिल्डिंग सिस्टम के मैनेंजमेंट और ड्रेनेज सिस्टम से जुड़े दो लोग हिरासत में लिए गए हैं. इस मामले में आगे की जांच की जा रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, जांच में सामने आया है कि बेसमेंट में लाइब्रेरी थी. लाइब्रेरी में अमूमन 30 से 35 बच्चे थे. अचानक से बेसमेंट में पानी तेजी से भरने लगा. छात्र बेसमेंट में बेंच के ऊपर खड़े हो गए. पानी के दबाव से बेसमेंट में लगे कांच फटने लगे.</p>
<div id=”article-hstick-inner” class=”abp-story-detail “>
<p><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>
<p><strong><a title=”आसमान छूती कीमतों के बीच टमाटर खरीदने वालों के लिए खुशखबरी! दिल्ली-NCR में सिर्फ इतने रुपये में होगी बिक्री” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/nccf-to-sell-tomato-rs-60-per-kg-from-july-29-in-delhi-ncr-amid-soaring-price-2747425″ target=”_blank” rel=”noopener”>आसमान छूती कीमतों के बीच टमाटर खरीदने वालों के लिए खुशखबरी! दिल्ली-NCR में सिर्फ इतने रुपये में होगी बिक्री</a></strong></p>
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कनाडा मंदिर हमला केस- गिरफ्तारी के बाद छोड़ा आरोपी:खालिस्तान समर्थक की रिहाई से बढ़ा विवाद, हिंदुओं ने जताया रोष
कनाडा मंदिर हमला केस- गिरफ्तारी के बाद छोड़ा आरोपी:खालिस्तान समर्थक की रिहाई से बढ़ा विवाद, हिंदुओं ने जताया रोष कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर में किए गए उपद्रव के मामले में कनाडा की पील पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी खालिस्तान समर्थक इंद्रजीत गोसाल के रूप में हुई है। आरोपी को पील पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया। जिसके बाद उसे जमानत पर छोड़ दिया गया। इसे लेकर हिंदुओं में काफी रोष है और हिंदु इस बात का विरोध कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा- 21 डिवीजन आपराधिक जांच ब्यूरो और जांच दल (SIT) द्वारा ब्रैम्पटन मंदिर में हिंसक प्रदर्शन में शामिल एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। अधिकारी बोले- शर्तों के साथ किया रिहा गिरफ्तारी के बाद आरोपी गोसाल को रिहा कर दिया गया था। अधिकारियों ने कहा- उसे शर्तों के साथ रिहा किया गया है और उसे बाद में ब्रैम्पटन में ओंटारियो कोर्ट ऑफ जस्टिस में पेश होना है। 3 नवंबर 2024 को पील क्षेत्रीय पुलिस ने ब्रैम्पटन में गोर रोड पर एक मंदिर में प्रदर्शन के दौरान हुए विवाद पर कार्रवाई की। जैसे-जैसे विरोधी पक्षों के बीच तनाव बढ़ता गया, प्रदर्शन शारीरिक और हमलावर होते गए। पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान हुई कई घटनाओं की जांच शुरू की, जिनमें से कई वीडियो में कैद हो गईं। जिसमें लोगों पर हमला करने के लिए झंडे और डंडों का इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति भी शामिल हैं। जिसमें ब्रैम्पटन के 35 वर्षीय इंद्रजीत गोसल की भी पहचान की गई थी। आरोपी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई। 3 और 4 नवंबर की घटनाओं के दौरान आपराधिक घटनाओं की जांच करने के लिए समर्पित एक रणनीतिक जांच दल का गठन किया गया है। कनाडा में पहले भी मंदिरों पर हो चुके हमले कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में उच्चायोग ने हिंदू सभा मंदिर के बाहर कॉन्सुलर कैंप लगाया था। यह कैंप भारतीय नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए लगा था। इसमें जीवन प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के 40 साल पूरे होने को लेकर प्रोटेस्ट कर रहे खालिस्तानी वहां पहुंचे और उन्होंने लोगों पर हमला कर दिया। कनाडा में पिछले कुछ समय से हिंदू मंदिरों और समुदाय के लोगों को निशाना बनाए जाने से भारतीय समुदाय चिंतित है। पिछले कुछ सालों में ग्रेटर टोरंटो एरिया, ब्रिटिश कोलंबिया और कनाडा में बाकी जगहों पर हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाया गया है। PM मोदी ने उक्त हमले का किया था विरोध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि हमें कनाडा सरकार से कार्रवाई की उम्मीद है। ऐसी घटनाएं हमें कमजोर नहीं कर सकती। पीएम मोदी ने लिखा था कि मैं कनाडा में हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे डिप्लोमेट्स को डराने के कायरतापूर्ण प्रयास भी उतने ही निंदनीय हैं। ऐसे हिंसक कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं कर सकते। हमें उम्मीद है कि कनाडा सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून के शासन को बनाए रखेगी। कनाडाई पीएम ने भी घटना की निंदा की थी इस बारे में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी निंदा की थी। जिसमें उन्होंने ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता। हर कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र और सुरक्षित तरीके से पालन करने का अधिकार है। घटना के बाद से इलाके में तनाव है। भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। पील रीजनल पुलिस चीफ निशान दुरईप्पा ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। भारत का आरोप- वोट बैंक के लिए भारत विरोधी राजनीति कर रहे PM ट्रूडो भारत और कनाडा के बीच संबंधों में एक साल से भी ज्यादा समय से गिरावट देखी गई है। इसकी शुरुआत जून 2020 में खालिस्तानी समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद हुई। पिछले साल सितंबर में PM ट्रूडो ने संसद में आरोप लगाया कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसी का हाथ है। इसके बाद ट्रूडो ने पिछले महीने 13 अक्टूबर निज्जर हत्याकांड में भारतीय राजनयिकों के शामिल होने का आरोप लगाया था। इसके बाद भारत ने संजय वर्मा समेत अपने 6 राजनयिकों को वापस बुला लिया। भारत का कहना है कि कनाडा सरकार के आरोप बेबुनियाद हैं। कनाडा ने भारत सरकार के साथ एक भी सबूत साझा नहीं किया है। वे बिना तथ्य के दावे कर रहे हैं। ट्रूडो सरकार राजनीतिक लाभ उठाने के लिए जानबूझकर भारत को बदनाम करने की कोशिश में जुटी है। भारत के विदेश मंत्रालय ने पिछले महीने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि PM ट्रूडो की भारत से दुश्मनी लंबे समय से जारी है। उनके मंत्रिमंडल में ऐसे लोग शामिल हैं जो खुले तौर पर चरमपंथी संगठनों से जुड़े हुए हैं।