चंडीगढ़ DAV कॉलेज प्रोफेसर को सभी पदों से हटाया:प्रिंसिपल बोलीं- छुट्‌टी पर भेजा, जांच कमेटी से रिपोर्ट तलब; छात्रा से सेक्शुअल फेवर मांगा था

चंडीगढ़ DAV कॉलेज प्रोफेसर को सभी पदों से हटाया:प्रिंसिपल बोलीं- छुट्‌टी पर भेजा, जांच कमेटी से रिपोर्ट तलब; छात्रा से सेक्शुअल फेवर मांगा था

चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में एक एसोसिएट प्रोफेसर पर सेक्सुअल फेवर के गंभीर आरोप लगे हैं। छात्राओं की शिकायत के बाद कॉलेज प्रशासन ने एसोसिएट प्रोफेसर को सभी समितियों से हटा दिया है और उसे छुट्टी पर भेज दिया गया है। मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए कॉलेज की प्रिंसिपल ज्योर्तिमाया खत्री ने एक विशेष जांच कमेटी का गठन किया है, जो दोनों पक्षों से बातचीत कर अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। मामला तब सामने आया जब कुछ छात्राओं ने आरोप लगाया कि एसोसिएट प्रोफेसर उन्हें देर रात अनुचित मैसेज भेजता था और यौन संबंधी एहसानों की मांग करता था। इन आरोपों के आधार पर प्रिंसिपल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी एसोसिएट प्रोफेसर को कॉलेज की सभी समितियों से हटा दिया, ताकि जांच प्रक्रिया पर कोई असर न पड़े और छात्राएं निडर होकर अपनी बात रख सकें। 23 अक्टूबर तक पक्ष रखने का मौका
प्रिंसिपल ने इस पूरे मामले में जानकारी देते हुए बताया की छात्राओं को 21 अक्टूबर तक और एसोसिएट प्रोफेसर को 23 अक्टूबर तक अपनी बात रखने का समय दिया गया है। इसके बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट पेश करेगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी। जांच कमेटी करेगी निष्पक्ष जांच
कॉलेज की प्रिंसिपल ने कहा कि जांच कमेटी दोनों पक्षों से बातचीत करेगी और पूरी जांच प्रक्रिया निष्पक्ष तरीके से की जाएगी। छात्राओं की ओर से आई शिकायतों के आधार पर यह कमेटी बनाई गई है, ताकि सही तथ्यों को सामने लाया जा सके। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद कॉलेज प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा। प्रिंसिपल ने कहा, “छात्राओं की सुरक्षा और सम्मान हमारे लिए सर्वोपरि है। एसोसिएट प्रोफेसर को सभी समितियों से हटाकर निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया गया है। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।” छात्राओं ने लगाए 3 आरोप 1. रात को अकेले मिलने बुलाया
दिसंबर, 2023 में आरोपी प्रोफेसर ने देर रात NSS की छात्रा से वॉट्सऐप पर पूछा कि क्या स्नैपचैट, टेलीग्राम इस्तेमाल करती हैं। आईडी बताने के बाद प्रोफेसर ने चैट शुरू कर दी। प्रोफेसर का कहना था- एनएसएस टीम को पैनल मेंबर के तौर पर लीड करना चाहती है तो अकेले में मिलो। इनकार करने पर चैट को डिलीट कर दिया गया, लेकिन हिस्ट्री में चैट सेव हो गई। ऐसे ही एक लड़की को सैक्सुअल फेवर की मांग करते हुए मैसेज किया गया। वहीं एक स्टूडेंट ने नाइट में मैसेज का जवाब नहीं दिया तो मॉर्निंग में उसके साथ मिसबिहेव करना शुरू कर दिया । 2. रात को स्नैपचैट पर भेजी रिक्वेस्ट
आरोपी प्रोफेसर एनएसएस ग्रुप से लड़कियों के नंबर निकालता और देर रात स्नैपचैट पर रिक्वेस्ट भेजता है। जवाब नहीं देने पर छात्राओं को ये कहकर एनएसएस से हटा दिया जाता कि वो अकेला प्रोग्राम ऑफिसर है। इस साल भी 13 से 19 मार्च तक एनएसएस के स्पेशल कैंप से कुछ छात्राओं को हटाया गया। 3. चैट को डिलीट कर देता है एसोसिएट प्रोफेसर
ऐसी और भी छात्राएं हैं, लेकिन डर के मारे शिकायत नहीं दी। प्रोफेसर बहुत चालाक है। वह चैट को डिलीट कर देता है। छात्राओं के बताया कि कॉलेज में चार NSS इकाइयां हैं, लेकिन जब से वह एनएसएस में शामिल हुआ है तब से उसने किसी अन्य प्रोग्रामिंग अधिकारी को शामिल नहीं किया है। वह खुद ही सारे फैसले लेता है। चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में एक एसोसिएट प्रोफेसर पर सेक्सुअल फेवर के गंभीर आरोप लगे हैं। छात्राओं की शिकायत के बाद कॉलेज प्रशासन ने एसोसिएट प्रोफेसर को सभी समितियों से हटा दिया है और उसे छुट्टी पर भेज दिया गया है। मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए कॉलेज की प्रिंसिपल ज्योर्तिमाया खत्री ने एक विशेष जांच कमेटी का गठन किया है, जो दोनों पक्षों से बातचीत कर अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। मामला तब सामने आया जब कुछ छात्राओं ने आरोप लगाया कि एसोसिएट प्रोफेसर उन्हें देर रात अनुचित मैसेज भेजता था और यौन संबंधी एहसानों की मांग करता था। इन आरोपों के आधार पर प्रिंसिपल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी एसोसिएट प्रोफेसर को कॉलेज की सभी समितियों से हटा दिया, ताकि जांच प्रक्रिया पर कोई असर न पड़े और छात्राएं निडर होकर अपनी बात रख सकें। 23 अक्टूबर तक पक्ष रखने का मौका
प्रिंसिपल ने इस पूरे मामले में जानकारी देते हुए बताया की छात्राओं को 21 अक्टूबर तक और एसोसिएट प्रोफेसर को 23 अक्टूबर तक अपनी बात रखने का समय दिया गया है। इसके बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट पेश करेगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी। जांच कमेटी करेगी निष्पक्ष जांच
कॉलेज की प्रिंसिपल ने कहा कि जांच कमेटी दोनों पक्षों से बातचीत करेगी और पूरी जांच प्रक्रिया निष्पक्ष तरीके से की जाएगी। छात्राओं की ओर से आई शिकायतों के आधार पर यह कमेटी बनाई गई है, ताकि सही तथ्यों को सामने लाया जा सके। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद कॉलेज प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा। प्रिंसिपल ने कहा, “छात्राओं की सुरक्षा और सम्मान हमारे लिए सर्वोपरि है। एसोसिएट प्रोफेसर को सभी समितियों से हटाकर निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया गया है। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।” छात्राओं ने लगाए 3 आरोप 1. रात को अकेले मिलने बुलाया
दिसंबर, 2023 में आरोपी प्रोफेसर ने देर रात NSS की छात्रा से वॉट्सऐप पर पूछा कि क्या स्नैपचैट, टेलीग्राम इस्तेमाल करती हैं। आईडी बताने के बाद प्रोफेसर ने चैट शुरू कर दी। प्रोफेसर का कहना था- एनएसएस टीम को पैनल मेंबर के तौर पर लीड करना चाहती है तो अकेले में मिलो। इनकार करने पर चैट को डिलीट कर दिया गया, लेकिन हिस्ट्री में चैट सेव हो गई। ऐसे ही एक लड़की को सैक्सुअल फेवर की मांग करते हुए मैसेज किया गया। वहीं एक स्टूडेंट ने नाइट में मैसेज का जवाब नहीं दिया तो मॉर्निंग में उसके साथ मिसबिहेव करना शुरू कर दिया । 2. रात को स्नैपचैट पर भेजी रिक्वेस्ट
आरोपी प्रोफेसर एनएसएस ग्रुप से लड़कियों के नंबर निकालता और देर रात स्नैपचैट पर रिक्वेस्ट भेजता है। जवाब नहीं देने पर छात्राओं को ये कहकर एनएसएस से हटा दिया जाता कि वो अकेला प्रोग्राम ऑफिसर है। इस साल भी 13 से 19 मार्च तक एनएसएस के स्पेशल कैंप से कुछ छात्राओं को हटाया गया। 3. चैट को डिलीट कर देता है एसोसिएट प्रोफेसर
ऐसी और भी छात्राएं हैं, लेकिन डर के मारे शिकायत नहीं दी। प्रोफेसर बहुत चालाक है। वह चैट को डिलीट कर देता है। छात्राओं के बताया कि कॉलेज में चार NSS इकाइयां हैं, लेकिन जब से वह एनएसएस में शामिल हुआ है तब से उसने किसी अन्य प्रोग्रामिंग अधिकारी को शामिल नहीं किया है। वह खुद ही सारे फैसले लेता है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर