चंद्रशेखर बोले- भाजपा सरकार में संविधान खतरे में:सीएम को बिजनौर से चुनाव लड़ने की दी चुनौती, बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग

चंद्रशेखर बोले- भाजपा सरकार में संविधान खतरे में:सीएम को बिजनौर से चुनाव लड़ने की दी चुनौती, बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग

सहारनपुर में नगीना से सांसद चंद्रशेखर ने भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि वर्तमान सरकार में संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि संविधान पर हमला करना देश के 140 करोड़ लोगों के साथ अन्याय करने जैसा है। खासतौर पर दलित समाज का अस्तित्व खतरे में है। चंद्रशेखर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली चुनौती देते हुए कहा कि बिजनौर में दोबारा चुनाव कराया जाए और पीएम मोदी को चुनाव लड़ाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर वे उन्हें हरा नहीं सके, तो वे अपना नाम बदल लेंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी बिजनौर से चुनाव लड़ने की खुली चुनौती दे डाली। ईवीएम हटाकर बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग
चंद्रशेखर ने चुनावी प्रक्रिया पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि देश में अब ईवीएम से नहीं, बल्कि बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर ईवीएम के माध्यम से जनता के साथ धोखा कर रही है। बहुजन समाज पर हो रहे हमले
सांसद ने दावा किया कि बहुजन समाज का अस्तित्व खत्म करने की साजिश रची जा रही है। न तो उन्हें रोजगार मिल रहा है, न संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार योजनाबद्ध तरीके से बहुजन समाज को दबाने का काम कर रही है। ऐसे में बहुजन समाज को जागरूक करने के लिए पूरे प्रदेश में 18 मंडलों में कार्यक्रम किए जाएंगे, जिसमें कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों को बताया जाएगा कि मौजूदा माहौल से कैसे निपटना है। मूलभूत समस्याओं से ध्यान भटकाने की साजिश
उन्होंने भाजपा सरकार पर जनता को भटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी बेरोजगारी, महंगाई और बढ़ती हिंसा पर बात होती है, सरकार हिंदू-मुस्लिम मुद्दा सामने ले आती है। इससे असल मुद्दे दब जाते हैं और सरकार अपनी नाकामी छिपाने में सफल हो जाती है। यूपी में पत्रकारों की खुलेआम हत्याएं हो रही हैं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन सरकार को सिर्फ अपनी वाहवाही करवाने की पड़ी है। उन्होंने भर्ती प्रक्रियाओं में घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार सिर्फ दिखावे के लिए नौकरियां निकालती है, लेकिन उनमें भारी भ्रष्टाचार होता है। वक्फ कानून पर जबरदस्ती
सांसद चंद्रशेखर ने वक्फ कानून पर भी सवाल उठाए और कहा कि सरकार इसे जबरन लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि जिस समाज को इस कानून से फायदा मिलने की बात हो रही है, वही इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है। इसके बावजूद, सरकार उनकी आवाज को दबाकर इसे जबरन लागू कराने में लगी हुई है। सत्ताधारी नेताओं के वीडियो वायरल होने पर तंज
जब एक सत्ताधारी नेता का विवादित वीडियो वायरल होने पर उनसे सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि लोग कयास लगाते रहें, वे अपने काम में व्यस्त हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विवाद जानबूझकर पैदा किए जाते हैं ताकि जनता के असली मुद्दों से ध्यान हटाया जा सके। गरीबों और किसानों की दुर्दशा पर चिंता
उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास रोटी, कपड़ा और मकान नहीं है, उनकी चिंता होनी चाहिए। प्राइवेट स्कूलों की मनमानी फीस और किताबों की कीमतों को लेकर भी उन्होंने आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि जब जनता जागरूक होगी, तभी इन समस्याओं का समाधान निकलेगा। दलितों को घोड़ी चढ़ने से रोका जा रहा
चंद्रशेखर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दलित समाज के लोगों को शादी में घोड़ी चढ़ने से रोका जा रहा है। उन्होंने मेरठ, बुलंदशहर और शामली का उदाहरण देते हुए कहा कि यह एक सोची-समझी साजिश है, ताकि दलित समाज अपने असली मुद्दों पर ध्यान न दे पाए। उन्होंने कहा कि समय बदलेगा और जब सत्ता बहुजन समाज के हाथ में आएगी, तो कोई गरीब और किसान परेशान नहीं होगा। किसानों की आत्महत्या पर सरकार खामोश
सांसद ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के हित की बात करती है, लेकिन सहारनपुर में एक किसान ने आत्मदाह कर लिया। उन्होंने कहा कि अत्याचार तब तक नहीं रुकेगा, जब तक सत्ता चंद्रशेखर आजाद के हाथ में नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि जब ट्रांसफर, सस्पेंड और बर्खास्त करने की ताकत उनके पास होगी, तब यह अन्याय रुकेगा। सरकार बदलने से नहीं, सत्ता में आने से हालात बदलेंगे
सांसद ने कहा कि सिर्फ सरकार बदलने से कुछ नहीं होगा, जब तक बहुजन समाज खुद सरकार नहीं बनाएगा, तब तक परिस्थितियां नहीं बदलेंगी। उन्होंने कहा कि दशकों से यह खेल चल रहा है, जनता को समझना होगा कि असली ताकत उनके वोट में है। पुलिस पर भी सवाल
उन्होंने पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें सरकार के दबाव में काम करना पड़ता है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर पुलिस की परेशानियों को दूर करने की मांग की। लेकिन दुख इस बात का है कि पुलिस फर्जी वोटिंग में भी सरकार का साथ देती है। उन्होंने रामपुर का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पुलिस विपक्षी नेताओं के घर जाकर दबाव बना रही थी। ‘भविष्य में बड़े संघर्ष के संकेत’
चंद्रशेखर ने कहा कि आने वाले समय में वह बहुजन समाज को संगठित करने के लिए गांव-गांव जाकर अभियान चलाएंगे। उन्होंने कहा कि समाज के छोटे-छोटे विवादों को सुलझाना सीखना होगा और एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। उन्होंने साफ कहा कि अगर बहुजन समाज को हक चाहिए, तो उसे खुद सत्ता में आना होगा। सहारनपुर में नगीना से सांसद चंद्रशेखर ने भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि वर्तमान सरकार में संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि संविधान पर हमला करना देश के 140 करोड़ लोगों के साथ अन्याय करने जैसा है। खासतौर पर दलित समाज का अस्तित्व खतरे में है। चंद्रशेखर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली चुनौती देते हुए कहा कि बिजनौर में दोबारा चुनाव कराया जाए और पीएम मोदी को चुनाव लड़ाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर वे उन्हें हरा नहीं सके, तो वे अपना नाम बदल लेंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी बिजनौर से चुनाव लड़ने की खुली चुनौती दे डाली। ईवीएम हटाकर बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग
चंद्रशेखर ने चुनावी प्रक्रिया पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि देश में अब ईवीएम से नहीं, बल्कि बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर ईवीएम के माध्यम से जनता के साथ धोखा कर रही है। बहुजन समाज पर हो रहे हमले
सांसद ने दावा किया कि बहुजन समाज का अस्तित्व खत्म करने की साजिश रची जा रही है। न तो उन्हें रोजगार मिल रहा है, न संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार योजनाबद्ध तरीके से बहुजन समाज को दबाने का काम कर रही है। ऐसे में बहुजन समाज को जागरूक करने के लिए पूरे प्रदेश में 18 मंडलों में कार्यक्रम किए जाएंगे, जिसमें कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों को बताया जाएगा कि मौजूदा माहौल से कैसे निपटना है। मूलभूत समस्याओं से ध्यान भटकाने की साजिश
उन्होंने भाजपा सरकार पर जनता को भटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी बेरोजगारी, महंगाई और बढ़ती हिंसा पर बात होती है, सरकार हिंदू-मुस्लिम मुद्दा सामने ले आती है। इससे असल मुद्दे दब जाते हैं और सरकार अपनी नाकामी छिपाने में सफल हो जाती है। यूपी में पत्रकारों की खुलेआम हत्याएं हो रही हैं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन सरकार को सिर्फ अपनी वाहवाही करवाने की पड़ी है। उन्होंने भर्ती प्रक्रियाओं में घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार सिर्फ दिखावे के लिए नौकरियां निकालती है, लेकिन उनमें भारी भ्रष्टाचार होता है। वक्फ कानून पर जबरदस्ती
सांसद चंद्रशेखर ने वक्फ कानून पर भी सवाल उठाए और कहा कि सरकार इसे जबरन लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि जिस समाज को इस कानून से फायदा मिलने की बात हो रही है, वही इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है। इसके बावजूद, सरकार उनकी आवाज को दबाकर इसे जबरन लागू कराने में लगी हुई है। सत्ताधारी नेताओं के वीडियो वायरल होने पर तंज
जब एक सत्ताधारी नेता का विवादित वीडियो वायरल होने पर उनसे सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि लोग कयास लगाते रहें, वे अपने काम में व्यस्त हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विवाद जानबूझकर पैदा किए जाते हैं ताकि जनता के असली मुद्दों से ध्यान हटाया जा सके। गरीबों और किसानों की दुर्दशा पर चिंता
उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास रोटी, कपड़ा और मकान नहीं है, उनकी चिंता होनी चाहिए। प्राइवेट स्कूलों की मनमानी फीस और किताबों की कीमतों को लेकर भी उन्होंने आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि जब जनता जागरूक होगी, तभी इन समस्याओं का समाधान निकलेगा। दलितों को घोड़ी चढ़ने से रोका जा रहा
चंद्रशेखर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दलित समाज के लोगों को शादी में घोड़ी चढ़ने से रोका जा रहा है। उन्होंने मेरठ, बुलंदशहर और शामली का उदाहरण देते हुए कहा कि यह एक सोची-समझी साजिश है, ताकि दलित समाज अपने असली मुद्दों पर ध्यान न दे पाए। उन्होंने कहा कि समय बदलेगा और जब सत्ता बहुजन समाज के हाथ में आएगी, तो कोई गरीब और किसान परेशान नहीं होगा। किसानों की आत्महत्या पर सरकार खामोश
सांसद ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के हित की बात करती है, लेकिन सहारनपुर में एक किसान ने आत्मदाह कर लिया। उन्होंने कहा कि अत्याचार तब तक नहीं रुकेगा, जब तक सत्ता चंद्रशेखर आजाद के हाथ में नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि जब ट्रांसफर, सस्पेंड और बर्खास्त करने की ताकत उनके पास होगी, तब यह अन्याय रुकेगा। सरकार बदलने से नहीं, सत्ता में आने से हालात बदलेंगे
सांसद ने कहा कि सिर्फ सरकार बदलने से कुछ नहीं होगा, जब तक बहुजन समाज खुद सरकार नहीं बनाएगा, तब तक परिस्थितियां नहीं बदलेंगी। उन्होंने कहा कि दशकों से यह खेल चल रहा है, जनता को समझना होगा कि असली ताकत उनके वोट में है। पुलिस पर भी सवाल
उन्होंने पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें सरकार के दबाव में काम करना पड़ता है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर पुलिस की परेशानियों को दूर करने की मांग की। लेकिन दुख इस बात का है कि पुलिस फर्जी वोटिंग में भी सरकार का साथ देती है। उन्होंने रामपुर का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पुलिस विपक्षी नेताओं के घर जाकर दबाव बना रही थी। ‘भविष्य में बड़े संघर्ष के संकेत’
चंद्रशेखर ने कहा कि आने वाले समय में वह बहुजन समाज को संगठित करने के लिए गांव-गांव जाकर अभियान चलाएंगे। उन्होंने कहा कि समाज के छोटे-छोटे विवादों को सुलझाना सीखना होगा और एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। उन्होंने साफ कहा कि अगर बहुजन समाज को हक चाहिए, तो उसे खुद सत्ता में आना होगा।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर