चंडीगढ़ में एक बार फिर कोरोना वायरस ने दस्तक दी है। हाल ही में 2 नए कोविड पॉजिटिव केस सामने आए हैं, जिन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि दोनों मरीजों की हालत सामान्य है और घबराने जैसी कोई बात नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। हेल्थ डायरेक्टर डा. सुमन सिंह ने बताया कि शहर में अभी सिर्फ 2 कोरोना मरीज हैं और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में इलाज से जुड़े सभी इंतजाम पूरे हैं और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। PGI ने एक्टिव किए कोविड वार्ड पी.जी.आई. चंडीगढ़ ने भी सावधानी के तौर पर विशेष कोविड वार्ड दोबारा एक्टिव कर दिए हैं। इसमें आईसीयू, हाई डिपेंडेंसी यूनिट और ऑक्सीजन सपोर्ट जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। पीजीआई के डीन रिसर्च और इंटरनल मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. संजय जैन ने बताया कि संस्थान पूरी तरह से तैयार है और स्वास्थ्य मंत्रालय तथा आईसीएमआर की गाइडलाइंस के अनुसार इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वैरिएंट्स पर नजर रखने के लिए लगातार सैंपल जांच की जा रही है। 7 दिन पहले कोरोना से एक मरीज की मौत हालांकि कोरोना के मामलों में उछाल नहीं देखा गया है, लेकिन सतर्कता बरतना जरूरी है। बीते 28 मई को जी.एम.सी.एच. सेक्टर-32 में भर्ती उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के रहने वाले राजकुमार (40) कोविड से मौत हो गई थी। उसे 26 मई को सांस लेने में दिक्कत के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 27 मई को उसकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई और अगले दिन सुबह मौत हो गई। यह चंडीगढ़ के किसी अस्पताल में मौजूदा कोविड लहर में रिपोर्ट हुई पहली मौत थी। हालांकि प्रशासन ने इसे पंजाब का केस माना है। बुजुर्ग और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वालों को सतर्क रहने की सलाह पी.जी.आई. डॉक्टरों ने कहा कि अधिकतर केस हल्के लक्षणों वाले हैं, लेकिन बुजुर्गों और जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, उन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। सभी अस्पताल और मेडिकल संस्थान पूरी तैयारी में हैं, लेकिन जनता का सहयोग और सतर्कता बेहद जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें, साफ-सफाई का ध्यान रखें और लक्षण महसूस होने पर तुरंत जांच कराएं। फिलहाल कोरोना के मामले कम हैं और नियंत्रण में हैं, लेकिन लापरवाही से हालात बदल सकते हैं। चंडीगढ़ में एक बार फिर कोरोना वायरस ने दस्तक दी है। हाल ही में 2 नए कोविड पॉजिटिव केस सामने आए हैं, जिन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि दोनों मरीजों की हालत सामान्य है और घबराने जैसी कोई बात नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। हेल्थ डायरेक्टर डा. सुमन सिंह ने बताया कि शहर में अभी सिर्फ 2 कोरोना मरीज हैं और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में इलाज से जुड़े सभी इंतजाम पूरे हैं और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। PGI ने एक्टिव किए कोविड वार्ड पी.जी.आई. चंडीगढ़ ने भी सावधानी के तौर पर विशेष कोविड वार्ड दोबारा एक्टिव कर दिए हैं। इसमें आईसीयू, हाई डिपेंडेंसी यूनिट और ऑक्सीजन सपोर्ट जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। पीजीआई के डीन रिसर्च और इंटरनल मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. संजय जैन ने बताया कि संस्थान पूरी तरह से तैयार है और स्वास्थ्य मंत्रालय तथा आईसीएमआर की गाइडलाइंस के अनुसार इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वैरिएंट्स पर नजर रखने के लिए लगातार सैंपल जांच की जा रही है। 7 दिन पहले कोरोना से एक मरीज की मौत हालांकि कोरोना के मामलों में उछाल नहीं देखा गया है, लेकिन सतर्कता बरतना जरूरी है। बीते 28 मई को जी.एम.सी.एच. सेक्टर-32 में भर्ती उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के रहने वाले राजकुमार (40) कोविड से मौत हो गई थी। उसे 26 मई को सांस लेने में दिक्कत के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 27 मई को उसकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई और अगले दिन सुबह मौत हो गई। यह चंडीगढ़ के किसी अस्पताल में मौजूदा कोविड लहर में रिपोर्ट हुई पहली मौत थी। हालांकि प्रशासन ने इसे पंजाब का केस माना है। बुजुर्ग और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वालों को सतर्क रहने की सलाह पी.जी.आई. डॉक्टरों ने कहा कि अधिकतर केस हल्के लक्षणों वाले हैं, लेकिन बुजुर्गों और जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, उन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। सभी अस्पताल और मेडिकल संस्थान पूरी तैयारी में हैं, लेकिन जनता का सहयोग और सतर्कता बेहद जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें, साफ-सफाई का ध्यान रखें और लक्षण महसूस होने पर तुरंत जांच कराएं। फिलहाल कोरोना के मामले कम हैं और नियंत्रण में हैं, लेकिन लापरवाही से हालात बदल सकते हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
