हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में हैंडीक्राफ्ट हैंडलूम के प्रभारी को विजिलेंस ने रेड मारकर 18 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ने यह कार्रवाई शिकायतकर्ता मास्टर ट्रेनर की शिकायत के आधार पर की गई। आरोप है कि उसने हैंडीक्राफ्ट हैंडलूम के माध्यम से चंबा थाल बनाने की कला सिखाने वाले मास्टर ट्रेनर का भुगतान करने के एवज में 18 हजार रुपए की रिश्वत के मांगी थी। रंगे हाथों किया गिरफ्तार शिकायतकर्ता मास्टर ट्रेनर ने विजिलेंस को इस बारे जानकारी दी। जिसके चलते विजिलेंस ने रिश्वतखोर कर्मचारी विक्रांत गिल को गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया। शुक्रवार की सुबह मास्टर ट्रेनर ने कर्मचारियों को रिश्वत की राशि लेने के लिए चंबा शहर में मौजूद हिमाचल पर्यटन निगम के रावी व्यू कैफे में बुलाया। कर्मचारियों को जैसे ही मास्टर ट्रेनर ने मांगी गई रिश्वत की राशि दी, तो विजिलेंस टीम ने उक्त कर्मचारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एएसपी बोले- मामले की तह तक होगी जांच एएसपी विजिलेंस चंबा अभिमन्यु वर्मा ने बताया कि जैसे ही शिकायतकर्ता ने विजिलेंस से संपर्क किया, तो रिश्वतखोर कर्मचारियों को गिरफ्तार करने की योजना बनाई गई। उसके तहत यह मामला दर्ज करने में सफलता हासिल हुई है। उन्होंने बताया कि आरोपी से इस मामले में पूछताछ की जाएगी और मामले की तह तक जाया जाएगा। उन्होंने बताया कि उक्त कर्मचारी को दी गई नगद राशि को भी विजिलेंस ने अपने कब्जे में ले लिया है। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में हैंडीक्राफ्ट हैंडलूम के प्रभारी को विजिलेंस ने रेड मारकर 18 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ने यह कार्रवाई शिकायतकर्ता मास्टर ट्रेनर की शिकायत के आधार पर की गई। आरोप है कि उसने हैंडीक्राफ्ट हैंडलूम के माध्यम से चंबा थाल बनाने की कला सिखाने वाले मास्टर ट्रेनर का भुगतान करने के एवज में 18 हजार रुपए की रिश्वत के मांगी थी। रंगे हाथों किया गिरफ्तार शिकायतकर्ता मास्टर ट्रेनर ने विजिलेंस को इस बारे जानकारी दी। जिसके चलते विजिलेंस ने रिश्वतखोर कर्मचारी विक्रांत गिल को गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया। शुक्रवार की सुबह मास्टर ट्रेनर ने कर्मचारियों को रिश्वत की राशि लेने के लिए चंबा शहर में मौजूद हिमाचल पर्यटन निगम के रावी व्यू कैफे में बुलाया। कर्मचारियों को जैसे ही मास्टर ट्रेनर ने मांगी गई रिश्वत की राशि दी, तो विजिलेंस टीम ने उक्त कर्मचारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एएसपी बोले- मामले की तह तक होगी जांच एएसपी विजिलेंस चंबा अभिमन्यु वर्मा ने बताया कि जैसे ही शिकायतकर्ता ने विजिलेंस से संपर्क किया, तो रिश्वतखोर कर्मचारियों को गिरफ्तार करने की योजना बनाई गई। उसके तहत यह मामला दर्ज करने में सफलता हासिल हुई है। उन्होंने बताया कि आरोपी से इस मामले में पूछताछ की जाएगी और मामले की तह तक जाया जाएगा। उन्होंने बताया कि उक्त कर्मचारी को दी गई नगद राशि को भी विजिलेंस ने अपने कब्जे में ले लिया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में अस्पतालों की लंबी कतारों से राहत:’आभा ऐप’ से एक मिनट में बनेगा पर्चा, 52 हॉस्पिटल्स में होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
हिमाचल में अस्पतालों की लंबी कतारों से राहत:’आभा ऐप’ से एक मिनट में बनेगा पर्चा, 52 हॉस्पिटल्स में होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हिमाचल प्रदेश के 52 अस्पतालों में पर्चे बनाने की व्यवस्था में बड़े बदलाव की तैयारी है। स्वास्थ्य विभाग चिन्हित अस्पतालों में आभा कार्ड के जरिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू करने जा रहा है। इसके लिए सभी अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दे दिए गए हैं। इसके बाद लोग घर बैठे ही ऑनलाइन पंजीकरण कर सकेंगे। आभा कार्ड से पंजीकरण के बाद मरीजों और उनके तीमारदारों को पर्ची बनवाने के लिए ज्यादा देर तक लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। आभा कार्ड से ऑनलाइन पंजीकरण के बाद मरीज अस्पतालों के पर्ची काउंटर के साथ स्कैनर पर स्कैन करके पर्ची बनवा सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रबंधन को चिन्हित अस्पतालों के पर्ची काउंटर के साथ विशेष काउंटर और स्कैनर लगाने के निर्देश दिए हैं। इससे मरीजों और उनके परिजनों को कम समय में जल्दी पर्ची बनवा सकेंगे। IGMC और AIIMS में शुरू हो चुकी है व्यवस्था प्रदेश के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान आईजीएमसी शिमला और एम्स बिलासपुर में यह व्यवस्था शुरू हो चुकी है। अब इसे अन्य अस्पतालों में भी शुरू किया जा रहा है। IGMC की नई OPD की दूसरी मंजिल पर विशेष काउंटर स्थापित आईजीएमसी में आभा कार्ड से पर्चे बनाने की यह सुविधा ओपीडी ब्लॉक की दूसरी मंजिल पर बने पर्चे काउंटर पर मिलेगी। अस्पताल प्रबंधन ने इसके लिए विशेष काउंटर खोला है। यहां अस्पताल स्टाफ मरीजों को आभा कार्ड से पर्चे बनाने के लिए जागरूक कर रहा है। एक मिनट में पर्ची बनने का दावा
|दावा किया जा रहा है कि ‘आभा मोबाइल’ से एक मिनट में पर्ची बनाई जा सकेगी। यह व्यवस्था हॉस्पिटल मैनेजमैंट एंड इंफॉर्मेशन सिस्टम (HMIS) से शुरू की जा रही है। मोबाइल एप करनी होगी डाउनलोड
मरीजों को इसके लिए आभा मोबाइल एप डाउनलोड करनी होगी। आभा एप को अपने मोबाइल नंबर के साथ लॉगिन करना होगा। इससे आभा एप एक्टिव हो जाएगी। काउंटर पर लगे स्कैनर पर स्कैन करने के बाद टोकन जनरेट होगा। यह टोकन विशेष काउंटर पर बैठे कर्मचारी को देना होगा। इसके बाद कर्मचारी पर्ची बनाकर मरीज व तीमारदार को देगा। 90% लोगों के बने आभा कार्ड
हिमाचल की आबादी लगभग 70 लाख की है। आभा कार्ड के स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. अनादि गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में 90 प्रतिशत से ज्यादा लोगों की आभा आईडी बन चुकी है। लिहाजा आभा आईडी बनाने वाले सभी मरीज अस्पतालों में पर्ची बनाने की सुविधा का फायदा उठा सकेंगे। एक मिनट में बना सकेंगे पर्ची: राव
IGMC के एमएस डॉ. राहुल राव ने बताया कि आभा कार्ड से पर्ची बनाना आसान हो गया है। मरीजों को पर्चियां बनाने के लिए लंबी लाइनों में लगने की जरूरत नहीं होगी। क्यूआर कोड स्कैन करके एक मिनट में मरीज पर्ची बना सकेंगे। आभा कार्ड से पर्ची को बनाए जा रहे विशेष काउंटर
हिमाचल के हेल्थ निदेशक पीसी दरोच ने बताया कि प्रदेश के 52 से ज्यादा अस्पतालों में आभा कार्ड से पर्ची बनाने की व्यवस्था शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि आईजीएमसी, एम्स बिलासपुर के अलावा राज्य के सभी मेडिकल कालेज, जिला अस्पतालों में आभा कार्ड से पर्ची के लिए विशेष काउंटर बनाए जा रहे हैं।
17वें करमापा की जल्द हो सकती है भारत वापसी:स्विटजरलैंड में दलाई लामा से हुई मुलाकात; 2018 में ली थी डोमिनिका की नागरिकता
17वें करमापा की जल्द हो सकती है भारत वापसी:स्विटजरलैंड में दलाई लामा से हुई मुलाकात; 2018 में ली थी डोमिनिका की नागरिकता तिब्बती बौद्ध धर्म के 900 वर्ष पुराने करमा कग्यु बौद्ध पंथ के मुखिया 17वें करमापा उग्येन त्रिनले दोरजे दिसंबर 1999 से निर्वासन में रहने के बाद जल्द ही भारत लौट सकते हैं। 25 अगस्त को स्विटजरलैंड के ज्यूरिख में दलाई लामा के साथ तिब्बती आध्यात्मिक नेता की हाल ही में हुई मुलाकात ने उनके अनुयायियों के बीच उम्मीदों को फिर से जगा दिया है। उन्हें जल्द ही भारत में फिर से प्रवेश करने की अनुमति मिल सकती है। सात वर्षों में पहली बार हुई यह मुलाकात करमापा की वापसी को लेकर बढ़ती प्रत्याशा की पृष्ठभूमि में हुई। 17वें करमापा का प्रभाव न केवल भारत के सिक्किम व अरुणाचल प्रदेशों में है, बल्कि यूरोप के कई देशों सहित अमेरिका व चीन के एक बड़े हिस्से में भी है। 14 साल की उम्र में छोड़ दिया था तिब्बत करमापा तिब्बती बौद्ध धर्म के कर्मा काग्यू संप्रदाय के प्रमुख हैं, जो तिब्बत में पुनर्जन्म की सबसे पुरानी परंपराओं में से एक है। चीनी शासन के तहत धार्मिक स्वतंत्रता की कमी का हवाला देते हुए, उन्होंने दिसंबर 1999 में 14 साल की उम्र में तिब्बत छोड़ दिया था। भारत में शरण लेने के लिए, करमापा मुख्य रूप से धर्मशाला के पास सिद्धबाड़ी में ग्युतो तांत्रिक बौद्ध मठ में रहते थे, जहां उन्हें भारत सरकार द्वारा सम्मानित अतिथि के रूप में माना जाता था। कई वर्षों तक करमापा तिब्बती निर्वासितों और भारतीय अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक व्यक्ति बन गए। मार्च 2018 में ली डोमिनिका के राष्ट्रमंडल की नागरिकता खासकर पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम में मई 2017 में करमापा तीन महीने के वीज़ा पर यूरोप के लिए भारत से रवाना हुए थे। इसके बाद मार्च 2018 में करमापा ने डोमिनिका के राष्ट्रमंडल की नागरिकता हासिल की और उस देश का पासपोर्ट प्राप्त किया। डोमिनिका कैरेबियन सागर में वेस्टइंडीज में एक द्वीप देश है। 17वें करमापा को 1992 में दलाई लामा और चीन सरकार थी मान्यतातिब्बती बौद्ध धर्म के कर्मा काग्यू स्कूल के प्रमुख करमापा, तिब्बतियों के लिए दलाई लामा और पंचन लामा के बाद तीसरे सबसे महत्वपूर्ण बौद्ध लामा हैं। 1985 में खानाबदोशों के एक परिवार में जन्मे उग्येन त्रिनले दोरजे को 1992 में दलाई लामा और चीन की साम्यवादी सरकार दोनों ने उग्येन त्रिनले दोरजे को 17वें करमापा के पुनर्जन्म के रूप में मान्यता दी थी, वे एकमात्र वरिष्ठ तिब्बती बौद्ध लामा थे जिन पर स्वीकृति की दोहरी मुहर लगी थी। चूंकि दलाई लामा द्वारा मान्यता मिलने के बाद पंचन लामा चीनी अधिकारियों की हिरासत में हैं, इसलिए करमापा का महत्व और भी बढ़ गया है। करमापा को वापस लाने के प्रयास सिक्किम, एक ऐसा राज्य है जहां बौद्धों की अच्छी खासी आबादी है, और यहाँ लंबे समय से करमापा की वापसी के लिए पैरवी की जा रही है। राजधानी गंगटोक में स्थित रुमटेक मठ उनकी निर्वासित सीट है। हाल ही में, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने 17वें करमापा को भारत और विशेष रूप से सिक्किम वापस लाने की संभावना पर चर्चा करने के लिए भारत सरकार से संपर्क किया। तमांग ने इस मामले को आगे बढ़ाने के लिए दिल्ली में केंद्रीय संसदीय मामलों और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू से मुलाकात की। हालांकि करमापा और दलाई लामा के बीच बैठक से उम्मीदें जगी हैं, लेकिन उनके बीच हुई बातचीत का सटीक विवरण अभी तक गुप्त रखा गया है।
हिमाचल के चिंतपूर्णी मंदिर पहुंची बॉलीवुड अभिनेत्री यामी गौतम:परिवार संग माता के किए दर्शन, प्रशासन ने चुनरी और फोटो की भेंट
हिमाचल के चिंतपूर्णी मंदिर पहुंची बॉलीवुड अभिनेत्री यामी गौतम:परिवार संग माता के किए दर्शन, प्रशासन ने चुनरी और फोटो की भेंट हिमाचल प्रदेश स्थित प्रसिद्ध माता चिंतपूर्णी मंदिर में बॉलीवुड अभिनेत्री यामी गौतम शनिवार को अपने परिवार के साथ पहुंचीं। मंदिर में उन्होंने विधिवत पूजा-अर्चना की और परिवार की खुशहाली के लिए प्रार्थना की। वहीं मंदिर के मुख्य पुजारी रविंद्र शिंदा ने यामी और उनके परिवार को पूजा करवाई तथा माता के चरणों में अरदास की। विभिन्न शक्तिपीठों की यात्रा पर इस दौरान मंदिर प्रशासन ने उन्हें माता के आशीर्वाद स्वरुप माता रानी की चुनरी और फोटो भेंट की। यामी इन दिनों हिमाचल प्रदेश के विभिन्न शक्तिपीठों की यात्रा पर हैं। उन्होंने बताया कि हिमाचल की देवी माताओं में उनकी विशेष आस्था है, इसलिए वह परिवार के साथ यहां आशीर्वाद लेने आई हैं। उल्लेखनीय है कि यामी गौतम ने ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’, ‘विक्की डोनर’ जैसी कई सफल बॉलीवुड फिल्मों में काम किया है। साथ ही वह टेलीविजन और पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में भी सक्रिय रही हैं।