करनाल के घरौंडा के अग्रसेन भवन में अभिनंदन समारोह किया गया। जिसमें शहर की सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं व समाज के लोगों ने हरियाणा विधानसभा स्पीकर हरविंद्र कल्याण का स्वागत किया। उन्होंने हल्के की जनता का आभार जताया। कल्याण ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार जनहित के लिए कार्य कर रही है। स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने कहा कि 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पानीपत में आएंगे। पानीपत की धरती से बीमा सखी योजना का शुभारंभ करेंगे। इस योजना के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर और सशक्त बन पाएगी। इससे पहले भी पानीपत की भूमि से 2015 में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान शुरू किया गया था। दूसरी बड़ी योजना बीमा सखी योजना है, जिससे पूरे देश की महिलाओं को लाभ मिलेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी समय-समय पर समाज की जरूरत के हिसाब से योजनाएं धरातल पर उतारते है। जिससे समाज का भला होता है और गरीब व्यक्ति सशक्त बनाता है। कुर्सी और पद मेरे लिए एक ज़िम्मेवारी है- कल्याण स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने कहा कि विधानसभा में जो कुर्सी व पद मिला है, वह मेरे लिए एक ज़िम्मेवारी है। उस ज़िम्मेवारी को निभाते हुए मेरा यह प्रयास रहेगा कि पिछले दस वर्षों में घरौंडा विधानसभा विकास के नाते आगे बढ़ा है, उसे हम सब मिलकर नई ऊंचाईयों पर लेकर जाएं। उन्होंने कहा कि मैं शीर्ष केंद्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने मुझे यह जिम्मेदारी दी है और यहां तक पहुंचाने में हल्के की जनता का प्यार, आशीर्वाद और मेहनत है। करनाल के घरौंडा के अग्रसेन भवन में अभिनंदन समारोह किया गया। जिसमें शहर की सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं व समाज के लोगों ने हरियाणा विधानसभा स्पीकर हरविंद्र कल्याण का स्वागत किया। उन्होंने हल्के की जनता का आभार जताया। कल्याण ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार जनहित के लिए कार्य कर रही है। स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने कहा कि 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पानीपत में आएंगे। पानीपत की धरती से बीमा सखी योजना का शुभारंभ करेंगे। इस योजना के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर और सशक्त बन पाएगी। इससे पहले भी पानीपत की भूमि से 2015 में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान शुरू किया गया था। दूसरी बड़ी योजना बीमा सखी योजना है, जिससे पूरे देश की महिलाओं को लाभ मिलेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी समय-समय पर समाज की जरूरत के हिसाब से योजनाएं धरातल पर उतारते है। जिससे समाज का भला होता है और गरीब व्यक्ति सशक्त बनाता है। कुर्सी और पद मेरे लिए एक ज़िम्मेवारी है- कल्याण स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने कहा कि विधानसभा में जो कुर्सी व पद मिला है, वह मेरे लिए एक ज़िम्मेवारी है। उस ज़िम्मेवारी को निभाते हुए मेरा यह प्रयास रहेगा कि पिछले दस वर्षों में घरौंडा विधानसभा विकास के नाते आगे बढ़ा है, उसे हम सब मिलकर नई ऊंचाईयों पर लेकर जाएं। उन्होंने कहा कि मैं शीर्ष केंद्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने मुझे यह जिम्मेदारी दी है और यहां तक पहुंचाने में हल्के की जनता का प्यार, आशीर्वाद और मेहनत है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल पहुंचे पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान:सिखों की स्वतंत्रता और खालिस्तान के मुद्दे पर खुलकर चर्चा की पंजाब से तीन बार लोकसभा सांसद रहे और शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के अध्यक्ष सरदार सिमरनजीत सिंह मान ने करनाल की कर्ण लेक पर एक विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरी हैं। अपने बयान में मान ने सिखों की स्वतंत्रता और खालिस्तान के मुद्दे पर खुलकर चर्चा की, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। सिखों की स्वतंत्रता पर मान ने ये कहा सिमरनजीत सिंह मान ने कहा, भारत आजाद है, लेकिन सिख आजाद नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सिखों को एक अलग देश चाहिए, और वे इस विचार का पूरी तरह से समर्थन करते हैं। मान का मानना है कि सिख समुदाय एक स्वतंत्र और स्वायत्त बफर स्टेट चाहता है। जो भारत, पाकिस्तान, और चीन के बीच किसी भी संभावित टकराव से बचाव कर सके। उनके अनुसार, अगर यह बफर स्टेट बनता है, तो यह तीनों देशों के बीच संघर्ष को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। खालिस्तान पर चर्चा
जब मान से पूछा गया कि क्या सिख खालिस्तान चाहते हैं, तो उन्होंने जवाब दिया, सिख खालिस्तान चाहते हैं या एक स्वतंत्र राज्य, वे यह सब चाहते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस समय पाकिस्तान, चीन, और भारत के पास न्यूक्लियर वेपन्स हैं। अगर इनमें से किसी भी देश के बीच संघर्ष होता है, तो इसका असर पंजाब, हरियाणा, और पाकिस्तान की सभ्यता पर हो सकता है। मान का तर्क है कि एक सिख बफर स्टेट इस टकराव को रोकने का एक उपाय हो सकता है।
दीपेंद्र हुड्डा के हेलिकॉप्टर पर चढ़े लोग:भीड़ की वजह से उड़ने में परेशानी; ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर SHO सस्पेंड
दीपेंद्र हुड्डा के हेलिकॉप्टर पर चढ़े लोग:भीड़ की वजह से उड़ने में परेशानी; ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर SHO सस्पेंड हरियाणा में कैथल के गांव पाई में कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा के हेलिकॉप्टर की सुरक्षा में कोताही बरतने पर पुलिस अधिकारी पर गाज गिरी है। कैथल SP राजेश कालिया ने पुंडरी थाने के SHO रामनिवास को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने कांग्रेस नेता सांसद दीपेंद्र हुड्डा के हेलिकॉप्टर की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम नहीं किए थे। इसलिए, हेलिकॉप्टर के पास लोगों का जमावड़ा हो गया और उड़ान भरने में दिक्कत आई थी। VIP ड्यूटी में कोताही बरतने को लेकर SHO रामनिवास को दूसरी बार निलंबित किया गया है। इससे पहले उन्हें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के प्रोग्राम में एंट्री गेट पर उनके निजी स्टाफ और भाजपा नेताओं के साथ दुर्व्यवहार करने के मामले में सस्पेंड किया जा चुका है। दीपेंद्र के हेलिकॉप्टर में फोटो खिंचवाते रहे लोग
शनिवार शाम को रोहतक के कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा पुंडरी से कांग्रेस उम्मीदवार सुल्तान जड़ौला के समर्थन में लोगों से वोट की अपील करने पहुंचे थे। यह जनसभा पुंडरी हलके के गांव कुराड में की गई थी। दीपेंद्र हुड्डा के हेलिकॉप्टर की लैंडिंग गांव पाई में करवाई गई थी। इसके बाद वह गाड़ी में अपने काफिले के साथ सभा स्थल पर पहुंचे। आरोप है कि पुंडरी थाना के SHO रामनिवास ने उनके हेलिकॉप्टर को पुख्ता सुरक्षा उपलब्ध नहीं करवाई। इस कारण लोग उसके हेलिकॉप्टर में बैठकर फोटो खिंचवाते रहे। सभा खत्म कर लौटे दीपेंद्र, लोगों का जमावड़ा लगा था
जब सभा कर दीपेंद्र गाड़ी में अपने हेलिकॉप्टर के पास पहुंचे तो वहां लोगों का जमावड़ा लगा हुआ था। उन्हें संभालना पुलिस के बस की भी बात नहीं थी। जैसे-तैसे सुरक्षाकर्मियों ने लोगों को एक ओर किया और सांसद को हेलिकॉप्टर तक पहुंचाया। दीपेंद्र हेलिकॉप्टर में सवार हो गए, तब भी कई लोग हेलिकॉप्टर पर चढ़े रहे। ऐसे में हेलिकॉप्टर को उड़ान भरने में बाधा आ रही थी। पुलिस ने जोर आजमाइश कर लोगों को हेलिकॉप्टर से उतारा। इसके बाद दीपेंद्र हुड्डा के हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरी। बताया जा रहा है कि CID की रिपोर्ट के बाद कैथल SP को मामले की पूरी जानकारी हुई। उन्होंने दीपेंद्र की सुरक्षा में चूक और ड्यूटी में कोताही बरतने का मामला सामने आने पर SHO को निलंबित कर दिया। CM नायब सैनी भी सस्पेंड कर चुके
बता दें कि 20 जून को कैथल के ढांड रोड स्थित एक निजी पैलेस में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे थे। यहां प्रोग्राम के एंट्री गेट पर भाजपा नेता व ड्यूटी पर मौजूद पुलिस अधिकारियों की आपस में काफी देर तक बहस हुई थी। सब इंस्पेक्टर रामनिवास ने किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया था। इनमें CM का निजी स्टाफ और भाजपा के कई मोर्चों के जिला अध्यक्ष व प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य भी शामिल थे। भाजपा नेताओं की शिकायत पर मुख्यमंत्री सैनी ने इन्हें निलंबित कर दिया गया था।
नेता विपक्ष न बनने पर भूपेंद्र हुड्डा को झटका:सरकारी कोठी खाली करनी होगी, 15 दिन का टाइम मांगा; BJP मंत्री को पसंद आई
नेता विपक्ष न बनने पर भूपेंद्र हुड्डा को झटका:सरकारी कोठी खाली करनी होगी, 15 दिन का टाइम मांगा; BJP मंत्री को पसंद आई हरियाणा की BJP सरकार ने पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा को बड़ा झटका दिया है। सरकार ने उन्हें चंडीगढ़ में मिली कोठी नंबर 70 खाली करने के लिए कहा है। हुड्डा ने इसके लिए 15 दिन का टाइम मांगा है। सरकार से जुड़े सूत्रों के मुताबिक यह कोठी CM नायब सैनी की कैबिनेट में मंत्री विपुल गोयल को पसंद आ गई है। उन्होंने कोठी पर दावा ठोकते हुए इसके लिए आवेदन भी कर दिया है। चूंकि कांग्रेस में खींचतान की वजह से नेता विपक्ष का चुनाव नहीं हो पाया, इसलिए कोठी को लेकर भी उनका दावा कमजोर पड़ गया। अगर वह नेता विपक्ष होते तो कैबिनेट रैंक का दर्जा होने की वजह से उन्हें कोठी खाली नहीं करनी पड़ती। हालांकि, हुड्डा की तरफ से औपचारिक तौर पर इसको लेकर कोई एतराज नहीं जताया गया है। वर्ष 2019 में कांग्रेस की ओर से भूपेंद्र हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष का पद मिला था। नेता प्रतिपक्ष को कैबिनेट रैंक का दर्जा होता है। ऐसे में उन्हें सेक्टर 7 में 70 नंबर कोठी अलॉट की गई थी। इस कोठी में पिछले 5 वर्षों से कांग्रेस की गतिविधियां संचालित हो रही थी। इससे पहले वर्ष 2014 से 2019 तक हुड्डा चंडीगढ़ के सेक्टर 3 स्थित MLA फ्लैट में रहते थे। नए नेता प्रतिपक्ष को मिलेगा नया आवास
हुड्डा के सरकारी आवास खाली करने की स्थिति में नए नेता प्रतिपक्ष को नया आवास दिया जाएगा। कैबिनेट रैंक के तहत चंडीगढ़ के सेक्टर 3, सेक्टर 7, सेक्टर 16 और पंचकूला में सेक्टर 12A में मंत्रियों के लिए आवास बनाए गए हैं। इनमें से किसी भी सेक्टर में नए नेता प्रतिपक्ष को आवास मिल सकता है। हालांकि, अधिकांश मंत्रियों को सेक्टर 3 व सेक्टर 7 की कोठियां ज्यादा पसंद आती हैं, लेकिन मौजूदा समय में सेक्टर 7 की 70 नंबर कोठी को छोड़कर अन्य सभी कोठियां अलॉट हो चुकी हैं। हारे मंत्री भी खाली कर चुके कोठी
सरकार गठन होते ही हारे मंत्रियों ने अपने सरकारी आवास को तुरंत प्रभाव से खाली कर दिया था। तकरीबन सभी मंत्रियों को कोठियां अलॉट हो चुकी हैं। अधिकांश कोठियों में व्यापक स्तर पर मरम्मत का काम चल रहा है। सेक्टर 3 में मुख्यमंत्री आवास के साथ की कोठी वरिष्ठ मंत्री कृष्ण लाल पंवार को अलॉट की गई है। हालांकि वरिष्ठता के क्रम में यह कोठी अनिल विज को अलॉट होनी थी लेकिन उनके मना करने के बाद पंवार को दी गई है। हुड्डा की घोषणा भी उनके काम नहीं आई
भूपेंद्र हुड्डा जब हरियाणा के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने घोषणा की थी जिसके तहत पूर्व मुख्यमंत्री को प्रदेश में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाएगा। उन्हें मंत्रियों को मिलने वाली तमाम सुविधाएं भी मिलेंगी। जब साल 2014 में घोषणा की गई तो इसके दायरे में तब दो ही पूर्व मुख्यमंत्री आते थे। इनमें एक चौधरी ओमप्रकाश चौटाला और दूसरे चौधरी हुकम सिंह थे। ओम प्रकाश चौटाला उस वक्त जेल में थे, इसलिए वह यह सुविधाएं नहीं ले पाए। हुकम सिंह को तब सरकार ने कैबिनेट मंत्री वाली सभी सुविधाएं प्रदान की थी। हुड्डा ने जब यह नियम लागू किया, तब विपक्षी दलों और नेताओं का कहना था कि भूपेंद्र हुड्डा भविष्य में खुद का जुगाड़ कर रहे हैं। हुआ भी ऐसा ही, जब 2014 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस चुनाव हार गई और भाजपा सत्ता में आ गई तो हुड्डा पूर्व मुख्यमंत्री हो गए। हालांकि मनोहर लाल खट्टर की अगुआई में बनी पहली सरकार ने कुछ दिन बाद ही पिछली सरकार यानी मुख्यमंत्री रहते भूपेंद्र हुड्डा का किया फैसला पलट दिया। हरियाणा कांग्रेस में नेता विपक्ष क्यों नहीं बना?…. चुनाव में कांग्रेस 37 सीटों पर सिमटी, पहली बार इतना लंबा इंतजार
हरियाणा में 2005, 2009, 2014 और 2019 में चुनाव रिजल्ट के बाद करीब 15 दिन के अंदर नेता प्रतिपक्ष चुन लिए गए थे। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को आए। जिसमें भाजपा को 48 सीटों के साथ बहुमत मिला जबकि कांग्रेस 37 सीटों पर सिमट गई। जिसके बाद नेता विपक्ष के पद को लेकर घमासान शुरू हो गया। हुड्डा के हक में ज्यादा विधायक, ऑब्जर्वर भी फैसला नहीं ले पाए
रिजल्ट के 10 दिन बाद नेता विपक्ष को लेकर चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग हुई। करीब डेढ़ घंटे चली मीटिंग में ऑब्जर्वर के तौर पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यसभा सांसद अजय माकन, पंजाब के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा के अलावा छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव शामिल हुए। मीटिंग में ऑब्जर्वरों ने सभी विधायकों से विधायक दल के नेता का नाम फाइनल करने के लिए वन टु वन बातचीत कर उनकी राय जानी। अधिकतर विधायकों ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम ही विधायक दल के नेता के लिए रखा। कुमारी सैलजा गुट के कुछ विधायकों ने नए चेहरे को जिम्मेदारी देने की बात कही। मीटिंग के बाद अशोक गहलोत और अजय माकन ने कहा था, ‘विधायक दल के नेता का चयन हाईकमान करेगा। विधायकों की राय हाईकमान तक पहुंचा दी जाएगी।’ हुड्डा को हार का जिम्मेदार ठहराया जा रहा
2019 में विपक्ष का नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को बनाया गया था। हालांकि इस बार विधानसभा चुनाव में हुई हार के लिए हुड्डा को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। ऐसे में सिरसा सांसद कुमारी सैलजा का गुट हुड्डा को फिर विपक्षी दल नेता बनाने का विरोध कर रहा है। इसे देखते हुए कुछ दिन पहले 31 विधायक इकट्ठा कर हुड्डा दिल्ली में अपनी ताकत दिखा चुके हैं।हुड्डा के विरोध की सूरत में उनके गुट से झज्जर की विधायक गीता भुक्कल, थानेसर से अशोक अरोड़ा और सबसे सीनियर विधायक रघुवीर कादियान का नाम भी चर्चा में है। वहीं सैलजा गुट से पंचकूला के विधायक चंद्रमोहन बिश्नोई का नाम आगे किया जा रहा है।