पंजाब के अमृतसर में गोल्डन टेंपल में दो मुलाजिम आपस में भिड़ गए। जिससे एक की मौत हो गई, जबकि दूसरा मौके से फरार हो गया। घटना के तुरंत बाद मुलाजिम को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई है। पुलिस ने बयानों के आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी है। शुरुआती जांच के मुताबिक यह घटना गोल्डन टेंपल के अकाउंट्स डिपार्टमेंट में दोपहर करीब डेढ़ बजे हुई। अकाउंट्स ब्रांच में काम करने वाले एसजीपीसी मुलाजिम सुखबीर सिंह और दरबारा सिंह के बीच किसी बात को लेकर बहस शुरू हो गई। एसजीपीसी अधिकारियों का कहना है कि दोनों के पारिवारिक संबंध हैं और आज सुबह भी घर पर उनके बीच झगड़ा हुआ था। दोपहर में गोल्डन टेंपल में दोनों के बीच फिर से झगड़ा शुरू हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आरोपी सुखबीर सिंह ने दरबारा सिंह पर तलवार से 5 बार हमला किया। वह तब तक हमला करता रहा, जब तक दरबारा सिंह बेहोश होकर गिर नहीं गया। मौके से फरार हुआ आरोपी घटना के बाद सुखबीर सिंह मौके से फरार हो गया। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। जिसके बाद आरोपी की तलाश की जा रही है। वहीं, प्यारा सिंह को अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पंजाब के अमृतसर में गोल्डन टेंपल में दो मुलाजिम आपस में भिड़ गए। जिससे एक की मौत हो गई, जबकि दूसरा मौके से फरार हो गया। घटना के तुरंत बाद मुलाजिम को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई है। पुलिस ने बयानों के आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी है। शुरुआती जांच के मुताबिक यह घटना गोल्डन टेंपल के अकाउंट्स डिपार्टमेंट में दोपहर करीब डेढ़ बजे हुई। अकाउंट्स ब्रांच में काम करने वाले एसजीपीसी मुलाजिम सुखबीर सिंह और दरबारा सिंह के बीच किसी बात को लेकर बहस शुरू हो गई। एसजीपीसी अधिकारियों का कहना है कि दोनों के पारिवारिक संबंध हैं और आज सुबह भी घर पर उनके बीच झगड़ा हुआ था। दोपहर में गोल्डन टेंपल में दोनों के बीच फिर से झगड़ा शुरू हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आरोपी सुखबीर सिंह ने दरबारा सिंह पर तलवार से 5 बार हमला किया। वह तब तक हमला करता रहा, जब तक दरबारा सिंह बेहोश होकर गिर नहीं गया। मौके से फरार हुआ आरोपी घटना के बाद सुखबीर सिंह मौके से फरार हो गया। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। जिसके बाद आरोपी की तलाश की जा रही है। वहीं, प्यारा सिंह को अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
जालंधर में शादी के लिए सजाई गई लिमोजिन का चालान:दूल्हे को लेने जा रही थी कार, काले शीशे होने के चलते हुई कार्रवाई
जालंधर में शादी के लिए सजाई गई लिमोजिन का चालान:दूल्हे को लेने जा रही थी कार, काले शीशे होने के चलते हुई कार्रवाई पंजाब के जालंधर में रामामंडी की दकोहा चौकी की पुलिस ने रात में शादी के लिए जा रही लिमोजिन गाड़ी का चालान कर दिया। उक्त गाड़ी के सभी शीशे काले थे। जिसके चलते ये कार्रवाई की गई। लिमोजिन गाड़ी पर फूल लगे हुए थे और उसे अच्छे से तैयार कर शादी के लिए श्री गुरुद्वारा साहिब में दूल्हे को लेने ले जाया जा रहा था। मगर रास्ते में नाके पर पुलिस ने गाड़ी रोक ली और उसका चालान काट दिया। एसआई बोले- पूरी गाड़ी के शीशे थे काले जानकारी के अनुसार ये सारा घटनाक्रम काकी पिंड गुरुद्वारा साहिब के बाहर का था। थाना रामामंडी की चौकी दकोहा के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर नरिंदर मोहन द्वारा नाकाबंदी की गई थी। जहां उक्त गाड़ी का चालान किया गया। सब इंस्पेक्टर नरिंदर मोहन ने बताया कि पूरी कार पर बिना किसी अनुमति के काले शीशे थे। सभी शीशों पर फिल्म चढ़ाई गई थी। जैसे ही नाके से गुजरते वक्त उक्त गाड़ी को देखा गया तो तुरंत रोका लिया गया। कार में सवार था सिर्फ ड्राइवर बता दें कि जब कार का चालान हुआ तब गाड़ी में सिर्फ उसका ड्राइवर ही सवार था। जब गाड़ी के शीशे काले होने के बारे में ड्राइवर से पूछा गया तो वह कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाया। जिसके चलते उसका चालान कर दिया गया। जानकारी के अनुसार लिमोजिन कार का ड्राइवर कार लेकर जंडूसिंह की ओर जा रहा था। दकोहा चौकी के इंचार्ज नरिंदर मोहन ने बताया कि पुख्ता दस्तावेज न दिखा पाने के चलते ये कार्रवाई की गई है।
पंजाब में पूर्व मंत्री की जमानत याचिका पर सुनवाई आज:मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हैं बंद, अगस्त में ED ने किया था गिरफ्तार
पंजाब में पूर्व मंत्री की जमानत याचिका पर सुनवाई आज:मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हैं बंद, अगस्त में ED ने किया था गिरफ्तार पंजाब में टेंडर घोटाले से जुडे़ मनी लांड्रिंग केस में जेल में बंद वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु की तरफ से जमानत के लिए दायर की गई याचिका पर आज (29 नवंबर) को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट हो सुनवाई होगी। वह अगस्त में पूछताछ के लिए जालंधर स्थित ईडी दफ्तर गए थे। इसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद से वह जेल में बंद हैं। इससे पहले ईडी ने पूरे मामले की जांच की थी। राज्य में विभिन्न जगहों पर कई लोगों की 22.78 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी। चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने का आरोप वर्ष 2022 में कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों और ठेकेदारों ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु पर अनाज परिवहन टेंडर घोटाले में कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने और करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया था। इसकी शिकायत विजिलेंस को की गई थी। धन शोधन में शामिल व्यक्तियों की कुर्क की गई संपत्तियों में लुधियाना, मोहाली, खन्ना और पंजाब के अन्य भागों में स्थित अचल संपत्तियां तथा एफडीआर, सोने के आभूषण, सोना और बैंक खातों के रूप में चल संपत्तियां शामिल हैं। इससे पहले विजिलेंस ने दर्ज किया था केस इस मामले में पंजाब विजिलेंस ने सबसे पहले ठेकेदार तेलू राम और दो अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। बाद में इस केस में आशु का नाम भी शामिल किया गया। 22 अगस्त 2022 को विजिलेंस ने लुधियाना में छापा मारकर उसे सैलून में बाल कटवाते हुए गिरफ्तार कर लिया। इस केस में आशु करीब छह महीने पटियाला जेल में भी बंद रह चुका है। आरोप है कि अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले में आरोपी अनाज मंडियों में वाहनों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करता था। इतना ही नहीं टेंडर लेने से पहले विभाग में वाहनों के गलत नंबर लिखवाए जाते थे। जांच में पता चला कि जो नंबर लिखे गए थे, वे भी स्कूटर, बाइक जैसे दोपहिया वाहनों के थे। ये वाहन अनाज ढुलाई के लिए वैध नहीं थे। इसके बाद ईडी ने इस मामले में केस दर्ज किया था।
जालंधर में निगम चुनाव को लेकर बैठक:मंत्री ईटीओ व भगत ने लोगों की समस्याओं पर की चर्चा, DC समेत कई अधिकारी रहे मौजूद
जालंधर में निगम चुनाव को लेकर बैठक:मंत्री ईटीओ व भगत ने लोगों की समस्याओं पर की चर्चा, DC समेत कई अधिकारी रहे मौजूद पंजाब में नगर निगम चुनावों को लेकर आज आम आदमी पार्टी के बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ और मंत्री मोहिंदर भगत की देखरेख में अहम बैठक हुई। आज डीसी ऑफिस जालंधर में आगामी नगर निगम चुनावों के मद्देनजर शहर के विकास कार्यों को लेकर डीसी, निगम कमिश्नर और विभिन्न विभागों के मुख्य अधिकारियों के साथ बैठक हुई। जिसमें लोगों की समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक में जिले के सभी विधायक, विधानसभा क्षेत्र प्रभारी, चेयरमैन और कैबिनेट मंत्रियों समेत पदाधिकारी भी मौजूद रहे। सुप्रीम कोर्ट ने 10 हफ्ते में चुनाव कराने को कहा है पंजाब में लंबे समय से लंबित निकाय चुनाव का मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (11 नवंबर) को पंजाब सरकार को कुल दस हफ्ते में चुनाव कराने को कहा है। शीर्ष अदालत ने 15 दिन में चुनाव की अधिसूचना जारी करने और अगले आठ हफ्ते में चुनाव प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा छह नवंबर को दिए गए आदेश को राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। हालांकि, यह मामला 28 नवंबर को फिर चुनाव आयोग के पास पहुंचा। कहा गया कि सरकार ने चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है, लेकिन आयोग ने चुनाव तय नहीं किए हैं। इसके बाद सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया था कि जल्द ही जवाब दाखिल किया जाएगा।