चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर सेक्टर-51 में सीटीयू बस और महिंद्रा पिकअप के बीच जबरदस्त टक्कर हो गई। हादसा इतना खरतरनाक था कि शटरिंग से भरी पिकअप सड़क पर पलट गई। सामान सड़क पर बिखर गया। गाड़ी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। जबकि बस सड़क किनारे डिवाइडर पर चढ़ गई। जानी नुकसान से बचाव रहा है। हालांकि पिकअप चालक समेत दो लोग घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हालांकि अभी तक कोई केस आदि दर्ज नहीं हुआ है। बारिश के दौरान सुबह हुआ हादसा जानकारी के मुताबिक यह हादसा सुबह उस समय हुआ। जब इलाके में बारिश हो रही थी। इस दौरान सीटीयू की ऐसी बस और महिंद्रा पिकअप में टक्कर हो गई। महिंद्रा पिकअप काफी तेज थी। हादसे के बाद महिंद्रा पिकअप पलट गई। उसमें रखी शटरिंग व अन्य सामान बिखर गया। दूसरी तरफ बस चालक ने बड़ी मुश्किल से बचाव किया। साथ ही बस को रोका। बस डिवाइडर पर चढ़कर रुकी। हालांकि इस दौरान बस पोल से टकरा गई। पोल गिर गया। बस के अगले हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। यह बस चंडीगढ़ से एयरपोर्ट के बीच में चलती है। हादसे के समय की तस्वीरें कैमरे में कैद है घटना जैसे यह हादसा हुआ है, उससे तो यह साफ है दोनों वाहनों में एक तेज गति में रहा होगा। हालांकि चंडीगढ़ में सारे वाहनों के लिए स्पीड लिमिट तय है। साथ ही कैमरे में भी लगे हुए है। पुलिस का कहना है कि इस संबंधी कोई शिकायत नहीं आई है। चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर सेक्टर-51 में सीटीयू बस और महिंद्रा पिकअप के बीच जबरदस्त टक्कर हो गई। हादसा इतना खरतरनाक था कि शटरिंग से भरी पिकअप सड़क पर पलट गई। सामान सड़क पर बिखर गया। गाड़ी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। जबकि बस सड़क किनारे डिवाइडर पर चढ़ गई। जानी नुकसान से बचाव रहा है। हालांकि पिकअप चालक समेत दो लोग घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हालांकि अभी तक कोई केस आदि दर्ज नहीं हुआ है। बारिश के दौरान सुबह हुआ हादसा जानकारी के मुताबिक यह हादसा सुबह उस समय हुआ। जब इलाके में बारिश हो रही थी। इस दौरान सीटीयू की ऐसी बस और महिंद्रा पिकअप में टक्कर हो गई। महिंद्रा पिकअप काफी तेज थी। हादसे के बाद महिंद्रा पिकअप पलट गई। उसमें रखी शटरिंग व अन्य सामान बिखर गया। दूसरी तरफ बस चालक ने बड़ी मुश्किल से बचाव किया। साथ ही बस को रोका। बस डिवाइडर पर चढ़कर रुकी। हालांकि इस दौरान बस पोल से टकरा गई। पोल गिर गया। बस के अगले हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। यह बस चंडीगढ़ से एयरपोर्ट के बीच में चलती है। हादसे के समय की तस्वीरें कैमरे में कैद है घटना जैसे यह हादसा हुआ है, उससे तो यह साफ है दोनों वाहनों में एक तेज गति में रहा होगा। हालांकि चंडीगढ़ में सारे वाहनों के लिए स्पीड लिमिट तय है। साथ ही कैमरे में भी लगे हुए है। पुलिस का कहना है कि इस संबंधी कोई शिकायत नहीं आई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में आप वर्कर की पिटाई,VIDEO:पीड़ित ने बूथ कैप्चरिंग के लगाए आरोप;कांग्रेसी 4 वर्करों पर FIR दर्ज
लुधियाना में आप वर्कर की पिटाई,VIDEO:पीड़ित ने बूथ कैप्चरिंग के लगाए आरोप;कांग्रेसी 4 वर्करों पर FIR दर्ज पंजाब के लुधियाना में 1 जून हुए लोकसभा मतदान के दौरान एक आम आदमी पार्टी के वर्कर के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की। इस मारपीट की वीडियो भी सामने आई। वीडियो के आधार पर थाना डिवीजन नंबर 3 की पुलिस ने 4 लोगों पर मारपीट का मामला दर्ज कर दिया। आरोपी युवकों की पहचान रमन रमेश कांग्रेस वर्कर, रमेश, बोनी और मनोज कुमार के रूप में हुई है। पीड़ित नैलसन सहोता निवासी ईस्सा नगरी ने पुलिस को बताया कि वह 1 जून को आम आदमी पार्टी के पोलिंग बूथ के पास खड़ा था। वह वोट डाल कर बाहर आया तो रमन रमेश ने उसके साथ बहसबाजी करने की कोशिश की। वह जैसे ही 11 बजे ईस्सा नगरी ग्राउंड नजदीक गया तो आरोपियों ने उसे साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। कांग्रेसियों ने की थी बूथ कैप्चरिंग की कोशिश नैलसन ने कहा कि कांग्रेस के ये वर्कर बूथ कैप्चरिंग करने की योजना बनाकर आए थे। लेकिन आप वर्करों ने उन्हें रोक लिया। नैलसन ने कहा कि उक्त युवकों ने उसके कार पर बेसबास का डंडा भी मारा जिस कारण उसे अब सही सुनता भी नहीं है। बता दें इस मामले की जांच ASI देसराज कर रहे है। पुलिस मुताबिक आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। उधर, इस मामले में रमन रमेश और उसके साथियों ने भी 1 जून को सिविल अस्पताल में मैडिकल करवाया हुआ है। उनका भी आरोप था कि उनसे मारपीट हुई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
पटियाला में विधायक ने मानी डाक्टरों की मांग:बोले- किसी भी डॉक्टर से दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं, मांगों पर काम शुरू होगा
पटियाला में विधायक ने मानी डाक्टरों की मांग:बोले- किसी भी डॉक्टर से दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं, मांगों पर काम शुरू होगा कोलकाता कांड के बाद से पूर्ण हड़ताल पर बैठे सरकारी राजिंदरा अस्पताल और मेडिकल कॉलेज पटियाला के डॉक्टरों से मिलने आज पटियाला के विधायक अजीतपाल सिंह कोहली पहुंचे और उनकी सभी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया। बता दें कि, डॉक्टरों की पूर्ण हड़ताल से आम जनता काफी परेशान चल रही है। इसे देखते हुए सेहत मंत्री और विधायक लगातार डॉक्टरों से राबता कायम करके जल्द हल निकालने में लगे हैं। इस दौरान विधायक अजीतपाल सिंह कोहली के साथ डिप्टी कमिश्नर शौकत अहमद, एसएसपी डॉ. नानक सिंह, वेयरहाउस के वाइस चेयरमैन इंद्रजीत सिंह संधू, जिला अध्यक्ष तेजिंदर मेहता सहित राजिंदरा अस्पताल का पूरा स्टाफ और मेडिकल स्टाफ मौजूद था। भविष्य में ऐसा होने से रोकने की कोशिश रहेगी इस मौके पर डॉक्टरों द्वारा रखी गई मांगों पर बोलते हुए विधायक अजीतपाल सिंह कोहली ने आश्वासन दिया कि हम भी किसी के बेटे और भाई हैं। इसलिए महिलाओं की सुरक्षा पहला कर्तव्य है, जिसे हम बखूबी निभा रहे हैं और निभाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जो हुआ वह गलत है, लेकिन हम भविष्य में ऐसा होने से रोकने की कोशिश करेंगे, जो हर संभव तरीके से किया जाएगा। विधायक ने कहा कि किसी भी डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों की ये हैं मांगें इस दौरान प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने अपनी मांगें दोहराईं कि राजिंदरा अस्पताल और मेडिकल कॉलेज को पूरी तरह से सीसीटीवी से लैस किया जाए। पुलिस गश्त बढ़ाई जाए। महिला सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएं। चारों तरफ लाइट्स की व्यवस्था की जाए। पीसीआर गश्त तेज की जाए। रात में सभी गेट बंद कर दिए जाएं और एक गेट खुला रखा जाए। यहां पर सुरक्षा गार्ड तैनात हों, क्यूआरटी (क्विक रिएक्शन टीम) का गठन किया जाए ताकि कोई भी अप्रिय घटना होने पर तुरंत इस टीम की मदद ली जा सके। इस टीम के चार चार सदस्यों को दिन-रात तैनात किया जाए। अस्पताल के अंदर वीडियोग्राफी पर रोक लगाई जाए। पीजीआई अस्पताल में मरीजों से मिलने आने वाले वारिसों का एक कार्ड बनाया जाए ताकि एक से अधिक वारिस वार्ड में प्रवेश न कर सकें। जिस तरह डॉक्टरी टीम कहेगी, इस तरह काम होगा डॉक्टरों की इन मांगों पर विधायक अजीतपाल सिंह कोहली ने वादा जताते हुए कहा कि मेडिकल टीम के मुताबिक काम किया जाएगा। इन मांगों पर काम शुरू कर दिया गया है और 10 से 15 दिनों के भीतर नतीजे दिखने लगेंगे। सरकार अस्पताल में अच्छा माहौल बनाने के लिए वचनबद्ध है। इस दौरान विधायक अजीतपाल सिंह कोहली ने भी डॉक्टरों से सहयोग मांगा ताकि जो भी काम होने वाले हैं उसके बारे में जानकारी दी जा सके और समय पर सरकार के साथ तालमेल करके निपटाए जा सकें।
जालंधर में पूर्व MLA अंगुराल ने किया हंगामा:कहा- अनुमति के बावजूद AAP ने हमारे फ्लैक्स-बोर्ड फाड़े, सरकारी संपत्ति पर अपने बोर्ड लगा दिए
जालंधर में पूर्व MLA अंगुराल ने किया हंगामा:कहा- अनुमति के बावजूद AAP ने हमारे फ्लैक्स-बोर्ड फाड़े, सरकारी संपत्ति पर अपने बोर्ड लगा दिए पंजाब के जालंधर में उपचुनाव को लेकर राजनीति तेज हो गई है। भाजपा प्रत्याशी पूर्व विधायक शीतल अंगुराल ने बबरीक चौक स्थित निगम के जोनल कार्यालय के बाहर हंगामा किया। अंगुराल ने आरोप लगाया है कि पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए पोस्टर आप नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा फाड़ दिए जाते हैं और आप नेताओं के पोस्टर नहीं हटाए जाते। अंगुराल ने आरोप लगाया है कि राज्य में आप की सरकार होने के कारण सरकार उन्हें निशाना बना रही है। पूर्व विधायक शीतल अंगुराल ने कहा- आम आदमी पार्टी को चुनाव में अधिकारियों द्वारा मदद की जा रही है। लोग आम आदमी पार्टी के नेताओं को अपने मोहल्लों में घुसने नहीं दे रहे हैं और उनके बोर्ड और झंडे नहीं लगा रहे हैं। जिसके चलते सरकारी अधिकारियों की मदद से आप नेता चौक-चौराहों पर सरकारी संपत्तियों पर अपने पोस्टर और बोर्ड लगा रहे हैं।
अंगुराल ने कहा- आप नेता बीजेपी के साथ धक्का कर रहे अंगुराल ने कहा- बीजेपी को बोर्ड अगर कोई व्यक्ति लगाता है तो उसे उतरवा दिए जाते हैं। अंगुराल ने कहा- बस्ती गुजा के पास बीजेपी के बोर्ड आप वर्करों द्वारा उतारे गए। दोपहर के वक्त विधायक अंगुराल ने नगर निगम के सब ऑफिस में जमकर हंगामा कर दिया था। जिसके बाद आम आदमी पार्टी के खिलाफ अंगुराल और उनके समर्थकों ने जमकर नारेबाजी भी की। बीजेपी नेता अमित तनेजा ने कहा- वह इसे लेकर उच्च अधिकारियों को लिखित में शिकायत देंगे कि नगर निगम के कमिश्नर गौतम जैन का तबादला किया जाए। साथ ही आईएएस अधिकारी गौतम जैन ने मामले में उचित कार्रवाई की बात कही है। शीतल अंगुराल के इस्तीफे के बाद हो रहा उपचुनाव लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन 29 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने का मन बनाया था। 30 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा था। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत को लेकर बुलाया था। मगर 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा मंजूर कर दिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। दिलचस्प बात यह है कि भगत और अंगुराल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी मैदान में थे। तब मोहिंदर भगत बीजेपी के उम्मीदवार थे और अंगुराल AAP की तरफ से कैंडिडेट थे। इस बार उलट हो गया है। भगत AAP के तो अंगुराल भाजपा के कैंडिडेट हैं।