लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की तरफ से चंडीगढ़ संसदीय सीट के लिए एक अलग संकल्प पत्र जारी किया गया है। इसमें पार्टी ने शहर के मुद्दों पर फोकस किया है। इसमें से अधिकतर काम ऐसे हैं जो चंडीगढ़ नगर निगम के जरिए किए जाने हैं। लेकिन अभी चंडीगढ़ नगर निगम में मेयर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन का है। सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर भाजपा के हैं। पिछले कई सालों से भाजपा के मेयर भी नगर निगम में रहे हैं। यह मेनिफेस्टो जारी करते हुए कोई भी पूर्व मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर डिप्टी मेयर और पार्षद मौजूद नहीं थे। कांग्रेस घर घर तक पहुंचा रही है यह मुद्दे भारतीय जनता पार्टी की तरफ से अपने मेनिफेस्टो में जिन मुद्दों का जिक्र किया है, उन मुद्दों को कांग्रेस पार्टी घर-घर तक पहुंचा रही है। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि केंद्र में बीजेपी की सरकार थी। चंडीगढ़ में सांसद भी बीजेपी की तरफ से थी और नगर निगम में भी भाजपा सत्ता में थी। फिर भी यह मुद्दे पिछले काफी दिनों से लंबित चल रहे हैं। अब भारतीय जनता पार्टी मेनिफेस्टो जारी कर लोगों को एक बार फिर से जनता को गुमराह कर रही है। अगर इन मुद्दों को सुलझाना होता तो पार्टी की तरफ से पहले ही सुलझा दिया गया होता। मेनिफेस्टो में रखें यह मुद्दे चंडीगढ़ भाजपा की तरफ से केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी की तरफ से जो मेनिफेस्टो जारी किया है, उसमें मूल रूप से शहर में टूरिज्म को बढ़ाना, चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के मकान में लोगों की तरफ से किए गए बदलाव के लिए वन टाइम पॉलिसी लेकर आना, चंडीगढ़ में अपार्टमेंट एक्ट को लागू करना, सरकारी कर्मचारियों के लिए हाउसिंग स्कीम लागू करना शामिल है। इसके अलावा कॉलोनियों के लिए मालिकाना हक, अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम, युवाओं के लिए स्टार्टअप को बढ़ावा देना, चंडीगढ़ बिल्डिंग बायलोज में संशोधन करना, ग्रामीण इलाके में लाल डोरे का विस्तार, गांव में मकान के नक्शे पास करने से छूट, स्लम फ्री चंडीगढ़, डंपिंग ग्राउंड के कूड़े का समाधान, एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में बढ़ोतरी, यातायात व्यवस्था को ठीक करने के लिए मेट्रो, 24 घंटे पानी की सप्लाई और बिजली की तारों को अंडरग्राउंड करने जैसे कई अन्य मुद्दे रखे गए हैं। लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की तरफ से चंडीगढ़ संसदीय सीट के लिए एक अलग संकल्प पत्र जारी किया गया है। इसमें पार्टी ने शहर के मुद्दों पर फोकस किया है। इसमें से अधिकतर काम ऐसे हैं जो चंडीगढ़ नगर निगम के जरिए किए जाने हैं। लेकिन अभी चंडीगढ़ नगर निगम में मेयर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन का है। सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर भाजपा के हैं। पिछले कई सालों से भाजपा के मेयर भी नगर निगम में रहे हैं। यह मेनिफेस्टो जारी करते हुए कोई भी पूर्व मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर डिप्टी मेयर और पार्षद मौजूद नहीं थे। कांग्रेस घर घर तक पहुंचा रही है यह मुद्दे भारतीय जनता पार्टी की तरफ से अपने मेनिफेस्टो में जिन मुद्दों का जिक्र किया है, उन मुद्दों को कांग्रेस पार्टी घर-घर तक पहुंचा रही है। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि केंद्र में बीजेपी की सरकार थी। चंडीगढ़ में सांसद भी बीजेपी की तरफ से थी और नगर निगम में भी भाजपा सत्ता में थी। फिर भी यह मुद्दे पिछले काफी दिनों से लंबित चल रहे हैं। अब भारतीय जनता पार्टी मेनिफेस्टो जारी कर लोगों को एक बार फिर से जनता को गुमराह कर रही है। अगर इन मुद्दों को सुलझाना होता तो पार्टी की तरफ से पहले ही सुलझा दिया गया होता। मेनिफेस्टो में रखें यह मुद्दे चंडीगढ़ भाजपा की तरफ से केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी की तरफ से जो मेनिफेस्टो जारी किया है, उसमें मूल रूप से शहर में टूरिज्म को बढ़ाना, चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के मकान में लोगों की तरफ से किए गए बदलाव के लिए वन टाइम पॉलिसी लेकर आना, चंडीगढ़ में अपार्टमेंट एक्ट को लागू करना, सरकारी कर्मचारियों के लिए हाउसिंग स्कीम लागू करना शामिल है। इसके अलावा कॉलोनियों के लिए मालिकाना हक, अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम, युवाओं के लिए स्टार्टअप को बढ़ावा देना, चंडीगढ़ बिल्डिंग बायलोज में संशोधन करना, ग्रामीण इलाके में लाल डोरे का विस्तार, गांव में मकान के नक्शे पास करने से छूट, स्लम फ्री चंडीगढ़, डंपिंग ग्राउंड के कूड़े का समाधान, एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में बढ़ोतरी, यातायात व्यवस्था को ठीक करने के लिए मेट्रो, 24 घंटे पानी की सप्लाई और बिजली की तारों को अंडरग्राउंड करने जैसे कई अन्य मुद्दे रखे गए हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
संगरूर में पिता ने बेटे को मारी गोली:मां और बेटी की मुश्किल से बची जान, सेना से रिटायर्ड, हमेशा रहता था विवाद
संगरूर में पिता ने बेटे को मारी गोली:मां और बेटी की मुश्किल से बची जान, सेना से रिटायर्ड, हमेशा रहता था विवाद पंजाब के संगरूर में हर रोज बड़ी घटनाएं सामने आ रही हैं। कहीं पिता द्वारा बेटे की हत्या की जा रही है, तो कहीं बेटे द्वारा पिता की। लोगों मे गुस्सा इस कदर बड गया कि वो अपनों की जान लेने का भी संकोच नही करते। इसी बीच एक और खबर सामने आई है, जहां चीमा के एक युवक की उसके ही पिता ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस दौरान घर में मां और बेटी की जान भी बड़ी मुश्किल से बची। गोपाल सिंह का किसी से अवैध संबंध था पुलिस ने स्थानीय अस्पताल में शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इस संबंध में थाना प्रमुख चीमा मनजीत सिंह ने बताया कि रवीना रानी उर्फ परमजीत कौर चीमा ने जानकारी दी, कि अमनदीप सिंह के पिता गोपाल सिंह, जो सेना से रिटायर्ड थे और अब प्राइवेट तौर पर काम करते थे। गोपाल सिंह का किसी से अवैध संबंध था, जिसकी वजह से घर में हमेशा विवाद रहता था। बहन बोली-फांसी की सजा दो इस दौरान बीती रात लगभग 11 बजे गोपाल सिंह ने अपने बेटे अमनदीप सिंह को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। इस संबंध में गोपाल सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है। इस दौरान मृतक की बहन ने रोते हुए कहा, मेरे पिता ने मेरे भाई को मार दिया, उसे फांसी की सजा दो। इस खबर के चलते पूरा गांव मृतक के घर में मौजूद था और अमनदीप सिंह की मौत से पूरे गांव में शोक छाया हुआ है।
कनाडा में आतंकी डल्ला के साथ गैंगस्टर गुरजंट भी गिरफ्तार:हाथ पर लगी थी गोली, अवैध हथियार बरामद; अर्श ने भी चलाई थी गोलियां
कनाडा में आतंकी डल्ला के साथ गैंगस्टर गुरजंट भी गिरफ्तार:हाथ पर लगी थी गोली, अवैध हथियार बरामद; अर्श ने भी चलाई थी गोलियां खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला को कनाडा में हिरासत में लिए जाने की पुष्टि हो गई है। अर्श डल्ला के साथ उसका एक साथी गुरजंट सिंह उर्फ जंटा भी पुलिस हिरासत में है। आज दोनों को कनाडा पुलिस द्वारा कोर्ट में पेश किया जाएगा। कनाडा के पील एरिया में उक्त मामले को लेकर सुनवाई होगी। कोर्ट में होने वाली सुनवाई की लिस्ट में अर्श डल्ला और जंटा का नाम शामिल है। सूत्रों के अनुसार 28 अक्तूबर को हॉल्टन में हुए शूटआउट में अर्श डल्ला की बाजू पर गोली लगी थी। अर्श अपनी कार में गुरजंट के साथ था। इस दौरान उनकी कार के पास एक कार आकर रुकी और दूसरी कार से ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गई। जिसके बाद उक्त कार को वहीं से किसी तरह भगाया गया। जांच में पता चला है कि दो गोलियां अर्श डल्ला द्वारा चलाई गई थी। जिसके कारतूस पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। अर्श के साथ गुरजंट सिंह ने अर्श को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया तो वहां से सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने जांच के बाद अर्श के घर से कुछ अवैध हथियार बरामद किए। जिसके बाद पुलिस ने अर्श और गुरजंट को हिरासत में ले लिया। दोनों तीन दिनों तक पील पुलिस के रिमांड पर थे। बता दें कि गुरजंट सिंह जंटा भी पंजाब पुलिस को कई केसों में वांटेड था। 2 साल पहले भारत ने डल्ला को आतंकवादी घोषित किया था 2022 में गैंगस्टर और खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के ऑपरेटिव अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्शदीप डल्ला को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आतंकवादी घोषित किया था। पंजाब के मोगा से कनाडा में जाकर छिपे अर्श पर देश-विदेश में हत्या, जबरन वसूली और जघन्य अपराधों के अलावा आतंकी गतिविधियों में भी संलिप्त रहने का आरोप है। नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (NIA) ने उसे हत्या, आतंक के लिए धन उगाही, हत्या का प्रयास, सांप्रदायिक मुद्दों को बढ़ावा देना और पंजाब में लोगों के बीच आतंक पैदा करने के मामलों में दोषी पाया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार अर्शदीप UAPA के तहत वांटेड आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर का बेहद करीबी है। उसकी ओर से आतंकी मॉड्यूल ऑपरेट करता है। वह आतंकी गतिविधियों, हत्या, जबरन वसूली के अलावा बड़े पैमाने पर ड्रग्स व हथियारों की तस्करी से भी जुड़ा हुआ है। गैंग में 300 से ज्यादा एक्टिव मेंबर पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, आतंकी घोषित होने के बाद अर्श के 60 से ज्यादा साथियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनसे हथियार बरामद किए गए। ज्यादातर हथियारों का लिंक पाकिस्तान से पाया गया। इस वक्त कनाडा से खालिस्तान संगठन ऑपरेट कर रहे अर्श के साथ करीब 300 से ज्यादा एक्टिव मेंबर हैं, जो उसके इशारे पर वारदात करते हैं। साथ ही निज्जर की मौत के बाद अब KTF का भी सारा कार्यभार अर्श डल्ला देखता है।
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम से मिलने पहुंचे सीएम मान:मनीष सिसोदिया व परिवार से की मुलाकात; फूलों के गुलदस्ते से हुआ स्वागत
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम से मिलने पहुंचे सीएम मान:मनीष सिसोदिया व परिवार से की मुलाकात; फूलों के गुलदस्ते से हुआ स्वागत पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आज शुक्रवार 17 महीने जेल में रहने के बाद बेल पर छूटे दिल्ली के पूर्व सीएम मनीष सिसोदिया से मिलने पहुंचे। सीएम भगवंत मान मनीष सिसोदिया से दिल्ली स्थित उनके घर पर ही मुलाकात की। आदमी पार्टी के सीनियर नेता मनीष सिसोदिया ने सीएम मान का फूलों के गुलदस्ते के साथ स्वागत किया। गौरतलब है कि मनीष सिसोदिया शराब घोटाले के आरोपों के बाद 17 महीने की लंबी लड़ाई के बाद बाहर आए हैं। बाहर आते ही मनीष सिसोदिया ने कहा था कि ये केस उन्होंने नहीं, उनकी पार्टी ने लड़ा और उनकी पत्नी हमेशा उनके साथ रहीं। दिल्ली पहुंचे पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान मनीष सिसोदिया के घर पहुंचे। जहां मनीष सिसोदिया की पत्नी भी मौजूद थे। सीएम ने उनका हालचाल पूछा और 19 महीने क्या स्ट्रगल की, के बारे में जाना। फरवरी 2023 में CBI ने सिसोदिया को गिरफ्तार किया सिसोदिया के पास एक्साइज डिपार्टमेंट था, इसलिए उन्हें कथित तौर पर इस घोटाले का मुख्य आरोपी बनाया गया। कई बार पूछताछ के बाद जांच एजेंसी ने 26 फरवरी 2023 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। तब से वे जेल में ही रहे। पांच बार उन्होंने बेल एप्लीकेशन फाइल की, लेकिन उसे रिेजेक्ट कर दिया गया। CBI ने सिसोदिया पर आरोप लगाया कि एक्साइज मिनिस्टर होने के नाते उन्होंने मनमाने और एकतरफा फैसले लिए, जिससे खजाने को भारी नुकसान पहुंचा और शराब कारोबारियों को फायदा हुआ। तस्वीरों में देखें सीएम मान व पूर्व डिप्टी सीएम की मुलाकात